हेलो दोस्तों | मैं शालिनी खुराना अपनी कहानी का अगला भाग लेकर एक बार फिर से आप के सामने हाज़िर हूँ | जैसा कि मैंने आप लोगों को बताया था कि शादी से पहले मैंने अपनी बुआ की लड़की के साथ लेस्बियन सेक्स किया | और सब्जियों से बहुत मज़े लिए | लेकिन उसके जाने के बाद फिर मेरा वही हाल वही हो गया था जैसा पहले था | इन कुछ दिनों में जो हमने मस्ती की वो हमें हमेशा याद रहेगी | कुछ दिनों बाद मेरी शादी तय हो गई और फिर शादी | शादी के बाद अब मुझे लंड तो मिल रहा था रोज़ लेकिन मुझे जो मज़ा रजनी के साथ आया था वो नही मिल पा रहा था |
एक बार की बात है | मेरे सास ससुर का किसी रिश्तेदारी में शादी फंक्सन में जाने का प्लान बना | साथ में ही मेरी ननद भी जाने का जिद करने लगी | तो मेरी सास ने कहा कि मैं अकेली रह जाउंगी | लेकिन मेरी ननद मानने को राज़ी नही थी | तभी मेरे मन में एक आईडिया आया | रजनी का घर मेरे ससुराल से ज्यादा दूर नही था | मैंने अपनी सास से कहा कि अगर छोटी (ननद) नही मान रही है तो आप इन्हे अपने साथ लिए जाइये | तो उन्होंने कहा कि तुम अकेले कैसे रह पाओगी | तो मैंने कहा आप परेशान मत हो यही पास में मेरी एक बहन रहती है | मैं उसे कुछ दिनों के लिए बुला लेती हूँ | वो मान गई |
उसी दिन शाम को मैंने रजनी को फ़ोन किया | और कहा कैसी हो मेरी जान | तो वो बोली अरे दीदी आप की याद में सूख गई | आज तक तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ | कि कब तुम मुझे दोबारा मिलोगी | मैंने कहा अब तुम्हे और इंतजार नही करना पड़ेगा | अपने मिलने का जुगाड़ मैंने कर लिया है | वो बहुत खुश और बोली कैसे तो मैंने कहा चल अब पहले बुआ को फ़ोन दे | तुझे खुद पता चल जायेगा | मैंने बुआ से बात की और उन्हें रजनी को मेरे पास भेजने के लिए मना लिया | अगले दिन सुबह मेरे सास ससुर चले गए और शाम को रजनी घर आ गयी | मैंने उसे देखते ही गले लगा लिया | मैं बहुत ज्यादा खुश थी | उस दिन तो शाम हो गई थी और रजनी थकी हुई भी थी | मैंने खाना बनाया और फिर सब ने खाना पीना खाया | और सोने चले गए | अगले दिन मैं बस अपने पति के जाने का इंतजार करने लगी | और जैसे ही वो गए | हमारी वर्षो की भूख एक दुसरे को खा जाने के लिए तैयार थी | हम दोनों ने एक बार फिर लेस्बियन सेक्स किया | जिसके बाद हम दोनों बहुत खुश हुवे | अब तो ये रोज़ का काम हो गया था | हम रोज़ मेरे पति के जाने का वेट करते और फिर जब वो चले जाते तो अपना हवसी खेल खेलते थे |एक बार की बात है हम दुसरे एक दुसरे को किस कर रहे थे | तभी रजनी बोली दीदी आप तो लंड का भी मज़ा लेती हो पता नही मेरे नसीब में लंड कब मिलेगा | मैंने कहा परेशान मत हो जब तेरी शादी हो जाएगी तो तुझे भी एक अच्छा सा लंड मिलेगा जम के मज़े लिओ | तभी रजनी ने हँसते हुवे बोला दीदी जीजू का लंड कितना बड़ा है | मैंने कहा बहुत बड़ा | तो वो बोली एक बार मुझे भी दिलाओ न | वो बोली पागल है क्या वो जान गए तो बहुत गुस्सा करेंगे | फिर वो हंसने लगी | हम फिर अपने काम में लग गए |
एक बार की बात है | शाम को वो (मेरे पति ) जल्दी घर आ गए | मैंने खाना बना लिया | अभी रजनी मेरे पति से बैठ कर बातें कर रही थी | तभी मैंने आवाज लगे और खाना डाइनिंग टेबल पर लगा दिया | सब बैठ कर खाना खाने लगे | मेरे पति बार बार रजनी की तरफ देख रहे थे | शायद वो रजनी का फिगर निहार रहे थे | हमने खाना ख़त्म किया फिर बैठ कर साथ में टीवी देखने लगे | अभी भी मेरे पति रजनी को देख रहे थे | मुझे थोडा अजीब लगा | कुछ देर बाद रजनी अपने कमरे में जाने लगी | तभी मेरे पति ने रजनी का हाथ पकड़ लिया और बोले कहा जा रही हो आज मेरे साथ ही सो जाओ | मैंने कहा ये आप क्या कह रहे है | वो बोले साली मैंने आज तुम लोगों का सब खेल देख लिया था जो तुम लोग मेरे जाने के बाद करती हो | इतना सुनते ही मेरे तो होश उड़ गए मैंने सोचा | अब क्या होगा मेरा | वो बोले अरे मेरी जान परेशान मत हो | मैंने सुना कि रजनी को मेरा लंड टेस्ट करना है | मैं किसी से कुछ नही कहूँगा | बस इस खेल में मै भी खेलूँगा | इतना कहते ही उन्होंने रजनी को पकड़ कर अपनी गोद में खींच कर बैठा लिया | और किस करने लगे | मैंने कहा चलो आज कुछ नया करते है | हमने अपने सारे कपड़े निकाल दिया | अब तीनो एकदम नंगे हो गए थे | तभी मेरे पति बोले क्यों साली साहिबा देख लिया मेरा लंड आज मज़े भ देगा ये तुम्हे बस देखती जाओ |
रजनी ने एक तरफ मेरे पति के लंड को अपने होंठो से चूसा | और मैं भी उसके साथ हो ली | हम दोनों उनके लंड को चूस रही थी | तभी मेरे पति ने रजनी के बूब्स पर हाथ रख दिए | और जोर जोर से दबाने लगे | वो आह्ह. करने लगी | तभी मेरे पति ने रजनी को ऊपर खींचा और रजनी की चूत पर एक हाथ रखा और उसे हिलाने लगा | उसकी चूत में से पानी बाहर होने लगा था | वो तड़पने लगी नही जीजू आःह… अब मत तड़पाओ आह्हह… अपने लंड को मेरी चूत में डाल ही दो ….| वो बोले रुको मेरी साली साहिबा आज तो मैं आप को पूरा मज़ा दूंगा | इतना कहते ही वो और जोर जोर से अपनी दूसरी उंगली भी दाल कर हिलाने लगे | रजनी इसी बीच झढ़ गई | मैं लंड चूस रही थी | जब ये देखा तो तुरंत आकर रजनी की चूत पर अपना मुंह लगा दिया | और उसका रस पीने लगी | मेरे पति ने कहा चलो अब लंड की सैर कराता हूँ |
रजनी की चूत मेरे पति के सामने थी और मेरे मुहं में पानी आ रहा था उनके खड़े लंड को देख कर | लेकिन उन्होंने मुझे रोका और बोले आज पहली बारी मेरी प्यारी साली साहिबा का है | मैं हंसने लगी | फिर वो रजनी के पास गए और कहा पहले थोडा दर्द होगा फिर मज़ा आयेगा | और दो ऊँगली डाल के फिर से उसकी चूत को हिलाने लगे | रजनी को बड़ी मस्ती चढ़ गई थी | वो बोली अरे मेरे जीजू आप बस डाल दो | मै सब सह लूंगी | आज मुझे भी औरत बना दो | फिर क्या था | उन्होंने थूक लगा कर अपना लंड उसके चूत में डाल दिया | और धक्के देने लगा | रिंकी के मुहं से दर्द भरी सीत्कार निकल पड़ी ओह्ह्ह.. बाप रे अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह ईईई अह्ह्ह्हह्ह मर गई मैं तो! | आप का लंड तो बहुत मोटा है इसे निकालिए | मेरे पति बोले साली तुझे मेरे लंड से मज़े लेना था तो ये ले | और फिर एक और झटका देकर पूरा लंड उसकी चूत में पार कर दिया | मैंने रजनी के बूब को दबा रही थी | साथ में ही उसकी चूत वो सहला भी रही थी | कि उसे कुछ कम दर्द हो | कुछ देर तक मेरे पति ऐसे ही लेते रहे | वो आह्ह अह्ह्ह.. ओह्हो… आह्ह्ह्ह.. कर रही थी | अब वो मज़े से चुद रही थी | कुछ देर बाद मेरे पति झड गए | और अपना लंड बाहर निकाल करलेट गए मैंने फिर उसे चूस चूस कर खड़ा कर दिया | और सीधा उनके लंड पर बैठ गई | और कूद कूद कर उनके लंड पर मज़े लेने लगी | उधर रजनी ने मेरे मेरी चूत पर जबान लगा था | आह्हह,,,आह्म्म्म… फक मी बेबी आह्ह…आह्म्म्म…. आज तो बहुत ही मज़ा आ रहा था | फिर कुछ देर बाद मेरे पति ने रजनी को घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत मारने लगे | ऐसे पूरी रात ये खेल चला |
उस दिन के बाद रोज हमारे मज़े थे वो रात भर हम दोनों बहनों को जम कर चोदते थे | जब तक मेरे सास ससुर वापस नही आ गए तब तक ये खेल रोज़ चला | उसके बाद रजनी चली गई | अब भी जब भी हमें मौका मिलता है मेरे पति खुद ही रजनी को बुला लेते है | और फिर जम के चुदाई का खेल चलता है |