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नमस्कार पाठको, कैसे हैं आप सब ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | दोस्तों मेरा नाम सीता है और मैं महाराजपुर की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं अभी पार्ट टाइम जॉब करती हूँ | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा फिगर थोडा भरा हुआ है | मैं ज्यादातर सूट ही पहनती हूँ तो मेरा फिगर ज्यादा मोटा नहीं दिखता | मेरे दूध और मेरी चूतड़ बड़े हैं | दोस्तों मैं जहाँ पर भी जाती हूँ तो सब मेरे चूतड़ ही देखते हैं क्यूंकि मेरे चूतड़ बड़े हैं | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैंऐसी उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयगी और आप लोगो को मेरी कहानी पढ़ कर बहुत मजा भी आयगा | इस साईट के बारे में मुझे मेरी एक फ्रेंड से पता चला था इसलिए मैं इस साईट में रोज नयी नयी कहनियाँ पढ़ती हूँ | तो दोस्तों अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय बर्बाद नहीं करूंगी और अपनी कहानी शुरू करती हूँ |
मेरे घर में मैं हूँ और मेरे मम्मी पापा और दो भाई हैं | एक मेरा बड़ा भाई है और दूसरा छोटा भाई है | कॉलेज की पढाई खत्म होने के बाद मैंने सोच लिया था कि मैं घर में तो नहीं रहूंगी | इसलिए मैंने पार्ट टाइम जॉब करना सर्च किया | मुझे कई महीनो तक अपने लेवल की जॉब नहीं मिल रही थी फिर एक दिन जब मैं सुबह पेपर पढ़ रही थी तब मैंने एक ऐड देखा कि नालंदा पब्लिक स्कूल में टीचर की जॉब निकली है | वो स्कूल नया खुला था और सैलरी भी अच्छी दे रहे थे तो मैंने सोचा कि क्यूँ न मैं कोशिश करूँ एक बार | फिर मैंने वहां जा कर अपना रिज्यूम जमा किया | मुझे उम्मीद तो नहीं थी कि मुझे जॉब मिलेगी | पर एक दिन मुझे सुबह मोबाइल पर मेसेज मिला कि आपका यहाँ इतने बजे से इंटरव्यू है | ये सोच करमैं खुश हो गई कि चलो कम से कम मुझे इंटरव्यू के लिए तो बुलाया | मैंने नहाया और अच्छा सा सूट पहन कर वहां पर गई | जब मैं वहां पंहुची तो देखा कि काफी भीड़ थी और सभी ने अलग अलग पोस्ट के लिए अप्लाई किया होगा | नयास्कूलखुला था और अपने देश में वैसे ही बेरोजगारी कितनी है | इसलिए भीड़ होना तो लाज़मी था | मैं भी अन्दर गई और वहां पर पूछा कि टीचर के लिए कहाँ पर इंटरव्यू हो रहा है ? तो चौकीदार ने बताया कि मैडम आप लोगो का इंटरव्यू हॉल में हो रहा है | जैसे तैसे पूछ कर मैं हॉल पंहुची तो देखा कि वहां बहुत भीड़ है | मेरी तो हालत ख़राब हो गई देख कर | फिर मैंने सोचा कि अब आ ही गई हूँ तो इंटरव्यू दे कर ही जाउंगी | फिर मैं वहां खाली सीट देख कर बैठ गई | इंटरव्यू चल ही रहा था | मेरे बाजु में एक लड़का बैठ हुआ था जिसका नाम सूरज है | उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम टीचर के जॉब के लिए यहाँ आई हो ? मैंने कहा हाँ मैं टीचर के जॉब के लिए यहाँ आई हूँ | तो उसने पूछा कि किसी का रिफरेन्स ले कर आई हो या खुद के बलबूते पर ? तो मैंने कहा खुद के बलबूते पर | मैंने बड़े ही आत्मविश्वास के साथ कहा | तो उसने एक ही बार में मेरे पूरे आत्मविश्वास की धज्जियाँ उड़ा दिया| उसने कहा कि यहाँ तुम्हारा जॉब लगना मुश्किल है | मैंने पूछा क्यूँ ? तो उसने कहा देखो यहाँबहुत सारे लोग तुम्हारे जैसे ही हैं और हो सकता है कि तुम सभीके पास बहुत ज्यादा डिग्री हों | लेकिन क्या फायदा ऐसी डिग्री का जो जॉब नहीं दिला पाए | मुझे देखो मैं एक दम निश्फिकर हो कर बैठा हूँ | मेरी ज्यादा कोई क्वालिफिकेशन भी नहीं है | पर मेरे पास विधायक का रिफरेन्स है तो मुझे तो कोई अलग कर नहीं सकता | मैंने भी मन में सोचा कि हाँ यार लड़के की बात में तो दम है | मैं थोड़ी देर के लिए उदास हो कर वहीँ बैठी थी | मुझे उदास देख कर उसने कहाकि अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हारा काम करवा सकता हूँ ? मैंने पूछा कैसे ? तो उसने कहा कि तुम्हे मेरा एक काम करना पड़ेगा | मैंने पूछा क्या ? तो उसने कहा कि एक बार तुम्हे मुझसे चुदवाना पड़ेगा | मैंने कहा पागल हो मैंने बिना जॉब के पहले नहीं चुदवाउंगी | तो उसने कहा ठीक है जॉब लग जाए तब चुदवा लेना | लेकिन एक बात याद रखना अगर तुमने चुदाई नहीं की तो जैसे मैंने तुम्हे जॉब दिलवाया वैसे ही निकलवा भी दूंगा | मैंने कहा ठीक है | उसदिन मेरा इंटरव्यू नहीं हो पाया था | अगले दिन जब मैं इंटरव्यू देने पंहुची तो सबसे पहले मेरा ही नाम आया | मेरा इंटरव्यू हुआ उसके बाद मुझे सेलेक्ट भी कर लिया गया | इस बात से मैं बहुत खुश थी | मैंने घर आ कर सभी को खुश खबरी दी और मंदिर में भी पूजा की | जब स्कूल में मेरा पहला दिन था तो मैं उसी लड़के को ढूंढ रही थी | पर मुझे वो दिखाई नहीं दिया | मैंने भी ज्यादा नहीं सोचा और अपने काम में लगी रही | मुझे बहुत अच्छा लगता था बच्चो को पढ़ाना | फिर एक दिन लंच टाइम में वही लड़का आया और कहा कि कैसे हो ? मैंने उसे थैंक यू कहा और कहा कि हाँ अच्छी हूँ और आप कैसे हैं ? तो उसने भी कहा सब ठीक है | मैंने उससे पूछा कि आप को मैं कबसे ढूंढ रही हूँ पूरा एक महिना हो गया आप आज दिखे | तो उसने कहा कि मुझे और भी कई काम थे पर मुझे अच्छा लगा कि चलो तुमने याद तो किया | फिर वो जाने लगा और कहा कि इस एड्रेस पर तुम शाम को आ जाना | मैंने भी कहा ठीक है क्यूंकि मैं जानती थी कि अगर मैंने उसकी बात को काटा तो मेरी जॉब कटेगी |
स्कूल छूटने के बाद मैं सीधा उसके बताये पते पर गई | वो काफी बड़ा घर था | मैंने डोरबेल बजाई तो वो ही लड़का निकला | उसके बाद उसने मुझे अन्दर बुलाया और चाय नाश्ता दिया | फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम तैयार हो ? मैंने कहा हाँ | फिर वो मुझे अपने कमरे में ले कर गया और अपनी बांहों में भर लिया | फिरवो अपने होंठ मेरे होंठ से लगा कर किस करने लगा | मैंने भी उसका कोई विरोध नहीं किया और उसका साथ देने लगी किस्सिंग में | कुछ देर किस करने के बाद उसने मेरे सूट को उतार कर अलग कर दिया और अब मैं ब्रा और पेंटी में बस खड़ी थी | वो मुझे घूर घूर कर देख रहा था | फिर वो मेरे पास आया और मेरे ब्रा को भी उतार दिया और मेरे दूध को अपने मुँह में ले कर चूसने लगा तो मेरे मुँह से आहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहा ऊउन्न्ह ऊन्म्न् आहाआ ऊंह ऊम्म्ह आहान ऊनंह की सिस्कारियां निकलने लगी | वो बहुत जोर जोर से मेरे दूध को चूस रहा था और मैं आहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहा ऊउन्न्ह ऊन्म्न् आहाआ ऊंह ऊम्म्ह आहान ऊनंह करते हुए सिस्कारियां ले रही थी | उसके बाद उसने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया | उसने मुझे लंड चूसने को कहा तो मैंउसके लंड को सीधा अपने मुँह में कर चूसने लगी तो उसके मुँह से भी आहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहा ऊउन्न्ह ऊन्म्न् आहाआ ऊंह ऊम्म्ह आहान ऊनंह की सिस्कारियां निकलने लगी | मैं भी जोर जोर से उसके लंड को आगे पीछे करते हुए चूस रही थी और वो भी आहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहा ऊउन्न्ह ऊन्म्न् आहाआ ऊंह ऊम्म्ह आहान ऊनंह करते हुए मजे ले रहा था | फिर उसने मुझे लेटा कर पेंटी भी उतार दी और चूत चाटने लगा तो मैं आहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहा ऊउन्न्ह ऊन्म्न् आहाआ ऊंह ऊम्म्ह आहान ऊनंह करते हुए मचलने लगी | कुछ देर मेरी चूत चाटने के बाद उसने अपने लंड को मेरी चूत में लगाया और अन्दर एक ही शॉट में डाल दिया | अब वो मुझे चोद रहा था और मैं आहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहा ऊउन्न्ह ऊन्म्न् आहाआ ऊंह ऊम्म्ह आहान ऊनंह करते हुए चुदाई के मजे ले रही थी | कुछ देर ऐसे ही चुदाई करने के बाद उसने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिया और जोर जोर से चोदने लगा तो मैं भी आहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहा ऊउन्न्ह ऊन्म्न् आहाआ ऊंह ऊम्म्ह आहान ऊनंह करते हुए अपनी कमर उठा उठा कर चुदाई में उसका साथ देने लगी| करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद उसने अपना वीर्य मेरे पेट पर ही निकाल दिया था|
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मई उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी पसंद आई होगी |