desi sex kahani, antarvasna
और दोस्तों क्या कैसा | और टोपी लगे हो | फिर दोस्तों मुझे तो आप जानते होगे और अगर नहीं जानते हो तो ज्यादा दिमाग मत लगाओ क्यूंकि मई बताने वाला तो हूँ नहीं कि मैं हूँ कौन | देखो दोस्तों मुझे ज्यादा बक बक करने की आदत तो है नहीं | मैं दीदा मुद्दे की बात करता हूँ और मुझे ज्यादा चूत चुदान में पड़ना अच्छा नहीं लगता | तो दोस्तों अब ऐसा है कि मुझे आप सब से कुछ ज़रूरी बात कारबी है और अगर आप लोग मेरा साथ देंगे तो मैं उसे बड़े अच्छे ढंग से आपको बता पाऊंगा | इसलिए आप लोगों से मेरी गुज़ारिश है कि आप मुझे अच्छे से सुने और मुझे अपना साथ प्रदान करें | जैसा कि सबको पता है कि अगर कोई इंसान अपनी निजी जिंदगी में किसी लड़की के साथ है वो हर किसी से बचता है और वो अपनी बात किसी को बताने से भी डरता है | इसलिए आज मैं आज आपके सामने आ गया हूँ क्यूंकि मैं ये बातें और नहीं छुपा सकता और ना ही अब इनका बोझ मुझसे सहा जाता है | आज तो आपको सुनना ही पड़ेगा भले ही आखिर में आप मेरे बारे में जो भी सोचना है सोच सकते हैं |
मैं अपने घर से दूर दिल्ली में रहता हूँ और अभी तो मुझे अच्छी नौकरी भी मिल चुकी है | अब मैं आपको बताता हूँ ये सब हुआ कैसे और इसके पीछे क्या वजह थी कि मैंने आपसे इस कदर बात रखने की इच्छा जताई | दोस्तों जब मैं पास हुआ था तब मुझे लगता था कॉलेज में बड़ी बड़ी कम्पनी आएँगी और मुझे उठा कर ले जाएंगी क्यूंकि मैं पढने में बहुत ही अच्छा था | पर ऐसा कुछ हुआ नहीं साला एक कंपनी आई और वो मुझे हैदराबाद ले गई और वहां पर मुझे काम करना पड़ता था और मेरी पगार थी महेज २१००० रुपये | अब उसमे से मुझे १०००० घर भेजना पड़ता था क्यूंकि वो मेरी बचत थी | अब मैं कैसे रहता खता और सब करता था ये मैं ही जानता था | पर दो साल वहां गांड मरवाने के बाद मैंने एक दूसरी कंपनी में जाने का दिसला कर लिया | वहां पगार तो अच्छी थी ही पर वहां बहुत साड़ी ऐसी चीज़ें भी थीं जिनके लिए आपको सोचना नहीं पड़ता था | जैसे क्रेडिट कार्ड, चाय कॉफ़ी , और भी कई चीज़ें और तो और एक टाइम का खाना वो लोग देते थे और वो खाना फाइव स्टार होटल से आता था |
इसलिए मैंने वहां जाने का मन बना लिया और पहुँच गया पुणे | काम का पहला दिन और जैसे ही ऑफिस के नीचे पहुंचा तो गार्ड ने सलुते मार्के कहा वेलकम सर | मैंने सोचा वाह क्या बात है और अन्दर गया कंपनी के तो लगा जैसे जन्नत में आ गया हूँ | शीशे वाली बिल्डिंग माल बंदियां और बहुत कुछ | मुझे दूसरा फ्लोर दिया गया था और मैं वहां पर फ्लोर मेनेजर के रूप में भरती हुआ था | बड़ा मज़ा आ रहा था पहले दिन तो और जब मैं नीचे गया छुट्टी के बाद तो उसी गार्ड ने कहा चल बे साइड हो कैब निकल रही है | मैंने समझ लिया भाई ये सब एक हाई क्लास ड्रामा था भले ही इनके पास घंटा ना हो पर इनको शो ऑफ तो करना ही है | अब गधे से अगर काम करवाना है तो चारा तो दिखाना ही पड़ेगा | उसके बाद क्या था बस ये हुआ और अगले दिन से कुत्ते वाली जिंदगी शुरू | समझ आ गया कि अगर पैसे को देखोगे तो बस पिसते रह जाओगे | अगले दिन से मैंने भी सब को देखना शुरू कर दिया और एक लड़का मुझे दिखा मेरी टीम में जो कि मेरा जूनियर था पर साला लड़की पटाने में उस्ताद आदमी |
वो साला लड़कियों को अगर बाहर लेकर चला जाता था तो लडकियां खुद पैसे देती थी और एक हफ्ते बाद तो सीधा उसके फ्लैट पर और वो मेरी टीम की हर बंदी के साथ सेक्स कर चुका था | अब न जाने कैसे पर कर तो लिया था | हमारे ग्रुप में जो सीनियर थे वो सब एक चंट लड़की के पीछे पड़े थे जिसका नाम था नेहा राव था | वो साली बड़ी कमीनी थी और उसको बस दुसरे के पैसों से मतलब था | मैं अपनी दुनिया में अलग ही रहता था क्यूंकि मुझे ९ घंटे काम करना होता था भले ही सीट पर क्यूँ न सोना पड़ जाए | अब एक दिन काम करते करते रात हो गयी सब जा चुके थे पर मेरा काम था कि सबका काम चेक करने के बाद ही जाना है इसलिए मैं निकल नहीं पाया था | अब मेरे एक सीनियर ने मुझे फोन लगाया और कहा भाई मैं साइन आउट करना भूल गया हूँ प्लीज कर देना यार यार | मैंने पुछा ठीक है बता कोड क्या है ? उसने वहां से कहा नेहा राव | मैंने मन में सोचा सब साले भडवे हैं |
मैंने दो साल में कभी ढंग से होली दिवाली नहीं देखे और ना ही दिन या रात क्यूंकि ऑफिस के अन्दर किसी चीज़ का पता नहीं चलता | अच्छा नहीं लगता कहते हुए पर मैं २५ का हो चुका हूँ | पेट भी बहार आ गया है और बाल भी झड़ गए | रस्सी तो जल चुकी थी पहले ही अब मेरा बल भी जाने लगा | पर चमत्कार यहीं होते हैं | मुझे उम्मीद तो नहीं थी पर अब हो गए तो इसमें मैं क्या कर सकता हूँ | मैं अपने काम में मस्त रहता था पर साली वो नेहा राव मुझसे काफी चिपकने लगी थी | उसके बाद मैंने उससे कहा देखो मुझे तुमाहरे बारे में सब पता है और मुझे यह भी पता है कि तुम मेरे पास क्यूँ आई हो | उसने कहा तुमने बस वही देखा जो मैंने सबके साथ किया पर ये नहीं देखा कि मैं क्यूँ तुमाहरे साथ आना चाहती हूँ | मैंने कहा ठीक है अगर ऐसी बात है तो मुझे यकीन दिला दो |
उसने कहा ठीक है बताओ क्या यकीन दिलाना है तुम्हे कि मैं तुमसे प्यार करती हूँ | मैंने कहा हाँ बस इतना ही कर दो | उसने कहा ठीक है रुक जाओ बस अब तुम देखना | मैंने कहा ठीक है देखता हूँ बस कुछ उट पटांग मत करना | उसने कहा चिंता मत करो प्यार किया है तो हद से गुज़रना ही पड़ेगा | मैंने भी सोचा चलो देखते हैं क्या हो सकता है | इसलिए मैंने ज्यादा दिमाग भी नहीं लगाया और उसके उसके हाल पर छोड़ दिया | अब मुझे तो रात तक काम करना पड़ता था और उस दिन मुझे कुछ ज्यादा ही काम था | इसलिए मुझे रुकना पड़ा और नेहा भी रुक गयी और मैं समझ गया ये क्यूँ रुकी है | जब मैं काम कर रहा था तब वो मेरे पास आई और कहा सुनो आज मैं तुम्हे अपने प्यार की हद दिखाती हूँ जो मैंने आज तक किसी के लिए नहीं किया | मैंने कहा ठीक है जल्दी दिखाना मुझे अभी बहुत काम है | वो मेरे सामने आई और उसने मेरा कंप्यूटर से हाथ हटाया | और अपना टॉप मेरे सामने उतार दिया | मैं उसे एक पल के लिए देखता रह गया |
मेरे अन्दर हलचल तो हो रही थी और मैं उससे कह रहा था ये क्या कर रही हो नेहा | उसने कहा तुमसे प्यार और वो मुझसे लिपट गयी और मुझे यहाँ वहां चूमने लगी | मैं भी गरमा गया और उसको चूमने लगा | उसके बाद उसने मेरे सामने एक कुर्सी राखी और उस पर बैठ गयी | उसने कहा मेरी चूत आज तक चुदी नहीं है | मैंने कहा अच्छा तो फिर यहाँ वहां मुंह क्यों मारती हो ? उसने मेरा मुंह पकड़ा और मेरे होंतो को चूम लिया और चूसने लगी | वो मुझे किस करने लगी और मैं भी उसे किस करने लगा | उसके बाद उसने मुझे थोडा सा दूर किया और एक हाथ पीछे करके अपना ब्रा खोल दिया और अपने दूध मेरे मुंह से लगा दिए | मैं भी मस्त उसके दूध को चूम रहा था और चूस रहा था और वो भी सीकियाँ भर रही और उचक रही थी | उसके बाद उसने अपनी जीन्स को उतारा और पेंटी को भी उतार दिया | उसने बाद मैंने उसकी चूत में ऊँगली की और वो सिस्कारियां लेने लगी | उसके बाद मैंने उसकी चूत में हलकी सी ऊँगली की तो पता चला कि वो सच में आज तक नहीं चुदी है |
उसके बाद वो उठी और कहा मेरी चूत मारो और चाहो तो अपना माल मेरे अन्दर दाल सकते हो मैं तुमाहरे बच्चे की माँ बन्ने के लिए तैयार हूँ | मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और थोडा सा अन्दर किया तो खून निकला उसकी चूत से और वो हल्का सा चिल्लाई पर उसने खुद को काबू किया | उसके बाद मैंने उसे धीरे धीरे छोड़ते हुए एक जोरदार झटका मारा और पूरा लंड उसकी चूत में चला गया | वो बेकाबू हो गयी पर मैंने उसको तरीके से चोदा | मैंने उसकी चूत को बहुत देर तक मारा और उसकी चूत में ही अपना माल भर दिया | पर अब हम साथ नहीं हैं |