मैं मेरी मौसी और हम दोनों की अन्तर्वासना

हेल्लो मेरे दोस्तों क्या बात है आज बड़े मूड में लग रहे हो चूत मिल गयी क्या ? या किसी की गांड चोद के आ रहे हो ? बोलो यार मैं तो आपका दोस्त ही हूँ किसको नहीं बताऊंगा ये बात | चलो आज मैं भी आपको एक बात बताना चाहता हूँ क्यूंकि मुझे बोले बिना चैन नहीं मिलेगा और आपको सुने बिना | असलियत में ये मेरी ही कहानी है जो मैं आपको अभी बताने वाला हूँ और मुझे यकीन है कि आपको ये सुनके अच्छा लगेगा | तो चलिए अब मैं आपको उस कहानी के बारे में थोडा सा बता देता हूँ कि ये आखिर में है किसकी | तो दोस्तों ये कहानी है अंजू मौसी की जो की मेरी माँ की दूर की बहन है | उनकी शादी के बाद मैं उनसे एक बार भी नहीं मिला था और मुझे मम्मी ने एकदम से बताया कि राजू अंजू मौसी माँ बन गयी हैं और उनको बेटा हुआ हैं | मैंने कहा अच्छा तो चलो चलते हैं हम ग्वालियर | तब मम्मी ने कहा अरे वहाँ जाने की कोई ज़रूरत नहीं है उनकी डिलीवरी यही हुयी है नागपुर में तो वो हमारे यहाँ कुछ दिन रहने वाली हैं | मुझे लगा होगा भाई एक दो दिन के लिए रहेंगी |

पर मम्मी ने मुझे कहा मौसाजी की पोस्टिंग जम्मू हो गयी है तो वो जब नहीं लौट के आते तब तक मेरे साथ ही रहेंगी | मैंने कहा ठीक है और उनके लिए एक कमरा साफ करने लगा | मुझे खुशु हो रही थी क्यूंकि मेरी और उनकी बहुत बनती थी | पर मुझे लगा कही बच्चे के आने की वजह से वो मुझे बात बंद कर देंगी तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा | फिर मैंने सोचा छोडो यार अब मैं बड़ा हो गया हूँ और मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता मुझे कोई बात करे या ना करे | पर सच बोलू तो मुझे बहुत फर्क पड़ता है क्यूंकि मुझे अपने लोग हमेशा खुश चाहिए होते हैं | शाम हुयी और मौसाजी और मौसी दोनों घर आए | मौसी ने जैसे ही मुझे देखा तो मुझे अपने पास बुलाया और कहा राजू देख तेरे लिए गिफ्ट लायी हूँ | मैंने कहा वो छोटा बेबी मेरा गिफ्ट कैसे हुआ | उन्होंने कहा अरे अब तेरा भाई हो गया है न जिसके साथ तू खेल सकता है | मैंने कहा मौसी अच्छा लगा मुझे आपका गिफ्ट पर आप मुझसे बात करना बंद तो नहीं करोगे न |

तब उन्होंने मुझसे कहा पागल है क्या तुझसे बात नहीं करुँगी तो मेरा ख्याल कौन रखेगा | तब जाकर मुझे थोड़ी रहत फतेह अली खान मिली | अब मौसी माँ बन चुकी थी तो उनका बच्चा उन्ही का दूध पीता था | जब वो दूध पीता तो मैं मौसी को देखता मौसी अपना ब्लाउज और ब्रा उठा के उसके मुह में निप्पल दे देती और वो उसको चूसता रहता | एक दिन मैं मौसी के बाजू में बैठा था और वो बचा दूध पी रहा था जैसे ही मैंने कुछ कहा उसने दूध पीना व्ह्होद दिया और मौसी का चूचा लटकने लगा | तब मैंने उनका निप्पल देखा वो ब्राउन रंग का था और चूचा एक दम गोरा | उसपे हरी हरी नस भी दिख रही थी | बड़े बड़े दूध और जब वो बचा उनको पीता तो वो थोड़े से सिकुड़ जाते | मौसी मेरे सामने शर्माती नहीं थी | एक दिन मैंने पुछा मौसी ये चाटी में जो दो बड़े बड़े गोल गोल चीज़ है ये बच्चा उसपे क्या करता है | मौसी बोली ये वहाँ से दूध पीता है | तो मैंने कहा मौसी ये पहले बड़े रहते हैं फिर सिकुड़ जाते हैं ऐसा क्यूँ |

तब उन्होंने मुझे बताया कि इनके अन्दर दूध भर जाता है तो ये बड़े हो जाते हैं फिर वापस जब ख़तम हो जाता है तब छोटे हो जाते हैं | मैंने कहा मौसी क्या मैं इनको छू के देख सकता हूँ | तब मौसी ने कहा अच्छा ठीक है | मैंने मौसी के एक दूध को हाथ में पकड़ लिया और हलके हलके सहलाने लगा और फिर मैंने उनके नरम निपले को दबाना चालु किया | मौसी थोड़ी देर तक तो ठीक थी पर न जाने क्यूँ वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी | फिर मैंने थोडा जोर से उनका दूध दबाया तो निप्पल से दूध की धार निकली और सीधा मेरे मुह पे आके लगी | फिर मैंने उनके दूध को दबाना चालू रखा और खूब सारा दूध फैला दिया | वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः ही कर रही थी |

फिर वो एकदम से उठी और कहा बस बोहत हो गया अब मैं सोने जा रही हूँ | मैंने बोला इनको क्या हुआ ये ऐसा बोलके क्यों गयी | मैंने सोचा चलो देखता हूँ | फिर मैंने उनके कमरे की खिड़की से झाँका चालू किया तो देखा मौसी पूरी नंगी होक अपनी छोट को रगड़ रही थी और आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी | थोड़ी देर बाद उनकी चूत से कुछ सफ़ेद पानी जैसा निकला और वो बिस्तर पे लेट गयी | ये सब देख के मेरा लंड बड़ा और कड़क हो गया और मैंने वही पे मुठ मारना चालु कर दिया | पर मैं मुठ मरने हुए ये भूल गया कि मौसी बस लेती है सोयी नहीं है | मैं मुठ मरते हुए आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रहा था |

मौसी को मेरी आवाज़ आई और उन्होंने मुझे देख लिया मुठ मारते हुए | मौसी यूँही मेरे सामने नंगी खड़ी थी और मैं आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करते हुए अपना लंड हिला रहा था | मौसी ने मुझे अन्दर बुलाया और मुझसे सटके खड़ी हो गयी | मेरा लंड थोडा सा मौसी की नाभि में चला गया और जैसे ही गया मेरा माल सारा उनकी नाभि में गिर गया | मौसी ने मुझे भी बिस्तर पर लिटाया और मेरे सारे कपडे उतारे अब वो मुझे प्यार से चूम रही थी और मेरे लंड को सहला रही थी | उन्होंने मेरा एक हाथ अपने दूध पे लगाया और कहा इसे दबाओ | मैंने उनको दबाना चालू किया और फिर से वो गाढ़ा दूध मेरे ऊपर गिरने लगा | मुझे अच्छा लग रहा था अब मैंने उनका दूध पीने के बारे में सोचा |

मैंने उनके निप्पल पे मुह लगाया और उनका दूध चूसने लगा | थोड़ी देर बाद फिर मौसी आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी | इस बार तो मुझे भी जोश चढ़ा हुआ था तो मैंने और कास कास के उनके निप्पल को चूसा | फिर मौसी ने मेरा एक हाथ अपनी चूत पे रख दिया और कहा इसे रगडो | मैंने जैसे ही रगड़ना चालु किया वो जोर से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी | फिर मुझे रगड़ते हुए लगा जैसे नीचे कोई छेद हो तो मैंने उसमे ऊँगली डाली दी और मौसी लगातार आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः कर रही थी |

अब मौसी उस्थी और मेरे लंड को अपने उसी छेद पे रखा और उसपे बैठ गयी | अब वो ऊपर नीचे होक मेरे लंड से अपनी चूत को चुदवा रही थी | फिर थोड़ी देर बाद घोड़ी बन गयी और पीछे से लंड को अपनी चूत में लिया और जैसे मैंने आगे पीछे धक्के मारना चालु किया वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी | तीन घंटे तक चुदाई के बाद मैं थक गया और जब तक मौसी गयी नहीं तब तक रोज़ चुदी मुझसे |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *