antarvasna, kamukta
मेरा नाम गौतम है मैं चंडीगढ़ का रहने वाला हूं। मेरी उम्र 25 वर्ष है। मैं बहुत ही सीधा और शरीफ लड़का हूं। मेरी आज तक कोई भी गर्लफ्रेंड नहीं रही इसलिए मेरे सारे दोस्त मुझे कहते हैं कि इतने हैंडसम होते हुए भी तुमने आज तक कोई गर्लफ्रेंड नहीं बनाई। मैं उन्हें हमेशा कहता हूं कि मेरा हैंडसम होना मेरे लिए ही घातक है और इसी वजह से तो मैं कोई गर्लफ्रेंड नहीं बना पाया। कॉलेज में कई लड़कियां मेरे पीछे पड़ी है लेकिन ना तो मैं उनसे बात कर पाता हूं और ना ही मेरी हिम्मत होती है इसीलिए मुझे सब लड़के बहुत चिढ़ाते हैं और कहते हैं कि लगता है तुम बिना लड़कियों के ही मर जाओगे। मैं उन्हें कहता हूं कि मैं अकेले ही खुश हूं। मुझे सिंगल रहना ही अच्छा लगता है। मुझे जिम जाने का बहुत शौक है इसलिए मैं हमेशा जिम जाता हूं। मैंने अपनी बॉडी भी अच्छी बना ली है। मेरा बचपन का दोस्त अनिल मुझे कहता है कि भाई अब तो तुम कोई गर्लफ्रेंड बना लो। मैंने भी गर्लफ्रेंड बना ली है और यदि तुम भी कोई गर्लफ्रेंड बना लो तो हम लोग कहीं घूमने का प्लान बनाएंगे। मैंने उसे कहा कि यदि तुम्हें चलना है तो मेरे साथ ही चलो। मैं गर्लफ्रेंड तो नहीं बनाने वाला और तुम्हें तो मेरे बारे में पता ही है।
उसकी गर्लफ्रेंड का नाम रुचि है और वह दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं। अनिल का नेचर भी बिल्कुल मेरी तरह ही है इसलिए हम दोनों की बहुत बनती है। रूचि और उसकी मुलाकात भी उसकी बहन ने करवाई। अनिल की उसे प्रपोज करने की हिम्मत नहीं हुई लेकिन रुचि ने हीं उसे अपने दिल की बात कही। हम दोनों ही बिल्कुल एक तरीके के हैं। उसे भी जिम जाने का बहुत शौक है। हम दोनों को जब भी साथ में जिम जाने का मौका मिलता है तो हम दोनों जिम में जमकर कसरत करते हैं। एक दिन अनिल मुझे कहने लगा की रुचि का बर्थडे आने वाला है और उसने तुम्हें भी आने के लिए कहा है। मैंने अनिल से कहा मैं रुचि के बर्थडे में आकर क्या करूंगा। वह कहने लगा कि उसने तुम्हें बुलाया है यदि तुम्हें नहीं आना तो तुम उसे फोन पर मना कर दो। मैंने उससे कहा मैं उसे फोन पर भला क्यों मना करूंगा। मैंने उससे कहा तुम गुस्सा मत हो। मैं जरूर आ जाऊंगा।
उन लोगों ने एक रेस्टोरेंट में पार्टी रखी हुई थी। उस दिन रुचि के और भी दोस्त आए हुए थे। और मैं अपने आप को बड़ा ही अनकंफरटेबल सा महसूस कर रहा था क्योंकि मैं उन लोगों को नहीं पहचानता था। अनिल भी रुचि के साथ में था वह दोनों डांस कर रहे थे। मैं अकेले कोने में बैठा हुआ था। कुछ देर बाद एक लड़की मेरे पास आई और वह मुझे कहने लगी कि क्या आप मेरे साथ डांस करेंगे। मैंने उसे कहा नहीं मैं अकेला ही ठीक हूं लेकिन वह मुझसे कुछ ज्यादा ही चिपक रही थी। मैंने उसे कहा कि आप चले जाइए मैं अकेला ही ठीक हूं। वह लड़की भी वहां से चली गई। वह मुझ पर चांस मारने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने उसे मौका ही नहीं दिया। तभी मेरे पास रुचि आई और कहने लगी कि वह लड़की तुम्हारे लिए इतना तड़प रही है और तुमने उसे मना कर दिया। तुम दोनों दोस्त ही एक नंबर के बुद्धू हो यदि मैं अनिल को भी प्रपोज नहीं करती तो शायद तुम दोनों ही एक दूसरे के साथ घूमते रहते और जिंदगी भर तुम दोनों एक दूसरे के साथ ही रहते। जब रुचि ने मुझे यह बात कही तो मुझे भी उसकी बात थोड़ा बुरी लगी और अनिल ने भी मुझे कहा कि तुम उसके साथ डांस कर लो। डांस करने में कौन सा कोई दिक्कत आने वाली है। मैंने कहा ठीक है भाई मैं जाता हूं तुम लोग मुझे इतना मत सुनाओ। यह कहते हुए मैं उस लड़की के पास चला गया लेकिन अब वह मुझे बिल्कुल भी भाव नहीं दे रही थी। मैंने उससे उसका नाम पूछा। उसका नाम प्रिया था। मैंने प्रिया से कहा कि क्या तुम मेरे साथ डांस करोगी। वह बड़े नखरे दिखा रही थी लेकिन मैंने भी सोच लिया था कि आज मैं उसके साथ डांस करके ही रहूंगा। वह जैसे कैसे मेरे साथ आ ही गई और हम दोनों डांस करने लगे। अनिल मुझे देख कर बड़ा खुश हो रहा था और वह मुझे इशारों में कह रहा था तुम दोनों की जोड़ी अच्छी लग रही है लेकिन मुझे प्रिया बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रही थी। मैं उसके साथ जबरदस्ती डांस कर रहा था। हम दोनों ने काफी देर तक डांस किया और जब हम लोग साथ में बैठे हुए थे तो प्रिया ने मुझसे पूछा कि क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है? मैंने उसे कहा मेरी कोई भी गर्लफ्रेंड नहीं है।
वह मुझ पर बड़े चांस मार रही थी और मुझे कहने लगी तुम मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बना लो। जब उसने यह बात कही उस समय रुचि भी पीछे से आ गई। वह कहने लगी कि हां तुम आज से गौतम की गर्लफ्रेंड हो। मैंने उससे कहा तुम कुछ भी मत बोलो लेकिन प्रिया मेरे पीछे ही पड़ चुकी थी। रुचि ने भी उसे मेरा नंबर दे दिया था। मैं उससे अपना पीछा छुड़ाना चाह रहा था लेकिन वह मुझे हमेशा ही फोन कर देती और मुझसे मिलने आ जाती। कुछ दिनों बाद मैंने भी उसे हां कह दी। जब प्रिया और मेरा रिलेशन चलने लगा तो एक दिन हम लोगों ने घूमने का प्लान बनाया। अनिल कहने लगा हम लोग कार से शिमला चलते हैं। सारा प्लान बन चुका था और हम लोग घूमने के लिए शिमला चले गए। हम लोगों ने जिस होटल में स्टे किया था उस होटल में हम लोग रुककर बहुत खुश थे। अनिल और रुचि दूसरे कमरे में चले गए और मै और प्रिया एक रूम में थे। प्रिया न दरवाजा बंद किया और उसने मेरे सामने अपने कपड़े खोल दिए। मैं अपने आपको ना रोक सका। मैंने उस दिन प्रिया के साथ जमकर सेक्स किया। उसने उससे पहले ना जाने अपनी चूत में कितने लंड लिए होंगे इसलिए तो वह मेरे साथ सेक्स कर के बहुत खुश थी।
मुझे उम्मीद नहीं थी कि रुचि भी मुझ पर मरती है जब रुचि हमारे रूम में आई तो वह मेरे साथ बैठी हुई थी। उसने मेरी जांघ पर हाथ रख दिया और कहने लगी जानू मैं तो तुम्हारे ऊपर भी फिदा हूं। यह कहते ही उसने मेरे लंड को बाहर निकाल लिया। प्रिया वहीं पास में लेटी हुई थी और वह सिगरेट पी रही थी। मैंने सोचा यह दोनों तो बहुत ज्यादा ही गिरी हुई लड़की है लेकिन उस वक्त में रुचि का बदन देखकर मेरा लंड खड़ा हो चुका था। मुझे मेरे वीर्य को बाहर गिराना था। मैंने उसे कहा मेरा लंड चूसो वह इतने अच्छे से मेरे लंड को चूस रही थी मुझे बहुत मजा आ गया। वह मेरे लंड को बड़े अच्छे से सकिंग कर रही थी। जब मैंने उसे नंगा किया तो उसकी योनि को देख कर मेरा मूड खराब हो गया। मैंने उसकी योनि के अंदर अपनी उंगली को डालते हुए कहा तुम्हारी योनि तो बड़ी टाइट है। वह मुझे कहने लगी तो फिर तुम मेरी चूत मार लो। मैंने उसे घोड़ी बना दिया और उसे दीवार के सहारे खड़ा कर दिया। मैंने जैसे ही उसकी चिकनी योनि के अंदर अपने लंड को डाला तो मेरा लंड बहुत दर्द होने लगा लेकिन मुझे बहुत मजा भी आ रहा था। मैं उसे इतनी तेज गति से धक्के मार रहा था। मेरे लंड छिल चुका था उसका भी बुरा हाल हो गया और उसकी योनि से खून बाहर निकलने लगा। मैं उसे बड़ी तेजी से चोद रहा था। मुझझे भी मजा आ रहा था। प्रिया यह देख रही थी और वह कहने लगी तुम इसकी चूत अच्छे से मारो इसकी चूत मे बड़ी खुजली हो रही है। प्रिया के यह कहते ही मैने उसकी चूतडो को पकड़ लिया। मैंने उससे कहा अनिल कहां है। वह कहने लगी आनिल रूम में लेटा हुआ है। मैंने उसे कहा तुम बड़ी ही मादरचोद हो। वह मुझे कहने लगी तुम मुझे धक्के देते रहो मुझे तुमसे अपनी चूत मरवाकर बहुत अच्छा लग रहा है। मै उसे बड़ी तेज गति से चोदे जा रहा था और उसे बहुत ही मजा आ रहा था। मैंने उसकी चूत जितने देर तक मारी। उसकी चूतडे पूरी लाल हो गई। वह अपनी चूतडो को मुझसे ऐसे मिला रही थी जैसे कि वह कोई कॉल गर्ल हो लेकिन उसकी चूत मारकर मेरी इच्छा भर गई थी। मेरा वीर्य उसकी चिकनी चूत के अंदर गिरा तो मुझे बहुत ही अच्छा महसूस हुआ। हम दोनों साथ में बैठे हुए थे। प्रिया भी हमारे साथ आकर बैठ गई। प्रिया कहने लगी हम दोनो ने कितने लोगों से अपनी चूत मरवाई है लेकिन तुम्हारा जवाब नहीं है।