sex stories in hindi, antarvasna
सारी रात पलते रहे उसकी चूत हम आपकी कसम | क्या मज़ा आता है चूत पेलने में कसम से क्या बताऊँ यार आपको | पर आपको कैसे पता चलेगा कि मैंने ये मज़ा कैसे उठाया और मैंने किसको पेला | तो बच्चो मत खाओ केला और सुनो मैंने किसको पेला | वैसे तो सब चलता है और सब ठीक है पर फिर भी मुझे एक बात हमेशा सताती रहती है कि मैंने ऐसा किया तो आखिर किया क्यों | वो ऐसा है कि अगर आपकी किस्मत में चुदाई लिखी है तो वो आपको मिलेगी ही भले ही वो किसी और सूरत में हो या फिर किसी रिश्ते में | अब आप मुझे ही देख लीजिये मैंने अपने रिश्ते में चुदाई के बारे किसी को कभी पता नहीं चलने नहीं दिया और आज के टाइम में मैं और जो मुझसे चुदती है दोनों बड़े खुश हैं | सबसे बड़ी बात यह हो जाती है कि आप उस इंसान को संतुष्ट कर रहे हो ये ठीक है पर उसके साथ साथ कुछ भावना भी जुडी होती है अगर आपने उसे समझ लिया तो फिर सब कुछ आसान हो जाता है | ये बात मुझे भी बड़े दिनों के बाद समझ में आई और मैंने उसको जब समझा तो मेरा पूरा सोचने का तरीका बदल गया |
तो भाई ये थी अपनी दास्ताँ अब आपको मेरा नाम बताने का समय आ गया है | मेरा नाम लच्छू प्रसाद है और मैं यहाँ वहां की बातें नहीं करता जो कहता हूँ दिल से कहता हूँ वरना उस चीज़ का कभी ज़िक्र भी नहीं करता | गर्मी का समय बड़ा ख़राब होता है और ये बात अक्सर लोगों से आपने सुनी होगी | हम लोग हैं गाँव के और वहां बिजली की बड़ी दिक्कत रहती है | हम दो भाई हैं और एक भाई थोडा पढ़ लिख गया तो उसे शहर में एक बड़ी कंपनी में नौकरी मिल गयी | इस वजह से हमारे घर की स्थिति थोड़ी अच्छी हो गयी | अब होता यह है कि अगर घर का कोई बहार जाके अच्छा कम खा रहा है तो लोगों को उसके बारे में जानने की इच्छा और बढ़ जाती है | अब मेरे रिश्तेदार घर आते और जाते रहते थे | हमको भी अच्छा लगता था पर एक बार हुआ ये कि हमारे अस पास के क्षेत्र में बारिश हुयी पर हमारे गाँव के आगे एक जगह है उप्रैनगंज वहां पर बिलकुल भी बारिश नहीं हुयी | मतलब एक साल से वहां पर बारिश का कोई नमो निशाँ नहीं मिला |
मेरे एक मामा हैं जो कि वहीँ रहते हैं और उनका अच्छा खेती का काम है वहां पर | उन्होंने हमको फोन लगाया और पापा से बात करते हुए कहा जीजा आप जानते ही हो यहाँ बारिश बिलकुल भी नहीं हुयी है और अब हमने फैसला किया है कि हम वहां आ जाते हैं और अपने यहाँ के खेत बेच कर वहां पर ज़मीन ले लेते हैं | पापा ने सब बता दिया कि यहाँ पर दो खेत बिक रहे हैं और कीमत भी ठीक है आप आ जाओ और सब देख लो | उन्होंने उप्रैनगंज से सब कुछ बेचा और यहाँ आ गए हमारे पास और खेत खरीद लिए और उनकी खेती चालु हो गयी | पापा और वो दोनों मिलके काम करने लगे और सब कुछ अच्छा हो गया | मामी भी यहीं थीं और उनके बच्चे नहीं थे बस एक लड़की थी जिसकी शादी हो गयी थी पर मामी कम उम्र की थीं | उनकी उम्र ३५ साल के लगभग होगी | अब पुराने समय में गाँव में लड़की को जल्दी ब्याह दिया जाता था | इसलिए मामी की उम्र कम थी और बच्चा भी जल्दी हो गया था तो मामी फुर्सत थी |
हमलोग अक्सर साथ में रहते थे क्यूंकि एक साल में पापा और मामा को इतना मुनाफा हो गया था कि मामा ने हमारे घर के पीछे ही एक घर ले लिया था | सब कुछ अच्छा था और सब मस्त चलता था पर हर दिन एक जैसा नहीं होता और ये बात एक कटु सत्य है | मामी हमारे घर आती और बातें करती और सब के लिए कुछ न कुछ बना के लेकर आती | ये सब चलता रहता था पर फिर भी कुछ कमी थी ऐसा उनको देखकर लगता था | एक दिन सब गाँव के मेले में गए हुए थे और मैं भी जाने वाला था तभी मामी आई दाल लेकर और कहा बेटा आज नया तड़का लगाया है इस दाल को खाकर जाना | मैंने कहा आप नहीं जा रहे हो क्या ? उन्होंने कहा नहीं आज कुछ काम पड़ा है घर में उसको निपटा लेती हूँ वैसे भी मेला तो अभी तीन दिन तक लगा रहेगा | मैंने कहा ठीक है आप भी बैठ जाओ अपन थोडा बातें कर लेते हैं | मामी ने कहा ठीक है तू कह रहा है तो बैठना ही पड़ेगा | मामी बैठ गयी और मैंने चम्मच में दाल ली और उनको पहले खिलाया और कहा आपने बनायीं है और आपको सबकी फ़िक्र है तो किसी को आपकी भी तो करनी पड़ेगी न | उन्होंने खाया और कहा वाह आज अपनी बेटी नीलू की याद गयी वो भी सबसे पहले मुझे ही खिलाती थी | मैंने कहा अरे मामी हम सब हैं न यहाँ आपके साथ और वो अभी रक्षाबंधन पर आ रही है ना हमारे पास |
मामी ने कहा अच्छा बच्चे पटाना तो कोई तुझसे सीखे | मैंने कहा मामी प्यार करता हूँ आपसे और उनको गले लगा लिया | मामी ने कहा बीटा अगर प्यार करता है तो मेरी एक बात मान शादी कर ले | मैंने कहा मामी बस अगले साल तक कर लूँगा ना | उन्होंने कहा नहीं मैंने लड़की देख रखी है बस तू हाँ बोल और इसी साल तेरी शादी करवा देंगे अब तेरी उम्र हो गयी है | मैंने कहा मामी आपको आज एक सच बात बताता हूँ पर आप किसी को भी बताना मत | उन्होंने कहा क्या ? मैंने कहा मामी हमे अभी तक नहीं पता सुहागरात के दिन क्या होता है इसलिए हम डरते हैं शादी करने से | ममी ने कहा बेशरम सब समझ आ जाएगा अपने आप दोस्त नहीं हैं क्या तेरे ? मैंने कहा वो ठीक पर मैं ऐसे ही किसी से अपनी पर्सनल बात नहीं बता सकता | फिर मामी ने कहा अच्छा तो फिर मुझे क्यूँ बताया | मैंने कहा अरे मामी आप अपनी जिगरी हो इसलिए आपके सामने बता दिया | ममी ने कहा चलो अब जल्दी से खालो और मेला घूमने चले जाओ |
मैंने पूरी दाल ख़त्म कर दी और मामी से कहा आप अपना ध्यान रखना मैं घूम के आता हूँ | मामी ने कहा अच्छा सुन रुक जा मैं तुझे कुछ दिखाती हूँ और कुछ बताती भी हूँ | मैंने कहा क्या ? उन्होंने कहा चल तू मेरे घर अपन वहां जाकर कुछ करना है तुझे | मैंने कहा ठीक है चलो | अब मामी मुझे अपने कमरे में ले गयी और उन्होंने कहा सुन अब तुझे सुहागरात के बारे में बता देती हूँ | मैंने कहा सच आप मुझसे चुदने वाली हो | उन्होंने कहा हाँ और इतने में उन्होंने अपना ब्लाउज खोल दिया | उनके बड़े बड़े स्तन नीचे लटकने लगे और उनके स्तन उनके सीने पर गज़ब के लग रहे थे | उन्होंने कहा इधर आ और मेरा मुंह अपने दूध के बीच में रख दिया | मेरा लंड न जाने क्यूँ कड़क होने लगा | उसके बाद उन्होंने कहा मेरे निप्पल को चूस और दूध दबा | मैंने वैसे ही किया और उसके बाद वो सिस्कारियां लेने लगीं | वो धीरे से मेरे लंड को भी हिलाने लगी और अभी तक उन्होंने मेरे लंड को ऊपर से ही सहलाया था पर जैसे ही मैंने उनके दूध के साथ ज़ोर ज़ोर से खेलना शुरू किया तो उन्होंने मेरे पेंट के अन्दर हाथ डाल दिया और मेरे लंड को कास के पकड़ लिया और हिलाने लगी | फिर उन्होंने कहा नंगा हो जा और मैंने अपने सारे कपडे उतार दिए | उन्होंने भी एक एक करके अपने सारे कपडे उतार दिए और उसके बाद उन्होंने अपना मस्त बदन मुझे दिखाया | मैंने उनके पेट को सहलाया और उनकी नाभि में अपनी जीभ डाली और चाटने लगा | उन्होंने मुझे खड़ा किया और कहा देख अब और इतना कह के मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगीं | मुझे अत्यंत मज़ा आ रहा था और जब उन्होंने मेरे लंड का टोपा हटाया तब मुझे हल्का सा दर्द हुआ पर मज़ा तो आया |
उसके बाद वो लेट गयीं और उन्होंने कहा देख ये है चूत इसमें अपना लंड घुसा दे | मैंने वैसा ही किया और मेरा लंड बड़ी आसानी से उनकी चूत के अन्दर चला गया | उनकी चूत काफी गीली थी और उसके बाद मैं उन्हें छोड़ने लगा | कुछ देर बाद मुझे और जोश आ गया और मैं मामी की चूत में जम के लंड पेलने लगा | वो सिस्कारियां लेने लगी और मुझसे कहने लगीं वाह क्या मज़ा आ रहा है चुदने में और चोद मुझे | पर थोड़ी देर और चोदने के बाद मेरा माल बाहर निकल आया और उनको भी शांति मिल गयी |