हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | मैं आप का अपना शौरभ | दोस्तों मैं कानपूर का रहने वाला हूँ | मेरा परिवार एक छोटा परिवार है जिसमे मेरे मम्मी पापा और एक बड़ा भाई है | दोस्तों मै आप लोगो को अपने जीवन की एक दम सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ | कि कैसे मैंने अपनी मामी को चोदा |
आज से लगभग 5 साल पहले जब मेरी उम्र 22 साल कि थी | तब एक दिन मेरे घर मेरे मामा और मामी आये | वे हेदराबाद में रहते थे लेकिन कुछ कारणों की वजह से उन्होंने अपना शहर छोड दिया और वो हमारे घर आ गये | मेरी मामी बहुत ही गोरी और करारी माल थी उनकी चौड़ी कमर और भरे बदन को देख कर मेरा मन उनपे डोल गया | जब मैने उन्हें पहली बार देखा तो देखता ही रह गया और उन्हें कैसे चोदूं यह सोचने लगा। मेरे मामा को काम की तलाश थी तो मेरी मां ने कहा कि तुम मामा के लिये कोई नोकरी तलाश करो | मैने मामा के लिये एक अच्छी नोकरी तलाश ली | मामा नौकरी पे जाने लगे। इधर मामी अकेली रहती थी और मै भी घर मे अकेला रहता था। इस बीच हम दोनो खूब घुल मिल गये थे। मै मामी से मजाक भी कर लेता था | और उन्हें तरह –तरह बाते करके गरम करने की कोशिस में लगा रहता था |
एक दिन मेरी मामी कपड़े धो रही थी | मामी के बूब्स दिख रहे थे | गोरे गोरे बूब्स देख कर मै गरम हो गया | तभी मामी की नज़र मुझ पर गयी लेकिन मुझे पता नहीं चला | उन्होंने कुछ नहीं कहा और वो अपना काम करती रही। शायद उन्होंने मेरा इरादा भांप लिया था | मै मन ही मन उन्हें चाहने लगा था | मैं रात को उनके बारे में सोंच कर मुठ मार दिया करता था |
एक दिन मामी ने मुझसे कहा कि तुम मेरी भी कहीं नौकरी लगवा दो | मैने उन्हें एक स्कूल मे टीचर की नौकरी दिला दी। अब मामी स्कूल जाती थी और मै घर मे अकेला रहता था। मुझे मामी की कमी महसूस होती थी | मामी शायद समझ रही थी |
एक दिन बिजली नहीं आ रही थी | हम सब लोग उपर छत पर आ गये, तभी मामी भी आ गयी। मै उन्हें देख कर दूसरी छत पर चला गया जहां कोइ नही था। मामी भी वहीं आ गयी और मेरे हाथ पे हाथ रख कर कहा कि तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो | यह सुन कर मै एक दम चौंक गया | मैने पूछा कि सिर्फ़ अच्छा लगता या और कुछ तो वो शरमा गयी, बोली सच तो यह है कि मै तुम्हे पसंद करती हूं | मैने उनसे पूंछा कि इस पसंद की सीमा कहाँ तक होगी, तो वह बोली तुम सब जानते हुए अनजान न बनो और वह शरमा के चली गयी।
अब हम लोग खुल गये थे और दोनो एक दूसरे को किस कर लेते थे और छिप कर एक दूसरे के अंगों को छू भी देते थे | मैं उनके बूब्स और जांघ को भी हाथ से सहला देता था। लेकिन चोदने की हिम्मत नही कर पा रहा था | मैंने कई बार उन्हे नहाते हुए नंगा देखा है ये बात उन्हें भी पता थी कि मै देख रहा हूं फ़िर भी वो मुस्करा के शरमा जाती थी | एक दिन घर के सब लोगों को कहीं बाहर जाना था लेकिन मै अपनी तबियत ख़राब बता कर नहीं गया | मामी भी घर पे अकेली हो जाती इस लिए मम्मी ने भी ज्यादा जोर नहीं दिया क्योंकि मामी के खाने पीने की कोइ परेशानी नहीं होनी थी | दो दिन गुजर गये, कोइ मौका नहीं मिला | अगले दिन से मामा की चार दिन रात की डयूटी थी तो मै मन ही मन खुश हुआ कि आज तो मामी को चोद के रहुंगा। उस रात मामा 9 बजे चले गये और मामी से कहा कि तुम रात को जिम्मेदारी से ताले आदि लगा कर सोना | मै अपने कमरे मे जाकर सोने का नाटक करने लगा | घर के सारे काम खत्म कर से मामी 11 बजे मेरे कमरे मे आयी और बोली सो गये क्या ? मैने कहा नहीं | वो मेरे पास बैठ गयी और प्यार से मेरे सिर में हाथ फ़ेरने लगी।
उन्होंने प्यार से मुझे देखा तो मुझ से रहा नहीं गया और मैने उन्हें पकड़ के बिस्तर पर लिटा कर अपने होंठ उनके होंठों पर रख दिये और चूसने लगा | बहुत देर हम एक दूसरे को प्यार करते रहे तो मामी धीरे-धीरे गरम हो गयी। मैने उनकी साडी जान्घों तक कर दी। उनकी जांघे गोरी थी | मैने उनकी जांघों को चुमते चूमते अपने होंठ उनकी चूत पर रख दिये और जीभ से उनकी चूत चाटने लगा तो उन्हें एकदम झटका लगा और बोली राज ये तुम क्या कर रहे हो ? हाथ से मै उनके बूब्स सहलाने लगा | उनके मुह से आह अ हह आह हाह आह आः आहाह हाहाह आहा आः अहाहाहा अह आह आह आह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह आह आह आहा अह आह आह आह आह आह आह अआः अहा हाह हाह अआः अआः अआः आः ह्हाः अआः अआः हाः हा हुंह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह की सिस्कारिया निकल रही थी | मामी को इतना मज़ा शायद कभी नही आया होगा। उन्होंने टांगें चौड़ी कर दी और मेरे बालो को सहलाते हुए बेड पर मचल रही थी |
मै भी उनके चूत के दाने को अपनी जीभ से चाट रहा था। कुछ देर बाद वो बोली खुद ही सब कुछ करोगे या मुझे भी करने दोगे यह कह कर उन्होंने मेरी पैन्ट उतार दी,और फ़िर एकदम मेरी अंडरवियर उतार कर मेरा लन्ड मुंह मे ले कर चूसने लगी और मेरे मुह से आह आह हाह आः हाह आह आह आह आह आ हां हुंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह इह ओह्ह आह आह आह आः हाह आह अहाह हाह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह आह आह हाह आहा अहाह अहाह आहा अहहाह आहाह अहाह अहः आहा हाह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह नूंह नून ह उन्ह उन्हं उन्ह की सिस्कारिया निकल रही थी | थोड़ी देर बाद मैं उन्हें बेड पर लिटा दिया और उनकी चूत में उन्गली डाल फिंगरिंग कर रहा था |और मामी के मुह से आह आ हाह आह आ हा अहः हहाह आ हाह औंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह आह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह ओइह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह आह आह आः आः आहाह अहाहह अहाह अहः की सिस्कारिया निकाल रही थी | कुछ देर बाद मामी बोली-राज जल्दी करो अब रहा नहीं जा रहा! चोदो मुझे!थोड़ी देर तक मैंने मामी की चूत में फिन्गरिंग किया और बाद में मैने मामी की चूत में अपना लन्ड घुसेड़ा और जोर-जोर से धक्का दे के चोदने लगा और मामी के मुह से इस बार जोर-जोर से मुह से आह आ हा हाहाह आ आह अहा हाह अ अहः आ हाह हाहा हा हा हाह आया हा हाह आः उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह हाह अहह अह आह अहाह अहाह आः आह अहह की सिस्कारिया निकल रही थी | और बोली धीरे करो | मै उन्हें चोदते-चोदते उनके गोरे गोरे बूब्स चूसने रहा था | मामी मेरी बांहों मे सिमटी जा रही थी और प्यार से मेरे शरीर पे हाथ फ़ेर रही थी और अपनी टांगो को मेरी कमर में फसा कर रखी थी | कह रही थी- ओह राज!मजा आ रहा है। ऐसे ही करो करते रहो!पूरा अन्दर डालो-फ़ाड़ दो मेरी चूत आह!करो-जोर से करो-करते रहो। कुछ देर बाद मैने मामी से कहा कि मै झड़ने वाला हूं तो उन्होंने कहा कि लन्ड चूत से निकाल कर मेरे मुंह मे दे दो। मैने लन्ड उनके मुंह मे डाल दिया वो मेरा लन्ड चूसने लगी और मेरे लंड का माल भी मुंह मे ले लिया और थोड़ी देर तक चूसती रही | मेरा झोस अभी ठंडा नही हुआ था | इस बार मैंने उनकी गांड मारनी चाहि | मैंने उनको घोड़ी बनाया और अपने लंड को उनकी गांड में दाल कर चोदने लगा और मामी के मुह से इस बार जोर-जोर से आह आह आह आहा आहा आहा हा आहा अह आहा अह आह अह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह आह आहा अह की सिस्कारिया निकल रही थी | थोड़ी देर बाद मैं उनकी गांड में ही झड गया | मामी ने अपने कपडे पहने और अपने कमरे में चली गयी | उस रात मैने मामी को दो बार चोदा और पूरी रात हम नंगे ही लेटे रहे थे | कभी वो मेरे लन्द से खेलती तो कभी मै उनकी चूत और बूब्स से | उसके बाद करीब दो साल तक मै मामी को रोजाना चोदता रहा और बाद में मामा जी ने अपना खुद का घर ले लिया था और वे लोग हमारे घर से अपने घर में सेटल्ड हो गये थे |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी इस तरह से मैंने अपनी मस्त सेक्सी मामी को चोदा |