antarvasna हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप लोग ? मैं आशा करता हूँ की आप लोग ठीक ही होगे | मेरा नाम रोनी है | मैं दिखने मैं अच्छा नहीं हूँ | क्यकी मेरा रंग सांवला है | मेरी उम्र 24 साल है | मेरे लंड का साइज़ 8 इंच और मोटा 3 इंच है | मैं रहने वाला बरेली का हूँ | मैं बी ऐ फस्ट इयर में पढता हूँ | ये मेरी पहली कहानी हैं | जो मैं अपने दोस्तों के कहने पर लिख रहा हूँ | अगर कोई गलती हो तो मुझे माफ़ करना | मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ |
ये कहानी कुछ दिन पहले की है | जब मैं अपने कॉलेज में पढ़ता था | तब मुझे एक लड़की दिखी जो बहुत खुबसूरत थी और दिखने में सेक्सी थी | उसका नाम नेहा था | उसका फिगर मस्त था | उसके बड़े बड़े बूब्स और उसकी पतली कमर थी उसकी गांड भी बहुत मस्त थी | जिसको देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था और मेरी पेंट से बाहर निकलने लगता | पर वो लड़की मुझे नहीं पसंद करती थी | पर मैं उसकी चूत का दीवाना था और मैंने सोच लिया था इसकी चूत मुझे चोदना है | इसके लिए चाहे मुझे कुछ करना पड़े | उसे अपनी खूबसूरती पर कुछ ज्यादा ही घमंड था | मैं सोचने लगा इस कैसे चोदु | उसके बाद धीरे धीरे काफी दिन बीत गए | पर मैं इसे नहीं भुला | एक दिन की बात है जब इसने मुझसे कर कहा रोनी मेरा एक काम कर दो | तब मैं कहा बताओ नेहा मैं तुम्हारे लिए अपनी जान भी दे सकता हूँ | तब उसने कहा नहीं मुझे तुम्हारी जान नहीं चाहिए | मैंने पूछा क्या काम है तो उसने कहा मुझे 5000 रूपये की जरुरत है | मेरे पास सिर्फ़ 2000 रूपये ही हैं | तब मैंने नेहा से कहा इतनी सी छोटी बात को लेकर परेशान होने की क्या जरुरत है | तब उसे 3000 रूपये देकर मैंने कहा और चाहिए हो तो मुझे बताना | इस तरह से वो मुझसे बाते भी करने लगी | कुछ दिन बाद वो मुझे मेरे रूपये वापस करने आई | तब मैंने कहा नहीं नेहा तुम मेरी दोस्त हो कोई बात नहीं रख लो | तब उसने कहा अगर तुम मुझसे प्यार करते हो तो तुम्हे ये रूपये लेने पड़ेगे | ये बात सुनकर मुझे बहुत खुसी हुई | उसके बाद वो चली गयी | तब मैं अपने घर चला आया और खाना खा कर सो गया | फिर सुबह उठ कर कॉलेज जाने के लिए तैयार हुए और कॉलेज चला गया | जब मुझे नेहा मिली तो मैंने नेहा से डिनर साथ में करने को कहा और वो मन गयी | तब हम रात को डिनर पर गए | डिनर करने के बाद मैंने उसको उसके घर छोड़ कर अपने घर चला आया | फिर रात को हमने काफी देर तक बाते की और सो गए | इस तरह से धीरे धीरे 3 महीने निकल गए | अब हम लोग कभी कभी सेक्सी बाते भी करने लगे थे | जिससे मेरा लंड खड़ा हो जाता था और मेरा मन करता था की उसे जाकर चोद डालू साली को | फीर एक दिन की बात थी की मेरे मम्मी और पापा मेरे मामा के घर जा रहे थे | उस दिन मेरे पास उसको चुदने का टाइम भी था और मैं इतना अच्छा टाइम कैसे जाने देता | तब मैं नेहा को कॉल की और कहा की चलो कहीं घूमने चलते हैं | तब नेहा ने कहा मेरा भी मन कर रहा है | तुम मुझे मेरे घर से पीक कर लो | तब मैं उसको उसके घर से लेकर गया | हम फिर एक होटल में जाकर चाय पी और फिर मैं उसको लेकर अपने घर आया | तब मैं उससे पूछा क्या लोगी | तब उसने कहा कुछ नहीं | तब मैंने कहा मेरे घर पहली बार आई हो कुछ तो | तब उसने कहा की चाय तब मैं उसके लिए चाय बना कर लाया | फिर हमने चाय पी और हम बैठ कर टीवी देखने लगे | कुछ देर तक टीवी देखने के बाद मैं उसकी जांघों को सहलाने लगा | तब वो मेरी तरफ देखकर उसने मेरे हाथ हटा दिए | फिर वो टीवी देखने लगी |
मैंने धीरे से उसकी कमर मैं हाथ डाल कर उसको अपनी तरफ खीच लिया | वो मुझे देख कर हंसने लगी | फिर मैंने उसकी जांघों को सहलाते हुए | उसके होठो पर अपने होठ रख कर किस करने लगा | वो भी मुझे किस करने लगी | धीरे धीरे मैं उसके बूब्स को कपडे के ऊपर से सहलाने लगा | फिर मैंने उसके कपडे उतार दिए | अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मैं आ गयी | अब मैं उसके बूब्स को अपने मुंह में रख कर चूसने लगा जुस्से उसके मुंह से ऊउह्ह्ह ऊफ्फ्फ्फ़ आअह्ह्ह्ह ऊउह्ह आआह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह ऊउफ़्फ़्फ़्फ़ aaaahhhhh ऊह्ह्ह्हह उफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्ग अह्ह्ह्हह्ह की सिसिकियाँ लेने लगी | तब मैं उसके बूब्स को चूसते हुए | उसकी चूत में अपनी ऊँगली घुसा कर अन्दर बहाए करने लगा | फिर मैंने उसे सोफे पर लेटा दिया और उसकी चूत में अपना मुंह घुसा कर उसकी चूत को चाटने लगा | तब वो हलकी हलकी आवाज में ऊउह्ह्ह्ह आह्ह्ह ऊउह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह ऊह्ह्ह आःह्ह करने लागी | तो मैंने उसकी चूत में जोर जोर से ऊँगली अंदर बाहर करने लगा | वो मस्त होकर अपनी ऊँगली को अपने मुंह में डाल कर ऊह्ह ऊह्ह ऊफ्फ अह्ह्ह ऊह्ह्ह ऊफ्फ्फ आह्ह्ह ऊह्ह ऊफ्फ्फ आःह्ह ऊमें ह्ह्ह आःह्ह ऊह्ह्ह आअफ़्फ़्फ़ कर रही थी | मैंने भी अपने कपडे निकल दिए और अपने लंड को निकल कर उसके मुंह डाल दिया | वो मेरे लंड को अपने मुंह में अन्दर बाहर करते हुए चूस रही थी साथ मैं वो अपनी चूत को भी सेहला रही थी | अब मैं अपने लंड को उसके मुंह से निकाल कर उसकी टांगो को फेला कर उसकी चूत के मुंह पर अपने लंड को रख कर धीरे धीरे धक्के मारने लगा जिससे उसके मुंह से ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊफ्फ्फ ऊह्ह्ह्ह ऊउफ़्फ़्फ़ आआह्ह्ह ऊउह्ह्ह आआअह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह की आवाजे निकलने लगी | मैंने उसकी चूत में धीरे धीरे धक्को की स्पीड तेज कर दी | वो अपने बूब्स को दबाते हुए अपने मुंह में ऊँगली डाल कर आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह कर रही थी | तब मैंने धक्को की स्पीड और तेज कर दी | वो अपनी चूत को सहलाते हुए मुझे से बोली और जोर से चोदो और जोर से चोदो मेरी चूत को फाड़ दो | तब मैं जोरदार धक्के देकर उसको चोदने लगा जिससे उसके मुंह से हलकी हलकी आवाज में ऊह्ह्ह आःह उह्ह्ह अह्ह्ह्ह उफ्फ्फ आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह की आवाज करने लगी | मैं उसकी चूत से अपने लंड को निकाल कर मैंने अपना लंड उसके मुंह में रख कर चुसाने लगा | वो मेरे लंड को अपने मुंह में अन्दर बाहर करते हुए चूसने लगी | तब मैंने उसका सर पकड कर उसके मुंह में ही धक्का मारने लागा | कुछ देर तक में उसके मुंह को चोदता रहा | फिर मैंने उसके मुंह से अपने लंड को निकल कर उसकी चूत में घुसा दिया | मैं उसकी चूत में जोरदर धक्के मार कर उसकी चूत को चोदने लगा | वो धीमी धीमी आवाज में ऊह्ह आःह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह करती हुई चुद रही थी | तब मैंने उसकी चूत से अपने लंड को निकाल कर उसकी गांड में अपने लंड को धीरे धीरे घुसाने लगा | कुछ ही देर में उसकी गांड में मेरा पूरा लंड घुस गया | अब मैं उसकी गांड में धीरे धरे धक्को की स्पीड तेज कर दी | उसके मुंह से धीमी धमी आवाज में उह्ह्ह आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ आह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह की सिसिकियाँ लेते हुए | मस्ती में अपनी चूत में ऊँगली डाल कर अन्दर बाहर कर रही थी | मैं उसकी गांड को जोरदर धक्के देकर चोद रहा था | वो मस्त होकर चोद रही थी और साथ में आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ आःह्ह उफ्फ्फ्फ़ आःह्ह ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह आःह्ह की सिसिकियाँ भी ले रही थी | मैं कुछ देर तक तेज धक्को से उसकी गांड को चोदता रहा | फिर कुछ देर बाद वो बोली मेरी चूत से पानी निकलने वाला है | तो मैंने उसकी गांड से अपने लंड को निकाल कर मैं उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाल कर जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा | वो भी अपनी चूत को सहलाने लगी | कुछ देर तक मैं इसी तरह उसकी चूत में ऊँगली डाल कर हिलाता रहा और उसकी चूत से पानी की धार निकल पड़ी | मैं अभी तक नहीं झडा था | तो मैंने उसकी गांड में अपना लंड डाल कर जोरदर धक्के देर कर चोदने लगा | कुछ ही देर में मेरे लंड ने सारा माल उसकी गांड पर ही निकाल दिया | मस्त चुदाई करने के बाद हमने कपड़े पहन लिए |
इस तरह से मने उसकी गांड और चूत की मस्त चुदाई की | मैं उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी | कहानी पढने के लिए धन्यवाद् |