दोस्ती और चुदाई में हर चीज़ जायज़ है

हैल्लो दोस्तों कैसे हैं आप सभी, मेरे सभी प्यारे लंडो और प्यारी प्यारी चूतों को मेरा सादर प्रणाम | मैं समीर फुद्दी आप सभी के सामने फिरसे एक नयी मसालेदार कहानी ले के प्रस्तुत हुआ हूँ | आज की इस कहानी में मैं आप सभी को बताऊंगा की कैसे मैंने एक चुदक्कड़ हसीन मैडम को कैसे पटा कर चोदा, और कैसे उसे अपने लंड का दीवाना बनाया | आप सभी जानते हैं की मेरा लंड जिस जिस की चूत में घुसता है वो मेरी दीवानी हो जाती है और इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ | चलो बताता हूँ कैसे ;-

ये तब की बात है जब मैं कॉलेज में था और मेरा लास्ट इयर था मेरी एक टीचर थी जिसका नाम अनामिका था वो बहुत अच्छी टीचर थी और बहुत सपोर्ट करती थी सभी का और उनका नेचर भी बहुत अच्छा था | उनकी उस समय एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई थी | हम सब बहुत दुखी भी हुए थे जब हमे ये बात पता चली थी | दो दिन तक तो कॉलेज बंद ही था जब उसके अगले दिन कॉलेज खुला तो हम सब बैठ के यही बात कर रहे थे की क्यूँ हुआ एक्सीडेंट और कैसे हुआ सारे कॉलेज में यही बात चल रही थी फिर घंटी बजी और एक लेडी टीचर अन्दर एंटर हुई | जैसे ही वो अन्दर आई सब वाओ कह के ही रुक गए क्यूंकि जो नयी टीचर उनकी जगह आई थी उसकी उम्र 30 साल थी और उसकी शादी भी नहीं हुई थी | इतनी गजब टीचर पाकर हम सारे बच्चे धन्य हो गए थे सब उसके हुस्न पे लट्टू हो गए थे | क्या हुस्न था दोस्तों, 36-34-38 का फिगर था उसका | अब आप लोग तो समझ ही गये होंगे की कैसी थी वो और एक दम दूध जैसी गोरी | सरे लौंडे तो बस अपना लंड रगड़ के ही रह गए थे |

अब सब कॉलेज आने लगे थे रोज | नहीं तो कोई न कोई बच्चों के ग्रुप कॉलेज से गुल रहते हैं पर अब कोई नहीं रहता | कॉलेज के सारे लौंडे और लोड़ों के साथ कुछ जेंट्स टीचर भी उसे पटाने में लग गए थे | पर मीठी छुरी किसी से भी न पटी धीरे धीरे सब हिम्मत हांर गए थे | उस पूरे कॉलेज में बस मैं ही एक एसा लौंडा था जिसने उसे प्रोपोस नहीं किया था | और सबके प्रोपोस मरने से एक फायदा मेरा ये हुआ कि वो मुझे बहुत होनहार और शरीफ स्टूडेंट समझने लगी थी | फिर क्या था मैं उसे पटाने के लिए मैंने दूसरी तरकीब आजमाई | मैंने अब पढाई करना शुरू कर दिया और जो भी प्रॉब्लम होती थी तो मैं जा कर उससे पुछा लेता था | फिर ऐसे ही धीरे धीरे हम दोनों दोस्त बन गए और उन्होंने ने मुझे अपना नंबर भी दे दिया था | उन्होंने ने मुझसे ये भी कहा था की मेरा नंबर किसी को भी मत देना और मैंने भी कह दिया था मैम भरोसा रखो मुझपे मैं उस टाइप का लड़का नहीं हूँ और फिर हम हंसने लगे |

ऐसे ही दिन बीते जा रहे थे और हम दोनों फोन पर भी कभी कभी बात किया करते थे उन्होंने मुझे बताया की वो वैसे तो है गुजरात की पर यहाँ उसकी जॉब लग गई इस वजह से यहाँ रूम ले के रहती है | तो मैंने पूछा कि मैम तो क्या आपके साथ यहाँ और कोई भी नही रहता क्या ? तो उन्होंने बताया की ऐसे तो कोई नहीं रहता पर मम्मी पापा आते रहते हैं जब उन्हें टाइम मिलता है तो | दो हफ्ते तो हम दोनों को एक दूसरे को जानने में ही लग गए जब हमारी फोन पर बात होती थी | फिर एक दिन मैम को मैंने फेसबुक पे रिक्वेस्ट भेजी और उन्होंने एक्सेप्ट भी कर ली थी | मेरी आदत थी की मैं फेसबुक पर प्यार वाले बहुत सारे स्टेटस डालता था और वो हर स्टेटस को लाइक किया करती थी | फिर एक दिन उन्होंने मुझसे पूछा कि तुम इतने प्यार वाले स्टेटस किस के लिए शेयर करते हो तो मैंने उन्हें बताया की किसी एक बंदी के लिए जिसे मैं प्यार करता हूँ | तब उन्होंने पूछा कि किसे प्यार करते हो तुम मुझे भी बताओ तो मैंने बोला कि मैं बता तो दूँ पर हो सकता है की आप गुस्सा हो जाओ और वैसे भी मैं बहुत शर्मीला हूँ | मुझे डर है कि मैं कहीं आपकी नज़रों में गिर न जाऊ इस वजह से मैं आपको नहीं बता सकता |

फिर उन्होंने कहा कि तुम मुझे अपना दोस्त मानते हो तो बताओ न और मेरे हाँथ अपना हाँथ रखते हुए | तो मुझे लगा कि यही सही मौका है इसे बता देता हूँ अब जो हो देखा जायगा | फिर मैंने उन्हें बता दिया की मैं आपसे प्यार करता हूँ वो एक दम से चौंक गई पर मुझपे गुस्सा नहीं हुई तो मुझे ये लगा कि शायद मेरा कुछ हो सकता पर ही कुछ ही पल बाद उन्होंने कहा मुझसे कि मैं सोच के बताउंगी | अभी तुम यहाँ से जाओ | उनके इतना कहने के बाद मैं वहाँ से निकल गया | मैम के पास भी मैंने जाना बंद ही कर दिया था और न ही उनका फोन आता था न ही मैं उन्हें करता था | फिर एक दिन मैम का फ़ोन आया की मुझे तुमसे कुछ बात करना है क्या तुम कल फ्री हो | तो मैंने कहा की हाँ मैं फ्री हूँ कब कहाँ और कितने बजे मिलना है ?

फिर हम दोनों कैफ़े कॉफ़ी डे पर मिले मैंने हम दोनों के लिए एक एक कॉफ़ी मंगवाई | उसके बाद मैंने उनसे पूछा कि हाँ मैम कहिये क्या बात है ? तो उन्होंने मुझसे पूछा की तुमने इतने दिनों तक मुझे फोन क्यूँ नहीं किया | तो मैंने कहा की मुझे लगा की आप गुस्सा हो गये होगे इसलिए मैंने फोन नहीं किया | तो उन्होंने कहा की सुनो प्यार मैं भी करती हूँ तुम्हे पर ये बात किसी को पता नहीं चलनी चाहिए | तो मैंने कहा की आप टेंशन मत लो किसी को पता नहीं चलेगा और मैं उस समय बहुत खुश हुआ था की मेरा प्रपोजल एक्सेप्ट हो गया था | हम दोनों कॉफ़ी पीने के बाद मूवी देखने गए उस संडे तक तो कोई दिक्कत नहीं थी किसी भी चीज़ की | मूवी देखने के बाद जब हम वहाँ से निकले तो बारिश हो रही थी, और हमारे पास बरसाती नहीं थी, हमलोग सीधा रीटा के घर गए जो मेरी दोस्त है और तब तक हम दोनों बुरी तरह से भीग गए थे फिर | फिर उसने कहा की समीर तुम अपने कपडे उतार लो और ये टोवल ले लो नहीं तो तुम्हे सर्दी लग जायेगी | मैं उस समय बहुत खुश था और फिर मैंने टावल ले के पहन लिया पूरा शरीर पोछने के बाद | फिर वो बाथरूम जा कर अपने कपडे चेंज करके आ गई | बारिश रुक नहीं रही थी और टाइम भी ज्यादा हो रहा था तो मैंने अपने घर में फोन कर दिया था की मैं कल आऊंगा दोस्त के घर में हूँ | घर वालों ने भी ओके कर दिया था | फिर मैं उनके घर पर ही रुक रहा था | फिर थोड़ी देर के बाद लाइट भी चली गई थी और मौसम भी हसीन था और हम दोनों भीगे भागे से | कब हम लोग एक दूसरे के प्यार में खो गये पता नहीं चला बात करते करते | फिर हम दोनों एक दुसरे को किस करने लगे एक दूसरे को और मैं उसके दूध भी दबाते जा रहा था हम दोनों ही मदहोशी के आलम में डूबे हुए थे | फिर किस करने के बाद मैंने उसके कपडे उतार दिए और उसे नंगी कर दिया और मैं तो बस टावल में था वो वैसे ही सरक गया था | और मैं भी पूरा नंगा हो गया था वो मेरे लंड को देख के बोली की तम्हारा लंड तो बहुत मस्त है एक दम सख्त लोहे की तरह | फिर मैं उसके दूध पीने लगा और वो मेर लंड हाँथ से पकड़ के हिला रही थी |

उसके बाद मैं उसे लेटा कर उसकी चूत चाटने लगा और वो मदहोशी में आआहाअहाह आह्हहहहहा अहहहाआ आआहह्ह आअहहह्हहा आहाहहहा अ अहहहह्हहाहा आहाहहहहा अहहहह्हा आहाहहः करे जा रही थी | फिर उसकी चूत 10 मिनट चाटने के बाद उसने मेरा लंड पकड़ा और लंड चूसने लगी.. बहुत मस्त तरीके से वो मेरा लंड बड़े प्यार से चूस रही थी | उसने मेरा लंड 15 मिनट तक चूसी और फिर फिर बोली की अब देर न करो अब सीधा लंड अन्दर कर दो मेरी चूत के | मैं भी देर न करते हुए उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और उसे चोदने लगा और वो आहाहहहा अहहहह्हा अहहह्ह्हा अहहहह्हा बहुत मजा आ रहा है | अहहहह्हाह आहाहहह्हा अहहहह्हा तुम बहुत अच्छी चुदाई करते हो आहाहाहाहा अहहहह्हा अहाह्हः और मैं उसे जोर जोर से चोदे जा रहा था | 25 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चूत में ही छोड़ दिया था |

दोस्तों ऐसे मैंने उसे पटा कर चोदा था फिर उसके बाद मैं उसे रोज चोदता था | जब उसके मम्मी पापा आते थे तब हम फ़ोन पे भी बात नहीं करते थे | फिर मेरा कॉलेज भी ख़त्म हो गए | और उसकी भी शादी एक साल बाद हो गई थी तो फिर हमारी बात होना बंद हो गई थी |दोस्तों को आपको मेरी कहानी कैसी लगी कमेंट में जरुर बताइयेगा |

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