हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | दोस्तों मेरा नाम सुमित है मैं देहरादून का रहने वाला हूँ | मैं अपने जीवन की एकदम सच्ची घटना लिखने जा रहा हूँ | मेरा परिवार एक छोटा परिवार है मेरे घर मे मेरे मम्मी-पापा और एक छोटा भाई है | पापा मेरे सरकारी नौकरी करते है और मम्मी हाउसवाइफ है | छोटा भाई अभी 7 साल का है और 4 क्लास में पढता है | मैं भी अपनी 12 तक पढाई पूरी करके डेल्ही में पढने लगा और वहीँ के हॉस्टल में रहता हूँ |
चलिए मैं अपनी इस परिचय कहानी को ज्यादा न बढाकर आप लोगो को सीधा कहानी की ओर ले चलता हूँ |
दोस्तों ये बात उस समय की है जब मैं अपनी 12 की पढाई पूरी करके डेल्ही गया अपनी आगे की पढाई करने के लिए | मेरा एडमिशन करने के लिए मेरे पापा भी मेरे साथ गये थे | हम लोग कॉलेज पहुंचे और पापा ने प्रिन्सिपल से बात की और घर चले आये | मैं अपना सामान लेके अपने हॉस्टल के कमरे में चला गया | मैंने अपने कमरे में सामानरख्खा और थोड़ी देर आराम किआ | सुबह हुई मैं उठा बाथ ली और तैयार होकर कॉलेज चला गया | दोस्तों मैं जब क्लास में गया था तब सब अजीब लग रहा था | जैसे हर एक नए बच्चे को कॉलेज अटेंड करने में लगता है | लगभग 10-15 दिन बीते मेरे भी दोस्त कॉलेज में और हॉस्टल में बन गये और और मैं भी उनके साथ घुल-मिल गया | दोस्तों 1-2 महीने के बाद में मैंने फिर कॉलेज में अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया | कॉलेज में मेरी लडाइयां अक्सर हुआ करती | जो लड़का मेरे से या कोई मेरे बन्दे से बकचोदी करता करता था तो उसकी खैर नही होती थी | हम लोग हरामिपंथी में अपने कॉलेज में सबसे आगे थे | हमारी इस बकचोदी के लिए प्रिन्सिपल ने कई बार हम लोगो को वार्निंग भी दी थी | पर हम लोग कहाँ थे सुधरने वालो में से | धीरे-धीरे मेरा इक साल हो गया था कॉलेज मेंहम लोग रात को हॉस्टल में बाहर के लडको से दारू मंगाकर कमरा बंद करके खूब पीते थे | दोस्तों मैं पहले नसा नही करता था लेकिन गलत संघत में पड कर सब स्टार्ट करने लगा था | हम लोग कॉलेज में खूब मस्ती किआ करते थे | एक दिन हम लोग सभी तैयार होके हॉस्टल से कॉलेज गये और क्लास में बैठकर खूब मस्ती कर रहे थे | बाहर के दोस्त क्लब की बात कर रहे थे| हम लोगो ने भी प्लान बनाया की रात में हम भी लोग क्लब जायेंगे | मैंने अपने बाहर के दोस्तों से बात की कि रात को हम लोग हॉस्टल से नाईट आउट मार कर तुम लोगो के साथ क्लब चलेंगे तुम लोग अपनी गाड़ी ले के हॉस्टल के पीछे आ जाना | छुट्टी हुई हम लोग हॉस्टल आये कपडे उतारे और थोडा रेस्ट किआ | शाम हुई हम लोग अपनी शाम की चोचिंग को अटेंड करके और रात मै खाना खाके अपने-अपने कमरों में चले गये | जब रात के 10बजे दस मैंने अपने दोस्तों को जगाया और हम लोग तैयार हुये और हॉस्टल की पिछली दीवार से छाल कर अपने बाहर के दोस्तों के साथ क्लब चले गये|
हम लोग वहां पहुंचे तो देखा की बड़ी मस्त फैसिलिटी थी | क्योकि भाइयो मैं पहली बार क्लब गया था | हमलोगों ने वहां खूब दारू-शारुपी और जमके लडकियो के साथ डांस भी किआ | हम लोगो ने रात भर क्लब में मस्ती की और जब सुबह के 4 बजे हम लोग हॉस्टल के लिए पिछली दिवार सेचढकर हम लोग अपने-अपने कमरों में जाके सो जाये | और जब कॉलेज जाने के टाइम वार्डन जगाने आये तो पेट दर्द का बहाना बना ले | एक दिन हम लोग जब रात में नाईट आउट मार के अपने हॉस्टल की दिवार चढ़ रहे थे | हमलोगों को वार्डन ने देख लिया और प्रिन्सिपल से सिकायत करने को बोला| हम लोगडर गये और उससे माफ़ी मांगने लगे कहा की सर गलती हो गयी दोबारा नही होगो प्लीज सर माफ़ कर दीजिये लेकिनवो साला नहीमाना| जो हमारा वार्डन था वो साला बहुत लालची था हम लोगो ने उसे ऑफर दिया और वो मान गया | अब जब भी हम लोग नाईट आउट मारते थे तो उसे 100 रूपये पर स्टूडेंट के हिसाब से देते थे| एक दिन प्रिन्सिपल सर ने मुझे अपने घर पर बुलाया था सायद कुछ काम था | मैं अपने कॉलेज में छुट्टी होने के बाद उनके घर पर गया | मैंने दरवाजे को बिना नॉक किये घर के अंदर चला गया | मैजैसे ही गेट के अंदर घुसा ही था तो मैंने वहां का नज़ारा देखा तो मेरे होश उड़ गये | दोस्तों मैंने देखा की सर की वाइफ एकदम नंगी होकर हाल में बैठकर अपनी चूत में फिन्गेरिंग कर रही थी और उनके मुह से आह आ आ आह आ उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह उन्ह उन्होह्ह ओह्ह ओघ्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह आह आह आह आह उन्ह उन्ह उन्ह की सिस्कारिया निकाल रही थी | और मैं वहीँ दरवाजे के आंड में खड़ा होकर देख रहा था | थोड़ी देर तक मैंने देखा और फिर बाहर चला आया | गार्ड से पूंछने पर पता लगा की प्रिन्सिपल सर कहीं बाहर गये थे | मैं वापस चला आया और अब मेरा भी मन चूत चोदने का हो रहा था | मैंने रात को नाईट आउट मारके रंडी खाने जाने का प्लान बना लिया | रात हुई हम लोग गये रंडी खाने में गये और वहां से लड़की पसंद करके कमरों में लेके चले गये | मैंने सबसे पहले अपने लंड को उसके मुह में दे के उसे अपना लंड को चूसाने लगा मेरे मुह से आहाहा आह आह आह आह आह उन्ह उन्ह उन्ह की सिस्कारिया निकल रही तथी | फिर मैंने उसके सारे कपडे उतार दिए और उसकी चूत में अपने लंड डालने वाला ही था की बाहर से चिल्लाने की आवाज आ रही थी | मै बाहर आ तो देखा की पुलिस ने रेड डाली थी | हम लोग सब पकडे गये और पुलिस वालो ने हमलोगों को पकड़ के साथ ले गये | सुभह हुई कॉलेज में और पापा के पास फोन हुआ | सब लोग आये पापा और प्रिन्सिपल ने जैसे ही हम लोगो को देखा वहीँ पर मारने लगे | खेर हम लोगो की बेल हो गयी हम लोग कॉलेज गये और प्रिन्सिपल ने हम लोगो को कॉलेज से निकालने का प्रोग्राम मना लिया था | पापाने बहुत रेकुएस्टकी पर साला वो नही माना | मैं अपना सारा सामान ले के वहां से चला आया| घर पर भी मैं अपने दोस्तों के साथ खूब मस्ती और लौंडिया बाजी करने लगा था | यह सब देख कर मेरे पापा ने मेरी शादी कर दी | मैंने कहा की चलो ठीक है कम से कम चूत की तलास तो कम हो गयी | मैंने अपनी सुहाग रात में अपनी वाइफ की 5 बार चोदी थी | भाईसाब मेरी पत्नी इतनी गरम थी की वो खुद अपनी चूत उठा-उठा का चुदवा रही थी| वो खुद मेरे लंड पे बैठकर जोर-जोर से कूद रही थी और मेरे मुह से आह आह आ हाहाहा आह आह उन्ह उन्ह उन्ह उन्हिहिः ओह्ह ओह्ह ह्ह्ह हह हह आहा उन्ह उह उह्ह उह्ह की निकल रही थी |
एक दिन मेरी पत्नी ने रात में मुझे बताया की मेरी सहेली की शादी है पापा जी से आप बात कर लो हम लोग साथ में चलेगे | मैंने अगले दिन अपने पापा से बात करके शाम को निकल गये और ससुराल पहुंचे और रात को तैयार होकर हम सब लोग शादी में पहुंचे | मैं वहां अंजान था तो अकेला ही साइड में बैठा था और मेरी पत्नी अपने सहेली के पास चली गयी थी | मैंने खाना खाके अपनी पत्नी के पास गया और चलने को बोला | तो उसकी सहेली ने उसे अपने पास रोक लिया | तो फिर मैं अपनी सासु माँ और सरहज [साले की बीवी ] कोले के चला आया | और जाके अपने बिस्तर पर लेट गया | थोड़ी देर के बाद मै मेरी सरहज मेरे कमरे में पानी का जगऔर गिलास ले के आई और मेरे बिस्टर पर आके बैठ गयी और हाल-चाल लेने लगी | मैं कुछ समझनही पाया की इतनी रात को हाल-चाल कुछ तो गडबड है | थोड़ी देर के बाद वो मेरे करीब आ रही थी | और बहुत मचल रही थी | मैं समझ गया था किकुछ नही भाभी लंड की भूंखी है और होती भी केसे नही जो मेरे साले साहब थे वोबाहर नौकरी करते थे और घर पर साल में1-2बार ही आते थे | वो मेरी पैरो को सहला रही थी फिर अचानक से वो मेरे ऊपर आ गयी और मेरे मुह में अपने मुह दाल के मेरे होंठो को चूसने लगी | दोस्तों मैं भी गरम हो चूका था और सोंचा की जब गंगा बह ही रही है तो नहाने में क्या है| मैंने फिर भाभी के कपडे उतार दिए और अपने भी उतार दिए | मैंने अपने लंड को भाभी के मुह में डाल के उन्हें चूसाने लगा और भाभी भी बड़े मजे से चूस रही थी | थोड़ी देर बाद में मैंने भाभी को बिस्तर पर लिटा दिया और उनकी चूत में अपना मुह डालके चूसने लगा और भाभी जी के मुह से आह आह आह आहा आह अहः आह अहाह आहा उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह आह आह ओह्ह इह इह्ह येह इह्ह आह की सिस्कारिया निकल रही थी | फिर मैंने भाभी की चूत को चोदने का प्रोग्राम बनाया और भाभी की दोनों पैरों को अपने हाथ में पकड़ कर अपना मोटा लंड उनकी गरम चूत में डाल दिया और चोदने लगा और भाभी आह आ अहः अहः आह आह इह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह अहः अहह अहह की सिस्कारिया निकाल रही थी | थोड़ी देर के बाद मै भाभी की चूत में ही झड गया | और फिर भाभी ने अपने कपडे उठाये और अपने कमरे में चली गयी |
तो दोस्तो यह थी मेरी कहनी इस तरह से मैंने अपने साले साहब की बीवी को चोदा |