हेल्लो दोस्तों.. यह मेरी पहली कहानी है और यह एकदम सच्ची घटना है. यह तब की बात है.. जब में 12वीं क्लास में पढ़ता था. में वेस्ट बंगाल का रहने वाला हूँ और मेरी एक कज़िन सिस्टर थी.. जिसका नाम रूपा था.. वो बहुत ही खूबसूरत है और वो मुझसे एक क्लास नीचे पढ़ती थी. हम दोनों दोस्त की तरह बहुत फ्रेंक थे.. वो मेरे घर से 5 मिनट कि दूरी पर रहती थी.
एक दिन उसने मुझे फोन किया तो वो रो रही थी.. कहने लगी कि भैया में बहुत प्रोब्लम में फंस गई हूँ.. प्लीज़ मेरी हेल्प करो. फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो उसने मुझे घर पर आने को कहा. में तुरंत उसके घर गया.. तो घर में उसके अलावा कोई नहीं था. फिर में उसके रूम में गया और वो मुझे देखकर रोने लगी.
फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ? लेकिन वो बता नहीं पा रही थी. फिर मेरे फोर्स करने पर बताने को राज़ी हुई और वो बोली कि उसकी चूत से बहुत खून निकल रहा है और बोली कि मुझे डॉक्टर के पास ले चलो.. पहले तो मुझे लगा कि पीरियड की प्रोब्लम है. फिर उसने मुझे अपनी एक सलवार दिखाई.. जो खून से पूरी लाल थी.
फिर में समझ गया कि सेक्स की वजह से हुआ है.. में जल्दी से पापा की बाइक लेकर आया और थोड़ी दूरी पर ही एक लेडी डॉक्टर के पास ले गया. पहले कुछ चेकअप किया और फिर डॉक्टर ने मुझे बहुत भला बुरा सुनाया और मैंने चुपचाप सुन लिया. फिर एक इंजेक्शन और कुछ दवाई लिखकर दी. हम दोनों वहां से निकले और मेडिसिन खरीदकर घर आ गये.. इंजेक्शन की वजह से उसका दर्द थोड़ा कम हो गया था और पता चला कि उसके मम्मी पापा बाहर गये हुये थे.. तो शाम को आयेंगे.
फिर मैंने पूछा कि यह सब कैसे हुआ? तो उसने पूरी तरह से बात बताई और हम दोनों बहुत ज्यादा फ्रेंक थे.. तो उसे बताने में तकलीफ़ नहीं हुई. उसने बताया कि मेरे फिज़िक्स टीचर की वजह से यह सब हुआ है.. हमारे एरिया में उससे अच्छा टीचर कोई नहीं है.. इसलिये पापा ने मेरी उसके पास कोचिंग लगा रखी है. कुछ दिन पहले से वो मुझे घर पर अलग से पढ़ाने के लिये बुलाता था. उसकी उम्र 45 साल के ऊपर होगी.. इसलिये मम्मी पापा बेफिक्र होकर भेज देते थे..
वो दोपहर 2 बजे के बाद मुझे बुलाते थे. उसकी बीवी सो जाती थी और वो मुझे ऊपर के कमरे मे ले जाकर पढ़ाते थे.. में भी बहुत खुश थी कि सर मुझे इतना टाईम देते थे.. लेकिन कुछ दिन बाद वो बार बार मेरी पीठ पर हाथ रखते तो मुझे थोड़ा बुरा लगता था.. लेकिन वो मुझसे इतने बड़े थे.. तो मैंने कुछ ज्यादा ध्यान नहीं दिया.
एक दिन उनके घर पर कोई नहीं था और जब में गई तो उसने मुझे कहा कि बहुत सर दर्द कर रहा है. फिर मैंने कहा कि फिर में आज चली जाती हूँ.. कल आ जाउंगी. उसने कहा कि नहीं.. मेरे पास थोड़ी देर बैठो और वो बिस्तर पर सोये हुये थे.. में उनके पास बैठ गई. फिर उन्होंने कहा कि थोड़ा सर दबा दो और में कुछ करती उससे पहले ही उन्होंने मेरी गोद पर अपना सर रख दिया और में चौक गई.. लेकिन में कुछ कह नहीं पाई. फिर मैंने सर दबाना शुरू किया.. तो वो बार बार मेरे बूब्स पर धक्का दे रहे थे.. मुझे बहुत अजीब सा लग रहा था.. लेकिन में चुप रही.. क्योंकि में सर से बहुत डरती थी.
फिर अचानक उन्होंने मुझे उठकर पकड़ लिया और मुझे बिस्तर पर लेटा दिया.. में डर गई और वो मुझे किस करने लगे.. में कुछ कहती कि उससे पहले उन्होंने कहा कि चुपचाप लेटी रहो.. वरना बहुत बुरा होगा और वो मेरे होठों को चूसते रहे. कुछ देर किस करते करते मेरे होंठो को दाँत से दबाया और मेरे होंठ से खून निकल आया.
फिर वो खून भी चूस के पी गये. फिर उन्होंने मेरे बूब्स को दबाना शुरू किया और टी-शर्ट के ऊपर से ही इतना ज़ोर ज़ोर से दबा रहे थे कि मेरी जान निकले जा रही थी.. भूखे जानवर की तरह वो मेरे बूब्स को दबा रहे थे और टी-शर्ट के ऊपर से दाँत से भी काट रहे थे. 20-25 मिनट तक उन्होंने मेरे बूब्स को पागलों की तरह दबाने के बाद मुझे ड्रेस उतारने को कहा.. तो में रोने लगी और कहा कि मुझे घर जाना है और बहुत तेज रोने लगी.
फिर उन्होंने मुझे छोड़ दिया और में घर आ गई. डर की वजह से माँ को कुछ नहीं बता पाई और अंदर जाकर टी-शर्ट उतारकर देखा.. तो में खुद डर गई थी और मेरी पूरी छाती लाल हो गई थी और इतना दर्द हो रहा था कि क्या बताऊँ? में टच भी नहीं कर पा रही थी.. ड्रेस पहनते वक़्त थोड़ा सा भी हाथ लग जाये.. तो जान निकले जा रही थी. फिर में दो दिन कोचिंग नहीं गई और माँ से बोला कि तबीयत ख़राब है.
फिर टीचर ने माँ को फोन किया और माँ को डाटा और कहा कि कल से कोचिंग भेज देना.. तो माँ ने मुझे अंदर आकर बहुत डाटा और कल से कोचिंग जाने के लिये कहा. फिर मैंने कहा कि मुझे सबके साथ पढ़ना है.. में अकेले में नहीं जाउंगी. माँ और भी गुस्सा हो गई और कहा कि सर तुम्हारा कितना ख्याल रखते है और तुम्हे कोई चिंता नहीं है.. तुम कल से अकेले ही जाओगी. फिर मुझे बहुत डर लगने लगा. अगले दिन माँ मुझे सर के घर छोड़कर आई.. उस दिन में सलवार पहने हुये थी. सर मुझे पढाते वक़्त बहुत बुरी तरह से देख रहे थे.. में कुर्सी पर बैठ के कुछ लिख रही थी कि अचानक वो मेरे पीछे से आकर मेरे बूब्स पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और मेरे बूब्स पर अभी भी दर्द था.
फिर मैंने कहा कि सर मुझे दर्द हो रहा है.. तो वो मुझे ऊपर के छोटे कमरे में ले गये.. वहां एक छोटा सा बेड था. मुझे बहुत डर लग रहा था. फिर उन्होंने दरवाजा बंद करके मेरे सलवार की चैन खोल ड़ी और सलवार खींचने लगे.. में मना करने लगी.. पर उन्होंने नहीं सुना और एक थप्पड़ लगाया.. तो में चुप हो गई और मेरा सलवार उतार दिया और फिर ब्रा भी.
फिर मुझे बेड पर लेटाया और वो मेरे ऊपर आ गये. फिर वो मेरे बूब्स को चूसने लगे.. जैसे तो मानो मेरे बूब्स को खींचकर उखाड़ देंगे.. इतने ज़ोर ज़ोर से चूस रहे थे और कभी कभी दाँत से भी दबा रहे थे. फिर 15 मिनट तक उन्होंने मेरे बूब्स को दबाया चूसा और चाटा. फिर उन्होंने अपना पज़ामा उतारा और उनका लंड ओह्ह गॉड में देखकर डर गई.. 8 इंच का होगा और बहुत मोटा था. फिर मैंने कहा कि में सेक्स नहीं कर सकती.. तो वो ज़बरदस्ती करने लगे. मैंने कहा कि में चिल्लाउंगी.
फिर उन्होंने कहा कि फिर तो मुँह में ले ले. मैंने मना किया.. लेकिन वो जबरदस्ती करने लगे. फिर थोड़ी देर बाद मैंने बहुत तकलीफ़ से मुँह मे लिया. मैंने सिर्फ़ अपने बॉयफ्रेंड का लंड 2 बार मुँह में लिया था.. लेकिन उसका लंड इससे बहुत छोटा था. फिर उन्होंने कहा कि ज़ोर ज़ोर से चूस मज़ा नहीं आ रहा है तो में जोर से चूसने लगी. फिर वो मेरे मुँह पर ही झटके मार रहे थे. मे साँस भी नहीं ले पा रही थी.. उन्होंने मुझे 8-10 मिनट चुसवाया और मुँह पर पूरा माल निकाल दिया. फिर मैंने उल्टी कर दी.. इतनी बुरी स्मेल और टेस्ट था.
फिर में मुँह धोकर घर चली गई.. ऐसे वो मेरे साथ रोज करने लगे. एक दिन उन्होंने मेरे कुछ नंगे फोटो लिये और कहा कि अगर सेक्स नहीं करने दिया तो वो सबको दिखा देगें और में मान गई. फिर आज घर पर कोई नहीं था.. तो वो मेरे घर आये थे और मेरे साथ सेक्स किया. में वर्जिन थी तो उन्होंने इतनी बुरी तरह से मुझे चोदा कि में बेहोश हो गई थी.
फिर होश आने के बाद उन्होंने मुझे फिर चोदा.. वो बस बार बार अपने लंड पर तेल लगा रहे थे और चोद रहे थे. आज सुबह से उन्होंने मुझे 7 बार चोदा है और लास्ट बार जब में चूत में और नहीं ले पा रही थी.. तो उन्होंने मेरी गांड पर तेल लगाकर.. गांड भी मारी. इतना दर्द हुआ कि में ठीक से बैठ भी नहीं पा रही थी. डॉक्टर को मैंने गांड के दर्द के बारे में नहीं बताया.. लेकिन इंजेक्शन देने के बाद अब दर्द थोड़ा कम है.