हैल्लो दोस्तों मैं हूँ सागर दुबे लेकिन सब मुझे सोनू बुलाते हैं | मैं रायपुर का रहने वाला हूँ और अभी दिल्ली में रहकर पढाई कर रहा हूँ | मैं देखने में अच्छा हूँ 5 फीट 9 इंच लम्बा हूँ जिम भी जाता हूँ और सिक्स पैक भी है | मैं साल में 3-4 बार अपने घर आता जाता रहता हूँ | ये कहानी जो मैं आपको बताने जा रहा हूँ इसमें मैंने ट्रेन में एक लड़की को पटा लिया था | वो भी रायपुर की थी इसलिए मैंने उसको होटल ले जाके चोद भी दिया था | अब मैं आपको अपनी कहानी बताता हूँ |
ये बात है जब मेरे एग्जाम हो गए थे और मैं रायपुर आने के वाला था | हमारे दोस्तों में एक शर्त लगी थी जिसमें मैं हार गया और शर्त के मुताबिक मुझे धोती कुरते में स्टेशन जाना था वो भी चेहरे पे गमछा बांध कर | मैं इन्ही कपड़ों में स्टेशन पहुंचा और अपनी ट्रेन में चढ़ गया और अपनी सीट को ढूंढ कर उसपे बैठ गया | मेरे दोस्त बाहर खड़े होकर मुझपे हस रहे थे क्योंकि मैं बहुत बड़ा चुतिया लग रहा था | तभी एक सुन्दर सी लड़की आई और मेरे सामने वाली सीट पर बैठ गई | मेरे दोस्त ने मुझ से कहा अगर तूने इस लड़की से बात कर ली तो मैं तुझे 1000 रुपए दूंगा |
तो मैंने सोचा 1000 रुपए का सवाल है कर लेते हैं | तो मैंने उस लड़की की ओर हाँथ आगे किया और कहा हाय आई एम सोनू | उसने मेरी तरफ देखा और भाव खाते हुए अपना मुंह घुमा लिया | तो मैंने फिर से कहा हाय आई एम सोनू | तो उसने कहा मैं आप से बात नहीं करना चाहती और फिर से मुंह घुमा लिया | मैंने अपने दोस्तों की तरफ देखा और मुझे देखकर फिर से हसने लगे और ट्रेन चल दी | फिर मैं उठा और अपने चेहरे पे जो चीज़ें लगी थी जिससे मैं चुतिया लग रहा था मैंने सब हटा दिया और जीन्स और शर्ट लेकर कपडे बदलने चला गया |
जब मैं वापस आया तो वो लड़की मुझे देखने लगी और उसने मुझसे पूछा ये पहले जो यहाँ पर बैठे थे वो आप ही हैं क्या ? तो मैंने उसकी तरफ नहीं देखा और कहा हाँ मैं ही था | मुझे उसपर गुस्सा आ चुका था इसलिए मैं उसकी तरफ देख भी रहा था और वो मुझसे बात करने लगी | उसने मुझसे कहा आप ऐसे बनके क्यों बैठे थे ? तो मैंने कहा वो मेरी शर्त लगी थी इसलिए | तो उसने कहा अच्छा एक बात और पुछू क्या ? तो मैंने भाव खाते हुए कहा मुझे आपसे बात नहीं करनी और अपना मोबाइल निकल कर चलाने |
अब वो शांत हो गई थी और कुछ नहीं बोल रही थी | तभी मैंने अपनी कॉपी निकाली और पढने लगा और मेरी कॉपी से कुछ पन्ने निकल कर नीचे गिर गए | तो मैं उठाने के लिए नीचे झुका और मेरे साथ साथ वो भी मेरी मदद करने के लिए नीचे झुकी | तो मैंने उसको हाँथ दिखाते हुए कहा आपकी मदद की ज़रूरत नहीं है और पेपर उठाने लगा | वो कुछ नहीं बोल रही थी और मैं तो कुछ ज्यादा ही गुस्से में था कि साली मेरे से भाव खाके बात करती है |
शाम का समय था और मैं जाके दरवाज़े के पास खड़ा हो गया और बाहर देख रहा था | तभी वो आई और टॉयलेट में घुस गई और मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया और अपनी सिगरेट निकल कर पीने लगा | तभी वो बाहर निकली और मेरी नज़र उससे मिल गई तो उसने मुझे हलकी सी स्माइल दी और मैं अपना सिर घुमा लिया | फिर वो मेरे पास आई और सिगरेट पीने से इंसान जल्दी मरता है तो मैंने कहा तुम्हें कोई प्रॉब्लम है मैं जिंदा रहूँ या मर जाऊं | तो उसने कहा आई एम सॉरी तो मैंने कहा ठीक है माफ़ किया जाओ |
तो वो चली गई और थोड़ी देर बाद मैं जाकर अपनी सीट पर बैठा तो वो मुझे बार बार देख रही थी | तो मैंने उससे देखा और कहा क्या है ? तो उसने कहा कुछ नहीं | तो मैंने अपना सिर घुमा लिया और बाहर देखने लगा | फिर मैंने खाना खाया और आस पास बैठे लोगों से खूब हस हस कर बातें करने लगा लेकिन उस लड़की की तरफ एक बार भी नहीं देख रहा था | मुझे पता था उसको मुझसे बात करनी है लेकिन मैं तो अपनी अकड़ में था | मेरे बाजू में दो बुजुर्ग लोग थे इसलिए मैंने उसने कहा आप नीचे वाली सीट पर लेट जाईये मैं ऊपर वाली सीट पर जाके सो जाऊंगा |
तो मैं ऊपर सोने चला गया और मई ऊपर लेटे हुए गाने सुन रहा था तभी वो भी ऊपर वाली सीट पर आई और लेट गई | मैं लेटा हुआ था तभी उसने मुझे बुलाया तो मैंने उसकी तरफ नहीं देखा तो उसने अपने हाँथ से छुआ और कहा सुनो | तो मैंने अपने हैडफ़ोन निकाले और कहा क्या ? तो उसने कहा मुझे बोतल चाहिए पानी पीना है | तो मैंने उसको अपनी बोतल दे दी और उसने पानी पीया और मुझे बोतल देते हुए कहा थैंक यू लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा | अपनी अकड़ अलग लेवल पे रहती है जो अपने को दिखता है अपन उसको कुछ ज्यादा ही दिखाते है |
अब मैं सो गया और गरमी का समय था इसलिए मैंने शर्ट के कुछ बटन खोल लिए थे और मेरे सिक्स पैक दिख रहे थे | मेरी रात में नींद टूटी और मैंने देखा कि वो लड़की मुझे देख रही है | अब मुझे उसपे दया आने लगी थी इसलिए मैंने उससे कहा क्या हुआ सो क्यों नहीं जाती ? तो उसने मुझसे कहा तुमने मुझे अभी भी माफ़ नहीं किया ना | तो मैंने कहा बोला तो था कर दिया अब क्या प्रोब्ल्र्म है ? तो उसने कहा मुझसे गलती हो गई थी मैंने तुमसे ठीक से बात नहीं की लेकिन मुझे लगा तुम कोई टपोरी थर्ड क्लास इंसान हो और मुझे छेड़ने की कोशिश कर रहे हो |
तो मैंने कहा ठीक है लेकिन तुम किसी की शकल और पहनावे को देखकर इंसान के करैक्टर का पता लगाती हो ये तो गलत है ना | तो उसने कहा क्या करूँ जहाँ भी जाती हूँ हर कोई मुझे गलत नज़र से देखता है और मुझसे बदतमीजी करने की कोशिश करते है इसलिए मैं सबसे ऐसे पेश आती हूँ | तो मैं उठकर बैठ गया और वो भी उठ गई और हम दोनों आमने सामने बैठ कर एक दुसरे को देखने लगे | तो मैंने कहा फिर जब मैंने अपने कपडे बदले और चेहरा साफ़ किया तो तुम में मुझसे बात करने की इच्छा क्यों जाग उठी ? तो उसने कहा पहले मुझे तुम बुरे आदमी लगे लेकिन कुछ लड़के तुम्हें देखकर हस रहे थे | तो मैंने कहा वो मेरे दोस्त थे तो उसने कहा अच्छा लेकिन तुम ऐसे बने क्यों थे ? तो मैंने कहा वो मैं एक शर्त हार गया था और उसके मुताबिक मुझे ऐसे कपडे पहन के स्टेशन आना था और ट्रेन चलने तक उतारने नहीं था | तो वो हसने लगी और कहने लगी लेकिन तुम बहुत फनी लग रहे थे | फिर मैंने कहा और जब मैंने कपडे बदले और जैसा मैं हूँ वैसा बना तो ?
तो उसने कहा तब मुझे लगा तुमने वो जान भुझ के नहीं किया था | तो मैंने कहा अच्छा सिर्फ इतना ही पूरा बताओ | तो उसने बोलना शुरू किया उसने बताया एक तो तुम चेहरे से बहुत शरीफ लगते हो और क्यूट भी और जैसे मैंने तुमसे बात नहीं कि तो तुमने भी मुझे ज़बरदस्ती बात करना नहीं चाही और मुझे ये बहुत लगा तुम में | अब उसने मेरी तरफ हाँथ बढाया और कहा हाय आई एम रूचि तुमसे मिल के अच्छा लगा सागर | तो मैंने उससे हाँथ मिलाया और हम दोनों एक दुसरे की आँखों में देखने लगे और थोड़ी देर तक हाँथ पकडे पकडे देखते रहे |
फिर मैंने कहा चलो अब सो जाते हैं और हम सो गए और लेटते समय उसने कहा वैसे सिक्स पैक अच्छे है तुम्हारे | तो मैंने मुस्कुराते हुए कहा थैंक यू और फिर मैं सो गया और वो भी सो गई | सुबह मेरी नींद खुली और मेरी नज़र उसके सोते हुए चेहरे पे पड़ी | वो बहुत सुन्दर मासूम सी लग रही थी प्यारा सा गोल चेहरा गुलाबी से होंठ और गाल पर एक छोटा सा तिल | मुझे तो तब उससे प्यार ही हो गया और मैं उसे अपना बनाना चाहता था | फिर उसकी नींद खुल गई और उसने कहा गुड मोर्निंग और मैंने भी गुड मोर्निंग कह दिया |
थोड़ी देर में रायपुर आने वाला था और मैंने कहा अपना साथ बस यहीं तक का था मैं रायपुर में उतर जाऊंगा तो उसने कहा वाओ मैं भी रायपुर में रहती हूँ | फिर उसने कहा अच्छा अपना नंबर दे दो मैं तुम्हें फ़ोन लगा लूँगा अगर कुछ काम हुआ तो | तो मैंने उसको अपना नंबर दे दिया और हम स्टेशन पर उतारे और चले गए | अब अगले भाग में मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने उसको पटाया और चोद दिया | पढ़ना न भूलियेगा इसी कहानी का दूसरा पार्ट “ट्रेन में मिली लड़की मेरे सिक्स पैक एब्स पर हुई फ़िदा -२” |