Desi sex, antarvasna
मेरा नाम प्रशांत है मैं बारहवीं में पढ़ता हूं और इटावा का रहने वाला हूं। हमारे स्कूल में एक बार एक नई टीचर आई वह बहुत ही सुंदर और सेक्सी थी जितनी वह सुंदर थी उतनी ही वह इंटेलिजेंट थी। वह हर क्वेश्चन का आंसर मिनटों में देती थी और वह हमें भी पढ़ाती थी। जब वह पहली बार हमारी क्लास में आई तो उसने सब बच्चों के नाम पूछे और फिर लास्ट में हमारी टीचर ने अपना नाम बताया उनका नाम मीरा था। मैं अपने स्कूल में टॉप करता था और हमारी मीरा टीचर भी मुझे अपना सबसे अच्छा स्टूडेंट मानती थी। वह हर सब्जेक्ट में मेरी मदद करती थी एग्जाम के टाइम वह मुझे अपने घर बुलाती थी और मुझे ट्यूशन के तौर पर पढ़ाती भी थी। उन्होंने मेरी एग्जाम के समय बहुत मदद की मुझे मेरी टीचर बहुत अच्छी लगती थी। मेरा तो उन पर उसी दिन दिल आ गया था जब वह पहली बार हमारी क्लास में आई थी। मैं हमेशा उनके पास ट्यूशन के लिए जाता था। ट्यूशन पढ़ाने के लिए मैंने ही अपनी टीचर से कहा था। पहले तो उन्होंने मना किया लेकिन मेरे काफी कहने के बाद वह मान भी गई थी। उसके बाद मेरे साथ साथ और बच्चे भी उनके पास ट्यूशन जाने लगे थे।
मैं हमेशा अपनी टीचर के बगल में ही बैठता था और जब सब बच्चे घर चले जाते थे। मैं उसके कई देर बाद घर जाता था मैं उन्हीं के साथ समय बिताता और उनकी कभी कबार घर के कामों में भी मदद करता था। एक दिन मैंने अपनी टीचर को अपने घर बुलाया और अपने मम्मी पापा से मिलाया। मैंने उन्हें अपने घर डिनर पर बुलाया था। मेरे मम्मी पापा मेरी टीचर से मेरे बारे में पूछते की प्रशांत पढ़ने में कैसा है। वह स्कूल में पढ़ाई करता है भी है या नहीं फिर टीचर ने मेरी खूब तारीफ की मेरी टीचर कहने लगी कि प्रशांत स्कूल का सबसे बेस्ट स्टूडेंट है। उसका ध्यान पढ़ाई पर ही रहता है और ट्यूशन में भी वह पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ साथ कभी कबार मेरे साथ काम भी कर लिया करता है।
एक दिन स्कूल में टीचर पढ़ा रही थी और मैं उन्हें ही देखे जा रहा था। मेरी नजर तो उनसे हटती ही नहीं थी और एक बार जब टीचर हमें पढ़ा रही थी। तब अचानक हमारी क्लास में एक लड़का फूलों का गुलदस्ता लेकर आया। मैंने उसे देखा और सोचने लगा कि यह कौन है और यहां क्या कर रहा है। उसने वह फूलों का गुलदस्ता टीचर को दिया और उनके गले लगा। मुझे यह सब देखकर बहुत गुस्सा आया मेरी टीचर उसके साथ हंस-हंस के बातें कर रही थी। थोड़ी देर बाद हमारा लंच हुआ सभी बच्चे लंच करने लगे और मेरी टीचर बाहर जाकर उसके साथ कैंटीन में बैठ गई। थोड़ी देर बाद मैं उनके पीछे गया तो वह दोनों हाथ पकड़े हुए थे और वहां बैठकर कॉफी पी रहे थे। मुझसे यह सब देखा नहीं गया जब उन्होंने हाथ पकड़े थे तो मैं वहां गया उनके सामने खड़ा हो गया। मेरी टीचर ने मुझे देखा और कहा कि तुम यहां क्या कर रहे हो तुमने लंच किया कि नहीं मैंने कहा हां कर लिया। फिर उन्होंने मुझे बैठने के लिए कहा मैं उनके बगल में बैठ गया फिर दोनों के दोनों बातें कर रहे थे। मुझे यह सब बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था। भले ही मेरी टीचर मुझसे उम्र में बड़ी हो लेकिन फिर भी मुझे वह बहुत अच्छी लगती थी।
अब हमारा लंच टाइम खत्म हो चुका था और मेरी टीचर ने मुझे कहा कि तुम अपनी क्लास में जाओ। मैंने कहा ठीक है मैं अपनी क्लास में जाता हूं। उस दिन मैंने अच्छे से पढ़ाई भी नहीं की और जब मैं घर गया तो मैं सीधा ही ट्यूशन पढ़ने के लिए मेरा मैडम के पास चला गया। मैं जैसे ही वहां गया तो मैंने देखा कि उनका बॉयफ्रेंड उनके साथ किस कर रहा है वह उनका दूध पी रहा है। जो मै चुपके से देखता जा रहा था मेरा भी लंड खड़ा हो रहा था। मैंने उनके बदन को देखा तो वह बहुत ज्यादा सुंदर लग रही थी और उनका बदन तो एकदम हॉट लग रहा था। उनके स्तन बड़े बड़े थे और उनकी गांड भी काफी बाहर निकली हुई थी। उनका बॉयफ्रेंड उन्हें अच्छे से चोद रहा था। कभी वह उन्हें अपने नीचे चोदता तो कभी उन्हें अपनी गोद में उठा लेता। वह वैसे ही उनके साथ सेक्स कर रहा था। मेरा तो यह सब देखकर मूड खराब हो गया और मैं तुरंत ही बाथरुम में गया वहीं मैंने मुट्ठ मार दी तब जाकर मेरे मन में थोड़ा शांति हुई। वह भी अपने बॉयफ्रेंड से चुदवाकर आ गई थी और मेरे सामने बैठ गई।
उस दिन मैंने कुछ नहीं बोला चुपचाप पढ़ाई की और सीधा ही अपने घर चला गया। अगले दिन जब वह मुझे स्कूल में मिली तो मैंने उनसे पूछा कि आपका बॉयफ्रेंड जा चुका है तो उन्होंने कहा हां वह जा चुका है। जब हमारा स्कूल खत्म हुआ तो मै मैडम के घर पर ट्यूशन पढ़ने गया तो आज मैंने उनसे पूछ लिया कि कल वह आपके बॉयफ्रेंड के साथ आपके रुम में क्या कर रही थी। आप बहुत अच्छे से उसे अपनी चूत मरवा रही थी मैंने सब देख लिया था। यह सुनकर बहुत एकदम से शॉक्ड हो गई वह मुझे कहने लगी कि तुम किसी को बता मत देना। मैंने कहा मैं किसी को नहीं बताऊंगा लेकिन मुझे आपसे प्यार हो गया है और आप को चोदना भी है। वह यह सुनकर बहुत शॉक्ड हो गई थी और मुझे कहने लगी तुम अभी बहुत छोटे हो। मैंने कहा मैं छोटा नहीं हूं मेरा लंड बहुत ही बड़ा है आप उसकी चिंता मत कीजिए आपको पूरी संतुष्टि होगी। यह कहते हुए मैंने अपनी टीचर को मना लिया।
जैसी ही अब हम उनके बेडरूम में गए तो उन्होंने मेरे कपड़े उतारने शुरू किए और जैसे ही उन्होंने मेरे लंड बाहर निकाला तो वह देखकर डर गई। जब उन्होंने मेरा मोटा और शक लंड अपने हाथ में लिया तो वह कहने लगी तुम्हारा तो बहुत ही मोटा और कड़क है। मैंने कहा हां यह आपके नाम की मुट्ठ मार मार कर मोटा हो गया है। उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ में लेते हुए अपने मुंह में चूसना शुरू किया। जैसे ही उन्होंने अपने मुंह के अंदर डाला तो मुझे काफी अच्छा लगा और मैं ऐसे ही उन्हें झटके मारे जा रहा था। मैंने उनके मुंह के अंदर ही अपने माल को गिरा दिया। उन्होंने मेरे लंड को बहुत ही अच्छे से चूसा जिस से मेरा लंड पूरे लाल हो गया था। अब दोबारा से उन्होंने मेरे लंड को चूसना शुरू किया और वह दोबारा से खड़ा हो गया। मैंने उनके गोरे बदन को चाटना शुरु किया और उनके पूरे बदन को मैंने अच्छे से अपनी जीभ से चाटा। फिर कुछ देर बाद मैंने उनके स्तनों को अपने मुंह में लेना शुरू किया। उनके स्तन मैंने अपने मुंह में ले लिए और उनके निप्पल को अच्छे से चूस रहा था। जिससे कि उनका शरीर एकदम गरम हो गया और मुझे भी गर्मी चढ़ गई। उनका शरीर पूरा लाल होने लगा था और मेरे शरीर में एकदम आग लग गई थी। ऐसे ही मैंने उनकी गांड को कसकर पकड़ लिया और उनकी योनि में भी अपनी जीभ से चाटने लगा। मैंने बहुत ही अच्छे से जीभ से उनकी योनि को चाटा। उनकी योनि गीली हो चुकी थी और मैंने अपने लंड को उनकी योनि में डाल दिया। जैसे ही मैंने अपने मोटे लंड को उनकी योनि में डाला तो वह बहुत जोर से चिल्ला उठी। मेरा लंड अंदर तक घुसा चुका था वह झटपटाने लगी और मस्त हो गई। मैंने उनके दोनों पैरों को कसकर पकड़ा और अपने कंधे पर रखते हुए धक्का मारना शुरू किया। मै जैसे ही उन्हें बड़ी तेजी से धक्के मारते जाता और उनके स्तनों को अपने हाथों से दबा रहा था। मैंने उनके होंठों को अपने मुंह में लेकर स्मूच करना शुरू किया। मुझे बहुत ही अच्छा लगा जब मैडम के पतले होठों को अपने होठों से मिलाया। मै ऐसे ही झटके मारे जा रहा था काफी देर तक मैंने ऐसे ही बड़ी तेजी से झटके मारते मारते उनके पूरे शरीर को हिला दिया था। अब मैंने उन्हें उठाकर अपने ऊपर लेटा दिया और उनके स्तनों को अपने मुंह में ले लिया और मैं नीचे से धक्के मारने लगा। कुछ देर बाद उनके चूत मे मस्ती चढ़ गई और उन्होंने भी अपने चूतडो को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया वह बड़ी तेजी से अपने चूतडो को मेरे लंड के ऊपर नीचे करती जाती और मेरा लंड और उनकी चूत से जो गर्मी निकल रही थी। उसे मेरे लंड बर्दाश्त के बाहर हो गया था और मैंने ऐसे ही उनकी चूत मे अपनी पिचकारी से वीर्य गिरा दिया। जिसे मुझे बहुत अच्छा लगा और वह भी बहुत खुश हुई। जब भी मैं ट्यूशन के लिए जाता तो पहले उनकी चूत मारता उसके बाद पढ़ाई करता।