हेल्लो दोस्तों कैसे है आप सब मुझे पता है आप लोग मनोरंजन के भूखे है पर क्या करूँ दोस्तों इतना व्यस्त रहता हूँ कि आप लोगो से मिलने में थोडा वक़्त लग जाता है | परफ़िक्र की कोई बात नहीं मैं तो बस इतना जानता हूँ कि आप लोगों के लिए मैं हर बार नए नए घटनाक्रम लेकर आता हूँ और मुझे अच्छा लगता है जब आप लोग मुझसे अपनी बाते शेयर करते हैं और कमेंट्स में बताते हैं की हमे आपका काम अच्छा लगा | ये सब आपका प्यार ही तो है दोस्तों जो रोज़ मुझे आपकी तरफ खींच लाता है और मुझे आपके साथ ये सब करने के लिए मज्बोर कर देता है | मुझे जब भी किसी दोस्त से ये सुनने को मिलता है कि उसके साथ भी ऐसा हुआ पर वो बताने में झिझक रहा था और मेरी कहानी के ज़रिये वो अपनी बात कहता है तो इससे ज्यदा ख़ुशी और किसी भी चीज़ से नहीं मिलती और यकीन मानिए जन्नत इसी को कहते हैं | मैंअनुज मस्ताना एक बार फिर से आपकी खिदमत में हाज़िर हो गया हूँ और आपके लिए एक नया और बिलकुल ताज़ा वख्या लाया हूँ तो मज़ा लीजिये इस चीज़ का |
चलिए अब शुरू करता हूँ अपनी कहानी और सुनाता हूँ आपको एक किस्सा जो अभी मेरे एक दोस्त ने मुझसे कहा है | उसने मुझसे गुज़ारिश की है सर आप मेरा नाम मत बताना मैंने आपको बता दिया मेरे साथ क्या हुआ तो बस आप इसे एक कहानी का आकर दे दीजिये और मेरे मन का बोझ हल्का कर दीजिये| अब क्या करें करना पड़ता है इस प्यार के लिए जो मुझे मिलता हैं | तो अब ऐसा है की हमारे मिर्जा अलबेला साहब है गाँव के और शेर इनका आना जाना होता रहता है | तो तीन महीने पहले इनके साथ एक ऐसी घटना हुयी जिसने इन्हें अन्दर तक हिला कर रख दिया | देखिये दोस्तों चुदाई और गलत काम मज़ा बहुत देते हैं पर जैसे ही इनका नशा उतरता है तो इंसान को खुद से घिन आने लगती है | अब हमारे मिर्जा साहब बैतूल शेर बहुत जाते है क्यूंकि वह इनकी सगी मामी रहती है | मामा जी का बड़ा कारोबार है खेती किसानी है और इनके बच्चे ज्यादा बड़े नहीं हैं तो हाथ बाटने चले जाते हैं | तीन महीने पहले भी ये इसी काम के सिलसिले में गए थे पर काण्ड हो गया इनसे |
झिझकना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है दोस्तों पर इनका किस्सा कुछ अलग है इनकी मामी की बहन ने इन्हें देख लिया और अब इनका रायता फ़ैल चूका है | तीन महीने पहले ये गए हुए थे अपने मामा के खेत की बटाई के चक्कर में क्यूंकि इनके पास लोग हैं और वो खेत में अच्छा काम कर लेते हैं | मामा जी बड़े प्रसन्न रहतेथे इनसे क्यूंकि उनका काम आधा तो यह साहब ही संभल लिया करते थे | अब इसका सर हुआ ये कि इनको अपनी मामी से हो गया प्यार और दिन रात ये उनके सपने देखने लगे | भाईसाहब घर में मुह मारने से पहले दस बार सोच लिया करो | तो भाई अब प्यार तो हो गया पर इनको अब सम्भोग करने की इच्छा भी होने लगी | देखिये क्या है ये जो कच्ची उम्र है न इसमें थोडा होशियारी से काम लेना चाहिए | अब मामा जी खेत पे और ये साहब घर में कुछ न कुछ तो पकना ही था और पाक भी पुलाव रहा था | पर आखरी वक़्त पे मामी की बहन ने सब कुछ जला दिया| चलिए कोई बात नहीं चूत तो मिली चोदने के लिए और क्या चाहिए और अब रोज़ ही छूट के दर्शन भी हो रहे हैं |
तो भाईसाब जब घर में रहते तो अपनी मामी को नागा देखने की चाहत में उनकी बाथरूम की खिड़की पे चढ़ जाते और उनकी बालों वाली बुर और मस्त बड़े बड़े दूध के दर्शन किया करता | इनको नाभि से बड़ा प्यार है और मामी का फिगर और उनकी नाभि और कमर बड़ी प्यारी थी जिसपे ये अपना मुठ गिराना चाहते थे | इसलिए ये वही पे चढके मुठ मारा करते थे | एक दिन मामी ने सोचा चूत के बाल साफ़ कर लेती हूँ तो वो खिड़की के पास आई रेजर उठाने और इनको देख लिया | भाई साहब की गांड तुरंत फट गयी और वो भागने लगे | मामी ने दरवाज़ा बंद कर दिया और एक तमाचा मारा इनको| अब इनको वाकई में दर लग रहा था और मामी भी गुस्से में थी | पर जब इंसान के अन्दर दिलेरी आ जाती है तो वो कुछ भी कर सकता है और इनके साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ | इन्होने मामी का हाथ पकड़ के उनको गले लगा लिया और होंठ पे किस करते हुए कहा मामी मैं आपसे प्यार करता हूँ और आपकी नाभि में मुठ गिराना चाहता हूँ |
मामी जो की अभी तक छूटने की कोशिश कर रही थी अब इनकी बाहों में आराम से ठहर गयी और इनको प्यार से देखने लगी | मामी ने कहा सुनो न मुझे एक बात बतानी है तो इन्हूने कहा बताइए न मामी | मामी ने कहा मैंने आपको देखा है नंगा और आपका लंड बहुत बड़ा है और मामा जी का बहुत छोटा | इनको लगा ममी जी तो अब बस आ गयी मेरे कब्ज़े में | बा इसके आगे इंसान को क्या चाहिए चूत खुद चलके आये तो दर कैसा ? बस ये भी भीड़ गए अपनी छूट को छोड़ने के चक्कर में और बाज़ार जाके ले आये कंडोम और सेक्स की दवाई ताकि चोद सके अपनी मामी को घंटो तक | मामी भी मस्त चूत की सफाई कर रही और अपपनी गांड से बाल हटा रही थी | ये भी नंगे होकर उनके सामने बैठे थे और अपना लंड हिला रहे थे उनको देखकर | मामी ने सोचा कि चलो मज़ा तदा सा अभी दे ही देती हूँ और इनके लंड को जैसे ही अपने हाथ में पकड़ा इनके लंड ने पिचकारी मार दी मामी के मुह पर मुठ की |
अच्छा मामी भी कम नहीं थी फिर से इसका लंड खड़ा किया ताकि मुह में लेके चूस सके| मामी ने अपने दोनों दूध के बीच में इसका लंड रखा और मलने लगी | फिर जैसे ही थोडा खड़ा हुआ लंड को सीधा मुह में रख लिया और चूसने लगी | ये साहब अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ इतनी जोर से कर रहे थे कि आवाज़ पूरे घर में गूँज रही थी | मामा जी घर आये और पुछा क्या हो रहा है| और मामी ने बाथरूम से कहा अरे मुझे चोट लग गयी इसलिए | अब मामा मामी के पास बाथरूम आये और मामी झुक के उनसे बात करने लगी | इनको दिखा मामी की गांड का छेद और ये चाटने लगे | और मामी भी झुकी रही फिर इन्होने उनकी चूत में ऊँगली दाल दी और वो मामा सेबात ही कर रही थी | इनसे रहा नहीं गया और इन्होने अपना खड़ा लंड सीधा मामी की गांड में अन्दर तक पेल दिया | अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ मामी की आवाज़ निकल गयी |
मामा ने पोचा क्या हुआ ज्यादा तो नहीं लगी बताओ मैं देख लेता हूँ | तो मामी ने कहा नहीं आप जाओ मैं आधे घंटे में आती हूँ चूत के बाल बना रही हूँ | मामा जी चले गए और ये मामी की गांड को तरीके से चोद रहे थे |मामी भी अन्दर आई और लग गयी इसी काम में और इससे कहा तुझसे सब्र नहीं हुआ | इन्होने मामी के एक टांग ऊपर की और अपना लंड सीधा मामी की चूत के अन्दर डाल दिया | अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ | क्या लंड है और छोड़ और मुय्थ मेरी नाभि में भर देना | बस इतना सुन के इनको भी जोश चढ़ गया और इन्होने मामी को इतना जोर से चोदा कि उनकी चूत से पानी की धार बहने लगी | अब इनका माल निकला और मामी की नाभि मुठ से भर गयी | बहार आये ये दोनों और माम जी जा चुके थे | इसने कहा मामी एक बार और मुठ से भरना है नाभि को तो मामी नंगी लेट गयी और लंड चूसने लगी | पर उनकी बहन ने देख लिया और तमाशा बना दिया | हुआ कुछ नहीं बस अब ये रोज़ उनकी बहन को चोदते हैं मजबूरी में और मामी भी चुद जाती है कभी कभी |