Antarvasna, kamukta मैं अपने काम के सिलसिले में इंदौर गया हुआ था मैं जब इंदौर गया तो वहां पर मैं बस से जा रहा था जब मैं बस में बैठा तो मेरे पास में ही एक ऑन्टी बैठी हुई थी मैं अपने मोबाइल में देख रहा था मेरे मोबाइल में नेटवर्क नहीं आ रहा था तभी वह ऑन्टी कहने लगी बेटा क्या तुम आगे वाली सीट पर बैठ जाओगे मेरे पति आगे वाली सीट पर बैठे हुए हैं। मैंने उन्हें कहा जी ऑन्टी क्यों नहीं, मैं आगे वाली सीट पर बैठने के लिए चला गया और उनके पति पीछे बैठ गए मेरे बगल में एक व्यक्ति बैठे हुए थे वह भी अगले स्टेशन पर उतर गए जब वह अगले स्टेशन पर उतरे तो एक लड़की बस में चढ़ी और वह मेरे पास आकर बैठ गई जब वह मेरे बगल में बैठी तो वह मुझे बार-बार देखे जा रही थी।
मैंने उसे कहा तुम मुझे ऐसे क्या देख रही हो तो वह कहने लगी मैंने आपको पहले कहीं देखा है मैंने उसे कहा आपने मुझे पहले कहां देखा है तो वह कहने लगी कि मैंने आपको इंदौर में ही देखा है मैंने उसे कहा मैं इंदौर का रहने वाला नहीं हूं मैं दरअसल कुछ काम के सिलसिले में यहां आया हुआ हूं वह मुझे कहने लगी आपकी शक्ल तो मेरे एक परिचित से मिलती है मुझे लगा कि शायद आप वही है इसलिए मैंने आपसे बात की मैंने उसे कहा कोई बात नहीं कभी कबार ऐसा हो जाता है। मैंने उसे कहा मेरा नाम सुमित है उसने भी मुझ से हाथ मिलाया और कहां मेरा नाम कोमल है मैंने कोमल से पूछा आप क्या करती हैं? वह कहने लगी मेरा यह कॉलेज का आखिरी वर्ष है मैं कॉलेज कर रही हूं। कोमल से मिलकर मुझे अच्छा लगा वह बात करने में बड़ी ही एक्टिव थी और उसके बाद मैं भी अपने काम के सिलसिले में जिस जगह आया हुआ था वहां पर उतर गया वहां से मैंने अपना काम किया और अपने होटल में चला गया। मैं जिस होटल में ठहरा हुआ था मुझे नहीं मालूम था कि कोमल का घर भी वहीं पास में है मुझे शाम के वक्त कोमल मिल गई कोमल जब मुझे मिली तो वह मुझे कहने लगी आप यहां पर कहां रुके हुए हैं मैंने उसे अपने होटल का पता बताया तो वह कहने लगी मेरा घर भी वहीं पास में है जब उसने मुझे यह बताया तो मैंने कोमल से कहा चलो यह तो अच्छा हुआ।
कोमल मुझे कहने लगी आप यहां कहीं घूमें भी मैंने उसे कहा मैं अकेला कहां घूमता यदि कोई साथ में होता तो शायद कहीं घूमने के बारे में सोचता भी कोमल मुझे कहने लगी कि यदि आप मेरे साथ चलेंगे आपको बुरा तो नहीं लगेगा मैंने कोमल से कहा नहीं मुझे क्यों बुरा लगेगा वह मुझे कहने लगी हम लोग कल साथ में चलते हैं। जब कोमल ने मुझे यह बात कही तो मैंने कोमल से कहा ठीक है तुम मुझे अपना नंबर दे दो मैंने कोमल से उसका नंबर ले लिया और कोमल के पास भी मेरा नंबर चला गया था मैंने कोमल को कहा कि तुम जब भी फ्री हो तो मुझे बता देना मैं दोपहर तक फ्री हो जाऊंगा कोमल कहने लगी मुझे भी कॉलेज में थोड़ी देर का ही काम है उसके बाद मैं फ्री हो जाऊंगी जब कोमल ने यह बात कही तो मैंने कोमल से कहा ठीक है तुम मुझे फोन कर देना। कोमल ने मुझे अगले दिन फोन कर दिया दोपहर के वक्त वह भी फ्री हो चुकी थी कोमल ने मुझसे कहा मैं आपको एड्रेस भेज रही हूं आप यहां पर पहुंच जाइएगा कोमल ने मुझे एक एड्रेस मैसेज किया मैं वहां पर करीब आधे घंटे बाद पहुंचा मैंने कोमल से कहा तुम्हें मेरा इंतजार करना पड़ा उसके लिए सॉरी कोमल कहने लगी कोई बात नहीं। मैंने कोमल से पूछा तो फिर हम लोग कहां घूमने जाने वाले हैं कोमल ने मुझसे कहा अब आप चिंता मत कीजिए। कोमल मेरे साथ ही थी हम लोग साथ में घूमने गए कोमल के साथ मुझे समय बिताना अच्छा लगा मुझे कुछ दिन और इंदौर में रुकना था इसलिए मैं जब भी फ्री होता तो मैं कोमल को फोन कर दिया करता कोमल से मिलना मुझे अच्छा लगता है। मैंने कोमल से कहा क्या तुम मूवी देखने के लिए आ सकती हो कोमल कहने लगी क्यों नहीं, हम लोग मूवी देखने के लिए चले गए हम दोनों ने साथ में काफी अच्छा समय बिताया कोमल और मैं साथ में मूवी देख कर खुश थे और उसके बाद हम दोनों ने एक साथ लंच भी किया उसी दौरान मैंने कोमल से पूछा क्या कॉलेज में तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड भी है तो कोमल कहने लगी नहीं कॉलेज में तो मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है और ना ही मैंने कभी इस बारे में सोचा है। मैंने उससे कहा लेकिन आजकल तो कॉलेज में यह सब आम बात हो चुकी है कोमल कहने लगी मुझे यह सब बिल्कुल पसंद नहीं है मैंने कहा चलो फिर मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूं कोमल कहने लगी मैं घर चली जाऊंगी जब कमल ने मुझे यह कहा तो मैंने उसे कहा नहीं मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूं।
मैं और कोमल साथ में चले गए मैंने कोमल को ऑटो में उसके घर तक छोड़ा और उसके बाद मैं होटल में आ गया मैं होटल में आराम करने लगा तभी मुझे कोमल का फोन आया जब मुझे कोमल का फोन आया तो कोमल मुझे कहने लगी मुझे आपको बताना था आज शाम को हमारे कॉलेज में एक प्रोग्राम है तो क्या आप मेरे साथ चलेंगे? मैंने कोमल से कहा वैसे भी मैं फ्री हूं मैं तुम्हारे साथ चलूंगा। उस शाम मैं कोमल के साथ उसके कॉलेज में चला गया मैं जब कोमल के कॉलेज में गया तो उसके कॉलेज में बहुत भीड़ थी और काफी लोग वहां आए हुए थे प्रोग्राम भी बहुत जबरदस्त तरीके से हो रहा था और सब लोग सीटी बजा रहे थे कोमल के कॉलेज के कुछ बच्चो ने भी उस प्रोग्राम में हिस्सा लिया था और कुछ लोग बाहर से आए हुए थे सब कुछ बहुत ही अच्छे से चल रहा था कोमल ने मुझे पूछा आपको अच्छा तो लग रहा है मैंने कोमल से कहा मुझे अच्छा लग रहा है लेकिन मुझे यह बात समझ नहीं आ रही थी कि कोमल और मेरे बीच में इतनी अच्छी दोस्ती इतनी जल्दी कैसे हो गई कोमल मेरे बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानती थी लेकिन उसके बावजूद भी वह मुझ पर पूरा भरोसा करती थी।
जब कॉलेज का प्रोग्राम खत्म हो गया तो मैंने कोमल से इस बारे में पूछा हम लोग एक दूसरे को अच्छे से भी नहीं जानते हैं और हम लोगों को मिले हुए कुछ ही दिन हुए हैं लेकिन तुमने मुझ पर पूरी तरीके से भरोसा कर लिया वह मुझे कहने लगी मुझे आप अच्छे लगे और मुझे ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा कि आप किसी भी प्रकार से गलत है इसलिए मुझे आप पर पूरा भरोसा है। कोमल की यह बात सुनकर मैं खुश हो गया मुझे समझ नही आ रहा था कि हम दोनों के बीच में आखिरकार क्या चल रहा है लेकिन हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिता कर खुश थे और उस रात को कोमल और मैंने उसके कॉलेज में जो प्रोग्राम था उसका पूरा इंजॉय किया कॉलेज का प्रोग्राम खत्म हो चुका था मैंने कोमल को कहा चलो हम घर चलते हैं। कोमल कहने लगी मैं अपने दोस्तों से मिल लेती हूं उसके बाद हम लोग घर चलते हैं कोमल अपने दोस्तों से मिलने लगी उसने मुझे अपने दोस्तों से मिलवाया मुझे उसके दोस्तों से मिलकर अच्छा लगा उसके दोस्त बड़े ही अच्छे थे मैंने कोमल से कहा चलो हम लोग अब घर निकलते हैं देर भी काफी हो चुकी है। मैंने एक ऑटो वाले को रुकाया कोमल और मैं उसमें बैठ गए हम दोनों साथ में जा रहे थे तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब कोमल का घर आ गया तो मैं भी वहीं पर उतर गया और कोमल को मैंने वहीं छोड़ दिया ऑटो वाला वहां से जा चुका था। जब कोमल जा रही थी तो मैंने उसे आवाज देते हुए रुकने को कहा, कोमल रुक गई। कोमल पीछे आई तो वह मुझे कहने लगी क्या आपको कोई काम था। मैंने कोमल से कहा बस ऐसे ही तुमसे बात करनी थी, कोमल कहने लगी अब तो रात काफी हो चुकी है लेकिन मेरा उसे छोड़ने का मन ही नहीं था। मैंने कोमल से कहा मुझे तुमसे बात करनी है कोमल मेरे साथ होटल में आ गई और हम दोनों बात करने लगे।
हम लोगों ने एक घंटे तक बात की कोमल को नींद आ रही थी कोमल मुझे कहने लगी मैं अब जा रही हूं। मैंने कहा तुम यहीं रुक जाओ कोमल भी वहीं रुक गई, वह मेरे पास लेटी हुई थी हम दोनों एक ही बिस्तर में थे। जब मैं कोमल से चिपक कर लेटा हुआ था तो मेरा लंड उससे टकरा रहा था मैंने उसके सलवार के नाडे को खोलते हुए उसकी सलवार और उसकी पैंटी को उतार दिया। मैंने जब अपने लंड को उसकी चूत पर रगडना शुरु किया तो उसे भी अच्छा महसूस होने लगा। उसने मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ लिया लेकिन मैंने उसकी योनि में अपने लंड को प्रवेश करवा दिया जैसे ही मेरा लंड उसकी योनि में प्रवेश हुआ तो वह चिल्ला उठी और मुझे कहने लगी मुझे और तेजी से धक्के दो। मैंने बड़ी तेजी से उसे धक्के मारे जब मैं उसे धक्के देता तो उसे बहुत अच्छा महसूस होता, वह अपनी चूतड़ों को मुझसे टकराती मुझे समझ नहीं आया कि क्या कोमल ने पहली बार सेक्स किया है लेकिन मुझे उस वक्त उसे चोदने में बड़ा मजा आ रहा था और मैं लगातार तेज गति से उसे देख कर दिया जा रहा था।
मैंने उसे इतनी तेजी से धक्के दिया कि मेरा वीर्य कुछ देर बाद उसकी योनि में जा गिरा, हम दोनों ही एक-दूसरे के बदन की गर्मी को ज्यादा देर तक बर्दाश्त ना कर सके। उसके बाद भी दोबारा से हम दोनों ने सेक्स किया जब सुबह हुई तो कोमल मुझे कहने लगी मुझे कुछ पैसे चाहिए थे मैंने कोमल को पैसे दे दिए और उसके बाद बहुत चली गई। मुझे समझ नहीं आया कि आखिरकार उसने मुझसे क्यों पैसे लिए परंतु जब वह अगले दिन भी मुझसे मिलने आ गई तो मैंने अगले दिन भी उसके साथ सेक्स किया और उसने दोबारा से मुझसे पैसे लिए। मैं समझ गया कि वह एक नंबर की कॉल गर्ल है, वह सिर्फ शरीफ बनने का ढोंग करती है लेकिन मुझे उसे चोदने में बड़ा मजा आया उसकी टाइट चूत के मजे मैंने बहुत देर तक लिए। मैं जितने दिन इंदौर में था उतने दिन कोमल को मैंने अपने पास बुलाया और उसके बाद भी मैं कोमल से फोन पर भी बात करता हूं।