देसी लंड का माल अंदर गिराओ

Antarvasna, hindi sex stories मेरा नाम सार्थक है मैं मल्टीनैशनल कंपनी में जॉब करता हूं मेरे साथ मेरा एक दोस्त भी जॉब करता है उसका नाम आकाश है। आकाश और मैं काफी समय से एक दूसरे को जानते हैं आकाश का भाई मेरे साथ कॉलेज में पढ़ा करता था लेकिन अब वह विदेश में नौकरी कर रहा है। उसके बाद जब आकाश से मेरी दोस्ती हुई तो हम दोनों के बीच बहुत अच्छा ताल मेल बैठ गया हम दोनों एक दूसरे को काफी वर्षों से जानते हैं। एक दिन आकाश मुझे कहने लगा यार क्यों ना कहीं घूमने का प्लान बनाया जाए मैंने आकाश से कहा लेकिन हम लोग घूमने के लिए कहां जाएंगे।

वह मुझे कहने लगा हम लोग भैया के पास दुबई चले जाते हैं और वहीं पर कुछ दिन हम लोग रहेंगे मैंने आकाश से कहा क्या तुमने रोहन से बात की है। रोहन आकाश के भाई का नाम है और वह मेरे साथ ही कॉलेज में पढ़ा करता था रोहन से मेरी कभी कबार बात हो जाया करती थी। आकाश मुझे कहने लगा मैं आज शाम को ही भैया से बात कर लेता हूं और फिर तुम्हें इस बारे में बताता हूं कि क्या भैया के पास समय है। आकाश ने शायद शाम के वक्त रोहन को फोन किया था उसके बाद उसका फोन मुझे आया जब आकाश का फोन मुझे आया तो मैंने आकाश से कहा क्या तुम्हारी बात रोहन से हुई है। आकाश कहने लगा हां मेरी बात भैया से हुई थी भैया कह रहे थे कि तुम लोग आ जाओ। हम दोनों ने अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली और उसके बाद हम दोनों ने दुबई जाने का प्लान बना लिया और हम दोनों दुबई जाने की तैयारी करने लगे। उसके लिए हमने शॉपिंग भी की और जब हम लोग दुबई के लिए घर से निकले तो एक छोटा बैग मेरा घर पर ही रह गया मेरे दिमाग से उसका ख्याल ही निकल गया। मैंने यह बात आकाश को बताई वह मुझे कहने लगा क्या उसमें कोई जरूरी सामान था मैंने आकाश से कहा नहीं उसमें कोई जरूरी सामान तो नहीं था लेकिन उसमें मेरे थोड़े बहुत कपड़े थे। आकाश कहने लगा कोई बात नहीं वह हम लोग दुबई में ही खरीद लेंगे। हम लोग जब प्लेन में बैठे तो हम दोनों आपस में बात कर रहे थे मैं पहली बार ही दुबई जा रहा था आकाश उससे पहले भी दुबई रोहन के पास होकर आ चुका था।

जब हम लोग दुबई पहुंचे तो हम लोग वहां से रोहन के फ्लैट पर चले गए जैसे ही हम लोग उसके फ्लैट पर पहुंचे तो रोहन हम दोनों से मिलकर खुश हो गया। काफी वर्षों बाद मैं रोहन से मिला था रोहन पूरी तरीके से बदल चुका था। वह मुझे कहने लगा सार्थक तुमने बहुत अच्छा किया जो तुम आकाश के साथ यहां आ गए काफी वर्षों से तुमसे मुलाकात नहीं हुई थी तो चलो इस बहाने कम से कम तुमसे मुलाकात तो हो गई। मैंने रोहन से कहा लेकिन तुम तो घर भी काफी काम आते हो वह कहने लगा यार मुझे समय ही नहीं मिल पाता यहां अपने काम से फुर्सत नहीं होती तो घर आना संभव नहीं हो पाता। मैं और रोहन एक दूसरे से पुरानी बातें करने लगे हम दोनों अपने कॉलेज की यादें ताजा करने लगे। आकाश कहने लगा मैं फ्रेश होकर आता हूं आकाश बाथरूम में चला गया, रोहन ने मुझसे कहा कि क्या खाने के लिए कुछ ऑर्डर करवा दे। मैंने उससे कहा हां हम लोग कुछ खाने के लिए मंगवा लेते हैं वैसे भी भूख तो लग ही रही है। हम लोगों ने खाने के लिए कुछ मंगवा लिया मैं भी फ्रेश हो चुका था और हम तीनों ने साथ में बैठकर खाना खाया उसी शाम हम तीनो घूमने के लिए निकल पड़े। मैंने रोहन से कहा यार तुम तो यहां पर काफी खुश होंगे रोहन कहने लगा था यहां पर लाइफ़ तो अच्छी है लेकिन अपने घर की याद तो आती ही है कई बार मैं अपने मम्मी पापा को भी मिस करता हूं। हम लोगों ने दुबई में काफी एंजॉय किया और हम लोग करीब एक हफ्ते तक दुबई रुके। जब हम लोग वापस आ रहे थे तो मैंने रोहन से कहा जब तुम घर आओ तो मुझे जरूर फोन करना वह कहने लगा हां क्यों नहीं। रोहन हमें एयरपोर्ट तक छोड़ने के लिए आया और उसके बाद हम लोग वापस लौट आए। जब हम लोग वापस आ गए तो उसके बाद आकाश और मैं कई दिनों तक तो अपने टूर के बारे में बात करते रहे।

एक दिन मुझे आकाश कहने लगा की रोहन भैया कुछ दिनों के लिए घर आ रहे हैं मैंने आकाश से कहा रोहन कब आ रहा है। आकाश कहने लगा कि अगले महीने शायद वह आ जाएं मैंने आकाश से कहा तो उस वक्त हम लोग भी छुट्टी ले लेते हैं और कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं। आकाश कहने लगा ठीक है हम लोग कहीं घूमने के बारे में सोचते हैं कि कहां का प्लान बनाया जाए। मैंने आकाश से कहा हमारे कुछ कॉलेज के पुराने दोस्त हैं यदि वह लोग भी हमारे साथ घूमने के लिए चलें तो ठीक रहेगा। आकाश कहने लगा क्यों नहीं वैसे भी रोहन भैया तो सब को जानते ही होंगे मैंने आकाश से कहा वह सबको जानता है। कुछ समय बाद मैंने अपने दोस्तों को फोन किया और सब से मिलने के बारे में बात की सब लोग तैयार हो चुके थे। हम लोगों ने प्लान बनाया कि पहले हम लोग अपने शहर में ही पार्टी करेंगे उसके बाद हमने जयपुर जाने का प्लान बनाया। जयपुर दिल्ली के नजदीक है इसलिए जयपुर ही हमारे लिए ठीक था और हम लोग जयपुर में सारी व्यवस्थाएं करने लगे। मैंने एक होटल वहां पर बुक करवा दिया जिसमें कि हम लोग पार्टी का अरेंजमेंट करने वाले थे और वहीं पर रुकने की सारी व्यवस्थाएं थी। रोहन भी कुछ दिनों बाद दिल्ली आ गया और जब रोहन दिल्ली आया तो उसे मैंने इस बारे में जानकारी दी वह खुश हो गया और कहने लगा चलो कम से कम इस बहाने सब लोग आपस में मिल तो पाएंगे। काफी वर्षों बाद सब लोग एक दूसरे को मिलने वाले थे, हम लोग जब जयपुर पहुंच गए तो वहीं पर सब एक दूसरे से मिले सब लोग एक दूसरे से मिलकर बहुत खुश थे।

मैं भी काफी समय बाद अपने कुछ पुराने मित्रों से मिला सब एक दूसरे से मिलकर बहुत खुश थे और इसी बहाने सब लोगों का मिलना भी हो गया। हमारी गेट टुगेदर पार्टी भी बहुत अच्छी रही सब लोग बहुत खुश थे उस दिन हम लोगों ने जमकर एंजॉय किया और रात भी काफी हो चुकी थी तो सब लोग सो गए। हम लोग कुछ दिनों तक जयपुर में ही रहने वाले थे और जब हम लोग जयपुर से वापस दिल्ली लौट आए तो मैंने रोहन से कहा तुम कितने दिनों तक यहां पर रुकने वाले हो। रोहन कहने लगा मैं अभी कुछ और दिन यहां पर रुकूंगा। हम लोग दिल्ली वापस आ गए थे उसके बाद मैंने अपने ऑफिस से रिजाइन दे दिया क्योंकि मुझे दूसरी जगह अच्छी अपॉर्चुनिटी मिल गई थी इसीलिए मैंने वहां से रिजाइन दे दिया। मैंने आकाश से इस बारे में बात की आकाश कहने लगा यदि तुम्हें दूसरी जगह अच्छी तनख्वाह और अच्छा पद मिल रहा है तो तुम यहां से रिजाइन दे दो। मैंने वहां अपने ऑफिस से रिजाइन दे दिया और दूसरी जगह मैंने ऑफिस ज्वाइन कर लिया। जब मैंने दूसरी जगह ऑफिस ज्वाइन किया तो वहां पर मेरे लिए सब लोग नये थे और धीरे धीरे मेरी उन लोगों से भी बातचीत होने लगी। मुझे सबसे घुलने मिलने में ज्यादा समय नहीं लगा क्योंकि मेरा नेचर बिल्कुल ही फ्रेंडली किस्म का है मैं सब लोगों से बहुत जल्दी घुल मिल जाता हूं। हमारे ऑफिस में एक नई लड़की आती है उसका नाम मोनिका है मैंने मोनिका के बारे में आकाश को भी बताया कि वह बड़ी चालू आइटम है।

मुझे क्या मालूम था कि मोनिका को चोदने का मौका मुझे भी मिल जाएगा उसकी प्यासी नजर मुझ पर ही थी वह मेरे साथ दोपहर के वक्त हमेशा आया करती हम दोनों साथ में ही लांच किया करते थे। एक दिन मैने मोनिका से कह ही दिया क्या तुम्हारे पास वक्त है तो वह कहने लगी हां क्यों नहीं मैंने उसे कहा शाम को हम लोग कहीं बैठ कर बात कर सकते हैं वह समझ चुकी थी कि मेरे दिल में क्या चल रहा है। मैंने उसे शाम को चोदने के बारे में सोच लिया था जब शाम को मोनिका मुझे मिली तो मैं उसे लेकर एक दोस्त के घर पर चला गया वहां पर मैंने मोनिका के बदन को महसूस करना  शुरू किया। मैं मोनिका के स्तनों को अपने हाथों से दबाता तो उसके अंदर उत्तेजना जाग जाती मैंने जब उसके होठों का रसपान किया तो मुझे बहुत मजा आ रहा था जैसे ही मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो मोनिका ने उसे हिलाना शुरू किया और उसे अपने मुंह में ले लिया। उसे मेरे लंड को चूसने में बहुत मजा आ रहा था वह मेरे लंड को अपने गले तक लेकर चूस रही थी। जैसे ही मैंने मोनिका के दोनों पैरों को खोलते हुए उसकी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया तो मेरा लंड उसकी योनि में जा चुका था लेकिन उसके मुंह से बड़ी तेज चीख निकली और वह कहने लगी तुम मुझे और तेजी से धक्के दो मैंने उसे बड़ी तेज गति से धक्के दिए।

जिससे कि उसकी चूत से बहुत ज्यादा पानी बाहर निकल रहा था मैं उसे बड़ी तेजी से धक्के दिया जाता। मेरे धक्के इतने तेज होते कि उसका पूरा शरीर हिलने लगता वह मुझे कहने लगी तुम मुझे घोड़ी बनाकर चोदो। उसने अपनी चूतडो को मेरी तरफ किया मैंने अपने लंड को उसकी योनि में प्रवेश करवा दिया मैं उसे बड़ी तेज गति से धक्का देने लगा जिससे कि उसकी योनि से भी गर्मी बाहर की तरफ को निकालने लगी। मैंने उसकी चूतडो को कसकर पकड़ लिया और उसके स्तनों को मैं दबाने लगा मैंने उसके कंधों पर हाथ रखा और उसे बड़ी तेजी से धक्के देने शुरू कर दिए। जब वह अपनी चूतडो को मुझसे मिलाती तो मेरी अंदर से मेरा वीर्य बाहर आने वाला था मैंने मोनिका से कहा मेरा वीर्य गिरने वाला है तो वह कहने लगी तुम उसे अंदर ही गिरा दो।। मैंने अपने वीर्य को उसकी योनि के अंदर गिरा दिया उसके बाद मोनिका के साथ मैंने कुछ समय और सेक्स किया लेकिन आजकल वह किसी और ही लड़के से अपनी चूत मरवा रही है।

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