desi chudai ki kahani, antarvasna
आप सभी पाठको को मेरा सादर प्रणाम मेरा मेरा नाम रजत है | मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 26 साल है | मेरी लम्बाई 5 फुट 6 इंच है | आज जो कानी आप के लिए लेकर आया हूँ वो मेरी सच्ची कहानी है | आज मैं अपनी जिन्दगी के सबसे हसीं लम्हे आपको बताने जा रहा हूँ | जिन्हें मैं कभी नहीं भूल सकता | आब मैं आप सब को ज्यादा बोर ना करते हुए कहानी पर आता हूँ |
ये उस समय की बात है जब मैं कॉलेज के दुसरे साल में था | उस समय मैं अपने चाचा के घर रुकता था और वही से कॉलेज जाता था | मेरे चाचा एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब करते थे और ज्यादातर देर से घर वापस आते थे | मेरी चाची हाउसवाइफ थी और वो घर का सारा काम करती थी | चाची को देखकर लगता था की चाचा उनकी चुदाई सही से नहीं कर पाते थे | उनका फिगर लगभग 34-28-36 होगा | मेरी चाची देखने में बहुत खूबसूरत लगती थी | उनका बदन कसा हुआ था | उनके बूब्स का तो क्या कहना एकदम मुसम्मी की तरह गोल थे | उनकी शादी के दो साल हो गए थे और अभी तक उनको कोई बच्चा नहीं हुआ था | मैं उनको जब भी नाइटी में देखता था तो मेरा लंड हमेशा फूलने लगता था | मैं अक्सर चाची के मस्त बूब्स को याद करके हस्तमैथुन किया करता था और अपने लंड को शांत करता था |
एक दिन की बात है मैं कॉलेज से घर लौटा तो मैंने बहुत देर दरवाजा खटखटाया पर चाची ने दरवाजा नहीं खोला | मैंने दरवाजे में जर का धक्का मारा तो दरवाजा खुल गया और मैं अन्दर पहुंचा | बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आ रही थी | मैं बाथरूम के दरवाजे के पास जाकर खड़ा हो गया और होल से अन्दर देखने लगा | चाची पूरी नंगी होकर नहा रही थी | उनके एकदम सफ़ेद बूब्स बहुत ही मस्त लग रहे थे | वो अपने बूब्स को मसले जा रही थी | मैंने उनकी चूत को देखा उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था | जिसको देखकर मेरा लंड तन गया था | मेरा मन तो कर रहा था की अभी बाथरूम में घुस जाऊं और चाची की चुदाई करू | पर मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी मैंने बड़ी मुश्किल से खुद को कंट्रोल किया | मैं वहां से मुड़ कर जा रहा था की पड़ोस में रखे गमले में मेरा हंत लग गया और वो गिर पड़ा | चाची डर गयी उन्होंने जोर से चिल्लाकर पूछा कौन है | मैं तब तक दरवाजे से दूर पहुँच गया था | मैंने कहा चाची मैं रजत | उन्होंने कहा रजत तू आ गया मैंने कही जी चाची | उन्होंने कहा चल बैठ मैं अभी आती हूँ | मैं जाकर सोफे पे बैठ गया |
थोड़ी देर बाद चाची बाहर निकली उन्होंने ब्लू कलर का गाउन पहन रखा था | उन्होंने शायद नीचे ब्रा नहीं पहनी थी जिसके कारण उनके निप्पल्स एक दम साफ़ चमक रहे थे | उनके चलने पर उनके बूब्स ऊपर उछल रहे थे | उनको देखकर मेरा लंड पैंट फाड़ने लगा था | मैं उनके बूब्स को लगातार घूरे जा रहा था | चाची ने मुझे पकड़ कर जोर से हिलाया तब जाकर मैं होश मे आया | उन्होंने मुझसे कहा की कहा खोये हुए हो | मैंने कहा कुछ नहीं चाची मैं कुछ सोंच रहा था | मैंने उनसे कहा की चाचा कहा है | उन्होंने कहा वो तो बस अपने काम में ही लगे रहते है | उन्होंने बताया की चाचा 2 दिनों के लिए किसी काम से बाहर गए हुए है | फिर चाची ने हम दोनों के लिए खाना लगाया | हम दोनों ने साथ में बैठ कर खाना खाया | मेरी नजर अब भी उनकी चूचियों पर टिकी हुई थी | मैं बस सोंच रहा था की काश मुझे चाची की चूत मारने का मौका मिल जाए तो मज़ा आ जाये | फिर वो अपने कमरे में चली गयी | मैं भी अपने कमरे में पहुंचा और बाथरूम रूम में जाकर उनके बूब्स को याद करके मुठ मारी तब जाकर मेरा लंड शांत हुआ |
फिर मैं शाम के समय बाहर से घूमकर लौटा तो चाची खाना बना चुकी थी | उन्होंने कहा रजत मैं खाना लगा देती हूँ चलो पहले खाना खा लो फिर कुछ करना | चाची ने खाना लगाया और हम दोनों ने बैठ कर खाना खाया | चाची आज बहुत ही मस्त लग रही थी | उन्होंने इस समय पिंक कलर की नाइटी पहन रखी थी | अब उन्होंने ब्रा भी पहन ली थी शायद उन्होंने दिन में मुझे उनके बूब्स देखते हुए देख लिया था | हम दोनों ने जब खाना ख़तम किया तो चाची मुझसे कहने लगी की रजत आज तुम मेरे कमरे में ही लेट जाओ | मुझे अकेले लेटने में डर लगता है | मैंने कहा ठीक है अन्दर ही अन्दर मेरे मन में लड्डू फूट रहे थे | हम दोनों उनके कमरे में जाकर बैठ गए | मैंने टीवी चालू किया और मूवी देखने लगा | टीवी में हॉलीवुड की फिल्म चल रही थी | चाची भी मेरे पास आकर बैठ गयी और फिल्म देखने लगी | तभी उस फिल्म में एक किसिंग सीन आया तो मैंने जल्दी से चैनल चेंज कर दिया | चाची ने कहा की बदलो क्यों दिया | मैंने कहा बस ऐसे ही उन्होंने मेरे हाँथ से रिमोट ले लिया और वही फिल्म फिर से लगा दी | उस मूवी को देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा | चाची मेरे बिलकुल करीब में बैठी थी | उनकी नजर मेरे लंड पर गयी तो वो हंसने लगी | वो बोली की मैं अब समझी की तुमने फिल्म चेंज क्यूँ की थी |
वो मुझसे कहने लगी क्या तुमने आज तक सेक्स नहीं किया है मैंने कहा नहीं | उन्होंने कहा बेचारा और मेरे लंड पर अपना हाँथ रखकर सहलाने लगी | मैं समझ गया की चाची आज रात मुझसे क्या चाहती है | उन्होंने मुझसे कहा की तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है मैंने कहा नहीं चाची मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है | उन्होंने मुझसे कहा चल कोई बात नहीं है मैं तुमको आज सब सिखा दूँगी | मैं अन्दर से फूले नहीं समा रहा था | उन्होंने मुझसे कहा चल पैंट उतार मैंने कहा नहीं चाची मुझे शरम आती है | उन्होंने कहा की अच्छा जब तू मुझे बाथरूम में नहाते हुए देकिः रहा था तब तुझे शरम नहीं आई और अब बोलता है की शरम आती है | उनकी ये बात सुनकर मेरी तो सिट्टी-पिट्टी गम हो गयी | मैंने कहा की वो चाची मैं तो बस ऐसे ही देख रहा था | आप इतनी खूबसूरत है की मेरा मन नहीं माना | उन्होंने कहा चल कोई बात नहीं अब पैंट उतार | फिर उन्होंने मेरी पैंट खोलकर मेरे लंड को हांथों में ले लिया जो की पहले से ही एकदम ताना हुआ था |
उन्होंने मेरे को देखा उनकी आँखों में एक अजीब सी चमक आ गयी थी उन्होंने मुझसे कहा की तेरा लंड तो बहुत मस्त है | तेरे चाचा की तो लुल्ली है इसके सामने फिर उन्होंने मेरे लंड को अपने मुहँ में ले लिया और चूसने लगी | वो मेरे लंड को मस्ती से चूस रही थी | मुझे जन्नत का मज़ा मिल रहा था | मैं चाची के बूब्स को मसल रहा था | फिर मैंने चाची से कहा की आप अपनी नाइटी उतार दीजिये | उन्होंने अपनी नाइटी उतार दी अब वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी | उन्होंने मेरे सारे कपडे निकाल दिए और मुझको नंगा कर दिया | मैं उनके ऊपर टूट पड़ा और उनके बूब्स को मसलने लगा | फिर मैंने उनकी ब्रा निकाल दी और उनके निपल्स को अपने मुहँ में लेकर चूसने लगा | चाची गरम होने लगी थी फिर उन्होंने मुझसे कहा रुको और फिर हम दोनों 69 की पोजीसन में आ गए वो मेरे लंड को चूस रही थी और मैं उनकी चूत को सहला रहा था | उनकी पैंटी गीली हो चुकी थी मैंने उनकी पैंटी निकाल दी और उनकी चूत को चाटने लगा | चाची मेरे लंड को लोलीपॉप की तरह चुसे जा रही थी | मैंने चाची की चूत में अपनी जीभ डाल दी चाची एक दम मचल उठी | उन्होंने कहा की रजत अब मुझसे नहीं सहा जा रहा है प्लीज अब मुझे मत तडपाओ अपना लंड मेरी चूत में डाल दो |
मैं उठा और चाची की दो टांगो को फैलाया और अपना लंड चाची की चूत पर रगड़ने लगा और चाची को जोर से किस करने लगा | फिर मैंने एक झटका लगाया और मेरा आधा लंड चाची की चूत में घुस गया | चाची के मुहँ से बस आह की आवाज निकली | मैंने धक्के लगाने सुरु किये और चाची को जोर-जोर से चोदने लगा | चाची के मुहँ से आह्ह्ह ओह्ह्ह उम्म्म्म चोदो मुझे रजत और जोर से मारो मेरी चूत फाड़ दो इसे इसको चोदकर इसका भोसडा बना दो अह्ह्ह ओह्ह्ह और जोर से आःह्ह्ह ओह्ह्ह की मादक आवाजे निकल रही थी | मुझे बहुत मजा आ रहा था इतने दिनों से मैं जिस चूत के सपने देख रहा था आज उसको चोदने का मौका मिल ही गया था | मैंने 20 मिनट तक चाची की जमकर चुदाई की उसके बाद चाची झड गयी | फिर थोड़ी देर बाद मैं भी झड़ने वाला था तो उन्होंने मुझसे चूत में ही झड़ने को कहा और मैंने उनकी पूरी चूत अपने वीर्य से भर दी | वो मुझसे पूरी तरह संतुस्ट थी हम दोनों कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे | उस रात मैंने चाची की 4 बार चूत मारी | चाची बहुत खुश थी | उस दिन के बाद मैंने उनकी कई बार चुदाई की |