हैलो दोस्तों मेरा नाम निशांत है और मैं झाँसी का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 19 साल है और मैं अभी इंजीनियरिंग कर रहा हूँ | मैं बचपन से पढाई में अच्छा था और इंजीनियरिंग के एग्जाम में मेरे अच्छे नंबर आए थे इसलिए मेरा सिलेक्शन एक अच्छे कॉलेज में हुआ जो की साउथ में है | वो एक नामी और बड़ा कॉलेज है जहाँ मेरा सिलेक्शन हुआ था | वहाँ पर मेरी क्लास की एक लड़की का भी सिलेक्शन हुआ और हम दोनों बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड बन गए | हम दोनों ने बहुत चुदाई की है तो आईये मैं आपको पूरी कहानी बताता हूँ क्या क्या कैसे कैसे हुआ |
ये बात है एक साल पहले की जब एग्जाम का रिजल्ट आया और मेरा सिलेक्शन हो गया था | सभी बहुत खुश थे और कुछ ही दिन बाद मैं और मेरे पापा मुझे कॉलेज में जमा करवाने कॉलेज आ गए | जैसे ही मैंने कॉलेज की बिल्डिंगों को देखा मेरे मुंह से निकला बहनचोद इतनी बड़ी बिल्डिंगें बनाकर करते क्या है भोसड़ी वाले | फिर मेरा एडमिशन हुआ और मुझे वहीँ पर हॉस्टल में एक रूम दे दिया गया | ये तो रही मेरी और मेरे कॉलेज जाने तक की कहानी | अब सीधे मुद्दे की बात कि लड़की कब मिली और चुदाई कैसे हुई जो आप पढने के लिए यहाँ आए है | तो बात शुरू होती है कॉलेज में क्लास शुरू होने के एक हफ्ते बाद से जब मेरे साथ की एक लड़की जिसका नाम निशी था जो मेरी ही क्लास में थी स्कूल में वो आई |
मैंने जैसे ही उसको देखा मैं अपना मुंह छुपाने लगा क्योंकि स्कूल में मेरी इमेज बहुत ख़राब थी हालाकि मेरी गिनती पढ़ने वालों में होती थी लेकिन उससे पहले डिफाल्टर में नाम आता था | तो मुझे डर था कहीं ये सबको मेरे बारे में बता ना दे और यहाँ भी मेरी इज्ज़त का कचड़ा ना कर दे | तो मैं उससे मुंह छुपाने लगा | उस दिन एक नए प्रोफेसर आए थे और सबसे उनका नाम पूछ रहे थे | तो मेरी बारी आई और मैंने खड़े होकर अपना नाम बताया | निशी ने फ़ौरन पलटकर पीछे देखा और तभी मेरी नज़र भी उसपर पड़ गई | जैसे ही हम दोनों की नज़रें मिली तो उसने एक प्यारी सी स्माइल दी और हाय करते हुए हाँथ हिलाया | मैंने भी उससे हाय किया और फिर बैठ गया | फिर सर के जाने के बाद उसने मुझे बुलाया लेकिन मैंने कहा बाद में आऊंगा और वहीँ बैठा रहा | फिर छुट्टी में जाते समय वो मेरे पास आई और बात करने लगी | उसने कहा चलो यहाँ कोई तो है जिसे मैं जानती हूँ | फिर थोड़ी बहुत बात करके वो चली गई |
हम दोनों का नाम एक जैसा था इसलिए हम दोनों का रोल नंबर भी आगे पीछे आता था और कोई भी टेस्ट या लैब में भी बैठना हो तो हमें साथ बैठना पड़ता था | वैसे मुझे कोई दिक्कत नहीं थी क्योंकि निशी दिखने में तो अच्छी लगती ही थी और उसके दूध भी मस्त थे और जहाँ तक मुझे पता है क्लास के बहुत से लड़के उसके पीछे पड़े थे लेकिन वो सिर्फ मेरे पास आती थी | इस बात का मुझे थोडा घमंड भी था और इसलिए मैं लड़कों से थोडा अकड़ के भी बात करता था जब निशी की बात आती थी | एक बार की बात है क्लास में बहुत से लोग वही गेम खेल रहे थे जिसमें बोतल घुमाते हैं और जिसपे आए उसे कुछ करना होता है तो हमारी निशी महारानी भी उन चूतियों में से एक थी | तभी मैं वहाँ पहुंचा तो निशी ने मुझे बुलाया और वहाँ पर बैठा लिया और मैं भी एक चूतिया बन गया और खेलने लगा |
बोतल का ढक्कन मेरी तरफ आया तो निशी कूद पड़ी और उसने पूछा अच्छा बताओ तुमने कभी किसी से प्यार किया है ? तो मैं सोचने लगा क्या बताऊँ यार क्योंकि मैं अगर घूमने निकलता हूँ तो जो भी अच्छी लड़की दिखती है मुझे तो उससे ही प्यार हो जाता है | तो मैंने ऐसे ही मजाक में कह दिया हाँ हुआ है | तो उसने कहा कौन है वो ? तो मैंने कहा तुम | जैसे ही मैंने तुम कहा सभी जोर जोर से चिल्लाने लगा और निशी शर्मा गई | फिर थोड़ी देर खेल और चला और छुट्टी हो गई | मैं जा रहा था तभी निशी मेरे पास आई और मुझे पकड़कर कहा क्या कहा तुमने ? तो मैंने सोचा चलो इसको बता देता हूँ मैं मजाक कर रहा था लेकिन मेरे कुछ बोलने से पहले उसने कहा ठीक है लेकिन ये सबके सामने बोलने की क्या ज़रूरत थी ? तो मैंने कहा मैंने क्या कहा ? तो उसने अच्छा बेटा हमसे होशियारी | अच्छा ठीक है आई लव यू टू ये सुनकर मुझे डर सा लग गया और मुझे थोडा थोडा प्रेशर बनने लगा |
तो मैंने कहा अच्छा ठीक है बाद में बात करते है अभी मुझे कुछ काम है और मैं हॉस्टल भाग गया | मैं टट्टी करते हुए सोच रहा था कि बहनचोद आज तक इतनी लड़कियों पे चांस मारा लेकिन कोई पटी नहीं और ये बिना पटाए पट गई | तो मैंने सोचा अब पट ही गई तो क्या बिना चोदे थोड़ी ना छोड़ेंगे | बस उसके बाद हमारे प्यार का सिलसिला शुरू हो गया | हम दोनों साथ बैठते थे साथ खाते थे लेकिन साथ हगते बस नहीं थे | हम दोनों का प्यार अब बहुत आगे बढ़ चूका था और अब समय था किस करने का तो मैंने एक दिन मौका देखकर उसे किस कर दिया जिससे मुझे तो बहुत ख़ुशी हुई और उसे जो हुआ हो | अब मैं रोज़ मौका ढूंढने लगा कि कब उसको किस करूँ और रोज़ कोई न कोई मौका मिल ही जाता था | लगभग एक महीना हो रहा था और मैं सिर्फ किस ही कर रहा था लेकिन मुझे तो पहाड़ों और गुफाओं का आनंद लेना था | तो मैंने एक दिन उसको फ़ोन किआ और कहा कल कॉलेज मत जाना मुझे कुछ पढना है तो मेरे रूम पर आ जाना |
तो अगले दिन वो मेरे रूम पर आ गई और कहने लगी बताओ क्या पढना है ? तो मैंने कहा बायो | चालाक तो वो भी कम नहीं थी तो उसने कहा कुत्ते मैं सब समझती हूँ तो मैंने कहा आ जाओ फिर | तो उसने कुछ नहीं कहा और फिर मैं उसके पास गया और उसे किस करना शुरू कर दिया | थोड़ी ही में उसने भी मज़े लेकर किस करना शुरू कर दिया और अब लग रहा था जैसे वो मुझसे ज्यादा जोश में है | फिर मैंने उसका टॉप ऊपर किया और फिर उसने खुद ही पकड़कर अपना टॉप उतार दिया | फिर मैंने उसके दूध दबाते हुए उसका ब्रा उतारा और उसके दूध चूसने लग गया | वो मेरा सिर पकड़कर उम्म्म्म उम्म्म्मम्म म्मम्मम्म उम्म्म्मम्म उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह उम्म्मम्म करने लगी | मैं उसके दूध ज़ोर ज़ोर से दबा कर चूस रहा था और फिर मैंने एक हाँथ उसकी लैगी में डाल दिया और उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत मलने लगा | फिर मैंने उसे खड़े होने को कहा और वो खड़ी हो गई और मैंने उसकी लैगी उतार दी और पैंटी भी |
वो पूरी नंगी अवस्था में मेरे सामने थी और उसको देखकर मेरा लंड तो टन टनाये जा रहा था | मैंने उसको अपने करीब किया और उसकी चूत घिसने लगा और वो इस्स्स्सस्स्स इस्स्स्सस्स्स अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआआआ अह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह उम्म्म्मम्म उम्म्म्मम्म करने लगी | फिर मैंने थोडा सा नीचे होके उसकी चूत चाटी और फिर उसको बिस्तर पर लेटा दिया | फिर मैंने अपने पूरे कपडे उतारे और उसके ऊपर चढ़ गया | मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और धीरे धीरे अन्दर करने लगा | मेरा लंड थोडा सा अन्दर गया और उतने में ही मैंने उसे चोदना शुरू कर दिया और वो अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उफफ्फ्फ्फ़ उफफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह इस्स्स्सस इस्स्स्सस स्सस्सस्स आह्ह्हह्ह्ह्ह हह्ह्ह्हह्ह करने लगी | जल्दी ही मेरा निकलने को हुआ तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला बाथरूम में भाग गया और मुट्ठ गिरा के आ गया |
मेरा लंड अभी थोडा मुर्झा रहा था तो मैंने कहा आ चूसो अब सब कुछ मैं ही करूँ क्या | तो मैं बिस्तर पर लेट गया और वो मेरा लंड चूसने लगी | मैं आराम से लंड चुसवाने का आनंद ले रहा था और वो लंड चूसने में लगी हुई थी | जल्दी ही मेरा लंड फिर से टन टना गया और मैंने उसको अपने लंड के ऊपर बैठा लिया और उससे चोदने लगा | मैंने उसको फिर बहुत देर तक चोदा अलग अलग पोजीशन में और उसके बाद मेरा निकल गया और मैंने उसके ऊपर झड़ा दिया | फिर उसके बाद हम दोनों लेटे रहे और फिर थोड़ी देर बाद मेरा फिर से खड़ा हुआ तो मैंने उसे फिर से ठोका और उसके बाद वो अपने रूम चली गई | फिर हम दोनों ने बहुत चुदाई की और कुछ दिन पहले ही हमारा ब्रेक उप हुआ है लेकिन प्रॉब्लम की कोई बात नहीं है मैंने दो पे चांस मारी है और शायद दोनों ही न मान जाए | अगर ऐसा हुआ तो मैंने आपके लिए दो और कहानियां लिखूंगा | तो दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी |