हैल्लो दोस्तों मैं हूँ शैलेन्द्र कोष्ठा और मैं कानपूर का रहने वाला हूँ | मैं अभी इंजीनियरिंग कर रहा हूँ और पढने में भी अच्छा हूँ | मैं 5 फीट 9 इंच लम्बा हूँ और रंग भी साफ़ है | मैं बहुत ही शरीफ लड़का हूँ लेकिन थोडा सा ठरकी हूँ और लड़कियों को देखकर मेरे मुंह में पानी आ जाता है | मैं चूत चुदाई का प्यासा हूँ और ऐसा हूँ कि मुझे कोई भी चलेगी बस चोदने दे मुझे | अब ज्यादा बकवास न करते हुए मैं सीधे अपनी कहानी पे आता हूँ |
ये बात है जब मैं थर्ड इयर में था और मेरी क्लास की एक लड़की जिसकी नाम है अनामिका और हम उसे अनु बुलाते है | अनु बहुत ही खुले विचार वाली लड़की है ये बात कोई भी बता सकता है उसके कपडे देखकर क्योंकि वो बहुत ही छोटे और खुले कपडे पहनती है | वो थोड़ी चालू है और रंगीन मिजाज़ भी है | लेकिन तब मेरी एक गर्लफ्रेंड थी जिसका नाम था ज्योति और वो दूसरे कॉलेज में पढ़ती थी इसलिए मैं जो भी करूँ कॉलेज में, उसे पता भी नहीं चलता था | इसलिए मैं कॉलेज में कन्हैया बना फिरता रहता था |
अनु के क्लास में ज्यादा दोस्त नहीं थे और मैं तो हूँ ही सबका, इसलिए मैं कभी कभी उससे भी बात कर लिया करता था | एक बार मेरे कॉलेज में एक टेस्ट हुआ और उसमें सबने हिस्सा लिया | उसमें जो भी टॉप 20 में आएगा उसे दिल्ली जाना होगा फाइनल टेस्ट देने | तो सबने कॉलेज में टेस्ट दिया और मेरा और अनु नाम टॉप 20 में आ गया | अब जितने भी 20 बच्चे थे उनको दिल्ली जाना था टेस्ट देने तो हमने टिकेट बुक करवा ली | मेरा एक भी दोस्त उसमें सेलेक्ट नहीं हुआ था इसलिए मैं तो अकेला ही था | मेरी टिकेट बुक हो चुकी थी और कुछ दिन मुझे दिल्ली जाना था |
मैं जब दिल्ली जा रहा था तब मुझे अनु नहीं दिखी लेकिन जब मैं दिल्ली पहुंचा और जहाँ पर टेस्ट होना था वहां पर पहुंचा तो वो एक किताब लेकर बाहर खड़ी थी | मैं जैसे ही उसके पास गया तो उसने मुझसे कहा क्या तुम मुझे ये पढ़ा सकते हो ? तो मैंने उससे किताब ली और पढ़ा दिया | फिर दोनों टेस्ट देने चले गए | 2 घंटे का टेस्ट था और उसके बाद मैं बाहर आया तो वो बाहर ही बैठी थी तो मैंने उसके पास जाके उससे पूछा कैसा गया टेस्ट ? तो उसने कहा ठीक ही था | फिर उसने मुझ से पूछा तुम्हारा कैसा था ? तो मैंने कहा मेरा भी ठीक ही था |
उसने कहा ट्रेन तो रात को है और मेरा भी रिजर्वेशन उसी ट्रेन में था | तो मैंने कहा हाँ यार क्या करेंगे तब तक तो उसने कहा चलो घूमते है | फिर हम दोनों घूमने निकल गए | एक बार हम रोड पार कर रहे थे तो एक गाड़ी आई और मैंने उसका हाँथ पकड़ के उसे अपने पास खींच लिया | उसके दूध मेरे सीने को छू गए और मेरा लंड खड़ा होने लगा तो हम दोनों यहाँ वहां देखने लगे और आगे निकल पड़े | फिर एक बार चलते हुए उसके सैंडल में कुछ लग गया और वो झुक गई | अब मुझे उसके दूध के दर्शन हो गए और फिर उसने सिर उठाया और मेरी तरफ देखा तो मैं अपना सिर घुमा लिया | उसके दूध गोल मटोल और बड़े भी थी |
फिर हम दोनों घूमते रहे और रात का खाना खा कर स्टेशन के लिए निकल गए | हम दोनों बस में खड़े थे और मैं उसके पीछे खड़ा था | बस में बार झटके लग रहे थे और मैं बार बार उससे टकरा रहा था और कभी कभी तो मेरा लंड उसकी गांड को छू जा रहा था | लेकिन उसने कुछ नहीं कहा क्योंकि वो समय की नजाकत को समझ रही थी | फिर थोड़ी देर में हम स्टेशन पहुँच गए और अन्दर जाते वक़्त उसने मुझसे कहा तुम जाओ मैं आती हूँ | तो मैं जाके प्लेटफार्म नंबर 4 पर बैठ गया और थोड़ी देर बाद वो मेरे पास आके बोली अब मैं कैसे जाउंगी ? तो मैंने क्यों क्या हुआ ? तो उसने कहा मेरी टिकेट कन्फर्म ही नहीं हुई, अब मैं क्या करू ?
तो मैंने कहा बस तुम मेरे साथ बैठ जाना | तो उसने कहा नहीं यार ऐसे कैसे ? तो मैंने कहा कोई बात नहीं एडजस्ट कर लेंगे | तो वो बहुत खुश हो गई और ख़ुशी से मेरे गले लग गई | मेरे सभी अरमान जग गए और मैंने भी ख़ुशी से उसको पकड़ लिया | फिर हम दोनों बैठे थे और ट्रेन का इंतज़ार कर रहे थे और थोड़ी देर में ट्रेन आ गई | हम दोनों अन्दर गए और मेरी सीट ऊपर वाली थी तो हम दोनों ऊपर चढ़ कर बैठ गए | उस वक़्त रात का एक बज रहा था इसलिए ट्रेन में सब सो रहे थे और हम दोनों बैठ कर बातें कर रहे थे |
थोड़ी देर बाद हम दोनों एडजस्ट करके लेट गए और लेटे लेटे बात कर रहे थे | हम दोनों आमने सामने मुंह करके लेटे थे और लाइट बंद थी तो उसने मुझसे कहा तुम्हारी जो गर्लफ्रेंड है वो तुम्हें सब कुछ करने देती है | तो मैं समझ गया और मैंने कहा नहीं हमारा ब्रेकउप हो गया है | तो उसने मुझसे कहा कितनी बुरी बात है, मैं तुम्हें एक बात बताना चाहती हूँ आई लव यू और मुझे होंठों पर किस कर दिया | तो मैंने कहा तुम तो बहुत फ़ास्ट निकली ओके आई लव यू टू और मैंने भी उसे किस कर दिया | अब हम दोनों लेटे लेटे किस कर रहे थे और लाइट बंद थी और सब सो रहे थे इसलिए हमें डर भी नहीं था किसी का |
तभी मुझे कुछ आवाज़ आई और हम दोनों वहां पर देखने लगे लेकिन वहां ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था जिससे हम डरें | तो हमें फिर से एक दुसरे को किस करना शुरू कर दिया और होंठों का रस चूसने लगे | अब हम दोनों जीभ से जीभ लड़ाने लगे और फिर एक दुसरे को और जमके किस करने लगे | फिर मैंने उसके टॉप में हाँथ डाला और उसके दूध दबाने लगा और मेरे लंड को ऊपर से सहलाने लगी | अब माहौल गर्मा रहा था और हम हद से ज्यादा आगे बढ़ रहे थे | इसलिए मैंने उससे कहा चलो यहाँ नहीं टॉयलेट चलते हैं यहाँ हो सकता है कोई देख ले |
तो हम उतरे और जल्दी से टॉयलेट में पहुँच गए और कुंडी लगा दी | फिर मैंने उसके कपडे उतारे और टांग दिए | मैंने उसके दूध चुसना शुरू कर दिया और वो ऊउम्मम्म ऊउम्मम्म करने लगी तो मैंने कहा ज़रा धीरे कोई सुन लेगा और इतना कहकर फिर से उसके दूध चूसने लगा | उसके दूध बड़े थे इसलिए मुझे चूसने और दबाने में मज़ा आ रहा था | फिर मैंने उसकी पैंटी उतार दी और अपनी पैन्ट भी और वो मेरा लंड चूसने लगी | वो जब मेरा लंड चूस रही थी तब मुझे इतना मज़ा नहीं आ रहा था लेकिन जब वो मेरे लंड के टोपे पे जीभ फिरा रही थी तब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था |
फिर मैंने उसको टिकाया और एक पैर उठा के उसकी चूत को चाटने लगा | मैं उसकी चाट रहा था और ऊँगली भी करे जा रहा था और वो आह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हा आह्हह्हाहा अहहहहह ऊह्ह्ह्हह्ह करे जा रही थी | उसकी चूत से पानी निकल रहा था और वो पानी मैं मुंह में भर के थूकता जा रहा था | फिर मैं खड़ा हुआ और उसका एक पैर रखा खिड़की पर और नीचे से लंड डाल के उसको चोदने लगा | अब वो ज़ोर ज़ोर से आह्ह्हह्हा ऊउह्ह्ह्ह ईईएह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्हह्ह्ह्ह करने लगी तो मैंने उसके मुंह पे अपना हाँथ रख दिया और उसे चोदने लगा |
ट्रेन में चोदने का एक फायदा तो है आपको ज्यादा ज़ोर नहीं लगाना पड़ता है ट्रेन खुद ही आगे पीछे होती रहती है आप बस आराम से खड़े रहो लड़की अपने आप चुद जाएगी | फिर मैंने उसको बेसिन पर बैठा दिया और उसकी चूत में लंड डाल के उसे चोदने लगा | वो दर्द हो रहा था लेकिन मैंने उसके मुंह पर हाँथ रखा हुआ था इसलिए कुछ कह नहीं पा रही थी | मैंने उसको ऐसे ही थोड़ी देर तक चोदा और उसके मुंह से हाँथ हटा दिया और पूछा जो निकलने वाला है कहाँ छोड़ दूँ | तो उसने कहा हटो और मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला और वो नीचे आके खड़ी हो गई और खड़े खड़े मेरा लंड हिलाने लगी | फिर वो नीचे झुकी और लंड को हिलाने लगी और जैसे ही मेरा मुट्ठ निकला तो उसके मुंह पर जा गिरा और उसने सारा मुट्ठ अपने मुंह पर गिरा लिया |
फिर वो उठी और मुंह धोने लगी मैं कपडे पहनने लगा | फिर उसने भी कपडे पहने और हम जाके फिर से सीट पर लेट गए | उस वक़्त रात के 2:30 बजे थे और हम लेटे लेटे किस करने लगे | थोड़ी देर बाद हमारा फिर से मन बन गया और हमने फिर से टॉयलेट में जाके चुदाई मचाई | उसके हम दोनों जब भी मन होता कहीं भी जाकर चुदाई मचा लिया करते थे |