हाय फ्रेंड्स, मैं सरोज फिरसे हाजिर हूँ आप लोगो के सामने कहानी के अलगे भाग को लेकर |मैंने आप लोगो को पिछले भाग में बताया था कि कैसे मैंने अपने बेटे के स्कूल टीचर से चुदवाया था | तो मैं अब आप लोगों को आगे के भाग में बताउंगी अपनी अगली चुदाई के बारे में |
स्कूल टीचर से चुदाई के बाद मेरे अन्दर की फिर से अन्तर्वासना जाग उठी थी | उस ने तो बस मुझे एक बार ही चोदा था | मैंने उससे कई बार कहा कि मुझे चुदवाना है पर उसने मना कर दिया | तो मैंने भी उसे मादरचोद बोल के अलग कर दिया अपनी जिन्दगी से | फिर ऐसे ही दिन बीतने लगे थे और मैं चुदाई की आग में जल रही थी | लेकिन ऊपर वाला सब देखता है और तभी एक दिन मेरे भांजे का कॉल आया कि मामी मेरा एग्जाम है वहां तो मैं आप के यहाँ आ रहा हूँ 3 दिन के लिए | तो मैंने भी कह दिया था कि हाँ आ जाना | फिर अगले दिन वो मेरे घर आ गया | मैंने उसे नहा के फ्रेश होने के लिए बोल दिया और वो नहाने चला गया और मैं भी अपने घर के काम में लग गयी | फिर जब वो नहा के आया तोमैंने उसे खाना ला के दिया और उसी के साथ बैठ के मैं भी खाना खाने लगी |हम दोनों खाना खाने लगे और ऐसे ही इधर उधर कि बात करने लगे | खाना खाने के बाद मैंने उससे कहा कि तू आराम कर ले मैं भी जा के हिमांशु को ले कर आती हूँ | तो उसने कहा ठीक है मामी | फिर मैं अपने बेटे को लेने चली गयी |
जब मैं वहां से आई तो मेरा बेटा जिद करने लगा कि मम्मी मुझे टॉफ़ी खानी है तो मैंने उससे कहा कि ठीक है तू बाजू वाली दूकान चले जा मैं घर चली जाती हूँ | मेरी शॉप के बाजू में ही एक शॉप थी वहां से वो हर दम टॉफी लेता था |जैसे ही मैं घर के अन्दर गयी तो देखा कि वो मेरा भांजा जिसका नाम सक्षम है वो मुझे नहीं दिख रहा था | मैंने हर रूम में देखा पर वो मुझे नहीं दिख रहा था | फिर जब मैं बाथरूम कि तरफ गयी तो मुझे अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअअहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कि आवाजे आ रही थी | तो मैं समझ गयी थी कि ये मुठ मार रहा होगा | मैंने उसे कुछ नहीं कहा और अपने बेटे के सोने का इंतज़ार करने लगी जब वो सो गया तो मैं बाथरूम में गयी देखने कि इसने कहा अपना माल निकाला है | जब मैंने अपने ब्रा और पेंटी उठाये तो देखा कि ढेर सारा वीर्य मेरी ब्रा और पेंटी दोनों में है | ये देख कर मैं मदहोश होने लगी तो मैंने थोडा सा वीर्य अपनी जुबान से चाता तो बहुत कड़क वीर्य और फ्रेश लगा | मैं अपनी ब्रा और पेंटी ले कर उसके पास गयी | वो उस समय टीवी देख रहा था तो मैंने उससे कहा कि ये सब क्या है ? तो वो थोडा सा डर गया और मुझसे माफ़ी मांगने लगा |
तो मैंने उससे कहा कि चल कमरे में | और फिर मैं उसे दूसरे वाले रूम में ले आई और जहाँ मेरा बेटा सो रहा था उस रूम को हल्का कुंडी लगा के बंद कर दिया | रूम में पंहुच कर मैंने उससे कहा कि चल अपना पेन्ट उतार | तो डरते डरते अपना पेन्ट उतारा तो मैं देख कर चौंक गयी कि इतनी सी उम्र है इसकी लंड इतना मोटा | उसका लंड देखकर मेरी चूत फटने लगी | फिर मैंने कहा अरे बाप रे ! इतना बड़ा मैं तो आज मर ही जाउंगी | फिर मैं उसके लंड को हाँथ में ले कर हिलाने लगी हिलाते हिलाते उसका लंड और मोटा हो गया 6 इंच का साइज़ था उसके लंड का | जब उसका लंड एक दम तैयार हो गया तो मैं उसके लंड को मुंह में ले कर चूसने लगी और वोअहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगा | फिर मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया | और खुद भी नंगी हो गयी थी | उसके बाद मैंने उससे अपने दूध पीने को कहा तो वो मेरे दूध को जोर जोर से पीने लगा और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी थी |10 मिनट तक मैंने उससे अपने दूध चुसवाए थे | फिर मैं बेड पर लेट गयी और उसे अपनी चूत चाटने को कहा तो झट से वो मेरी चूत चाटने लगा तब तक मैं बहुत गरम हो चुकी थी और अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए अपनी गांड उचका उचका के चूत चटवा रही थी |
फिर मैंने उसे लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ कर लंड अपनी चूत में टिका कर ऊपर नीचे होने लगी थी | और वो भी झटके देने लगा था और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी |२० मिनट कि चुदाई के बाद उसने ढेर सारा माल मेरी चूत में ही छोड़ दिया | फिर मैं जल्दी से उठ कर उसको कपडे पहनने के लिया कहा और बाथरूम चली गयी खुद को साफ़ करने | मुझे चुदवा के मजा आया और चूत को शांति मिली | 3 दिन तक मैंने उससे खूब चुदवाई जब जब मेरा बेटा स्कूल में होता या रात में सो जाता था |
फिर वो भी अपने घर चला गया था और फिर से मैं अकेली हो गयी | फिर एक दिन मैने अपने दूध वाले को फंसाया | जिसका नाम खूबचंद था और उससे भी अपनी चूत कि चुदाई करवा ली थी | वो गांड मारने का बहुत बड़ा शौक़ीन था तो उसने मेरी कुंवारी गांड कि भी सील तोड़ दीथी और खूब गांड चोदा था मेरी | अब मैं रोज बेटे के स्कूल जाने के बाद अपने दूध वाले से सुबह सुबह अपनी चूत की सेवा करवा लेती थी | पर दिन भर मैं अकली रह जाती थी | मेरी समझ में ये नहीं आ रहा था कि मैं रोज सुबह चुदवाती हूँ फिर भी मेरी चूत कि खुजली नहीं मिट रही है |
मेरी शॉप के बाजू में एक शॉप है तो मैंने उसके मालिक के बेटे को अपनी जाल में फंसा लिया | बहतु ही मुश्किल से वो मेरे काबू में आया था | फिर मैंने उसे कहा कि मैं तुझे रोज 100 रूपए दूँगी अगर तू मेरी चूत चोदेगा तो |वो भी तैयार हो गया था इस काम के लिए | उसका नामक आरुष था और वो कॉलेज में था | उसका बाप बहुत खडूस था और उसे पैसे भी नहीं देता था | मुझे ये पॉइंट मिल गया था उसे पटाने का | एक दिन उसने अपने बाप से कहा कि मैं आज कॉलेज नहीं जाऊंगा मुझे कुछ काम है | थोड़ी देर बाद छुपते छुपते मेरे घर आ गया था |मैंने उससे पूछा कि किसी ने तुझे देखा तो नहीं यहाँ आते हुए | तो उसने कहा कि नहीं किसी नहीं देखा | फिर मैंने उसके होंठ में होंठ रख कर उसे किस करने लगी और वो मुझे भी किस करने लगा | फिर मैंने उसे नंगा कर दिया और उसका लंड ज्यादा बड़ा तो नहीं था और न ही मोटा था | पर मुझे अपनी चूत कि खुजली मिटानी थी तो मैंने कुछ नहीं समझा और उसका लंड मुंह में भर कर चूसने लगी | वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगा था | फिर उसके सामने ही मैं भी नंगी हो गयी और वो मेरे दूध को पीने लगा जोर जोर से निप्पलस चूसते हुए | और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | 10 मिनट मेरे दूध पीने के बाद उसने मेरी चूत को चाटा | और फिर मेरी चूत कि चुदाई की | उससे मैंने अपनी गांड भी चुदवाई थी |
तो दोस्तों ये थी मेरी जिन्दगी की कहानी | मैं सुबह, दोपहर चुदवाती थी पर रात का मेरे पास कोई आप्शन नहीं था | मेरी इस चूत की आग ने मुझे कई लौड़ो का स्वाद चखने में मजबूर कर दिया था| मैंने ना जाने कितने लंड अपनी चूत और गांड में लिए होंगे मुझे खुद अंदाज़ा नहीं है इस चीज़ का | पर मैं अभी भी बहुत भूखी हूँ लंड की अगर कोई है जो मेरी चूत की प्यास बुझा सकता है तो कमेंट में अपना नंबर डाल देना और मैं उससे चुदवा लुंगी |