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हेल्लो दोस्तों, मैं एक 30 साल की शादीशुदा औरत हूँ | मेरे पति जॉब करते हैं और दिन भर ऑफिस में रहते हैं | कभी कभी मैं यहाँ Hindi Sex Kahaniyan वेबसाइट पर आती हूँ और सेक्सी कहानियां पढकर अपनी चूत में ऊँगली कर लेती हूँ | आज मैं आप लोगों को अभी 2 दिन पहले की घटना के बारे में बताने जा रही हूँ | दोस्तों, मेरा फिगर काफी सेक्सी है | रंग बहुत गोरा तो नही हैं लेकिन अच्छा फेस कट, बड़े बूब्स और उठी हुई गांड मुझे सेक्सी बना देती है | चलिए अब मैं बिना टाइम बर्बाद किये कहानी पर आता हूँ |
दोस्तों एक दिन की बात है, मैं घर पर बैठी बोर हो रही थी | मेरे पति ऑफिस जा चुके थे और काम सारा मैं पहले ही निपटा चुकी थी | मुझे बाकी औरतों की तरह सीरियल नही पसंद हैं इसीलिए मैं वो नही देखती | मैं सोच ही रही थी की क्या करूं तब तक मुझे दरवाजे पे किसी के खटखटाने की आवाज़ सुनाई दी | मैंने दरवाजा खोला तो एक फेरी वाला था और चादर बेच रह था | मैंने गुस्से में बोला – ये कोई तरीका है ? वो माफ़ी मांगते हुआ बोला – सॉरी मैडम, आपने पिछली बार भी मुझसे ही सामान लिया था मुझसे इसीलिए मैंने सोचा पूछ लूं | मैंने बोला – ओके, अन्दर आ जाओ | मैंने उसको बैठाया और चादर दिखाने के लिए बोला | वो चादर दिखाने लगा | मुझे एक चादर पसंद आई | वो अचानक से बोला – मैडम, इस बार मैं चादर के साथ मैक्सी (गाउन ) भी लाया हूँ, आप एक बार ट्राई करके देखो | मैंने बोला – ओके, दिखाओ | उसने मुझे कुछ पीस दिए और बोला मैडम आप पसंद कर लो और ट्राई भी कर लो | मैंने 2 पीस चूज़ किये और वो दोनों पीस लेकर अपने कमरे में चली गयी | मेरा कमरा थोडा साइड में है इसीलिए मैंने कमरे का दरवाजा बंद नही किया | अब मैं अपने कपडे उतारने लगी ताकि मैं वो दोनों मेक्सी ट्राई कर सकूं | मैं जब अपनी ब्रा और पैंटी में थी तभी मैंने देखा की किचन के शीशे में मेरी तस्वीर झलक रही है और वो फेरी वाला उस किचन के शीशे में मेरी गांड और बूब्स देखकर अपना लंड सहला रहा है | पहले तो मुझे गुस्सा आया लेकिन जब मैंने ध्यान से देखा तो वो फेरी वाला काफी स्मार्ट लगा और उसका लंड जो की उसके पैंट से बाहर आने को बेताब था, काफी बडा लग रहा था | मैंने सोचा की क्यूँ न मस्ती की जाए | मैंने अब मेक्सी पहनी और उसके सामने जाकर खड़ी हो गयी | उसकी पैंट से उभरा हुआ उसका लंड साफ़ नज़र आ रहा था | मैंने उसको बोला की कोई और दिखाए क्यूंकि इसमें मेरे बदन के उभार साफ़ नज़र आ रहे हैं | वो बोला – मैडम, इसी बात की तारीफ है | आपको भी पता है की आप के जैसा शरीर हर किसी के पास नही होता | अब है तो इसे दिखाइए, क्या दिक्कत है | मैं अन्दर ही अन्दर खुश हो रही थी अपनी तारीफ़ सुन के |
अब मैंने बिना देर किये सीधा बोल दिया – अच्छा, इसीलिए तुमने अपनी पैंट टाइट सिलवाई है ताकि जब तुम्हारा लंड खडा हो तो लोगों को साफ़ पता लग जाये ? वो शरमा गया | उसका गोरा चेहरा शर्म से लाल हो गया | मैं बोली – अरे, जैसे मेरे जैसा बदन हर किसी के पास नही होता वैसे ही तुम्हारे जैसा बडा लंड भी हर किसी के पास नही होता | अब वो थोडा नार्मल हुआ और मेरे बूब्स की तरफ देखने लगा | मैं बोली – अगर असल में देखना है तो ये मेक्सी जो मैंने पहन रखी है, इसे फ्री में देना पडेगा | वो बोला – अरे मैडम, आप जो बोलो वो कर दूं, ये एक मेक्सी क्या चीज है |
मैं समझ गयी की अब सीन शुरू होने वाला है | मैंने बोला – चलो, तुम भी क्या याद करोगे, आ जाओ कमरे में | उसने सब सामान उधर ही छोड़ा और मेरे पीछे मेरे कमरे में आ गया | मैंने कमरे का दरवाजा अन्दर से बंद कर लिया और उसके सामने खड़ी हो गयी | वो मेरा इशारा समझ गया और मुझे किस करने लगा | मैंने भी उसका साथ देना शुरू कर दिया | अब उसने बिना देर किये अपने हाथ मेरे बूब्स पर रख दिए | वो मेरे बूब्स को मस्ती से दबा रहा था | मुझे मजा आने लगा | मैं धीरे धीरे आह आहा ह हह ह हह हह ह हह उम्म्म म मम म मम म मम करने लगी | अब उसने मेरी मेक्सी की चैन खोल दी और मुझे बेड पर लिटा दिया | मैं अब बस ब्रा और पैंटी में थी | वो मेरे ऊपर आ गया और मुझे किस करने लगा |
अब वो ब्रा के ऊपर से मुझे किस कर रहा था | मैंने बोला – अब निकाल भी दो, आजाद कर दो इन्हे | उसने मेरी ब्रा के हुक खोले और मेरी ब्रा उतार दी | अब मेरे बड़े बड़े बूब्स उसने सामने थे | वो तुरंत मेरे निप्पलों को बारी बारी से चूसने लगा | मुझे मजा अ रहा था | इसी बीच उसने मेरे एक निप्पल पर हलके से काट लिया | मैं चीख पड़ी और उई ईई इ इ ई इ ई इ ई इ ईई इ इ ई ईई इ ई इ ई आराम से.. कहने लगी | वो अब मेरी चूत को पैंटी के ऊपर से सहला रहा था | मुझे भी जोश आने लगा | मैंने उसका सर पकड़ा और उसे नीचे धकेल दिया | उसका मुंह अब मेरी चूत के सामने था | उसने पहले तो पैंटी के ऊपर से ही मेरी चूत को चाटना शुरू किया और फिर मेरी पैंटी को उतारने लगा | मेरी बिना झांटों वाली चूत को देख कर वो खुश हो गया | उसने अब मेरी चूत में अभी जीभ घुसेड दिया और उसे चूसने लगा | मैं मजे में आह्ह ह हह हह ह हह ह ह हह ह ऊऊउ उ ऊ उ ऊ उ उ ऊ उ उई ईई इ इ ई इ ई इ इ उम् म मम म मम्म मम मम म म मम म म करने लगी |
वो ज्सिद्र ज्सिद्र सपनी जीभ मेरी चूत में अन्दर घुसेड रहा था, मुझे मजा आ रहा था और मेरी सिसकियाँ तेज हो रही थीं | वो मेरी चूत चाट रहा था और मैं उसके बाल सहला रही थी | करीब 10 मिनट तक ऐसे ही चूत चटवाने के बाद मैं झड गयी | वो मेरी चूत का सारा पानी पी गया | अब वो मेरे ऊपर आ गया और फिर से मुझे किस करने लगा | उसने अब अपनी शर्ट निकली और और फिर पैंट भी निकाल दी | मुझे उसके लंड का इंतजार था | जैसे ही उसने अपनी पैंट निकाली, मुझे उसका लंड देखकर मजा आ गया | उसका लंड लगभग 6 इंच का और काफी मोटा था | उसने अपनी झांटों को शावेकर रखा था | मैंने उसका लंड हाथ में पकड़ा और सहलाने लगी | उसका लंड मेरे कोमल हाथों के टच से ही खड़ा हो गया और पूरा सीधा हो गया |
मैंने उससे बोला की अब और नही सहा जाता, घुसेड दे इसे वो मेरी चूत में | उसने मेरी टांगो को फैलाया और मेरी चूत पर अपना लंड टिका दिया | अब उसने एक धक्का दिया और उसका आधा लंड मेरी चूत में घुस गया | मेरी चूत बहुत कसी नही तो बहुत ढीली भी नही है दोस्तों | मुझे बहुत दर्द हुआ और मैं रोने लगी | वो अब मुझे किस करने लगा और किस करते करते ही उसने एक और धक्का दिया | अब उसका पूरा लंड मेरी चूत के अन्दर था | उसका मुसल जैसा लंड मेरी चूत को फाड़ चूका था | अब उसने मुझे चोदना शुरू कर दिया | मुझे दर्द हो रहा था इसीलिए मैं आःह ह हह ह हह ह ह्ह्ह्ह ह हह ह ऊऊ ऊ ऊ उ उ ईई ईई इ ई ईई ई इ ई ई इ इऊउ ऊऊ उ ओह्ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह्ह्ह ह कर रही थी | वो मेरी सुनने के मूड में ही नही था और लगातार मेरी चूत को चोदे जा रहा था | थोड़ी देर में मुझे भी मजा आने लगा | अब मैं बड़े मजे से सिसकियाँ लेकर अपनी चूत को उस फेरी वाले से चुदवा रही थी |
लगभग आधे घंटे की चुदाई के बाद वो झडने वाला हुआ तो मैंने उससे बाहर झडने को बोला | उसने अपन लंड मेरी चूत से निकाल लिया और फर्श पर अपना मुठ निकाल दिया | मुझे मजा आ गया था | मैंने अब अलमारी से पैसे निकाले और उसे दे दिए और बोला मैं मैक्सी फ्री में नही लूंगी | वो खुश हो गया और चला गया |
ये थी मेरी कहानी | धन्यवाद् |