hindi sex stories, antarvasna
आप सभी पाठको को मेरा मेरा नमस्कार मेरा नाम कुलदीप है | मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 21 साल है और मेरा रंग सांवला है | मेरी बॉडी देखने में ठीक-ठाक है | आज मैं आप लोगो के समक्ष अपनी जिन्दगी की सबसे हसीं दास्तान को लेकर आया हूँ | आशा है की आपको पसंद आएगी |
बात आज से दो साल पहले की है मैं जिस कॉलेज में पढता था| उसमे पूर्णिमा नाम की एक मैडम पढ़ाती थी | उनका फिगर बहुत ही मस्त था | उनपर कॉलेज का हर लड़का फ़िदा था | उनके बूब्स को और उठी हुई गांड देखकर मेरा भी लंड कंट्रोल से बाहर होने लगता था | मैं कभी- कभी उनके नाम की मुठ मार के अपने लंड को शांत करता था | मैंने उनके पास कोचिंग लगवा ली और मैं एक दिन भी बिना मिस किये रोज उनके पास जाया करता था | मैं पड़ने में ठीक था इसीलिए मैं थोड़े ही दिनों मैं उनका फेवरेट स्टूडेंट बन गया | अब अगर उन्हें कोई भी काम होता तो मुझे बुला लेती और मुझसे अपना काम करवा लेती |
एक दिन मैं अपनी बाइक से कॉलेज जा रहा था | तो मैंने देखा की पूर्णिमा मैडम बस स्टैंड पर खड़ी थी | मैंने उनके पास बाइक रोकी और उनसे पूछा की आप यहाँ क्यूँ खड़ी है | तो उन्होंने बताया की उनकी स्कूटी खराब हो गयी है जिसके कारण वो आज बस से जा रही है | मैंने उनसे बाइक पर बैठने को कहा वो पहले तो मना करने लगी | पर मेरे बहुत कहने पर वो मान गयी और मेरी बाइक पर बैठ गयी | हम दोनों कॉलेज के लिए निकल पड़े रास्ते में सड़क थोड़ी खराब थी | जिसके कारण मुझे ब्रेक लगानी पड़ी | उनके मुस्सम्मी जैसे बूब्स मेरी पीठ में लड़ गये | मुझे एक दम ऐसा लगा जैसे मेरे शरीर में 440 वाल्ट का झटका लगा हो | मैंने उनको सॉरी बोला और हम दोनों कॉलेज पहुँच गए |
उस दिन मेरा मन एक भी क्लास में नहीं लगा मैं दिन भर उनके बारे में सोचता रहा की मैं कैसे उनकी चुदाई करू | छुट्टी के समय मैंने फिर उनसे कहा की मैडम चलो मैं आपको घर छोड़ देता हूँ | वो मेरी बाइक पर बैठ गयी हम दोनों घर के लिए निकले ही थे की रास्ते में पानी बरसने लगा | हम दोनों पूरी तरह से भीग चुके थे | मैं मैडम के घर पहुंचा तो मैडम ने मुझे अन्दर आने को कहा | मैंने कह नहीं मैडम मैं घर चला जाऊंगा | पर उन्होंने कहा की तुम पूरी तरह से भीग चुके हो और अभी बारिश भी नहीं रुकी है | अंदर आकर अपने कपडे सुखा लो फिर बारिस रुक जाए तो चले जाना | मैं उनके घर के अन्दर पहुंचा उन्होंने मुझे टावेल लाकर दी | वो खुद भी पूरी तरह से भीगी हुई थी | भीगने की वजह से उनके बूब्स साफ़ चमक रहे थे | उनके निपल्स कड़े हो गए थे जो ब्लाउस के ऊपर से साफ़ दिखाई दे रहे थे |
मेरी नजर उनके निपल्स से हट ही नहीं रही थी | फिर वो अपने र्रोम में कपडे बदलने चली गयी | मैं भी चुपके से उनके दरवाजे के पास जाकर खड़ा हो गया और उनको कपडे बदलते हुए देखने लगा | उन्होंने अपनी साड़ी निकाली और ब्लाउस और पेटीकोट भी निकाल दिया | अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी वो बहुत ही हॉट लग रही थी | मेरा मन तो कर रहा था की बस उनको पकड़ कर चोद दूं पर मुझे डर भी लग रहा था | उन्होंने अपनी ब्रा और पैंटी भी निकाल दी अब वो मेरे सामने बिलकुल नंगी खड़ी थी | उन्होंने रेड कलर का गाउन पहन लिया और वापस आने लगी |
मैं जल्दी से जाकर सोफे पर बैठ गया और टावेल से खुद को पोछने लगा | वो मेरे पास आई और मुझसे कहने लगी की कपडे निकाल कर सुखा लो पर मैंने कहा की नहीं मैम मैं ऐसे ही ही ठीक हूँ क्यूंकि मेरा लंड एक दम तना हुआ था | उन्होंने शायद इस बात पर गौर किया और मेरी तरफ एक प्यारी सी स्माइल दी | फिर उन्होंने कह की तुम बैठो मैं तुम्हारे लिए चाय बनाकर लाती हूँ | वो चाय बनाने के लिए रसोई में चली गयी और मैं वहीँ पर बैठ कर उनके बारे में सोंचता रहा | उनका नंगा बदन मेरी आँखों के सामने घूम रहा था | थोड़ी देर बाद वो मेरे लिए चाय बनाकर लायी | वो जब मुझे चाय देने के लिए झुकी तो उनके बूब्स साफ़ चमक रहे थे | क्यूंकि उन्होंने गाउन के अन्दर कुछ नहीं पहना था | मेरी नजर उनके बूब्स पर टीकी थी | उन्होंने इस बात को भाप लिया वो मुझसे पूछने लगी की क्या हुआ कुलदीप क्या देख रहे हो | मैंने अपनी नजरे उनपर से हटाई और कहा कुछ नहीं मैडम और फिर हम दोनों ने बैठ कर चाय पी |
वो मेरे ताने हुए लंड को घूरे जा रही थी | मैं अपने लंड को शांत करने की कोसिस कर रह था | फिर वो मेरे पास आकर बैठ गयी और मेरी शर्ट के बटन खोलकर कहने लगी की तुम इसे निकाल कर सुखा क्यूँ नहीं लेते | फिर उन्होंने मेरी शर्ट उतार दी | फिर उन्होंने मुझसे पैंट को निकालने को कहा मैंने कहा नहीं मैडम मैं ऐसे ही ठीक हूँ | उन्होंने कहा नहीं पैंट निकाल दो नहीं तो सर्दी लग जाएगी मैंने कहा नहीं मैडम मुझे शर्म आती है | उन्होंने कहा की मेरे सामने कैसी शर्म और फिर उन्होंने मेरी पेंट खोल दी | मैंने पैंट निकाली तो मेरी अंडरवियर में मेरे लंड का उभार बिलकुल साफ़ दिखने लगा |
मैडम ने मेरी लंड की तरफ देखा और मुझसे कहने लगी की इसको क्या हुआ | ये इतना क्यूँ ताना हुआ है | मैडम अब जब मुझसे इतना खुलकर बातें करने लगी थी मैं समझ गया की मैडम के मन में क्या है | मैंने कहा मैडम इसको आपने ही परेशान करके रखा हुआ है | मैडम ने कहा वो कैसे | मैंने कहा की इसने जब से आप को कपडे बदलते हुए देखा है तब से बैठने का नाम ही नहीं ले रहा | मैडम मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई और कहने लगी अच्छा तो तुमने सब कुछ देख लिया |
मैंने कहा हाँ मैडम आप इतनी खूबसूरत है की मेरा मन मान ही नहीं रह था | फिर मैडम ने कहा तुमने मेरी चूत के दशन किये है चलो अब तुम अपना लंड मुझको दिखाओ | मैंने झट से अंडरवियर नीचे किया मेरा लंड फड़फड़ा कर बाहर निकल आया | मैडम मेरे लंड को देखती ही रह गयी | उन्होंने कहा की तुम्हारा लंड तो बहुत मस्त और मोटा है फिर वो मेरे लंड को अपने हाँथ में लेकर सहलाने लगी और कहने लगी की लाओ ये मेरी वजह से परेशान है तो मैं ही इसकी परेशानी दूर करूंगी |
उन्होंने मेरे लंड को अपने मुहँ में ले लिया और उसको चूसने लगी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था | इतने दिनों का मेरा सपना आज पूरा होने वाल था | वो मेरे लंड को लोलीपॉप की तरह चुसे जा रही थी | मैं मैडम के मुहँ में धक्के लगाने लगा और उनके मुहँ को चोदने लगा | थोड़ी देर बाद मैं झड़ने वाला था मैंने कहा की मैं झड़ने वाला हूँ | उन्होंने कहा की मुहँ में ही झड जाओ फिर मैंने अपना सारा माल मैडम के मुहँ में छोड़ दिया | उनका पूरा मुहँ मेरे वीर्य से भर गया | वो मेरा सारा माल गटक गयी और मेरे लंड को चाट कर साफ़ कर दिया |
फिर मैंने उनको अपनी बाँहों में भर लिया और उनके मम्मो को मसलने लगा | मैं उनकी गर्दन पर किस करने लगा और उनका गाउन उतार दिया वो मेरे सामने अब बिलकुल नंगी खड़ी थी | मैंने उनको सोफे पर लिटाया और उनकी चूत को चाटने लगा | उनके मुहँ से मादक सिसकियाँ निकलने लगी | मैंने उनकी चूत में अपनी जीभ डाल दी और उनकी चूत को जीभ से चोदने लगा | थोड़ी देर बाद उनका शरीर अकड़ने लगा और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया | मैं उनका सारा रस पी गया और उनकी चूत को चाट कर साफ़ किया |
फिर उन्होंने मेरे लंड को अपने मुहँ में लिया और चूसकर उसको खड़ा कर दिया | वो अब चुदने के लिए तैयार थी उन्होंने लंड अपनी चूत पर सटाया और अन्दर डालने को कहा | मैं उनकी चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा वो बहुत गरम हो चुकी थी और मुझसे कहने लगी की अब मुझे मत तडपाओ कुलदीप प्लीज मेरी चूत में अपना लंड डाल दो मैंने एक झटके में अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया | उनकी चीख निकल गयी मैं उनको किस करने लगा और उनके बूब्स को दबाने लगा | मैंने झटके लगाने सुरु किये और वो भी अपनी कमर उचका कर मेरा पूरा साथ दे रही थी मैंने लगभग 20 मिनट तक उनकी चूत मारी फिर उनका शरीर अकड़ने लगा | मैं समझ गया की वो झड़ने वाली है मैंने धक्के और तेज कर दिए | थोड़ी देर बाद वो झड गयी पर मैं अभी नहीं झडा था | मैं धक्के लगाता रहा लगभग 10 मिनट बाद मैं भी उनकी चूत में झड गया | हम दोनों एक दुसरे पर लेटे रहे और वो मुझे किस करती रही | उन्होंने मुझसे कहा की आज तक इतना सुख मुझे कभी भी नहीं मिला | आज तुमने पूरी तरह संतुष्ट कर दिया है आज से मैं तुम्हारी हूँ | उसके बाद हम दोनों ने साथ में नहाया और मैंने उनकी फिर से चूत मारी |