एक लकड़े से बुझाई चूत की आग

hindi sex stories हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सभी ? मैं आशा करती हूँ की आप सभी ठीक ही होगे ? मेरा नाम दिया है | मेरी 19 साल है | मैं बी कॉम फस्ट इयर में पढ़ाती हूँ | मैं रहने वाली उरई की हूँ | मैं दिखने में बहुत गोरी हूँ | मेरा फिगर मस्त है | मेरे बड़े बड़े बूब्स और मेरी पतली कमर उसके सिवा मेरी बड़ी चौड़ी गांड जिसको देख कर किसी बूढ़े आदमी का भी लंड खड़ा हो जाये | मेरे घर में मैं और मेरे मम्मी पापा रहते हैं | मेरे मम्मी पापा अक्सर घर से बाहर काम के लिए जाया करते हैं | मैं काफी अरसे से सेक्सी कहानियाँ पढ़ती आ रही हूँ | मुझे सेक्सी कहानी के सिवा इंग्लिश सेक्सी मूवी भी देखना पसंद है | जब मेरे घर पर मेरे मम्मी पापा नही होते हैं | तब मैं सेक्सी मूवी देखती हूँ और सेक्सी मूवी देख कर जब मुझे अपने आप पर काबू नहीं होता है | तब मैं अपनी चूत में अपनी ऊँगली डाल कर अन्दर बाहर करती हूँ | या कोई भी लड़का मिल जाये तो उससे चोदवा लेती हूँ | इस तरह की मैं हूँ | ये मेरी पहली कहानी है तो इस कहानी में आप लोगो को कोई गलती नजर आये तो मुझे माफ़ करना और ये जो कहानी लिखने जा रही हूँ ये मेरी जीवन की सच्ची कहानी है | मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेती हुई सीधे अपनी कहानी पर आती हूँ |

ये कहानी कुछ दिन पहले की है | जब मैं अपने घर की छत पर थी तो मुझे एक लड़का दिखाई दिया वो दिखने में बहुत स्मार्ट था | उसकी मस्त बॉडी देख कर में उस पर फ्लैट हो गयी | फिर मेरी मम्मी ने मुझे आवाज दी तो मैं नीचे चली आई | फिर मैं कुछ देर बाद छत पर गयी तो मैंने उस लड़के से उसका नाम पूछा तो उस लड़के ने अपना नाम रोहित बताया | तब मैंने उसको आपना नम्बर दिया और कहाँ की रात में फ़ोन करना | फिर उस रात को उस लड़के ने कॉल की तब मैंने उससे खूब सारी बाते भी की और फिर मैं सो गयी | जब मैं सुबह उठी तब मम्मी ने चाय बनाई मैंने चाय पी और छत पर चली गयी तो मैंने देख की वो लड़का छत पर खड़ा था | वो मुझसे कुछ कह रहा था | उसके बाद मैं उस लड़के के लंड को अपनी चूत में लेने के लिए इंतजार करने लगी | धीरे धीरे कुछ दिन निकल गए और मेरी मम्मी ने बताया की मुझे कुछ काम से जाना पड़ रहा है | तो मैं आज रात में नहीं आउंगी | जब मेरी मम्मी चली गयी और पापा घर पर थे नहीं | तब रात को मैंने उसे लड़के को अपने घर में बुलाया और वो लड़का आ गया |
फिर हम बैठ कर बात करने लगे और मैं अपने कमरे में चली गयी और पीछे से रोहित भी आ गया | तब मैंने अपने कमरे के दरवाजे बंद कर दिए और उसकी होठो पर अपने होठ रख कर उसकी होठो को चूसने लगी | वो भी मेरी होठो को चूसने लगा | वो मेरी होठो को चूसने के साथ में मेरे बूब्स को कपडे के उपर से दबाने लगा | फिर वो मेरे बूब्स को कपडे के ऊपर से चूसने लगा तो मेरे मुंह से उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह अहह अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह की सिसिकियाँ निकल गयी | वो मेरे बूब्स को मसलने लगा | फिर उसने मेरे कपडे निकाल दिए अब मैं उसके सामने ब्रा और पेंटी में थी | वो मेरे बूब्स को ब्रा के ऊपर से चूसने लगा | तो मेरे मुंह से अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह करती हुई उसके सर को पकड कर अपने बूब्स को चूसा रही थी | उसने मेरे बूब्स को चूसते चूसते मेरी ब्रा भी खोल दी और मेरे बड़े बड़े दूध उछल कर उसके सामने आ गए | अब वो मेरे एक दूध को अपने मुंह में रख कर चूसने लगा | तो मैं उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह्ह फूऊ अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह करती हुई अपने मुंह में अपनी ऊँगली को डाल कर चूसने लगी | वो मेरे दूध को मुंह में रख कर चूस रहा था और एक दूध को अपने हाथो में पकड कर मसल रहा था | जिससे मेरे मुंह से धीमी धीमी आवाज में अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ अह्ह्ह करती हुई उसके सर को पकड कर सहला रही थी | वो कुछ देर तक मेरे बूब्स को एक एक करके चूसता रहा | फिर वो मेरी पेंटी को निकाल कर मेरी टांगो को थोडा सा फेला कर मेरी चूत में अपना मुंह घुसा दिया और मेरी चूत को चाटने लगा | मेरे मुंह से अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह्ह अह्ह्ह की सिसिकियाँ लेती हुई अपने बूब्स को मसलने लगी | वो मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर अन्दर बाहर करने लगा | मैं अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह करती हुई अपनी चूत को सहलाने लगी | फिर उसने मेरी चूत को चाटते हुए मेरी चूत में अपनी ऊँगली घुसा कर मेरी चूत में जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा | तो मेरे मुंह से अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह य्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह की सिसिकियाँ निकल गयी | वो मेरी चूत में जोर जोर से अपनी ऊँगली को अन्दर बाहर कर रहा था | वो कुछ देर तक मेरी चूत में ऐसे ही करता रहा | फिर उसने अपने सरे कपडे उतार दिए और अपने हाथ में लंड को पकड कर हिलने लगा | उसके लंड को देख कर मेरे होश उड़ गए | उसका लंड काफी बड़ा और मोटा था | मैं उसके लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी तो उसके मुंह से अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह की सिसिकियाँ निकल गयी | मैं उसके लंड को अपने मुंह में अन्दर बाहर करके चूस रही थी | वो मेरे मुंह में ही धीरे धीरे धक्के मारने लगा साथ में अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह कर रहा था | मैं उसके लंड को कुछ देर तक ऐसे ही चुसती रही | फिर उसने अपने लंड को मेरे मुंह से निकल कर मेरी टांगो को थोडा सा फेला कर मेरी चूत के मुंह पर अपने लंड को रख कर धीरे धीरे मेरी चूत में अपना लंड घुसा दिया | मेरे मुंह से हलकी हलकी आवाज में अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह 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अन्दर बाहर करते हुए चोद रहा था | मैं उसका साथ देती हुई अपनी चूत को हिला हिला कर चुदने लगी साथ में अह्ह्ह्ह अहह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह आह्ह उह्ह्ह फ्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह उह्ह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ हाह ऊफ्फ्फ्फ़ उह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह अहह अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ अह्ह्ह्ह करती हुई अपनी चूत को आगे पीछे कर रही थी | वो मुझे जोर जोर के धक्को के साथ चोद रहा था | वो मुझको कुछ देर तक चोदता रहा फिर मेरी चूत से अपने लंड को निकाल कर मेरी चूत के ऊपर मुठ मारने लगा | वो 35 मिनट की मस्त चुदाई करने के बाद उसके लंड ने सारा माल मेरे पेट पर निकल दिया | इस तरह से मैंने अपनी चूत चुदवाई |

ये थी मेरी कहानी | मैं आशा करती हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी और आप लोगो को मेरी कहानी पढने में मज़ा भी आया होगा और मुठ भी मारी होगी | तो मेरे दोस्तों मेरी कहानी पढने के लिए धन्यवाद |

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