भतीजे ने मुझे चोदकर मेरी प्यासी चूत की आग बुझाई

pyasi choot हेल्लो दोस्तों मेरा नाम सुमन है | मैं आप सभी लोगो की तरह सेक्सी कहानी पढना पसंद करती हूँ और मैं अभी तक बहुत कहानी पढ़ी है | मैंने जो अभी तक कहानी पढ़ी हैं मुझे बहुत पसंद आई और मैं जब भी कहानी पढ़ती हूँ तो मेरी चूत गीली हो जाती है और मैं अपनी चूत में लंड लेने के लिए तैयार हो जाती हूँ | दोस्तो जब मैं कहानी पढ़ती हूँ तो मेरे मन में भी अपनी कहानी लिखने की इच्छा होती पर मेरे पास टाइम नही होता था जिसकी वजह से मैं अपनी कहानी लिख नही पाती थी | मैं आज टाइम निकाल कर अपनी कहानी को आप लोगो तक पहुचाने जा रही हूँ | मैं कहानी को शुरू करने से पहले अपने बारे में बता देती हूँ | मेरी उम्र 26 साल है और मैं एक शादीशुदा औरत हूँ | मैं दिखने में कमसीन जवान हूँ और बेहद खुबसूरत भी हूँ | मैं दिखने में बहुत गोरी हूँ बिलकुल दूध की तरह | मेरा फिगर बहुत सेक्सी है और मेरे बड़े बड़े बूब्स और उसके सिवा मेरी काफी बड़ी गांड जिसको देखकर किसी बूढ़े आदमी का लंड खड़ा हो जाये | दोस्तों जब मेरी शादी नही हुई थी तब मैंने अपनी गांड बहुत बार मरवाई थी | मुझे अपनी गांड मरवानी बहुत पसंद है और ये मेरी इच्छा मेरे पति नही पूरी कर पाते हैं | वो मेरी चूत ही चोदते हैं |

दोस्तों मैं जिस घर में रहती हूँ उस घर में मेरे पति और उनके बड़े भैया यानि की मेरे जेठ रहते हैं | मेरे जेठ का एक लड़का है जिसका नाम अनूप है और उसकी उम्र 22 साल है | वो दिखने में काफी हट्टा कट्टा है जिससे उसकी बॉडी काफी मस्त है | मैं उसके गठीले बदन को देखकर सोच में पड़ जाती थी की जब इसका शरीर इतना मस्त है तो इसका लंड कितना मोटा और लम्बा होगा | मैं जब ये बात सोचती तो मेरे जिस्म में आग लग जाती और मेरी चूत गीली हो जाती थी | मैं भी उसके लंड से चुदाई के मज़े लेने के बारे में सोचने लगी | मैं जब भी उसको देखती थी तो मेरी चूत मचल जाती थी | दोस्तों एक दिन की बात है जब वो नहा रहा था तो मैं गलती से बाथरूम में चली गई | मैंने उस दिन उसे बिना कपडे के देख लिया और उसने मुझे देखते हुए देख लिया | वो सरमा गया और टोबल बांध लिया | मैं उस दिन उसके लंड को घुर घुर कर देखती रही थी | मैंने उस दिन अनुभव किया की जब इसका लंड ऐसे इतना बड़ा है तो जब खड़ा होगा तो कितना बड़ा होगा और उस दिन मैं उसके लंड को अपनी चूत और गांड दोनों में लेने का रहा था | मैं उस रात में जब अपने पति के साथ लेती थी तो मेरे सामने से अनूप का लंड हट ही नही रहा था | मैं सोच रही थी की कब उसके लंड को अपनी चूत और गांड में ले पाऊँगी | मैं अनूप के बारे में यही सब मन ही मन में सोच रही थी तभी मेरे पति ने मुझे पकड कर अपनी और खीच लिया और मुझे अपनी बाँहों में कस के पकड लिया |

जब वो मुझे अपनी बाँहों में कस के जकड़ लिया तो मैं उनकी तरफ अपने मुंह को करके लेट गयी | वो मुझे अपनी बाँहों में भर कर कुछ देर तक लेते रहे जिससे मेरे अन्दर चुदाई की इच्छा और ज्यादा हो गयी | वो मेरी होठो को अपने मुंह में रख कर चूसने लगे और मैं उनकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं कुछ देर तक ऐसे ही उनकी होठो को चूसती रही | फिर मेरे पति ने मुझे पूरी तरह नंगा कर दिया और मेरे बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगे | वो मेरे बूब्स को चूसने के बाद मेरी चूत में अपनी ऊँगली को घुसा दिया जिससे मेरे मुंह से हाँ आ आ आ आ आ….. अहं अहं हाँ हाँ उई हाँ उई…. की सेक्सी आवाजे करने लगी | उस रात मेरे पति ने मेरी चुदाई की पर मेरी प्यास नही बुझा सके | वो मेरी चुदाई की प्यास को नही बुझा पाते थे जिसकी वजह से मेरी चुदाई की इच्छा बढती जाती थी | मैं जब सुबह उठी तो अनूप को देखकर स्माइल देती हुई उससे बोली यार तुम्हरा हथियार तो बहुत बड़ा है |

मैं – अनूप तुमने अपने हथियार से किसी की सेवा की है या नही |

अनूप – क्या बता रही हो आप मुझे कुछ समझ नही आ रहा है |

मैं – क्या अनूप तुम भी छोटे बच्चे की तरह अंजन बनने का नाटक कर रहे हो | मैं तो उसकी बात कर रही हूँ जो मैंने कल देखा था |

अनूप सरमाते हुए बोला नही मैंने अभी तक तो नही किया | मैं उसके साथ मस्ती करने लगी और बोली अनूप मैं तुम्हे कैसी लगती हूँ | अनूप बोला आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो और मैं आपको बहुत पसंद करता हूँ |

दोस्तों वो मेरे जवानी के मज़े लेना चाहता था और मैं उसके लंड के मज़े लेना चाहती थी | मैं अब उससे साथ कभी कभी मस्ती करती और उसे अपने बड़े बड़े बूब्स दिखा देती थी पर हम दोनों को कोई मौका नही मिलता था जिससे हम दोनों चुदाई का रंगीन खेल खेल सके | मैं जब उसे अपने बूब्स दिखाती थी तो वो मेरे बूब्स को पकड कर मसल देता था जिससे में मचल जाती | वो मौका पाने पर मेरी गुलाबी होठो को भी चूम लेता था और मेरी बड़ी चौड़ी गांड को दबा देता था | अब मैं और अनूप कभी कभी इतनी मस्ती कर लेते थे और इससे ज्यादा करने के लिए घर में अकेले होने के मौके का इंतजार कर रही थी | एक दिन की बात है जब मैं किचन में खाना बना रही थी और मेरे पति मेरे बेडरूम में थे | अनूप के मम्मी पापा अनूप की नानी के घर गए हुए थे | उस दिन उसने मुझे किचन में ही पकड लिया और मेरे गांड पर हाथ मारते हुए मेरी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा | वो मेरे बड़े बड़े बूब्स को ब्लाउज के ऊपर से दबाने लगा | मैं भी उसका साथ देने लगी और उसने मेरी चूत में ऊँगली घुसा दी जिससे मेरे मुंह से हल्की आवाज में सिसकियाँ निकल गयी | तभी मेरे पति ने मुझे आवाज दे दी तो मैंने अनूप को मना किया और कहा की मुझे जाने दो नही वो यहाँ आ जायंगे | तब मैं अपने पति के पास गयी तो वो मुझसे बोले की मुझे आज कुछ काम से जाना है | मैं रात तक वापस आऊंगा |
जब वो चले गए तो मैं और अनूप एक साथ बैठ कर कुछ देर बात करने के बाद मैंने अनूप से कहा की मौके का फायदा उठा लिया जाये | तब मैं और अनूप बेडरूम में गए और अनूप ने मुझे अपने हाथो में उठा लिया | वो मुझे बेड पर लेटा कर मुझे चूमने लगा | मैं भी उसका साथ देती हुई उसको चूमने लगी | वो मुझे चूमने के साथ मेरी गुलाबी होठो पर अपनी होठो को रख दिया | वो मेरी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा और मैं उसकी होठो को चूसने लगी | वो मेरी होठो को चूसने के साथ मेरे बूब्स को ब्लाउज के ऊपर से दबाने लगा | वो मेरी होठो को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद मेरे साड़ी को खोल दिया और साथ में मेरे ब्लाउज पेटीकोट को भी खोल दिया जिससे मैं उसके सामने ब्रा और पैंटी में आ गयी | दोस्तों वो मेरे बड़े चिकने बूब्स को हाथो में पकड कर मसलते हुए ब्रा को खोल दिया और मेरे बूब्स को मुंह में रख कर जोर जोर से चूसने लगा | जब वो मेरे बूब्स के निप्पल को होठो से पकड कर खीच खीच कर चूसने लगा तो मेरे मुंह से तेज आवाज में सेक्सी आवाजे निकलने लगी | वो मेरे बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक दबाने के बाद उसके मेरी चूत में अपने मुंह को घुसा कर मेरी चूत को चाटने लगा | जब वो मेरी चूत के दाने को अपनी होठो से पकड कर खीच खीच कर चाटने लगा तो मेरे मुंह से तेज तेज सांसे चलने लगी | वो मेरी चूत को चाटने के साथ ऊँगली को जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए मुझे चोद रहा था |

फिर उसने अपने कपडे निकाल कर अपने लंड को मेरे मुंह में घुसा कर चुसाने लगा | मैं मस्त होकर उसके लंड को चूसने लगी | वो अपने लंड को 5 मिनट तक चुसाने के बाद मेरी टांगो को फैला कर अपने मोटे और लम्बे लंड को एक ही धक्के में घुसा दिया | अनूप का मोटा लंड जैसे ही मेरी चूत में घुसा तो मेरे मुंह से जोरदार दर्द भरी आवाज निकल गयी | दोस्तों उसका लंड काफी बड़ा और मोटा था जिससे मेरी आँखों में पानी आ गया था | मैंने अपनी चूत में पहली बार इतना बड़ा लंड लिया था और वो मेरी कमर को पकड कर जोरदार धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए मुझे चोद रहा था | मैं उसके हर धक्के का मज़ा लेती हुई चुद रही थी और वो जोरदार धक्के मार रहा था | उसने मेरी चूत में धक्को की स्पीड इतनी तेज कर दी की धक्को की आवाज कमरे में गूंजने लगी | वो मेरी चूत में जोरदार धक्के मार रहा था और मैं मस्त होकर अपनी चूत को हिला हिला कर चुद रही थी | वो मेरी चूत में तेज धक्के मार रहा था जिससे मेरी चूत से गर्म पानी की धार निकल गयी और मैं झड़ गयी | पर वो अभी नही झड़ा था | तब मैंने उससे लंड को गांड में डालने को कहा तो उसने मुझे घोड़ी बना कर मेरी गांड में पीछे से लंड को घुसा दिया | वो मेरी गांड को जोरदार धक्के मारने लगा और मैं अपनी गांड को आगे पीछे करती हुई चुदने लगी | वो मेरी गांड में ऐसे ही 7 – 8 मिनट तक जोदार धक्के मारने के बाद झड़ गया | दोस्तों उस दिन उसने मुझे खुश कर दिया था और मेरी प्यास को बुझा दिया था | उस चुदाई के बाद मुझे जब मौका मिलता था तो मैं उसके साथ चुदाई के मजे लेती थी और वो मुझे चुदाई का असली मज़ा देता है |
धन्यवाद्…………..

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