जंगल में मंगल के मजे

antarvasna, hindi sex stories मेरी दीदी बैंक में नौकरी करती है और मैं उनसे मिलने के लिए कभी कबार उनके बैंक में चले जाया करता था लेकिन कुछ समय बाद ही उसका दूसरे बैंक में ट्रांसफर हो गया और वह हमारे घर से करीब 30 35 किलोमीटर की दूरी पर था इसलिए मुझे अपनी बहन को छोड़ने के लिए सुबह जाना पड़ता था और उसके बाद मुझे अपने काम पर जाना पड़ता। मेरी बहन का नाम कोमल है उसे नौकरी करते हुए करीब पांच वर्ष हो चुके हैं मेरी बहन कोमल का नेचर बहुत अच्छा है लेकिन उसके साथ एक बहुत ही बड़ी दुखद घटना हुई उसकी जिस लड़के से शादी होने वाली थी उसकी एक कार दुर्घटना में मौत हो गई जिस वजह से उसकी शादी अब तक नहीं हो पाई है और वह अब शादी करना भी नहीं चाहती।

जब भी पापा उससे शादी की बात करते हैं तो वह पूरी तरीके से टूट जाती है और कहती है मुझे अब शादी नहीं करनी और आप लोग मुझसे कभी इस बारे में बात भी मत किया कीजिए इसलिए पापा मम्मी भी उससे अब इस बारे में कभी बात नहीं करते परंतु मुझे कई बार लगता है कि कोमल दीदी को शादी कर लेनी चाहिए। वह जिस बैंक में नौकरी करती है उसी बैंक में एक लड़की भी जॉब करती है उसका नाम प्राची है प्राची से मुझे कोमल दीदी ने हीं मिलाया था और जब उसने मुझे प्राची से मिलवाया तो दीदी ने कहा यह हमारे बैंक में जॉब करती है और कुछ समय पहले ही इन्होंने ज्वाइन किया है प्राची को पहली नजर में देखते हुये मुझे प्यार हो गया था और यह प्यार सिर्फ एक तरफा ही था मैं कोमल दीदी से बहुत ज्यादा डरता हूं इसलिए मैंने दीदी से कुछ भी नहीं कहा और जब भी दीदी को मैं छोड़ने जाता तो मैं उसी को देख कर खुश हो जाता और उसे देखकर मेरे दिल में एक अलग सी हलचल पैदा होती है मेरे दिल की धड़कन बहुत तेजी से धड़कने लगती, मैं प्राची को सिर्फ हाय हेलो ही किया करता उससे ज्यादा मेरी उससे कभी भी बात नहीं हो पाई थी पर एक दिन मुझे उससे बात करने का मौका मिल गया क्योंकि उसे शायद कहीं जाना था मैंने दीदी को ऑफिस में छोड़ा और प्राची मुझे कहने लगी आज मैं अपनी स्कूटी लेकर नहीं आई हूं क्या आप मुझे आज लिफ्ट दे सकते हैं, मैंने उसे कहा लेकिन आपको कहां जाना है वह मुझे कहने लगी मुझे अपनी एक सहेली के घर जाना है मुझे उससे कुछ जरूरी काम था और काफी दिनों से मैं उससे मिल भी नहीं पाई, मैंने उसे कहा तो फिर आज आपने क्या छुट्टी ले ली है तो वह कहने लगी हां मैंने आज छुट्टी ले ली है।

मैंने प्राची को अपने साथ बाइक पर बैठा लिया वह मेरे पीछे बाइक पर बैठी हुई थी मैं बहुत ज्यादा खुश था और अंदर ही अंदर से मैं इतना ज्यादा खुश था कि मुझे बहुत खुशी हो रही थी क्योंकि मैं जो चाहता था वह बात मेरी पूरी हो चुकी थी और मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा हो जाएगा, रास्ते में मैंने प्राची से पूछा आपके घर पर कौन-कौन है तो वह कहने लगी मेरे घर में मम्मी पापा और मेरी छोटी बहन है मैंने प्राची से पूछा आपको क्या अच्छा लगता है तो वह कहने लगी मुझे मूवी देखना बहुत पसंद है और मैं अपने दोस्तों के साथ मूवी देखने के लिए जाती हूं लेकिन जब से जॉब करनी शुरू की है तब से मूवी देखने का समय ही नहीं मिल पाया, मैंने प्राची से कहा यदि आप बुरा ना माने तो आप क्या मेरे साथ मूवी देखने चल सकती है वह कहने लगी मैं आपको यह तो नहीं सकती लेकिन जैसे ही मैं अपनी सहेली से मिलकर फ्री हो जाऊंगी तो मैं आपको फोन कर दूंगी मैंने प्राची से कहा ठीक है आप मुझे बता दीजिएगा। हम दोनों साथ में प्राची की सहेली के घर पर चले गए प्राची ने कहा मैं तुम्हें फोन कर के बता दूंगी और उसने मेरा नंबर ले लिया प्राची ने मेरा नंबर लिया तो मैं बहुत खुश था क्योंकि प्राची का नंबर मेरे पास आ चुका था और मेरी प्राची से बात भी हो चुकी थी उस दिन मैं बहुत ज्यादा खुश था मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि प्राची का फोन मुझे आ जाएगा मैं उस वक्त ऑफिस में बैठ कर अपना काम कर रहा था लेकिन जैसे ही मुझे प्राची का फोन आया तो मैंने उस दिन बहाना मार कर ऑफिस से छुट्टी ले लिया और अपनी बाइक स्टार्ट कर के प्राची के पास चला गया मैं जब प्राची के पास पहुंचा तो वह मुझे कहने लगी तुम तो बड़े ही जल्दी आ गए, मैंने उसे कहा बस मेरा ऑफिस पास में ही है लेकिन मेरा ऑफिस दरअसल वहां से दूर था पर मैंने बाइक बहुत ही तेजी से दौडाते हुए प्राची के पास पहुंच गया और मैं बहुत ज्यादा खुश था क्योंकि मुझे प्राची ने खुद सामने से फोन किया था मैं और प्राची मूवी देखने के लिए चले गए जब हम लोग थिएटर में मूवी देखने गए तो मैं बहुत ज्यादा खुश था और प्राची के साथ मूवी देख कर मुझे बहुत अच्छा लगा।

प्राची के साथ करीब तीन घंटे बिताने के बाद मुझे ऐसा लगा कि जैसे वह बिल्कुल ही सिंपल लड़की है और दिल की भी बहुत अच्छी है पहले तो मैं उसकी सुंदरता का कायल था लेकिन मैं उसके व्यवहार से भी बहुत ज्यादा प्रभावित हो चुका था और उस दिन मैंने प्राची को बैंक तक छोड़ दिया और मेरी दीदी मुझे कहने लगी कि तूने तो प्राची को बैंक ही छोड़ दिया मैंने दीदी से कहा मैंने सोचा कि आपको भी मैं रिसीव कर लेता हूं। मैं अपनी दीदी के साथ घर वापस लौट आया और प्राची वहां से ऑटो में अपने घर चले गई क्योंकि उसका घर वहां से कुछ दूरी पर ही था उसके बाद मेरी और प्राची की मैसेज के द्वारा बात होने लगी हम दोनों की मैसेज में काफी देर तक बात हुआ करती जब भी मेरा मन प्राची से फोन पर बात करने का होता तो मैं उसे फोन कर लिया करता और उससे घंटो तक फोन पर बात करता प्राची को भी शायद मुझसे बात करना अच्छा लगने लगा था और वह भी मुझसे अपनी हर एक बात शेयर करती जब भी वह दुखी होती तो मुझसे घंटों तक फोन पर बात किया करती और अपने दिल की बात मुझसे कहती, मुझे प्राची से बात करना बहुत अच्छा लगता है और यह सिलसिला अब काफी समय से चल रहा था और धीरे-धीरे हम दोनों की बात अब कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ने लगी हम दोनों एक साथ समय बिताने लगे और अधिक से अधिक हम दोनों एक दूसरे से बात किया करते, जब भी प्राची का मन मूवी देखने का होता तो वह मुझे फोन कर दिया करती और हम दोनों साथ में मूवी देखने के लिए चले जाते।

मुझे यह डर था कि कहीं दीदी को मेरे और प्राची की दोस्ती के बारे में पता चले और वह मुझे कुछ ना कहे इसलिए मैंने प्राची को पहले ही इस बारे में बता दिया था कि दीदी को तुम इस बारे में कभी भी पता मत चलने देना हालांकि हम दोनों एक अच्छे दोस्त है लेकिन मैं नहीं चाहता था कि कोमल दीदी को हम दोनों के बारे में कुछ भी पता चले कि हम दोनों साथ में समय बिताते हैं और एक दूसरे से फोन पर बातें किया करते हैं क्योंकि कोमल दीदी के साथ जब से वह हादसा हुआ था उसके बाद वह काफी चिड़चिड़ी भी हो चुकी थी और कई बार तो वह बिना मतलब के ही गुस्सा हो जाया करती जिससे कि सब लोगों को बहुत चिंता होती थी पर समय के साथ सब कुछ ठीक होना शायद मुश्किल था और वह अपने आप को कभी बदल ही नहीं पाई लेकिन मेरे और प्राची के बीच तो सब कुछ अच्छे से चल रहा था हम दोनों एक दूसरे के प्यार में पूरी तरीके से पागल हो चुके थे। प्राची से मेरी फोन पर घंटों तक रात में बात होती और हम दोनों के बीच कई बार फोन में एक दूसरे से अश्लील बातें भी हो जाती लेकिन एक दिन मुझे प्राची कहना है कि आज हम लोग साथ में समय बिताते हैं।

उस दिन में प्राची के साथ में ही था और उसके साथ समय बिताना चाहता था मैंने उस दिन सोच लिया उसे आज चोदना है। उस दिन वह बहुत ज्यादा सुंदर लग रही थी मैंने प्राची के साथ सेक्स करने के बारे में सोच लिया था और मैंने उसे इस बारे में बात भी कर ली थी प्राची भी तैयार हो चुकी थी इसलिए हम दोनों की रजामंदी से हम दोनो जंगल में चले गए। मैंने अपनी बाइक को एक किनारे लगा दिया और हम दोनो जंगल की झाड़ियों में चले गए। जब हम दोनो झाड़ियों के बीच में गए तो वहां कुछ दिखाई नहीं दे रहा था मैंने प्राची से कहा तुम मेरे लंड को सकिंग करो उसने भी मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और सकिंग करना शुरू कर दिया। वह बहुत देर तक मेरे लंड को अच्छे से चूसते रही है उसे भी बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी बहुत अच्छा महसूस होने लगा मैंने भी उसके होठों और उसके स्तनों का जमकर रसपान किया जब हम दोनों की इच्छा पूरी हो गई तो मैंने प्राची को घोड़ी बना दिया और अपने लंड को उसकी चूत पर लगा लेकिन उसकी चूत के अंदर मेरा लंड जा ही नहीं रहा था।

मैंने धक्का देते हुए उसकी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया उसकी टाइट योनि में लंड प्रवेश हुआ तो उसे बहुत दर्द होने लगा वह चिल्लाने लगी मैंने उसे कहा तुम अपनी चूतडो को मुझसे मिलाती रहो। वह अपन चूतडो को मुझसे मिलाती रही मैं उसे लगातार धक्के देता रहा उसकी योनि में मुझे लंड डालकर बहुत मज आ रहा था उसे भी अपनी चूत मरवा कर एक अलग ही आनंद की अनुभूति हो रही थी। मैं उसकी चूत के मजे बहुत देर तक लेता रहा जैसे ही मेरा वीर्य पतन हुआ तो प्राची कहने लगी यहां से जल्दी से चलो नहीं तो कोई आ जाएगा। हम दोनों जल्दी से वहां से चले गए इस प्रकार से पहली बार हम दोनों के बीच में सेक्स हुआ लेकिन उसके बाद भी हम दोनों के बीच अक्सर सेक्स होता रहा। कोमल दीदी को मैंने यह नहीं बताया और ना ही मैं बताना चाहता हूं नहीं तो वह टेंशन में आ जाएंगे और मुझे भी शायद उन्हें टेंशन में देखना अच्छा नहीं लगेगा इसलिए मैंने उन्हें अब तक इस बारे में नहीं बताया है प्राची और मैं एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *