hindi sex stories, kamukta
हैल्लो एवरीवन, कैसे हैं आप सभी ? मेरा नाम पंकज है और मैं झांसी का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र २२ साल है और मैं फिलहाल कुछ नहीं करता हूँ | मैं दिखने में सांवला हूँ और ठीक ठाक ही दिखता हूँ | मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है और मेरा शरीर भी अच्छा खासा है | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के लिए एक नयी कहानी ले कर पेश हुआ हूँ उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को पसंद आएगी | तो अब मैं कहानी शुरू करता हूँ | ये घटना अभी कुछ समय पहले की है | मेरे घर में मैं, पापा और मम्मी ही हैं | मेरी एक बड़ी बहन थी उसकी शादी हो चुकी है | मेरे पापा प्राइवेट जॉब करते हैं और मम्मी हाउसवाइफ हैं | मेरी बहन भी पहले जॉब करती थी लेकिन शादी के बाद उन्होंने जॉब छोड़ दी | मेरी दीदी की शादी नागपुर में हुई है और मेरे जीजा एक बहुत बड़ी कंपनी में मेनेजर की पोस्ट पर कार्यरत हैं | अच्छा ख़ासा पैसा है उनलोगों के पास | गर्मी का समय चल रहा था तो मेरा मन हुआ कि मैं दीदी के यहाँ चले जाऊं | मैंने घर में बात किया तो घर वाले मान गए |
मैंने दीदी को फ़ोन किया और कहा कि दीदी मैं नागपुर आ रहा हूँ कुछ दिनों के लिए तो कोई दिक्कत तो नहीं है न ? दीदी ने कहा नहीं कोई दिक्कत नहीं है | मेरे जीजा जी के घरवाले भी बहुत अच्छे हैं | वैसे उनके घर में ज्यादा लोग नहीं हैं | उनके घर में उनके पापा, मेरे जीजा जी, मेरी दी, और मेरे जीजा की छोटी बहन जो कि मेरे ही उम्र की है | उसका नाम सीमा है और वो दिखने में बहुत ही ज्यादा सुन्दर है | उसकी हाईट और उसका फिगर बहुत ही गजब का है | जब मैंने उसे पहली बार देखा था तभी से उसको चोदने के सपने देखने लगा और रोज रात को उसके नाम की मुट्ठ मार कर सोता था | असल में नागपुर जाने का मेरा यही मकसद था | खैर, मैंने रिजर्वेशन भी करवा लिया था और फिर सामान पैक कर के मैं निकल गया | जब मैं नागपुर पंहुचा तो जीजा जी का ड्राईवर कार ले कर खड़ा था बाहर | मैं समझ गया था कि दीदी के कहने पर जीजा जी ने अपना ड्राईवर भेजा | जब मैं घर गया तो जीजा जो थे नहीं दीदी थी तो मैं उनसे मिला और दीदी के ससुर के पैर पड़ते हुए प्रणाम किया | सीमा उस समय घर पर नहीं थी | दीदी ने कहा कि तू जा कर आराम कर ले फिर फ्रेश हो जाना | मैंने कहा ठीक है | मुझे सीमा के बगल वाला ही कमरा मिला था | मैं वहां गया और सामान जमाने लगा | उसके बाद सो गया | मेरी नींद करीब 5 बजे खुली | फिर मैं नहाने गया और नहा कर नीचे आया तो देखा कि जीजा जी और दीदी बैठ कर टीवी देख रहे थे और सीमा कुछ काम कर रही थी |
मैं निचे गया और जीजा जी के पैर छु कर नमस्ते किया | जीजा जी ने पुछा और कैसा रहा सफ़र तो मैंने बताया सही रहा | फिर हम ऐसे ही बात कर रहे थे | मुझे वहां रहते दो दिन हो चुके थे और फिर एक दिन जीजा जी ने दीदी को फ़ोन किया ऑफिस से ही और कहा की सामान पैक कर लो हमे चलना है कहीं कुछ दिनों के लिए | मैं उस समय सो रहा था | जब मेरी नींद खुली तो मैं नीचे गया | मैंने देखा कि दीदी सामान पैक कर रही है और सीमा उनकी मदद कर रही है | मैंने दीदी से पुछा कि दीदी सामान क्यूँ पैक कर रहे हो ? तब दीदी ने बताया कि हमे कुछ दिनों के लिए मुंबई जाना है और जीजा जी भी बस आते ही होंगे | मैंने कहा वहां क्यूँ जा रहे हो ? तब दीदी ने बताया कि तेरे जीजा जी को वहां कुछ काम है तो आज 2 बजे हमे निकलना होगा | मैंने कहा ठीक है | उसके बाद जीजा भी आ गए और मैं तब तक नहा कर फ्रेश हो चूका था |
जीजा जी और दीदी जाते वक़्त सीमा से कह गए कि सीमा तुम पंकज का ध्यान रखना | उसने कहा ठीक है भैया | उसके बाद वो दोनों फ्लाइट के लिए निकल गए | अब घर में बस मैं सीमा और उसके पापा ही थे | अब घर का सारा काम सीमा को ही करना था तो वो घर पर ही रहती थी | एक दिन की बात है सीमा किचिन में खाना बना रही थी | मैं पानी पीने गया तो वो तवे से जल गई | मैंने तुरंत उसके हाँथ को अपने हाँथ में लिया और उस पर बर्फ घिसने लगा | वो मेरी तरफ प्यार भरी नजरो से देख रही थी और उस समय बस हम दोनों ही थे | मैंने उससे कहा तुम ध्यान से काम किया करो | तुम बर्फ लगाओ मैं अभी आता हूँ | मैं जल्दी से रूम गया और वहां से बोरो प्लस ले कर किचिन गया और उसके जले हुए हिसे में लगाने लगा | उसने मुझसे पुछा तुमको मेरी इतनी चिंता है ? तो मेरे मुंह से एक दम से निकल गया अपनी जान से भी ज्यादा | ये कह कर मुझे थोडा डर हुआ तो मैं उसकी तरफ देखा और वो मेरी तरफ बड़े ही प्यार से देख रही थी |
अब हम दोनों एक अजीब सी कशमकश में थे | मैंने उससे कहा सुनो तुम ऊपर जाओ आराम करो | उसने कहा ठीक है और जैसे ही वो जाने लगी तो उसकी चुन्नी मेरे कड़े में फंस गई | उसने फिर मेरी तरफ देखा और मुस्कुराते हुए अपनी चुन्नी छुड़ाई और चले गई | मैं बहुत ही खुश था कि चलो मेरी मुराद पूरी हो गई | मैं अब खाना बनाया और फिर उसको आवाज़ दे कर नीचे आने को कहा | तब तक उसके पापा भी आ गए थे | अब हम तीनो खाना खा रहे थे और खाना बस उसके पापा खा रहे थे हम दोनों के तो नैन मटक्के चल रहे थे | उसके पापा ने कहा बेटा मैं अभी आता हूँ एक घंटे से थोडा काम है | जैसे ही वो गए | हम दोनों उठे और मैंने तुरंत दरवाजा बंद कर दिया | अब हम दोनों एक दुसरे के करीब आ गए और मैं उसके होंठ में अपने होंठ रख दिया | अब मैं उसके होंठ को चूसने लगा और वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी | मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसके मम्मों को भी दबा रहा था और वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे लंड को ऊपर से ही सहला रही थी | किस्सिंग के बाद उसने मेरे शर्ट को उतार दिया और मेरी छाती पर हाँथ से सहलाने लगी | मैंने उसके टॉप को निकाल दिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके मम्मों को दबाने लगा तो उसके मुंह से सिस्कारियां निकलने लगी | फिर मैंने उसके ब्रा को उतार दिया और उसके मम्मों को मुंह में भर कर चूसने लगा और वो सिस्कारियां लेते हुए मेरे सिर पर हाँथ फेर रही थी | मैं जोर जोर से उसके मम्मों को दबा दबा कर चूस रहा था और वो सिस्कारियां भरते हुए मजे ले रही थी | फिर मैंने अपने हाफ पेंट को उतार दिया और उसने मेरे अंडरवियर को उतार कर मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी तो मेरे मुंह से भी सिस्कारियां निकलने लगी |
वो जोर जोर से मेरे लंड को आगे पीछे करते हुए चूस रही थी और मैं सिस्कारियां लेते हुए उसके मम्मों को मसल रहा था | मेरे लंड को चूसने के बाद उसने मेरे दोनों बॉल्स को अपने मुंह में ली और चूसने लगी और मैं अपने लंड को पकड़ कर उसके माथे में पटक रहा था | उसके बाद मैंने उसकी लेगी को उतार दिया और उसकी पेंटी जो गीली हो चुकी थी मैंने उसको भी उतर कर उसे भी नंगी कर दिया | मैंने उसे लेटा दिया और उसकी चूत पर जीभ फेरते हुए चाटने लगा और वो सिस्कारियां लेते हुए मेरे मुंह को चूत पर दबाने लगी | मैं उसकी चूत को चाटते हुए चूत के दाने को भी चूस रहा था होंठ में दबा कर और वो सिस्कारियां लेते हुए अपने मम्मों को मसलने लगी | उसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत में रखा और अन्दर पेल दिया और चोदने लगा धक्के मारते हुए और वो सिस्कारियां लेते हुए मदहोश हो रही थी | फिर मैंने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिया और जोर जोर से चोदने लगा और वो सिस्कारियां लेते हुए अपनी कमर हिला हिला कर चुदाई में साथ दे रही थी | चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसके मुंह में छोड़ दिया और वो सारा पी गई | मैंने उसे कई बार चोदा था | तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी पसंद आई होगी |