antarvasna, sex stories in hindi
पति और पत्नी के रिश्ते में जब खटास पैदा होने लगती है तो उसके बीच में अवश्य कोई आ जाता है मेरे साथ भी बिल्कुल ऐसा ही हुआ। मेरी शादी सोनिया के साथ 4 वर्ष पूर्व हुई थी वह मुझे पार्टी में मिली थी। मैं एक अच्छे घराने से ताल्लुक रखता हूं इसलिए मैंने भी उसे देखते ही प्रपोज कर दिया उसका परिवार भी शादी के लिए राजी हो गया और जब सब कुछ ठीक चल रहा था तो कुछ समय बाद सोनिया के व्यवहार में बदलाव आना शुरू हो गया इस वजह से वह मेरे साथ बिल्कुल भी खुश नहीं थी। जब वह अपने दोस्तों के साथ होती तो वह उनके साथ बहुत ही ज्यादा खुश होती, शुरुआत में तो वह मुझे बड़े अच्छे से व्यवहार करती थी लेकिन समय के साथ जब उसके व्यवहार में बदलाव शुरू हो गया तो मेरा भी जैसे उससे मन हटने लगा था और उसी बीच मैंने अपने घर पर एक नौकरानी को रख लिया उसका नाम आशा है, वह 25 वर्ष की है।
उसे काम की तलाश थी और जब एक शाम मैं अपने घर के लिए लौट रहा था तो वह मुझे रोड के किनारे मिली और जब वह मेरी कार के पास आई तो मुझे कहने लगी कि साहब मुझे खाने के लिए कुछ दे दो, मुझे उसे देख कर बहुत दया आई और मैंने उसे कहा कि तुम क्या करती हो? वह कहने लगी कि मैं कुछ भी नहीं करती और मेरे पास ना तो रहने के लिए जगह है और ना ही मेरे पास कुछ है फिर मैंने सोचा कि मुझे उसकी मदद करनी चाहिए इसलिए मैं उसे घर ले आया, वह बड़ी बदतर स्थिति में रह रही थी उसके शरीर पर कपड़े भी अच्छे नहीं थे मैंने सोचा कि मैं आशा को अपने साथ घर ले कर चलता हूं, मैंने आशा को अपनी गाड़ी में बैठाया और उसे अपने साथ घर ले आया। हमारे घर में काम करने वाली महिला कुछ दिनों पहले ही काम छोड़ कर चली गई थी, मैंने उसे सारा कुछ समझा दिया और सबसे पहले मैंने उसे कपड़े ला कर दिए, जब मैंने उसे कपड़े लाकर दिए तो वह मुझे कहने लगी साहब आपने मेरे ऊपर बहुत उपकार किया है और वह रोने लगी, मैंने उसे कहा तुम्हें रोने की आवश्यकता नहीं है तुम अपने काम पर ध्यान दो और तुम्हें कभी भी पैसे की कोई तकलीफ नहीं होगी।
मेरा घर बहुत बड़ा है इसलिए मैंने उसे रहने के लिए एक कमरा भी दे दिया, अब वह हमारे घर पर अच्छे से काम करने लगी और हमारे साथ ही वह घुलने मिलने लगी, उसके काम से सभी लो खुश थे, सोनिया भी कभी उसके काम में कोई कमी नहीं निकालती बल्कि सबसे ज्यादा काम वह सोनिया का ही करती थी और कुछ समय बाद सोनिया उसे अपने साथ पार्टी में भी ले जाने लगी या उसे जब भी कहीं जाना होता तो उसे अपने साथ ले जाती क्योंकि आशा देखने में सुंदर है वह किसी भी तरीके से ऐसी नहीं लगती की वह किसी गरीब परिवार की लड़की है लेकिन आशा के नेचर में बिल्कुल भी बदलाव नहीं आया वह घर का काम बडे ही मन लगाकर केरती। एक दिन सोनिया को कहीं जाना था और सोनिया को कुछ पैसों की आवश्यकता थी लेकिन उस वक्त मेरे पास पैसे नहीं थे मैंने सोनिया से कहा अभी मेरे पास पैसे नहीं है मैं तुम्हें शाम के वक्त पैसे दे देता हूं लेकिन वह कहने लगी मुझे अभी पैसे चाहि। उस वक्त पता नहीं मेरे दिमाग में भी क्या चल रहा था और उस दिन मेरे मुंह से उसको लेकर बहुत ही गलत बात निकल गई, मैंने उसे कहा तुम सिर्फ मेरे साथ पैसे के लिए ही रह रही हो जैसे ही मैंने उसे यह बात कही तो वह बिलक बिलक कर रोने लगी और यह देखते हुए मुझे भी लगा कि शायद मैंने उसे गलत कह दिया है परंतु यह बात मेरे मुंह से छूट चुकी थी और इसे वापस ले पाना संभव नहीं था, यह बात सोनिया के दिल में बहुत ही ज्यादा लग गई और उस दिन के बाद तो जैसे उसने मुझसे अपना रिश्ता ही खत्म कर लिया, हम दोनों सिर्फ नाम के ही पति पत्नी रहे गए थे, मुझे भी कई बार ऐसा लगने लगा कि शायद अब मेरा भी सोनिया के साथ ज्यादा समय तक संबंध नहीं चल पाएगा और मैं इसी कशमकश में जी रहा था लेकिन उस वक्त आशा ने मेरा बहुत साथ दिया, मैंने आशा को अपनाने की सोच ली लेकिन जब मैंने उसे अपनाने की सोची तो मेरे ऊपर बहुत सी उंगलियां उठने लगी क्योंकि वह तो हमारे घर की नौकरानी है और उसे अपनाना इतना आसान भी नहीं था मेरे लिए तो यह किसी जंग लड़ने से कम नहीं था लेकिन आशा मेरा हर बात पर साथ देती और सोनिया तो मुझसे बिल्कुल दूर ही जा चुकी थी, वह मुझसे अलग रहने लगी थी।
मेरा एक घर खाली पड़ा था वह वहां जाकर रहने लगी उसने मुझसे बिल्कुल संबंध खत्म कर लिए उसके जीवन यापन के लिए मैं उसे पैसे दे दिया करता था। जब मुझे एक दिन पता चला उसका अफेयर किसी लड़के के साथ पहले से ही चल रहा था। उस दिन मैंने सोचा आशा से अब मैं जल्दी ही शादी कर लूंगा लेकिन इस बात को मेरे परिवार के सदस्य और मेरे जितने भी दोस्त है वह मानने को तैयार नहीं थे। वह सब कहने लगे तुम्हे आगे चलकर इन चीजों में दिक्कत होगी इसलिए तुम यह सब फैसले ऐसे ही जल्दी बाजी में मत लो। मैं जब घर गया तो मैंने उससे कहा मैं तुम्हें अपना बनाना चाहता हूं। हम दोनों का यह शारीरिक संबंध का पहला दिन था उस दिन मैंने पहली बार उसके बदन को अपने हाथों से दबाया। उससे पहले मैंने कभी भी उसे इस नजरों से नहीं देखा था उस दिन आशा ने मेरी सेक्स की इच्छा को अच्छे से पूरा किया। जब हम दोनों साथ बैठे हुए थे तो मैं उसकी आंखों में देखकर उसकी आंखों में खोने लगा। मैंने जब उसके बदन को सहलाना शुरू किया तो वह भी मेरी गोद में आकर बैठ गई जब उसकी गांड मेरी गोद मे थी तो वह मेरे लंड से टकराने लगी तो मेरा लंड भी एकदम खड़ा होने लगा। जैसे ही मैंने अपने होठों से उसे किस करना शुरू किया तो वह भी पूरी उत्तेजित हो गई।
वह अपने कपड़े खोलने लगी जब उसने अपने कपड़े खोले तो उसने नेट वाली पैंटी और ब्रा पहनी थी तो मैंने उसे कहा यह सब तुमने कहां से लिए। वह कहने लगी मैंने यह सब आपके लिए ही संभाल कर रखी थी मैं कब से आपसे अपनी सील तुड़वाना चाहती हूं लेकिन आपने कभी भी मुझे इस नजर से नहीं देखा। जब उसने मुझे यह बात कही तो मैंने उसकी पेंटी को जल्दी से उतारते हुए उसकी चूत को चाटना शुरू किया। जब मैं उसकी चूत को चाट रहा था मुझे बहुत मजा आने लगा मैंने उसकी ब्रा को उतारते हुए उसके स्तनों पर भी काफी देर तक अपने जीभ को लगा कर रखा। जब मैंने उसके निप्पल को चूसा तो उसके स्तनो से दूध बाहर निकालना शुरू हो गया वह मचलने लगी थी। मैंने जैसे ही उसकी योनि पर अपने लंड को लगाया तो मैं बहुत खुश हो गया। मैंने तेजी से उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाला तो उसकी योनि से खून निकलने लगा था और उसकी झिल्ली टूट चुकी थी। मैंने उसे बड़ी तेज गति से प्रहार करना शुरू कर दिया, उसके दोनों पैर मेरे हाथों में थे। उसकी चूत कुछ ज्यादा मुलायम थी मुझे उसे चोदने में बड़ा आनंद आ रहा था। उसकी उम्र भी 25 साल की है इसलिए उसकी टाइट चूत की गर्मी को मैं ज्यादा समय तक नहीं झेल पाया मैंने उसे 300 झटके मारे। उस दिन मुझे काफी आनंद आया मैंने काफी समय बाद अच्छे से सेक्स का सुख लिया था और ऐसा अनुभव मैंने काफी समय बाद लिया था। जब मेरी पत्नी के साथ मेरा डिवोर्स हुआ तो उसके बाद मैंने आशा से शादी कर ली अब वह प्रेग्नेंट भी हो चुकी है। सोनिया को भी इस बात की खबर लग चुकी है सोनिया भी अपने आशिक के साथ खुश है और मैं आशा के साथ खुश हूं। वह मेरी हर जरूरतों को पूरा करती है वह घर का काम आप भी पहले जैसा ही करती है। उसने सारे घर को बड़े अच्छे से संभाल कर रखा है, वह सब कुछ बड़े ही अच्छे तरीके से मैनेज करती है हालांकि वह पहले से ज्यादा मॉडर्न हो चुकी है और अपने फिगर पर बड़ा ध्यान रखती है परंतु उसके सेक्सी फिगर के आगे अब मैं अपने आपको बेबस पाता हूं, मै उसके आगे घुटने टेक देता हूं।