desi sex kahani, antarvasna sex kahani
हैलो दोस्तों कैसे है आप सभी और कैसी चल रही है चुदाई ? जिसकी चल रही है वो मज़े ले रहा होगा और जिसको कुछ नहीं मिल रहा वो यहाँ आके कहानियां पढ़के काम चल रहा है | मैं उन लगों की मदद करने के लिए अपनी कहानी यह लिख रहा हूँ | मेरा नाम अतुल है और मैं इटारसी का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 21 साल है और दिखने में बहुत अच्छा हूँ | मैंने पिछले तीन साल में बहुत लड़कियों को बजाया है लेकिन जो कहानी मैं आज आपको बताने जा रहा हूँ वो मेरी शुरुआत थी जिसमें मज़ा बहुत आया था | तो सीधा चलते है अपनी कहानी की ओर |
ये कहानी शूरू है तीन साल पहले मार्च के महीने से जब मैं अपने गाँव गया था जो की इटारसी से कुछ किलोमीटर दूर है | दरसल मेरे मामा की शादी थी और मैं उसमें शामिल होने गया था | अब शादी ब्याह का माहौल और गाँव की सुन्दर सीधी साधी लड़कियां मज़ा ही आ गया था | मैं शाम को वहां पंहुचा और अन्दर गया | जैसे ही मैं अन्दर नानी के पास गया तो देखा की दो मस्त माल लड़कियां और कुछ औरतें नानी के साथ बैठी थी | मेरा ध्यान तो नानी की तरफ गया ही नही और मैं खड़े होकर दोनों लड़कियों को देखने लगा | मुझे तो अन्दर से इतनी ख़ुशी हुई जैसे मेरी लौटरी लगी हो | फिर मैंने अपना होश संभाला और जाके नानी के पास बैठ गया | मेरी नानी उनके सामने मेरी तारीफ करने लगी और मैं सिर झुकाये बैठा रहा | मेरा आधा काम तो नानी ने ही कर दिया था बस बाकी का मुझे करना था | तो जब वो लोग उठकर गये तो मैं भी उनके पीछे पीछे बाहर गया और किस्मत से वो लोग बाजू में ही रहते थे |
अब मैं शाम को छत पर खड़ा था और इंतज़ार कर रहा था 2 घंटे हो गए दोनों में से कोई नही आई तो मैं नीचे चला गया | फिर मैं खाना खा के जब ऊपर आया तो एक छत पर घूम रही थी जैकपोट | रात का वक़्त था लेकिन लाइट काफी थी और सब कुछ ठीक से दिखाई दे रहा था | मैंने उसको हाँथ दिखाया और हाए कहा तो उसने भी बड़े उत्साह से हाय किया और चल के बाउंड्री की दीवाल के पास आ गई | मैंने उसके बारे में बहुत कुछ पूछा वो भोपाल में रहती थी और यहाँ छुट्टियों में आई थी उसका नाम श्रेया था और उसकी बड़ी बहन का नाम ऐश्वर्या था दोनों माल थी गजब थी | फिर मैंने फ़्लर्ट करना शुरू किया और वो फसती चली गई | फिर उसे किसी ने आवाज़ लगाई और वो जाने लगी तो मैंने उसको रोका और पूछा अच्छा इतना तो बताती जाओ मैं कैसा लगा ? तो उसने कहा बहुत प्यारे और मुस्कुराते हुए चली गई | बस ! लड़की पट गई बस बोलने की देर थी तो मैंने अगले दिन शाम का समय चुना और उसके बीच में हमारी एक बार बात और हुई और मैंने कहा की शाम को 6 बजे छत पर आना कुछ बात करनी है | वो शाम को छत पर आई और मैंने उसको प्रोपोस कर दिया | उसने कहा बहुत फास्ट हो तुम मैं थोडा सोच के बताउंगी |
अगले दिन शादी थी और मैं दिन भर बात उससे बात नही कर पाया | शाम को मैं फुर्सत से बैठा था छत पर तभी वो आई और कहने लगी इतने उदास क्यों हो ? तो मैंने कहा मुझमें और मेरी हँसी के बीच में तुम्हारे हाँ की दीवार है | उस वक़्त वहां कोई नहीं था सब नीचे काम में लगे हुए थे | उसने इस बात का फायदा उठाया और मुझे किस कर दिया और कहा मिल गया जवाब | मैं एक पल इए सोचता ही रह गया कि क्या हुआ मेरे साथ लेकिन मैंने खुद को संभाला और उसकी छत पर खुद गया और उसको जोर से गले लगा लिया और किस करने लगा | मैंने ज्यादा किस नहीं किया और अपनी छत पर वापस चला गया और खड़े होकर बात करने लगा | बात करते करते मेरे ध्यान बार बार उसके दूध पर जा रहा था तो मैंने कहा तुम्हारे बूब्स बहुत प्यारे लगते है तो उसने कहा अच्छा | तो मैंने कहा हाँ दिखाओ ना तो उसने कहा नहीं इतनी जल्दी क्या है ? तो मैंने टॉप के ऊपर से ही उसके दूध दबा दिए और वो एकदम से पीछे हो गई और कहने लगी नहीं कोई देख लेगा | तो मैंने कहा अच्छा जहाँ कोई देख ना रहा हो वहां दिखाओगी, तो उसने कुछ नही कहा लेकिन मुझे तो पता था उसकी हाँ है | मैं सोचने लगा यहाँ गाँव में कहाँ कोई खाली जगह मिलेगी और ऊपर से किसने ने पकड़ लिया तो गांड मर जाएगी | मैंने अपना गांडू दिमाग लगाया और सोचा कि रात में तो सब बारात में जायेंगे और शादी की जगह भी घर से थोड़ी दूर ही थी इसलिए अपना घर ही खाली रहेगा | तो मैंने बारात के वक़्त उसको पकड़ा और घर ले आया | घर पर सिर्फ नानी ही थी जो अन्दर अपने कमरे में थी बाकी सारे कमरे खाली थे लेकिन सबसे ज्यादा सेफ था छत वाला कमरा जहाँ किसी के आने का कोई आसार नहीं था |
पहले तो वो आ नही रही थी उसको पता होगा मैं उसकी मारने के लिए उसको लेकर जा रहा हूँ लेकिन मैंने एक दो इमोशनल बातें बोल दी और वो मेरे साथ आ गई | जैसे तैसे हम दोनों छत वाले कमरे तक पहुंचे और जैसे ही हम अन्दर गए मुझे पापा का फ़ोन आ गया कि जल्दी आओ यहाँ फोटो खीचानी है मैंने कहा हाँ बस 15 मिनिट में आता हूँ और फ़ोन रखकर कमरे का दरवाज़ा लगाया और उससे कहने लगा देखो हमारे पास ज्यादा टाइम नहीं है और जो भी करना है जल्दी करना है | तो उसने मुझे घूर के देखा और कहा ऐसा क्या करना है ? तो मैंने कहा देखो मासूम नहीं बनो और किस करने लगा | वो किस करने में मगन हो गई हम थोड़ी देर तक किस करते रहे | उसने साड़ी पहनी हुई थी तो मैंने उसका पल्लू हटाया और उसके ब्लाउज के हुक खोल के ऊपर उठाया और उसके दूध दबाने लगा | नार्मल साइज़ के दूध और भूरे निप्पल हाय जन्नत | मैं उसके दूध दबा रहा था तभी याद आया पापा ने बुलाया है मैंने उसके दूध चूसना शुरू कर दिया |
अब मैं उसके दूध चूसने में बिलकुल खो चूका था और मुझे अब कुछ याद नही था कि मुझे कहीं जाना है | फिर उसने मुझे रोका और कहा बस चलो अब तो मैंने कहा अरे अभी तो मैंने स्टार्ट किया है और अपनी पैंट उतार दी और कहा ये लो | तो उसने मेरा लंड देखा और कहा क्या करना है ? तो मैंने कहा तुम बैठो बताता हूँ और जैसे ही वो बैठी उसने मेरा लंड पकड़ा और चूसना शुरू कर दिया | जैसे ही उसने मेरा लंड मुंह में लिया तो मेरा लंड उसने लगभग आधा अन्दर ले लिया | मैं समझ गया था कि ये इसका पहली बार नहीं है बस भोसड़ी वाली मासूम बन रही है | वो बहुत मस्त तरह से लंड चूसने में लगी हुए थी और मैं आँखें बंद करके मज़े ले रहा था | थोड़ी देर में ही मेरा निकलने को हुआ था तो मैंने लंड पकड़ के हिलाना शुरू कर दिया तो वो किनारे हो गई और कहने लगी नहीं मेरे ऊपर नहीं, तो मैंने वहीँ एक कोने में गिरा दिया | फिर वो खड़ी हुई और अपना ब्लाउज लगाने लगी तो मैंने कहा अभी बाकी है किस बात की जल्दी है तुम्हें ? तो उसने कहा अरे हो तो गया चलो अब | तो मैंने कुछ नहीं कहा और जाके नीचे से उसकी साड़ी उठाने लगा | उसने अपनी साड़ी पकड़ी और कहने लगी नहीं नहीं तो मैंने कहा बस थोड़ी देर जल्दी जाना है और उसने अपना हाँथ हटाया और मैंने साड़ी उठा दी | मैंने उससे कहा घूम जाओ और वो घूमी और झुक के खड़ी हो गई | मैंने उसकी पैंटी नीचे की और पीछे से उसकी चूत पर हाँथ लगाया | उसकी चूत बिलकुल चिकनी थी जैसे आज ही बाल उठाये हो मतलब साली चुदने के मूड से आई थी लेकिन नखरे चोद रही थी | अब तक मेरा लंड भी उठ चूका था तो मैंने उसकी चूत पर थूक मला और अपना लंड अन्दर घुसा दिया | वो अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्म उम्म्मम्म उम्म्मम्म अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह कर रही थी और मैं उसको चोदे जा रहा था | फिर मैंने उसका एक पैर उठाया और झटके मार मार के चोदने लगा और उसकी आह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह्ह की आवाज़ बढ़ गई | थोड़ी देर चोदने के बाद मेरा झड़ने को हुआ तो मैंने कहा मेरा निकलने वाला है अन्दर गिरा दूँ ? तो उसने कहा नहीं नहीं और फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और वहीँ कोने में गिरा दिया | फिर हमने कपड़े ठीक किया और हम चले गए |