sex stories in hindi
हेल्लो मेरे दोस्तों क्या चल रहा है आजकल | बहनचोद किसी ने फोग्ग या जिओ बोला तो उसकी मैय्या चोद दूंगा | मैं हूँ गुल्लू चौरासिया और मेरा काम है नेतागिरी करना और मेरी जिंदगी भी आराम से चल जाती है चमचागिरी करके | मैंने कई बार सोचा कही नौकरी कर लूँ पर साला कोई मुझे नौकरी देता ही नहीं है क्यूंकि आये दिन मेरी फोटो अखबार में आती रहती है तो सब समझते हैं मैं नेता हूँ और इससे उनका हुकुम मुझपर नहीं चल पाएगा | टी दोस्तों ये हो गई यहाँ वहां की बात अब आते हैं मुद्दे पर | तो देखो राजनीती में कुछ भी खुलके नहीं होता सब अन्दर ही अन्दर पकता रहता है | अब मैं तो इसी गन्दी नाली का कीड़ा हूँ और मुझे हर चीज़ के बारे में पता है इसलिए आज मैं आपको बताने वाला हूँ यहाँ का सच | ये सच सुनके आपको इतना मज़ा आएगा कि आप मुट्ठ मारे बिना रह नहीं पाओगे | हाँ ये एक चुदाई की कहानी है बड़े नेताजी और मेरी | वैसे तो वो भडवा लडको की भी गांड मारता है पर एक बार वो साला फस गया लड़की के चक्कर में और उसके बाद जो उसके साथ हुआ मैं आपको क्या बताऊँ आप खुद ही पढ़ लो |
दोस्तों जैसा मैंने आपको बताया कि राजनीती एक दलदल है और इसमें जो एक बार फस गया वो समझो गया | तो ये कहानी है बड़े नेताजी और मेरी | मैंने जब शुरू किया था तो मैं बस एक बूथ प्रभारी था और मुझे चुनाव के समय अपने बूथ को देखना पड़ता था और मुझे उसके लिए रुपये भी मिलते थे | मैं था एक दल में पर जब फर्जी वोट डालने की बारी आती थी तो में दूसरे दल वालों से भी पैसे लेता था और मेरा काफी पैसा बन जाता था | मैंने कई बार ऐसा काम किया पर एक बार मैं कुछ अलग मूड में था | अब मुझे कई साल हो गए थे राजनीति में तो मैंने सोचा क्यूँ का थोड़ी राजनीती मैं भी कर लूँ | मैंने सोचा इस बार फर्जी वोटिंग के पैसे नही लूँगा | वो बन्दा मेरे पास आया और कहा इस बार 5 लाख दूंगा १०० बन्दों की फर्जी वोट डालने दो | मैंने कहा बड़े भाई इस बार ऐसा नही हो पाएगा क्यूंकि मेरा बूथ बदल गया है तो उसने कहा ठीक है उस बूथ में करवा दो जहाँ तुम हो | मैंने कहा ठीक है और उससे पैसे लेके उसका काम करवा दिया | जो मेरा पुराना बूथ था वहां मैंने खबर उडवा दी की यहाँ फर्जी वोटिंग हो रही है | अब पूरा माहोल बदल गया और नेताजी जीत गए और मैं उनकी नज़रों में आ गया | उन्होंने मुझे अपने साथ रख लिया और मेरा पद भी बढ़ा दिया | मुझे इस बात से बहुत ख़ुशी हुयी और मैं तुरंत अपने घर गया और जो पैसे मिले थे उनसे कार खरीद ली | अब घरवाले भी खुश और अपना रुतबा भी बढ़ गया |
एक बार की बात है नाताजी ने मुझे बुलाया और कहा आज कोई मेहमान आ रहा है तो तुम उसके लिए सारा इंतज़ाम करवादो और मैं थोडा फ्रेश हो लेता हूँ | मैंने कहा ठीक है नेताजी पर आप बताओ मेहमान आ रहा है या आ रही है | उन्होंने कहा चल तू अपना काम कर मैं तुझे बाद में बताऊंगा | मैंने कहा ठीक है साहब मैं सब इंतज़ाम करके आता हूँ | मैं दिनभर लगा रहा और उनके लिए अच्छा खाना और नाश्ता लेके आया उसके बाद उनके लिए महंगी वाली वाइन भी मंगवाई और ऐसा करते करते शाम हो चली | मुझे अब बहुत गर्मी लग रही थी और मैं पसीने में भीग गया था | मैं नेताजी के सामने गया और कहा साहब सब करवा दिया है | उसने कहा ठीक है यार वो सब पर तुमने क्या हालत बना ली है अपनी जाओ जाके नहा के आओ | मैंने कहा ठीक है मैं घर से होकर आता हूँ | उन्होंने कहा तुम मेरे ख़ास हो और इस प्रदेश के अध्यक्ष हो तो तुम ये बंगला इस्तेमाल कर सकते हो | मैंने कहा ठीक है और में नहाने चला गया |
मैं वहां जैसे ही बाथरूम में गया तो देखा साला जैसे किसी महल में आगया हूँ | मैंने नहाया और टॉवल लपेटे हुए बाहर आ गया | मैं वहां नंगा होक कपडे बदल रहा था तब ही वहां नेताजी आ गए और कहा वाह यार तेरा लंड तो गजब है | मैंने कहा आप ये क्या बल रहे हो और जाने लगा कपडे पहन के | उन्होंने कहा रुतबा दे सकता हूँ तो छीन भी सकता हूँ इसलिए चुपचाप वापस आजा | फिर उसने कहा मुझे औरतों और मर्दों दोनों को चोदना बहुत पसंद है | मैंने कहा नहीं मैं चुदवा नहीं सकता | उसने कहा ठीक है लंड चूसा दे मुझे अपना | मैंने कहा ऐसा कभी पहले मैंने किया नहीं है | उन्होंने कहा कोई बात नहीं आज करले और मेरे पास आके मेरा लंड मसलने लगा | उसने मेरी पेंट को उतार दिया और मेरा झूलता हुआ लंड पकड़ लिया | वो मेंरे लंड को हिला रहा था और मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था | फिर जैसे ही उसने मेरा लंड अपने मुंह में लिया तो मेरा मन करने लगा कि साले को लात मार दूँ पर मैं करता भी तो क्या | थोड़ी देर बाद मेरा लंड खड़ा हो गया और तब मुझे अच्छा लगने लगा | फिर उसने मेरे लंड को चूसना शुरू किया और वो मेरे सुपाडे को चाट रहा था और मैं सिस्कारियां भर रहा था | थोड़ी देर तक उसने मुझे खड़ा करके लंड चूसा फिर उसने मुझे बैठा दिया और कहा इतना बड़ा लंड पहली बार देख रहा हूँ |
उसने ऐसा लंड चूसा जैसा आज तक कोई नहीं चूस पाया था और मेरा मुट्ठ उसके पूरे मुंह में भर गया | मैं फिर से नहाने चला गया और जैसे ही बाहर आया तो वो औरत आ गयी थ जिसके लिए नेताजी ने मुझे सब इंतज़ाम करने को कहा था | वो लोग बात कर रहे थे और मैं तैयार होकर आया और उनसे कहा मैं चलता हूँ कोई काम हो तो आप मुझे बुला लेना |