antarvasna, desi kahani
मेरा नाम मीनू है। मैं कॉलेज में प्रोफेसर हूं। मेरी उम्र 38 वर्ष हो गई है। मैं पढ़ने में बहुत ही अच्छी थी और सिर्फ मैं पढ़ाई पर ही ध्यान दिया करती थी। इस वजह से मुझे कभी पता ही नहीं चला कि कब मेरी शादी की उम्र निकल गई और अब मुझे जरूरत पड़ने लगी थी कि मैं किसी लड़के को अपना जीवन साथी बना लूं लेकिन अब मुझे कोई इस तरीके का लड़का मिल भी नहीं रहा था। मेरी उम्र भी काफी ज्यादा हो चुकी थी। जिस वजह से मेरे लिए रिश्ते आने भी बंद हो गए थे और अब जिनके पास भी मेरा रिश्ता जाता वह मुझसे रिश्ता जोड़ने से साफ मना कर देते थे। वह कहते कि लड़की की उम्र बहुत ज्यादा है हम लोग शादी नहीं कर सकते। मेरे पिताजी इस वजह से बहुत ही टेंशन में रहने लगे थे और वह मुझे कहते रहते थे कि बेटा मेरे रहते हुए तुम्हारी शादी हो जाए तो मेरा जीवन सफल हो जाएगा लेकिन मेरी शादी हुई नहीं पा रही थी। मेरी मम्मी भी हमेशा मुझे इसी बात को लेकर कहती रहती थी। मेरे पास एक अच्छी जॉब थी और मेरी एक अच्छी सैलरी थी। उसके बावजूद भी मुझे कोई भी लड़का नहीं मिल पा रहा था। पहले तो मैंने अपनी पढ़ाई में ही अपना सारा समय निकाल दिया।
मैं इतनी ज्यादा बिजी हो गई थी कि मुझे कुछ और दिन दुनिया का फर्क ही नहीं पड़ता था। मैं सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान देती रहती थी। मेरे सब दोस्त भी मुझसे यही कहते थे कि समय पर तुम शादी कर लो नहीं तो तुम्हें बहुत तकलीफ होगी लेकिन मैं उनकी बात को टाल दिया करती थी। और उनसे कहती थी कि देख लेंगे जब समय आएगा तो शादी कर लेंगे। अब मेरे कॉलेज के दोस्त मुझे मिलते हैं तो वह सब अपने बच्चों के साथ होते हैं लेकिन मेरी अभी शादी नहीं हुई है और मुझे कहीं ना कहीं अब शर्मिंदगी महसूस होती है। मेरी उम्र भी ढलती जा रही है। मैंने अपना समय पढ़ाई में ही बर्बाद कर दिया। पर अब मैं अपने बारे में सोचती हूं कि शादी भी जीवन का एक सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यदि आप समय से शादी नहीं करते हैं तो यह आपके लिए एक तरीके से साइड इफेक्ट बन जाता है। मेरे पिताजी ने मेरा रिश्ता मैट्रिमोनियल साइट पर डाल दी। वहां से मेरे पिता जी को बहुत फोन आते थे लेकिन उन्हें कोई भी लड़का समझ नहीं आता था। कई लड़के तो हमारे घर देखने भी आए लेकिन उसके बावजूद भी मुझे लड़के पसंद नहीं आए क्योंकि किसी की उम्र तो बहुत ज्यादा थी और कोई देखने में ही बिल्कुल भी सही नहीं था और किसी की जॉब अच्छी नहीं थी। फिर मैं कहती थी कि मेरे जैसा ही मुझे कोई मिल जाए तो मैं अपनी आगे का जीवन उसके साथ बिता सकूं।
यह सब मेरे लिए एक सपने जैसा हो गया था जब हम बचपन में देखा करते थे कि हमें अपने सपनों का राजकुमार मिलेगा। मेरे लिए भी वही वाली बात हो चुकी थी कि मुझे अब कोई ऐसा लड़का मिल जाए जो कि मुझे समझ सके और मेरे आगे का जीवन अच्छे से कट पाए। तभी एक दिन मैट्रिमोनियल साइट से मेरे पिताजी को एक फोन आया वह राकेश के पिता जी का था। वह हमारे घर पर आए और उन्होंने मेरे पिताजी से बात की। मेरे पिताजी को राकेश बहुत पसंद आया और उन्होंने अब मुझे भी बोल दिया था कि बेटा तू भी राकेश से एक बार मुलाकात कर लेना। मैंने भी कहा कि ठीक है मैं राकेश से मिलूंगी। जब राकेश हमारे घर पर आया तो उसने मुझसे बात की। फिर उसने अपने बारे में मुझे सब कुछ बता दिया कि मेरा डिवोर्स हो चुका है और मेरे डिवोर्स को काफी समय हो गया है।
मैंने उससे पूछा कि तुम्हारा डिवॉर्स का कारण क्या था? तो वह कहने लगा कि मेरी पत्नी का किसी और के साथ संबंध था। तो उसने मुझे बताया कि मैं तुम्हारे साथ आगे का जीवन नहीं बिता सकती हूं। इसलिए मैं आपसे डिवॉर्स चाहती हूं। तो मैंने उसे डिवोर्स दे दिया। उसने अपनी बीवी से मेरी फोन पर बात भी करवाई। जिससे मुझे राकेश पर पूरा यकीन हो चुका था कि वह एक ईमानदार व्यक्ति है और वह मुझे भी अच्छा लगने लगा था। उसकी उम्र भी 40 वर्ष थी और वह एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। उसकी जॉब भी मुझ से मैच करती थी और हम दोनों की बॉन्डिंग भी काफी हो चुकी थी। अब हम दोनों ने एक दूसरे का नंबर शेयर कर लिया था। जिसके बाद वह मुझे फोन पर मैसेज भेज दिया करता था। मैं भी उसका रिप्लाई देती थी और अब वह मुझसे फोन पर भी बात करने लगा था। जब भी हमें समय मिलता था तो हम दोनों घूमने जाया करते थे। उसने मुझसे पूछा कि तुम ने शादी क्यों नहीं की तो मैंने उसे बता दिया कि मैं पढ़ाई में ही व्यस्त थी और इस वजह से मैं शादी नहीं कर पाई और मुझे मालूम ही नहीं पड़ा कि कब समय निकलता चला गया और उसके बाद कोई लड़का मुझे पसंद ही नहीं आया। इस वजह से मैंने अभी शादी नहीं की। हमारे घर वाले भी इस रिश्ते से बहुत खुश थे। हमने अब घूमने का प्लान बनाया और हम लोग घूमने गए।
हम लोगों ने वहां एक होटल किराए पर लिया और आराम करने लगे हम दोनों ने एक ही रूम लिया था। मैंने जब राकेश से इस बारे में बात कि क्या तुम्हारी सेक्स लाइफ अच्छी चल रही थी। वह कहने लगा सेक्स लाइफ तो मेरी बहुत अच्छी थी। मैंने उसे बताया कि मेरी तो ऐसे ही सेक्स लाइफ कट गई। तुम मेरी सेक्स की इच्छा को पूरा कर सकते हो। उसने कहा क्यों नहीं अब उसने अपने कपड़ों को उतारते हुए मुझे अपना लंड दिखाया। मैं देख कर बहुत घबरा गई मैंने उसको देखा तो वह कुछ ज्यादा ही मोटा था। उसने मुझे कहा कि तुम पहले मेरे लंड अपने मुंह में लो उसके बाद आगे की कार्यवाही करेंगे। मैंने भी तुरंत उसके लंड को अपने मुंह में ले लिया और सकिंग करना शुरू किया। मैं बड़े ही प्यार से उसके लंड को मुंह में लेकर सकिंग करती जा रही थी। मुझे काफी अच्छा लगता जब मैं उसे अपने मुंह में लेकर सेकिंग करती। उसने अब मेरी चूत को चाटना शुरू किया मेरा शरीर अब थोड़ा मोटा हो चुका था। उसने मेरी योनि में अपना लंड डाल दिया और मेरे बड़े बड़े स्तनों को अपने मुंह में लेकर चाटने लगा। वह मुझे बड़ी ही तेजी से झटके दिए जा रहा था।
उसने इतनी तीव्र गति से मुझे झटके मारने शुरू किए कि मेरा तो शरीर कांपने लगा और ऐसा लगता कि मेरे शरीर से पूरी जान निकल रही हो लेकिन अच्छा भी लग रहा था। वह काफी देर तक मुझे ऐसे ही चोदता रहा मेरा तो झड़ चुका था। अब राकेश का भी झड़ने वाला था तो उसने मेरे अंदर ही सारा माल गिरा दिया। उसने मुझे कहा कि आज मैं तुम्हें कुछ अलग ही तरीका का सेक्स दिखाता हूं। उसने मुझे घोड़ी बना दिया और अपने लंड पर सरसों का तेल लगाया और थोड़ा बहुत मेरी गांड पर भी लगा दिया। उसने मेरे चूतड़ों को अपने हाथ से खोला और उसके बीच में से मेरी गांड के अंदर अपने लंड को डाल दिया जैसे ही उसका लंड मेरी गांड में गया तो मेरी बहुत तेज आवाज निकल पड़ी और मैं चिल्लाने लगी।
वैसे ही वह बड़ी तेजी से मेरी गांड मारे जा रहा था और वह मेरी चूतड़ों को अपने हाथ में पकड़कर धक्के मारता जाता। उसने इतने तेज तेज धक्के मारने शुरू किए कि मेरा तो बदन ही टूट गया था। वह मुझे ऐसे धक्के मारते मारते दीवार तक ले आया पहले मैंने एक छोटी सी टेबल पर अपने हाथ रखे हुए थे लेकिन उस टेबल का भी अता पता नहीं था और मैंने अपने दोनों हाथों से दीवार को पकड़ा हुआ था। वह इतनी तेज तेज धक्के मार रहा था मुझे लग रहा था कि कहीं यह मेरी आज गांड और योनि को एक ही ना कर दे। वह ऐसे ही धक्के मारने लगा हुआ था मैंने उसे बोला कि शायद तुम्हारी पत्नी इसी वजह से भाग गई है। तुम कुछ ज्यादा ही गंदे तरीके से चोदते हो वह हंसने लगा और हंसते-हंसते उसने मेरी गांड के अंदर ही अपना वीर्य गिरा दिया। जब उसका माल मेरी गांड मे गिरा तो मुझे बहुत आराम महसूस हुआ और उसने अपने लंड को जैसे ही अंदर से बाहर निकाला तो ऐसा लगा कि ना जाने मेरी गांड में इतने दिनों से क्या फंसा हुआ था। हम दोनों ने वह हॉलीडे बहुत इंजॉय किया और अब हम ने शादी कर ली है और राकेश मुझे हमेशा ही चोदता रहता है और मेरी गांड को तो उसने तबेला बना कर रख दिया है।