एहसान होगा तेरा मुझ पर

हैल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मैंने आशा करता हूँ कि आप सभी अपनी अपनी जिन्दगी में चुदाई की खुशियो के मजे जरुर लूट रहे होगे | मेरा नाम अमिताभ है और मैं राँची का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 27 साल है और मैंने दिखने में अच्छा हूँ पर चुदाई के मामले में कच्चा हूँ | मैं अभी जॉब करता हूँ और मेरे साथ काम करने वाला स्टाफ भी बहुत अच्छा है | आज जो मैं आप लोगो को अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मैं आप लोगो को अपने जीवन की एक दम सच्ची घटना बताऊंगा | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय बरबाद ना करते हुए कहानी शुरू करता हूँ |

ये घटना पिछले साल मई की है | वैसे तो स्कूल टाइम में मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही थी इसलिए मुझे कभी चूत नही मिल पाई | कॉलेज के टाइम में भी मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही बनी इसलिए तब भी चूत नही मिल पाई | पता नही क्यू बहनचोद मेरी किस्मत में कोई भी लड़की क्यू नही लिखी है ? क्या भगवान ने मेरे लिए कोई भी लड़की किस्मत में लिख कर नही भेजी | मेरे सारे दोस्तों की कि न कोई गर्लफ्रेंड हैं और किसी किसी की तो दो-दो तीन-तीन गर्लफ्रेंड हैं पर बहनचोद यहाँ तो न गर्ल का पता है न फ्रेंड का तो बहनचोद  ये गर्लफ्रेंड कैसे मिलेगी | एक दिन मैं नेट में लड़की पटाने, आंटी पटाने और भाभिया पटाने के तरीके खोजने लगा | मुझे बहुत सारी चीज़े पढ़ के ऐसा लगा कि शायद इसी वजह से मुझसे कोई लड़की नही पटी | एक जगह पर लिखा हुआ था कि लडकियो को तारीफे बहुत पसंद होती हैं |  उनकी तारीफ की जाये तो वो बहुत जल्दी अपना रिएक्शन देने लगती हैं | मैंने सोचा कि चलो यार अजमा कर देखता हूँ | अब मेरी किसी भी लड़की के सामने बात करने से तो गांड फटती है तो मैंने कैसे किसी की तारीफ करता | मेरे दिमाग में आया कि क्यू न मैं सपने ऑफिस से ही शुरू करू किसी लड़की को पटाना | एक लड़की है रेखा वो दिखने में बहुत सुन्दर है और हमारी सीनियर भी है | मैंने सोचा कि क न इसी से मैं शुरुआत कर दू | रेखा ने उस दिन ब्लैक कलर की जीन्स और रेड चेक शर्ट पहने हुयी थी | लग तो वो वैसे ही बहुत सुन्दर थी पर मुझे कुछ ऐसी तारीफ़ करना था कि वो मुझे तुरंत रिप्लाई दे | जैसे ही वो मेरे सामने से निकली तो मैंने उससे कहा कि क्या बात है रेखा आज बर्थडे है क्या तुम्हारा ? तो उसने कहा नही तो किसने कहा कि आज मेरा जन्मदिन है ? तो मैंने कहा कि यार मुझे नही पता की तुम्हारा बर्थडे कब आता है वो क्या है कि तुम रोज तो बहुत सुन्दर लगती हो पर आज तुम रोज से ज्यादा सुन्दर लग रही हो इसलिए मुझे लगा कि हो सकता है कि तुम्हारा जन्मदिन हो | तो उसने हँसते हुए कहा कि नहीं यार मेरा जन्मदिन नवम्बर 13 को आता है | फिर उसने कहा कि थँक्स मुझे तुम्हारा कॉम्प्लीमेंट अच्छा लगा |

उसके बाद वो चले गयी | मैं अन्दर ही अन्दर खुश हो गया कि चलो उस चीज़ को पढ़ को और उसे आजमा के मेरे अद्नर थोडा तो कॉन्फिडेंस तो आया | फिर मैंने ऐसे ही अपने स्टाफ कि लडकियों को रोज कुछ न कुछ कोम्प्लिमेट देता | सारी लडकिया अच्छे से ट्रीट करने लगी मुझे | पर बहनचोद पट तब भी कोई नही रही थी | मैंने सोचा कि अभी तक मैंने सभी लडकियो को कॉम्प्लीमेंट दिया पर एक लड़की रह गयी टी जिसका नाम नीतू है | नीतू एक मोटी और काली लड़की है पर उसका फेस कट और फिगर अच्छा खासा है | एक दिन की बात है बारिश हो रही थी और नीतू अपना छाता लाना शायद भूल गयी थी तो वही छुप कर वेट करने लगी बारिश के रुकने का | पर बारिश तेज थी और देखने से लग तो नही रहा था कि बारिश रुकेगी | मैं उसके पास गया और कहा कि चलो मैं तुम्हे घर छोड़ देता हूँ तुम्हारे पास छाता भी नही है और पानी इतना गिर रहा है कि मुझे नही लगता कि बारिश रुकेगी भी | तो उसने कहा कि यार मैं भीगना नही चाहती | तो मैंने कहा कि एक काम करो तुम मेरी रेनकोट पहन लो मैं तुम्हे घर तक छोड़ दूंगा | पर वो मना करने लगी | तो मैंने कहा कि देखो मैं लड़का हूँ और तुम लड़की हो मुझे तुम्हारी फ़िक्र है तो मुझे तुम्हारी मदद करने का मौका दो | काफ़ी मिन्नतें करने के बाद वो मान गयी उसने मेरा रेनकोट पहन लिया | फिर हम दोनों ऐसे ही नार्मल बात करते हुए जाने लगे | तभी अचानक मेरे घर के पास आ कर गाडी रुक गयी | मेरे घर से उसके घर का रास्ता करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर है | बारिश भी बहुत तेज थी और मेरी गाड़ी भी ख़राब हो गयी तो मैंने उससे कहा कि यार इतनी रात हो चुकी है तुम घर कैसे  जाओगी |एक काम करो तुम मेरे घर में ही रुक जाओ आज रात की ही तो बात है कल सुबह होते ही मैं तुम्हे छोड़ दूंगा घर | उसने कहा कि यार आज मैं अपना फ़ोन भी लाना भूल गयी नहीं तो मैं पापा को फ़ोन कर के बुलवा लेती |

मैंने कहा ठीक है यार कोई बात नही चलो मेरे घर कोई परेशानी की बात नही है तुम मुझ पर भरोसा कर सकती  हो | थोड़ी देर सोचने के बाद वो मान गयी | फिर हम घर गए उसके बाद मैंने उसे अपनी टी-शर्ट दी और उसने जीन्स तो पहना ही था | उसकी टी-शर्ट बस गीली हुई थी | फिर मैं भी बाथरूम में जा कर अपने कपडे चेंज किया और वापस आया | वो मजे से सोफे पर बैठ कर टीवी देखने लगी | मैं खाना बनाने लगा | जब खाना बन गया तो हम दोनों साथ में बैठ कर खाने लगे | खाना खाने के बाद हम दोनों सोने चले गये | अब कमरा एक और बेड भी एक | नीचे दोनों ही नही सो सकते थे | तो हम दोनों को एक दूसरे के बाजू में ही सोना पड़ा | रात के 1 बजे मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद कोई मेरे लंड को सहला रहा है | जब मैंने उठ के देखा तो नीतू मेरा लंड पीछे हाँथ कर के सहलाने लगी | मैंने सोचा कि इसका बहुत एहसान होगा अगर ये मुझसे चुदवा ले तो | मैं भी सामने हाँथ कर के उसके दोनों दूध को दबाने लगा | तो उसके मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | मैं समझ गया कि ये भी चुदना चाहती है | उसके बाद वो भी नींद से जाग गयी और मेरे होंठ में अपने होंठ रख दिए और किस करने लगी | मैं भी उसका साथ देते हुए उसे किस करने लगा और साथ में उसके दोनों दूध को अपने हाँथ से दबाते भी जा रहा था | उसके बाद हम दोनों ने पूरे नंगे हो गए | उसने मुझसे कहा कि प्लीज ये बात किसी को भी मत बताना मैंने भी कह दिया कि भरोसा रखो ये बात किसी को भी पता नही चलेगी | फिर उसके बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने और चाटने लगी तो मैंने भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया लेने लगा |

फिर मैंने उसके लेटा दिया और अपनी जीभ से उसकी चूत को रगड़ते हए चाटने लगा | वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मस्मस्त होने लगी | उसके बाद मैंने उसकी चूत में टिकाया और अन्दर डाल दिया उसकी चूत के | अब मैं शॉट मार मार के उसकी चूत चोदने लगा | वो भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी | फिर मैंने उसे घोड़ी बना दिया | अब मैं पीछे से उसकी चूत में लंड डाल कर चोदने लगा वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए गांड आगे पीछे करते हुए चुदवाने लगी | उसके बाद मैं उसके ऊपर ही झड़ गया | अगले दिन बारिश रुक चुकी थी | तो मैंने एक ऑटो से उसे उसके घर भिजवा दिया | हम दोनों एक दूसरे से वादा किये थे कि हम ये बात किसी को भी नही बताएँगे |

तो दोस्त ये थी मेरी कहानी मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी जरुर पसंद आयगी | मेरी कहानी पढने के लिए आपका धन्यवाद |

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