मेरी नौकरानी और मेरी अन्तर्वासना -1

antarvasna

हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम दीपक है और मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ | मैं दिल्ली में कैट की कोचिंग कर रहा हूँ | दोस्तों मेरा कद पांच फुट और दस इंच है और मेरी बॉडी फिट है | चलिए अब मैं आप लोगों का बहुत ज्यादा टाइम न लेते हुए अपनी कहानी शुरू करता हूँ |

मुझे खुद खाना बनाना नही आता इसिलए मैंने एक नौकरानी लगाई हुई है जोकि खाना भी बनाती है और बर्तन भी धो देती है | उसकी उम्र लगभग 25 साल है | उसका अभी कुछ दिनों पहले ही तलाक हुआ है | उसका नाम फातिमा है | दोस्तों वैसे तो मैंने उसे उस नज़र से नही देखा लेकिन क्या करून, शैतानी दिमाग है, कभी न कभी तो नज़र पड़ ही जाती है | उसके बूब्स मध्यम साइज़ के हैं और गांड मस्त है | उसका पेट निकला हुआ नही है और वो कसी हुई मस्त माल लगती है | शकल तो कुछ ख़ास नही है लेकिन चुदाई में शकल का क्या काम |

एक दिन की बात है, मेरी कोचिंग नही थी उस दिन तो मैं रूम पर ही बैठा था | पढ़ते पढ़ते कब नींद आ गयी पता ही नही चला | गर्मियों के दिन थे इसलिए मैंने सिर्फ अंडरवियर और बनियान में था | सपने में मैंने कुछ देखा होगा की अचानक से दरवाजा खटखटाया किसी ने | मैं नींद में ही उठा और दरवाजा खोल दिया | जब नौकरानी फातिमा ने मुझे देखा तो शरमा गयी लेकिन मैं नींद में था इसीलिए मैंने ज्यादा ध्यान नही दिया | मैंने उसको अन्दर बुलाया और दरवाजा बंद कर दिया | वो अब भी शरमा रही थी | मैंने नींद में ही पूछा क्या हुआ तो उसने कोई जवाब नही दिया | मैं फिर से सो गया | अचानक से मेरी आँख खुली तो मैंने देखा की मेरा लंड खड़ा हुआ है और अंडरवियर से पूरा समझ में आ रहा है की वो खड़ा है | मैंने किचन की साइड देखा तो पाया की फातिमा ललचाई नज़रों से मेरे लंड को देख रही है | मैं समझ गया की मौका है | मैंने नींद का बहाना किया और एक करवट किया और अंडरवियर में से जो मुतने के लिए छेद होता है उसमे से अपना लंड बहार निकल दिया और फिर से वापस करवट ले ली | अब मेरा लंड साफ़ दिख रहा था | मैंने धीरे से देखा तो पाया की उसकी आँखों में हवस थी | मैंने सोचा की क्या किया जाये तभी एक आईडिया आया | मैंने नींद में ही उठने की एक्टिंग करने लगा और पानी की बोतल में पानी भरने के बहाने किचन में जाने लगा | किचन के दरवाजे पर फातिमा कड़ी थी और मैंने जान बुझ कर अपने हाथ फातिमा के बूब्स पर रख दिए और ऐसे नाटक किया जैसे की मैं नींद में चलने की वजह से छू छू के चल रहा हूँ | मैंने पाया की फातिमा ने कुछ नही कहा | इधर मेरा लंड अब भी खुला था और फातिमा की सलवार को टच कर रहा था |

मैंने अब आँखें बंद किये किये उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया | वो अब भी कुछ नही बोली | मैंने सोचा की अब तो ग्रीन सिग्नल है | मैंने उसका हाथ लिया और उसके हाथों में अपना लंड दे दिया | उसने हाथ हटाया नही बल्कि मेरा लंड पकड़ कर बड़े प्यार से सहलाने लगी | मैंने सोचा इससे बडा ग्रीन सिग्नल नही हो सकता | अब मैंने आँखें खोल दी और चौंकने का नाटक किया | उसने मुझे जगा हुआ देखकर अचानक से अपना हाथ मेरे लंड से हटा लिया | मैंने कहा फातिमा, जो भी हो रहा था, भले ही नींद में शुरू हुआ हो लेकिन जब दोनों की मर्जी है तो असलियत में भी कर लेते हैं न | वो कुछ नही बोली और उसने अपनी नजरें झुका लीं |

दोस्तों झुकी हुई नज़रें हाँ का इशारा करती हैं ये तो आप लोगों को भी पता ही होगा | मैंने अब सीधा उसकी किस करना शुरू कर दिया | वो पहले तो थोडा हिचकिचाई लेकिन फिर मेरा साथ देने लगी | अब मैं उसको बिस्तर पर ले गया और लिटा दिया | अब मैंने उसके ऊपर आ गया और उसे किस करने लगा | वो भी मेरा साथ देने लगी | मैं अब उसकी गर्दन पर किस कर रहा था और वो मजे से आह्ह्ह  ह हह ह हह ह उ उ ऊ उ ऊ इ ई ई इ ई ई ई इ इ ईई ई इ आःह ह हह ह हह ह ह्ह्ह हह ह हह ह ह्ह्ह्हह ह ह्ह्ह ह हह कर रही थी | मैंने अब उसका सूट उतार दिया और ब्रा भी निकाल दी | अब मैं उसके बूब्स दबा रहा था | फिर मैंने एक निप्पल को चुसना शुरू कर दिया | वो बड़े मजे से आआ आआह्ह हह ह हह ह हह ह ह्ह्ह्ह ह हह ह हह ह उ ऊ उ ऊ उ ऊ उ ऊ उ ऊ इ इ इ इ ईईइ इ ई इ ई ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ह ह हह ह हह ह ह्ह्ह्ह ह हह ह ह हह ह्ह्ह्ह ह ह ह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह ह हह हह ह हह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह करने लगी |

मैंने उसके बूब्स को मसलना और चुसना जारी रखा और अब उसके दुसरे निप्पल को चूसने लगा | वो मस्ती से मेरा सर पकड़ कर अपने निप्पल चुसवाए जा रही थी |

दोस्तों, आशा है की आप लोग इस कहानी को एन्जॉय कर रहे होंगे | मैं आप लोगों के इस एंजोयमेंट को 1 दिन के लिए होल्ड पर डाल रहा हूँ और कल हाजिर होता हूँ इसी कहानी का दूसरा भाग लेकर | तब तक पढ़ते रहिये हिंदी सेक्स कहानियां | कल मिलता हूँ दोस्तों, ज्यादा इंतजार नही करवाऊंगा | अपना लंड खड़ा रखना आप लोग तब तक |

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