नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप लोग | आशा करता हूँ की ठीक ही होगे आप लोग वैसे भी मूड ऑफ में कोन सेक्सी कहानिया पढता है | दोस्तों मेरा नाम अखिलेश है | मैं हेदराबाद का रहने वाला हूँ और 12 में पढता हूँ | मेरा परिवार एक छोटा परिवार है मेरे घर में मेरे मम्मी-पापा और एक बड़ी बेहेंन है | पापा मेरे पुलिस डिपार्टमेंट में आई.पी.यस.ऑफिसर है | वो आगरा मै पोस्टेड है | तो चलिए द्दोस्तो में अपनी इस परिचय कहानी को ज्यादा आगे न बढाकर आप लोगो को सीधा कहानी की ओर ले चलता हूँ | जिससे की आप लोगो का मन चूत के प्रति ज्यादा व्याकुल न हो |
तो दोस्तों ये बात उस समय की है जब मैंने अपनी 12th के एग्जाम दे दिए थे | और अब कहीं बाहर घूमने का प्लान बना रहा था | मैं कई दिन तक डिसाइड नही कर पाया की मैं कहाँ जाउं | लगभग 10 से 15 दिन हो गये | एक दिन मैं शाम को अपने कमरे में मूवी देख रहा था | उसमे एक गाना आया था जिसमे मुझे ताज महल दिखा | मैं थोड़ी देर तक मूवी देखता रहा और बाद में छत्त पे गया और मन में ही शोंचा की क्यों न मैं आगरा ही घूम आता हूँ | इसी बहाने टूर भी हो जायेगा और मैं पापा से भी मिल लूँगा | दोस्तों मुझे पापा से मिले लगभग 7-8 महीने हो गये थे | मैं रात को को जब डिनर पर बैठा तब ये बात मैंने अपनी माँ से डिस्कस की | माँ ने भी हां कह दिया | फिर मैंने माँ जी कहा की माँ जी आप पापा को नही बताओगे मैं ऊन्हे सरप्राइज देना चाहता हूँ | रात बीती अगले दिन मैंने पूरी तैयारी की और आगरा जाने वाली ट्रेन में बैठ गया | लगभग आधी रात को मैं आगरा के स्टेशन पर पहुँच गया | तब मैंने अपनी पापा को काल किया उनका नंबर लग नही रहा था | काफी देर तक मैं ट्राई करता रहा | लगभग 1 घंटे के बाद मैंने फिर पापा को काल किया पापा ने फोन उठा लिया और बोले की हां बेटा कैसे हो सब ठीक ठाक है घर पे | मैंने जवाब देते हुए कहा की मैं पाप आगरा में हूँ और आप का स्टेशन पर वेट कर रहा हूँ | तो मेरे पापा ने मुझसे कहा की अरे बेटा मै कुछ ऑफिसियल काम से बाहर आया हूँ मुझे कुछ टाइम लग जायेगा और तुमको जब आना ही था तो मुझको बता देते | मैंने कहा की मैं आप को सरप्राइज देना चाहता था | मैंने कहा की कोई बात नही मैं 4-5 दिन में घूम के चला जाऊंगा | पापा ने कहा की मैं अपने एक आदमी को भेज रहा हूँ स्टेशन पे वो तुम्हे एक अच्छा सा होटल में रोक देगा मैंने हाँ करते हुए फोन काट दिया | लगभग आधे घंटे बाद वो गाडी लेकर आया | मैंने अपना सब सामान गाडी में रख्खा और होटल को चल दिए |
वो मुझे एक होटल में लेकर गया और एक कमरा बुक करा दिया | मैंने अपना सामान लिया और कमरे की ओर चला गया | रात काफी हो गयी थी और अब मुझे नींद भी आ रही थी | मैं टॉयलेट में जाकर फ्रेश हुआ और उसके बाद मै सो गया | सुभह लगभग मैं 10 बजे के अरीब उठा , उठकर फ्रेश हुआ और बात लेकर निचे ब्रेक फ़ास्ट के लिए चला गया | मिनी मेनेजर से कैंटीन का पता पूंछा और जा के कैंटीन में बैठ गया | वहां मैंने देखा की केवल लडकियो का ही स्टाफ था | वहां काफी अच्छी अच्छी लडकिया थी | मैं जा के टेबल पर बैठ गया और एक लड़की मेरे पास आयी आर्डर लिया और चली गयी | मैंने अपना ब्रेकफास्ट किया और बिल के लिए काउंटर पर चला गया | जब मैं बिल काउंटर पर गया तो देखा की एक मस्त लड़की बैठी हुई थी | वो दिखने में इतनी अच्छी लग रही थी की जवाब नही उसका | वह दिखने में एक दम गोरी और उसके बूब्स एकदम तने हुए थे | और जब वो बोलती थी तब उसकी गुलाबी होंठे काम्पने लगती थी | और जब वो चलती थी तब उसकी कमर इतनी चोडी थी की उसके चुतर हिलने लगते थे | मैं उसको एक ही नज़र में देख कर फ़िदा हो गया था | मैंने उसको हेल्लो बोलते हुए अपना बिल कटाया और अपने कमरे में चला आया | कमरे में आके मैं उसकी बारे में ही सोंचने लगा की इसको तो में फसा कर चोदुंगा | उसके बारे में सोंचते-सोंचते मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने अपने लंड को हिला कर मुठ मार दिया | दिन बीता रात हुयी मैं डिनर की लिए निचे पहुंचा | मैं कैंटीन में जाते ही उसको हाई बोला उसने भी मुश्कुराते हुए हेल्लो बोला | मैंने फिर कहानी का आर्डर और खाना खाके वहीँ बैठा था | रात काफी हो गयी थी मैं लेट नाईट में पहुंचा था | और कैंटीन में सिर्फ मैं ही बैठकर खाना खा रहा था | वो भी खाली ही बैठी थी | उसको खाली देख कर मैंने उसको कोफी का ऑफर दिया और और उसने पहले तो सोंचा फिर वो आ गयी मैंने दो कप कोफी मंगाई और हम लोग कोफी पिटे-पिटे बाते कलकर रहे थे | जब मैं उससे बाते कर रहा था तब मैं उसके होंठो की ओर देख रहा था |उसके होंठ इतने सॉफ्ट थे की कांप रहे थे | लगभग आधे घंटे तक हम लोग कैंटीन मैं बैठे रहे | अब कैंटीन भी बंद होने वाली थी और उसको भी घर जाना था | अब इतने देर तक बाते करते करते अब हम दोस्त बन गये थे और | मैंने उससे डेट को ऑफर किया तो वह बोली की नही मुझे कैंटीन आना होता है |मैंने कहा की एक दिन तुम छुट्टी भी तो ले सकती हो | वह थोड़ी देर तक चुप रही और कहा कि तुम मुझे अपना नंबर दे दो मैं कल सोंच कर बताउंगी | मैंने कहा ठीक है पर प्लीज मना मत करना तो वह थोडा हसी और बाय बोलकर चली गयी | मैं भी अपने कमरे में आ गया और भगवान से मनाने लगा कि कल वो मान जाये बस | सुभह हुयी उसने मुझे फोन किया और कहा की हम शाम को मिल रहे है और फोन काट दिया | मैं बहुत खुस था की आज लग रहा है कि मुझे उसकी चूत के दर्शन हो जायेंगे | शाम हुई मै पहुंचा मैंने उसको कॉल किया वो एक होटल पे थी | हम लोगों ने ने वहां पहले चाय पी और फिर क्लब जाने का प्लान बनाया | हम लोग ड्रीम नाईट क्लब में पहुंचे वहां हम लोगो ने दारू पी और बाद में खूब डांस किया | मैं डांस करते करते उसके बूब्स और कमर दोनों को दोनों को छु रहा था | थोड़ी ददर बाद मैंने उसको ओर पिलाई और डांस करते रहे अब वो भी मुझे चिपक रही थी उसको नसा हो गया था | मैं उसकी कमर में हाथ डालकर उसको अपने आप से चिपका रख्खा था | उसके नुकीले बूब्स मेरी छाती में लड़ रहे थे | दोस्तों मैं अब गरम हो चूका था और अब मैं उसे चोदना चाहता था | थोड़ी ददर के बाद मैं उसे वहां से ले के बाहर चला आया उसको नसा इतना था की सम्भल नही पा रही थी |
मैंने सोंचा मौका बढ़िया है इसकी चूत चोदने का | मैं फिर उसे अपने होटल में नही ले गया दुसरे होटल में गया वहां मैंने 1 कमरा लिया और उसको लेकर अंदर चला गया | वो मुझे चिपक रही थी जिससे मुझे जोश आ रहा था | मैंने उसके बूब्स और चुतरो को डांस करते हुए सहला दिया इसलिए वो भी गरम हो गयी थी | मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और उसके होंठो को चूसने लगा और वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठो को चूस रही थी | थोड़ी देर के बाद में मैंने उसके शरीर के सारे कपडे उतार दिए और अपने भी कपडे उतार कर बेड पर लेट गया और उसके बूब्स को अपने मुह में रख कर पी रहा था और वो अपने हाथो को मेरी पीठ पर रख कर सहला रही थी | हम दोनों बिल्कुल नंगे होक एक दुसरे से चिपके थे बहुत मजा आ रहा था | थोड़ी देर तक मैंने उसके बूब्स को चूसा फिर मैंने अपना मुह उसकी चूत में डाल कर अपनी चीभ से उसकी चूत को चोदने लगा और उसके मुह से आह आह आह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह इह्ह आह आह आह आह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह आह आह की सिस्कारिया निकल रही थी और उसके बाद में मैंने उसे चोदने का प्रोग्राम बनाया और अपना लंड उसकी चूत के सामने रख कर धीरे-धीरे रगड़ने लगा उसे बहुत मजा आ रहा था | फिर मैंने धीरे से अपने लंड को उसकी चूत में डालना शुरू किया तब वो ऊपर की तरफ बढ़ रही थी और मुह बना के धीरे-धीरे डालने को रही थी | उसकी चूत बहुत कसी थी और मेरा लंड बहुत टाइट जा रहा था | जब मैंने उसकी चूत को अपना लंड अंदर डाल कर ढीला कर दिया तब मैंने उसकी असली चुदाई स्टार्ट की और जोर जोर से चोदने लगा उसने अपनी दोनों पैरों को मेरी कमर में फसा रखा था और हाथो को मेरी पीठ पर रख कर सहला रही थी | जब मैं उसे चोद रहा था तब उसके मुह से आह आ आह आ हाह्ह आः आह आः ओह्ह ऊह्ह ओह्ह ऊंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह आह आह आह आह आह आ हाहाह आ हुंह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह की सिस्कारियां निकल रही थी | थोड़ी देर के बाद मैं उसकी चूत में ही झड गया था और हम लोग फिर सो गये |
तो दोस्तो ये थी मेरी कहानी आशा करता हूँ की आप लोगो को पसंद आएगी | इस कहानी का दूसरा भाग आप लोग बहुत जल्द ही पढने को पाएंगे |