हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम हितेश है और मैं चांदमारी का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 22 साल है और मैं दिखने में बहुत ही काला सांड हूँ | पर इसी कालेपन की वजह से मैंने अपने एक दोस्त की माँ को चोदा | मेरी कोई बटेर नहीं है क्यूंकि मैं काला और मोटा हूँ | खैर मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता | मैं चुदाई की कहानी बड़े ही शौक से पढता हूँ और कहानी पढ़ कर मुठ भी मारता था लेकिन जब से से मुझे चूत मिली तब से मैंने मुठ मारना ही छोड़ दिया | तो दोस्तों मैं अब ज्यादा समय ना लेते हुए सीधा कहानी पर आता हूँ |
मेरा एक दोस्त है जिसका नाम रमेश है | वो बेचारा दिमाग से थोडा पागल टाइप का है उसके साथ कोई रहना पसंद नही करता और मेरी मजबूरी है कि मैं उसका दोस्त हूँ | पर जैसा भी है दिल का बहुत ही अच्छा है | उसके पापा आर्मी मैं है और वो अपनी माँ बाप का एकलौती संतान है | उसकी मम्मी दिखने बहुत ही सुन्दर है और मेरी मम्मी की बहुत अच्छी दोस्त भी है जिस वजह से मेरी मम्मी ने कहा है मुझसे कि इस लडके के साथ कभी कुछ गलत मत होने देना और न ही करना | मै अपनी मम्मी की कही हुई कोई भी बात नही टालता | इसलिए मैंने हाँ कर दिया | तब से वो मेरा अच्छा दोस्त है | एक बार हम सब पार्टी में गये हुए थे | पर मेरे मम्मी पापा ने जाने से मना कर दिए थे तो मैंने और रमेश के साथ उसकी मम्मी पार्टी में गए हुए थे | जब हम खाना खा चुके थे तो मैं और रमेश की मम्मी साथ में गए लेने | रमेश को कुर्सी में बैठे रहने के लिए कहा था | उसके बाद जब हम आइसक्रीम के स्टोल पर गये तो देखा कि वहां बहुत भीड़ है और आंटी ने कहा कि रुको मैं लाती हूँ तो मैंने भी कह दिया कि आंटी रुको मैं ही आता हूँ | मैं आंटी के ठीक पीछे था और मेरे पीछे भी बहुत सारे लोग आ गये थे जिस वजह से मेरा लंड आंटी की मोटी गांड से रगड़ खाने लगा | जब मेरा लंड उनकी गांड से रगड़ खा रहा था तब मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मेरा लंड तन के बम्बू बन गया था | मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद आंटी को भी अच्छा लग रहा होगा क्यूंकि वो बिना कुछ हरकत किये हुए वहां खड़े हुए थे | खैर मुझे क्या करना मुझे तो मजा आ रहा था |
करीब 10 मिनट तक खड़े रहने के बाद हमने तीन आइसक्रीम लिए और रमेश के पास वापस आये | फिर हम तीनो ने खूब एन्जॉय किये | रमेश का घर मेरे घर के जस्ट बाजू में ही था इसलिए जब मैं हम लेट होते तो मैं उनके घर में ही रुक जाता | उस दिन भी वैसा ही हुआ | हम आंटी के घर ही गये और मुझे वही रुकना पड़ा | पर उस दिन समां कुछ और ही था | मैं रमेश के साथ ही सोता था और आंटी अलग सोती थी | घर पंहुच कर हम सोने के लिए अपने अपने रूम में चले गये | रात में मेरी नींद खुली टॉयलेट जाने के लिए | उस समय करीब रात के 1 बज रहे होंगे | जब मैं बाथरूम की तरफ जाने लगा तो देखा कि आंटी के घर का दरवाजा खुला हुआ है और उनके रूम की लाइट भी जल रही है | मैंने इगनोरे मारते हुए टॉयलेट किया और वापस आने लगा तो देखा कि अभी भी उनके रूम की लाइट जल रही है | तो मैंने सोचा कि चलो चल कर देखता हूँ कि आंटी इतनी रात में क्या कर रही है ? जब मैं उनके रूम तक पंहुचा था कि मुझे हितेश हितेश की आवाज आ रही थी | फिर जब मैने उनके रूम में झाँक कर देखा तो मेरी आँखे फटी फटी रह गयी | आंटी एक दम नंगी थी और अपनी चूत में एक डिलडो ले कर अन्दर बाहर कर रही थी और मेरा नाम ले रही थी | ये देख कर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया | मै सोचने लगा कि काश इनको चोदने का मौका मिल जाये तो मजा ही आ जायगा | तो मैंने आंटी से कहा कि आंटी ये आप क्या कर रहे हो ? तो आंटी मुझे देख बिलकुल नहीं चौंकी ओअर बल्कि मुझे देखते हुए खड़ी हुयी और कहा कि तुम्हे नींद नहीं आ रही है क्या ? तो मैंने कहा आंटी नींद तो नहीं आ रही थी पर आप को ऐसा देख लिया तो मेरी नींद ही उड़ गई | आंटी ने कहा कि बेटा देख क्या रहे हो इधर आओ पार्टी में तुमने अपने लंड को इतने बार मेरी गांड से रगडा कि मैं तुम्हारे लंड से चुदने के सपने देखने लगी | तो मैंने कहा कि आंटी ये सब गलत है तो उन्होंने कहा कि बेटा चुदाई की दुनिया में कुछ सही और गलत नही होता | इतना कह कर उन्होंने अपने होंठ मेरे होंठ में रख दिए और मेरे होंठ को चूसने लगी | मैं भी उनका साथ देते हुए उनके मस्त मोटे और गुलाबी होंठ को चूसने लगा और साथ में उनके बड़े बड़े दूध को भी अपने हाँथ से मसलने लगा |
उसके बाद मैं उनके दोनों दूध को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा | वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे सिर के बाल को सहलाने लगी | मैं जोर जोर से मसलते हुए उनके दूध को चूस रहा था और निप्पलस को भी अपने होंठ से चूस रहा था और आंटी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | उसके बाद आंटी ने फिर मेरे होठ में अपने होंठ रख दिए और किस करने लगी मैं भी किस करते हुए उनकी चूत में ऊँगली डालने लगा | फिर उसके बाद आंटी ने मेरे कपडे उतार कर मुझे नंगा कर दिया | अब आंटी ने मुझे अपने बिस्तर पर बैठा दी और मेरे लंड को हाँथ में ले कर चाटने लगी | मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था उनका ऐसा करना | वो मेरे लंड को बहुत अच्छे से चाट रही थी और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया लेने लगा | उसके बाद उन्होंने मेरे लंड को अपने मुंह में डाल कर चूसने लगी | वो मेरे लंड को ऊपर नीचे करते हुए चूस रही थी और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मजे ले रहा था |
फिर उसके बाद मैंने उनके होंठ में अपने होंठ रख कर किस करने लगा और उसके बाद उन्हें मैंने बिस्तर पर लेटा दिया | अब मैं उनकी टांगो को फैला कर उनकी चूत पर अपनी जीभ फेरने लगा तो उनके मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | मैं उनकी चूत में अपनी जाभ डाल कर चूसने और चाटने लग और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चटवा रही थी | फिर उसके बाद मैंने उन्होंने कहा कि अब मुझे चोद दो मैं कई महीनो से प्यासी हूँ मुझे लंड दे दो | फिर मैंने एक ही झटके में अपने लंड को पूरा घुसेड दिया | अब मैं उनकी चूत को चोदने लगा और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | फिर मैंने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और जोर जोर से धक्के मार मार के चोदने लगा और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपने बड़े बड़े दूध को मसलने लगी | फिर उसके बाद मैंने उन्हें घोड़ी बना दिया और पीछे से लंड डाल कर चोदने लगा | वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चचुदाई का मजा ले रही थी | मैंने करीब आधे घंटे तक उन्हें चोदा था और फिर उनकी गांड के ऊपर उनकी गांड में झड गया | फिर उसके बाद मैंने उन्हें एक बार और चोदा |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | अब मैं रमेश की मम्मी को रोज ही चोदता हूँ | अब आंटी कि चूत मेरे लिए वरदान बन गयी है |