lesbian sex stories
नमस्कार दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम अंशु है और मैं पनागर की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 25 साल है और मैं दिखने में गोरी हूँ | मेरा सेक्सी फिगर मेरी खूबसूरती बढ़ा देता है | दोस्तों मैं बहुत ही चुदक्कड़ लड़की हूँ और मुझे चुदाई करना बहुत पसंद है | मैंने अब तक कितने ही लंड खा चुकी हूँ ये मुझे खुद भी नहीं पता | मैं इस साइट की बहुत बड़ी फैन हूँ और मुझे इस साइट में मजेदार चुदाई की कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है | ज्यादातर टाइम मैं जब फ्री रहती हूँ तो इस साइट में चुदाई की कहानियाँ पढ़ कर अपने आप को संतुष्ट करती हूँ | मैं यहाँ डेली कहानियां पढ़ती हूँ | आज मुझे मौका मिल रहा है कि मैं आप भी .आप लोगो के लिए कहानी लिखूं | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की कुछ सच्ची घटना में से एक है | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी पसंद आयगी और मेरी कहानी पढ़ कर आप लोगो को मजा भी आयगा | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय ना लेते हुए अपनी कहानी शुरू करती हूँ |
ये घटना पिछले साल दिसम्बर की है | मेरे घर में मैं और मेरे मम्मी पापा हैं | मेरे पापा प्राइवेट जॉब में मेनेजर हैं और मम्मी स्कूल टीचर हैं | हमारे घर में मुझे किसी चीज़ की कोई कमी नहीं है | मैं अकेली लड़की हूँ तो मेरे घर वाले मुझे बड़े लाड़ प्यार से रखते हैं और कभी मुझे किसी भी चीज़ के लिए नहीं टोकते | इसी आजादी की वजह से मैं चुदक्कड़ बन गई | खैर चुदाई करना कोई बुरी बात तो नहीं है लेकिन हमारे कल्चर में ये सब करना गन्दा माना जाता है और बिना शादी के तो ये जुर्म है | लेकिन ये सब चीज़ मैं नहीं मानती क्यूंकि ये चीज़ नेचुरल है किसी को भी देख कर किसी के भी प्रति चुदाई की इच्छा हो जाती है | ठण्ड का शुरूआती दिन था तो मै और मेरी एक फ्रेंड रेखा | हम दोनों ने प्लान बनाया कि यार चलो अपना शिमला घूमने चलते हैं और मस्त बर्फ़बारी का मजा लेंगे | मेरी फ्रेंड भी इस प्लान से बहुत खुश हुई और उसने तुरंत हाँ कर दिया | फिर मैंने अपने घर में बात की तो घर वालो ने भी हाँ कर दिया | फिर हम दोनों ने अपना रिजर्वेशन करवाया | हम दोनों को 10 दिन बाद निकलना था और उसके लिए अपने खूब जम के शौपिंग की | फिर वो दिन भी आ गया जब हमे शिमला के लिए निकलना था | फिर हम दोनों स्टेशन पंहुचे और अपनी सीट में सामान रखा और फिर ट्रेन भी चल दी | जब हम शिमला पंहुचे तो सबसे पहले रेस्ट करने का सोचा | हमने नर्मदा होटल में एक रूम लिया और हम थक गए थे तो रेस्ट करने लगे | फिर मैंने सोचा कि नहा लेती हूँ थोडा सा हल्का फील होगा तो उसके बाद सो जाउंगी | मैं बाथरूम में गई और होट वाटर बाथ लेने लगी |
मेरी आदत है कि मैं पूरा नंगी हो कर नहाती हूँ | मैं नहा ही रही थी कि रेखा भी नंगी हो कर नहाने चली आई | मैंने उससे कहा कि तुझे थोडा भी सब्र नहीं है क्या ? मुझे नहा लेने देती फिर तू नहा लेती | पर शायद उसका मन कुछ और ही था | उसने अपने नंगे बदन को मेरे नंगे बदन से चिपका लिया और मेरे दूध में अपने हाँथ से सहलाने लगी | मुझे भी अच्छा लग रहा था तो मैं भी पीछे हाँथ कर के उसके चूतड़ पर हाथ फेरने लगी | उसके बाद मैंने अपना मुंह उसकी तरफ किया और उसके होठ में अपने होंठ लगा कर किस करने लगी | वो भी मेरा साथ देने लगी | वो मेरे दूध सहलाने लगी तो मैं भी उसके दूध को मसलने लगी | हम दोनों के मुंह से सिस्कारियां गूँज रही थी | वो मेरे दूध को जोर जोर से मसल रही थी और मैं भी | कुछ देर के बाद उसने मेरी चूत में हाँथ फेरना चालू कर दिया तो मैंने उससे कहा कि यार चाट ही ले तू मेरी चूत को | फिर वो बैठ कर मेरी चूत को चाटने लगी तो मै भी सिस्कारियां लेते हए उसके मुंह को अपनी चूत में दबाने लगी | 15 मिनट मेरी चूत चाटने के बाद मैं उसके मुंह में रस्खलित हो गई | फिर मैंने उसे वहीँ लेटाया और उसकी टाँगे फैला कर अपनी जीभ से उसकी चूत चाटने लगी | तो वो भी सिस्कारियां लेते हुए मचलने लगी | मैंने भी उसकी चूत के पानी को अपने मुंह में ले लिया | उसके बाद हम दोनो ने अपने आप को साफ़ किया और नहा कर बाहर आये और नंगे ही सो गये | रेखा की नींद जल्दी खुल गई थी तो उसने खाने का आर्डर दे दिया और तैयार हो कर भी वो बैठ गई | मैं नींद से उठी और मैंभी तैयार हुई | फिर खाना आया और हमने खाना खा कर थोड़ा देर टीवी देखा और फिर नीचे जा कर पता किया कि टूरिस्ट बस कितने बजे आयगी | उसने हमे बताया कि मैडम अभी तो ये अवेलेबल नहीं है | कल आपको सुबह 10 बजे मिल जायगी |
फिर हमने सोचा कि चलो अभी पास में ही कहीं घूम फिर कर आते हैं | जब हम बाहर निकले तो पास में ही एक जगह पर दो बच्चे हैरतंगेज कारनामे कर रहे थे तो हम दोनों ने भी देखने की रूचि दिखाई | हम दोनों पास के ही कैफे में बैठ कर उन दो बच्चो को कारनामे देखने लगे और साथ में चाय का भी स्वाद चख रहे थे | तभी बर्फ़बारी होना शुरू हो गई तो उन्दोनो ने कारनामे दिखाना बंद कर दिए | हम दोनों ने भी कुछ देर शॉप्स में जा कर कुछ आइटम्स ख़रीदे और वापस होटल की तरफ आने लगे तभी मेरी नजर एक लड़के पर पड़ी | क्या हेंडसम मुंडा था यार | देखने में एक हीरो जैसा लग रहा था | एक दम गोरा चिट्टा लड़का और हाईट हेल्थ बहुत मस्त दिख रहे थे | मैं मन ही मन उससे चुदाई के बारे में सोचने लगी | यही सोचते सोचते मेरी चूत का पानी छूट गया | फिर हम अपने होटल आये और रूम में जा कर टीवी देखने लगे और साथ में खाने का भी आर्डर दे दिया | रात के करीब 11 बज रहे होंगे और मुझे नींद आने लगी | तो मैंने रेखा से कहा यार मुझे नींद आ रही है मैं सोने जा रही हूँ तो उसने ओके कह कर गुड नाईट बोल दिया | मेरी आँख लगी ही थी कि रेखा ने मुझे नंगा कर दिया और खुद भी नंगी हो गई | उसके बाद उसने मेरे होंठ में अपने होंठ रख कर किस करने लगी तो मैं भी नींद से जाग गई | मैं भी उसका साथ देने लगी किस्सिंग में | कुछ देर किस करने के बाद उसने मेरे दूध को मसलना चालू कर दिया तो मेरे मुंह से आहाआआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्हु ऊम्म्ह आहाआ अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्म्ह आहाआ आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्ह की आवाज़ आने लगी | वो जोर जोर से मेरे दूध को मसलते हुए चूसने लगी तो मैं भी आहाआआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्हु ऊम्म्ह आहाआ अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्म्ह आहाआ आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्ह करते हुए उसके दूध को दबाने लगी |
उसके बाद मैंने उसके दूध को चूसना शुरू कर दिया और वो आहाआआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्हु ऊम्म्ह आहाआ अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्म्ह आहाआ आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्ह करते हुए मेरी चूत में ऊँगली डालने लगी | फिर उसने मेरी टांगो को सहलाते हुए अपना मुंह मेरी चूत में लगा दिया और चूत को चाटने लगी तो मैं आहाआआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्हु ऊम्म्ह आहाआ अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्म्ह आहाआ आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्ह करते हुए चूत चुसाई का मजा लेने लगी | कुछ देर तक उसने मेरी चूत को चाटा और मैं झड़ गई | फिर मैंने उसे लेटाया और उसकी चूत को चाटने लगी तो आहाआआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्हु ऊम्म्ह आहाआ अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्म्ह आहाआ आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्ह करते हुए मेरे मुंह को अपनी चूत में दबाने लगी | फिर हम दोनों 69 पोजीशन में आ गए और एक दूसरे की चूत को फिर से चाटने लगे और आहाआआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्हु ऊम्म्ह आहाआ अआहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्म्ह आहाआ आहाआअ ऊउन्न्ह ऊम्म्ह की सिसकरियन पूरे कमरे में गूंजने लगी | इन सब के बाद हम दोनों सो गए | और ये सिलसिला तब तक चला जब तक शिमला में रुके थे |
तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी जरुर पंसद आई होगी | आप सभी का मेरी कहानी पढने के लिए धन्यवाद और मैं आप लोगो के लिए ऐसी मजेदार कहानी लिखती रहूंगी |