हाय दोस्तों मेरा नाम रोहन है और मैं नॉएडा में रहता हूँ | मैं 20 साल का हूँ और दिखने में अच्छा हूँ | मैं अभी यहीं के एक अच्छे से कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहा हूँ | मुझे कंप्यूटर चलाना बहुत पसंद है और सबसे ज्यादा तो गेम खेलना | मैं कंप्यूटर गेम्स का दीवाना हूँ | मेरी कहानी भी कुछ इन्ही सब से मेल खाती है तो आईये अब मैं आपको अपनी चुदाई की कहानी बताता हूँ |
मैं हमेशा से चाहता था कि जो भी मेरी गर्लफ्रेंड बने वो मेरे जैसी हो | मैंने जब कॉलेज ज्वाइन किया था और पहले दिन क्लास में बैठा था तब एक लड़की आई | वो दुबली पतली सी थी और चश्मा लगाई हुई थी और वो आके मेरे ही पीछे बैठी थी उसका नाम नैंसी था | वो दिखने में ठीक ठाक ही थी इसलिए मैं उसपे ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा था | एक साल बीत गया था और हमारी कभी कभी बात हो जाया करती थी लेकिन मैं उसपे ज्यादा ध्यान नहीं देता था क्योंकि क्लास में और भी लडकियां थी जो उससे अच्छी थी लेकिन वो मुझपे ध्यान नहीं देती थी | ऐसे ही साल भर बीत गया और उस समय कॉलेज में टेक फेस्ट हुआ जिसमें गेमिंग के लिए भी एक इवेंट था | हमारे कॉलेज के बहुत से बच्चों ने उसमें हिस्सा लिया |
मैं रेसिंग वाले गेमिंग में था और मेरी क्लास के कुछ लड़के लड़कियां भी उसमें थे | हमारा मैच हुआ और जब रिजल्ट्स पता चले तो मैं हैरान रह गया | मैं दुसरे नंबर पर था और नैंसी फर्स्ट थी | ये देखकर मुझे बहुत हैरान हुई क्योंकि आज से पहले मैं कभी ऐसी लड़की से नहीं मिला था जो गेम खेलती हो वो भी इतना अच्छा | अब में नैंसी की ओर आकर्षित होने लगा और मेरे अन्दर उसके बारे जानने की चाह बढ़ने लगी | अब मेरी और नैंसी की बातें शुरू हो गई हम दोनों की अक्सर बातें सिर्फ गेम के ऊपर ही हुआ करती थी और कभी कभी कुछ और बातें भी हो जाती थी | हम दोनों क्लास में साथ बैठते थे और कभी कभी मैं अपना लैपटॉप भी कॉलेज ले आता था और हम दोनों उसमें खेलते रहते थे | एक दिन हम दोनों रेसिंग गेम खेल रहे थे तो मैंने कहा अच्छा चलो अब तुम मुझे हरा के दिखाओ | तो मैंने कहा तुम हारी तो तुम्हें ट्रीट देनी पड़ेगी तो उसने कहा हाँ तुम हारे तो मुझे किस करना होगा |
मैं हैरानी से उसकी तरफ देखने लगा उसने कहा सॉरी वो जल्दबाजी में निकल गया | तो मैंने कहा ठीक है कोई बात नहीं और खेलने लग गए | वो बहुत अच्छा खेती और हर बार की तरह मैं इस बार भी उससे हार गया | उसने कहा चलो ट्रीट दो तो मैं उसे कैंटीन लेकर गया और हम खा पीके लौट रहे थे | हम दोनों अपनी कॉरिडोर में खड़े थे और उस दिन ज्यादा बच्चे आए नहीं थे इसलिए सब सुनसान पड़ा था | मैंने आसपास देखा कि कहीं कैमरा तो नहीं लगा और मौका देखकर नैंसी को किस कर दिया | उसने घूरते हुए मुझे देखा और कहा ये क्या था ? तो मैंने कहा वो शर्त हारा ना और तुमने ही तो कहा था | उसने कहा अच्छा बेटा अकेली लड़की का फायदा उठाता है तो मैंने कहा नहीं मैं तो बस अपनी गर्लफ्रेंड को किस कर रहा हूँ | उसने कहा कौन सी गर्लफ्रेंड और ये कब हुआ ? तो मैंने कहा बस अभी ही |
उसने कहा अच्छा आज तक कभी आई लव यू तो कहा नहीं और गर्लफ्रेंड बोलता है | तो मैंने कहा मुझे क्या ज़रूरत है तुमने जो कह दिया | तो उसने कहा मैंने कब कहा ? तो मैंने कहा अभी किसने कहा | वो शर्मा गई और मैंने उसको गले लगा लिया | अब हम दोनों के बीच में प्यार का दौर शुरू हो गया और गेम की बातों से हटकर प्यार भरी बातें शुरू हो गई | लेकिन फिर भी हम दोनों का ज्यादा समय एक साथ गेम खेलने में ही बीतता था | एक दिन उसके घर में कोई नहीं था और उसने मुझे कहा था कि वो कॉलेज नहीं आएगी तो मैंने उससे पूछा क्यों नहीं आ रही हो ? तो उसने बताया कि उसके मम्मी पापा कहीं बाहर गए है उसके भाई के साथ और वो घर पर अकेली है | तो मैंने उससे पूछा फिर क्या करोगी दिन भर ? तो उसने कहा तुम्हें क्या लगता है | तो मैंने कहा गेम खेलोगी तो उसने कहा सही पकडे है तो मैंने उससे कहा अच्छा मैं आ सकता हूँ क्या तुम्हारे घर साथ में खेलेंगे | मेरा नाम तो कुछ और खेलने का था लेकिन गेम का बहाना बनाना पड़ा |
मैं जल्दी से तैयार होकर उसके घर पहुँच गया और अन्दर जाकर उसके कमरे में बैठ गया | उसका कंप्यूटर बहुत मस्त था और बड़ी स्क्रीन देखकर समझ में आ रहा था कि इसमें खेलने में तो मज़ा आ जाती होगी | लेकिन मैं कुछ और खेलने के मतलब से आया और उसी की फ़िराक में बैठा था कि कब मुझे मौका मिले और मैं उसके ऊपर टूट पडूँ | मैं अन्दर बैठा और वो किचन में चाय बना रही थी | मैं उसका कंप्यूटर चालू करके चलने लगा फिर वो आई और हम दोनों साथ में चाय पीने लगे | मैंने कहा एक और रेस हो जाये अगर मैं जीता तो जो मैं चाहूँ तो उसने कहा अच्छा अगर मैं जीती तो ? तो मैंने कहा फिर जो तुम चाहो | फिर हम दोनों खेलने लग गए और इस बार मैं जीत गया और जैसे ही मैं जीता मेरे मन में लड्डू फूटने लगे |
मैंने गेम बंद किया और जाके उसकी गोद में लेट गया और वो मेरे सिर पर हाँथ फिराने लगी | मैंने उससे कहा मैं आज शर्त जीता हूँ और जो मैं करूँ तुम मुझे रोकोगी नहीं | तो उसने कहा अच्छा बाबा नहीं रोकूंगी लेकिन तुम करना क्या चाहते हो ? तो मैंने उसको पकड़ और अपने पास लाकर किस करना शुरू कर दिया | वो भी किस करने में मेरा साथ देने लगी और दबा दबाके के किस करती रही | फिर वो रुक गई और उसने कहा बस ठीक है हो गया तुम्हारा | तो मैंने कहा नहीं अभी कहाँ अभी तो शुरू हुआ है | फिर मैंने उसके दूध पर हाँथ रखा तो उसने हटा दिया और कहा ये क्या कर रहे हो ? तो मैंने कहा तुम मुझे रोक नहीं सकती | फिर मैंने उसके दूध पर हाँथ रख दिया और टॉप के ऊपर से उसके दूध दबाने लगा |
वो मेरी आँखों में देखने लगी और मैं उसके दूध दबाये जा रहा था | फिर मैंने दूध से हाँथ हटाया और उसके टॉप के अन्दर हाँथ डाल के उसकी कमर पर रख दिया और उसकी आँखें बंद हो गई | फिर मैंने उसका टॉप ऊपर किया और उतार दिया और पीछे हाँथ डालके उसका ब्रा भी खोल दिया | उसके दूध ज्यादा बड़े नहीं थे और निप्पल भी छोटे छोटे थे | फिर मैंने उसके निप्पल पकडे और खींचने लगा और उसे किस करने लगा | फिर मैं रुका और उसको लिटा कर उसके दूध चूसने लगा गया | फिर मैं उसके पेट को किस करते हुए नीचे आया और उसका पजामा भी उतार दिया | मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पे किस किया और फिर मैंने उसकी पैंटी भी उतार दी | मैंने उसकी चूत चाटी और ऊँगली करने लगा | वो आह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह उम्म्मम्म अम्म्म्मम्म अम्म्मम्म करने लगी | फिर मैंने उसको उठाया और अपने कपडे उतार कर कहा मेरा लंड चुसो | उसने थोड़ी देर तक मेरा लंड चूसा और फिर वो मेरा लंड पकड़ के हिलाने लगी | तो मैंने उसका हाँथ पकड़ा और खड़ा कर दिया और उसकी चूत पे लंड घिसने लगा |
फिर मैंने उसको बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी चूत में लंड घुसाने लगा | उसकी चूत बहुत टाइट थी और मेरा लंड अन्दर नहीं जा रहा था | तो मैंने उसकी चूत पर थूक लगाया और थोड़ी सी ऊँगली की और अपना लंड रखकर उसकी चूत में एक ज़ोरदार झटका मारा | मेरा लंड थोडा सा अन्दर चला गया और वो झट पटाने लगी | वो मुझसे कहने लगी कि नहीं बाहर निकालो लेकिन मैं धीरे धीरे उसकी चूत में लंड आगे पीछे करता रहा | फिर थोड़ी देर में वो शांत पड़ गई और फिर मैंने जोर जोर के झटके मारना शुरू करे और वो आहाह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह ऊह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ऊह्ह्हह्ह्ह्ह उम्म्म्मम्म्म्म ह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह करती रही | फिर थोड़ी देर मेन मेरा झड़ने को हुआ और मैंने अपना लंड बाहर निकाल कर उसके ऊपर सारा मुट्ठ गिरा दिया |
वो बाथरूम में गई और खुद को साफ करके आ गई और कपडे पहने लगी तो मैंने कहा रहने दो उसे नंगा अपने साथ लेटा लिया | हम दोनों नंगे एक साथ चिपक कर लेटे थे और थोड़ी देर में मेरा फिर से खड़ा हो गया और मैंने फिर से उसको चोदा | उस दिन मैंने 3 बार चुदाई की और रोज़ करता हूँ | तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी | आशा है आप लोगों को पसंद आई होगी |