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हाय फ्रेंड्स मेरा नाम अंकुर है | मैं आज सेक्सी कहानी के पाठको के लिए अपनी एक सच्ची कहानी को लेकर आया हूँ | दोस्तों मेरी उम्र 25 साल है | मैं दिखने में सुन्दर लगता हूँ और मेरा शरीर भी ठीक ठाक है | दोस्तों मेरे लंड का साइज़ इतना है की मैं किसी को भी चुदाई का पूरा मज़ा दे सकता हूँ | मैं अपनी कहानी को आगे बढ़ाने से पहले अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बता देता हूँ | मेरी गर्लफ्रेंड का नाम सुनीता है | वो दिखने में गोरी है | उसका फिगर सेक्सी है | मैं उसको पहले भी कई बार चोद चूका हूँ | वो चुदने में मेरा पूरा साथ देती है | उसकी चूत हल्की गुलाबी कॉलर की है | उसके बूब्स ज्यादा बड़े तो नही है पर उसके बूब्स के ऊपर जो निप्पल है | वो काफी गोरे हैं | दोस्तों आज जो मैं कहानी लिखने जा रहा हूँ | मुझे आशा है की आप लोगो को मेरी ये कहानी पसंद आयेगी | इस कहानी को पढने में आप लोगो के लंड का पानी तो निकल ही जायेगा | अब मैं कहानी पर आता हूँ |
ये कहानी तब की है जब मैं उसके घर एक पार्टी में गया था | मैं उसके साथ कॉलेज में पढता था | वो और मैं साथ में इंजिनियर की पढाई कर रहे थे | उस टाइम मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही थी और वो मुझे पसंद करती थी | एक दिन की बात है जब सुनीता ने मुझे बतया की वो मुझसे प्यार करती है | मैं भी उसे पसंद करता था इसलिए मैंने भी हाँ कह दी | उस दिन के बाद से हम दोनों एक दुसरे से मिलने लगे | अब मैं सुनीता के घर भी जाया करता हूँ | सुनीता के घर में उसके पापा मम्मी रहते है और उसकी एक छोटी बहन है | जिसका नाम सुषमा है | सुषमा अब 18 साल की हो गयी है | दोस्तों में अपनी कहानी को आगे बताने से पहले आप लोगो को सुनीता की बहन के बारे में बता देता हूँ | क्यूंकि मेरी कहानी की हिरोइन सुषमा भी है | सुषमा दिखने में बिलकुल सोने की तरह चमकती है | उसका फिगर सेक्सी है | उसके बूब्स सुनीता की तरह बड़े नही है पर वो सुनीता से भी मस्त लगती है |
एक दिन की बात है जब सुनीता के घर में एक छोटी से पार्टी थी | मैं उसके घर जाया करता था इसलिए सुनीता की मम्मी ने मुझे भी बुलाया था | मैं उस दिन उसके घर गया और पार्टी में इन्जॉय किया | फिर जब मैं अपने घर वापस आ रहा था | उस टाइम रात के 1 बज रहे थे | जो और भी कुछ लोग आये थे वो सब जा चुके थे | पार्टी में मैं और सुनीता के घर केलोग ही थे | तब सुनीता की मामी ने मुझसे कहा बेटा सब लोग चले गए हैं और रात ज्यादा हो गयी है तुम यहीं रुक जाओ | मैं आंटी को मना नही कर सकता था इसलिए मैं मान गया और सुनीता के घर ही रुक गया |
जब मैं रुक गया तो सुनीता के चेहरे पर एक अजीब मुस्कान थी | मैं समझ गया था की आज मुझसे चुदेगी | वैसे दोस्तों मैं सुनीता को इससे पहले भी उसी के घर में चोद चूका हूँ | उस रात भी सबके सो जाने के बाद सुनीता ने मुझे फ़ोन किया और कमरे में आने को कहा | मैं चुपके से सुनीता के कमरे में घुस गया और जब मैं उसके कमरे में पंहुचा तो सुनीता ने दरवाजा बंद लार लिया | फिर मेरे शर्ट के कालर पकड कर मुझे अपनी और फ़िल्मी अंदाज में खीच लिया | फिर उसने मेरी होठो पर अपनी होठो को रख कर मेरी होठो को चूसने लगी | वो उस दिन कुछ ज्यादा ही जल्दी में थी | वो मेरी होठो को अपने मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं भी उसकी होठो को मुंह में रखकर चूसने लगा | हम दोनो कुछ देर तक ऐसे ही किस करते रहे | फिर उसने मेरे कपडे निकाल दिये और मैंने उसके कपडे निकाल दिए | अब मैं उसके सामने अंडरवियर में आ गया था और वो मेरे सामने ब्रा और पैंटी में थी |
सुनीता मेरे लंड को अंडरवियर से निकाल कर अपने हाथ में पकड कर हिलाती हुई मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर चूस ही रही थी की किसी की दरवाजे से आवाज आई | दोस्तों वो आवाज उसकी छुटी बहन सुषमा की थी | मेरी गांड तो उस दिन फट गयी थी और सुनीता ने मुझे चाद्दर के अन्दर कर दिया | फिर जाके दरवाजा खोला और उससे बोली की सुषमा मम्मी और पापा से मत कहना | वो उसे कुछ देर तक मानती रही | तब जाके सुषमा मान गयी पर वो सुनीता के कान में कुछ बोल कर चली गयी | फिर मैंने सुनाता से पूछा की सुषमा क्या बोल रही थी तो उसने बताया की वो मान गयी है | उसके 5 मिनट के बाद सुषमा सुनीता के कमरे में आई और मेरे ऊपर से चद्दर को हटा दिया | मेरा लंड अभी भी लोहे की तरह खड़ा था | वो मेरा लम्बा और मोटा लंड देखकर बोली ओ मई गॉड | मैं बोला की वहीँ से देखोगी या पकड कर देखोगी | वो तुरंत बिस्तर पर आ गयी और मेरे लंड को अपने हाथ में पकड कर हिलती हुई अपने मुंह में रख लिया और जोर जोर से चूसने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर अन्दर बाहर करती हुई चूस रही थी | मैं उसके छोटे और गोल दूध को कपडे के ऊपर से हाथ को घुमाते हुए दबा रहा था | सुषमा मस्त होकर मेरे लंड को चूस रही थी | सुषमा मेरे लंड को अपने मुंह में रख कर 5 मिनट तक चूसती रही | फिर सुनीता भी सुषमा के साथ नीचे घुटनों के बल बैठ कर मेरे लंड को चूसने लगी | वो दोनों बहने मेरे लंड को एक एक करती हुई कुछ देर तक चूसती रही |
फिर मैंने सुषमा के कपडे भी निकाल दिए | वो मेरे सामने पूरी तरह से बिना कपडे के आ गयी | वो अभी ब्रा और पैंटी नही पहनती थी | जब सुषमा मेरे सामने बिना कपडे के खड़ी थी तो उसका जिस्म सोने की तरह चमक रहा था | मैं उसके छोटे और चिकने दूध को अपने मुंह में रख लिया और जोर जोर से दबाते हुए चूसने लगा | वो मेरे सर के बाल को सहलाती हुई लेटी थी | सुनीता उसकी टांगो को फैला कर उसकी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगी | सुषमा सेक्सी आवाज में अ अ अ अ…. ऊ ऊ ऊ ऊ… ह ह ह ह ह… आ आया आ आ…. हंह हंह हंह हंह… की आवाजे कर रही थी | मैं उसकी ये आवाजे सुनकर और जोश में आ गया और उसके दूधो के छोटे निप्पल को अपने मुंह से दबा कर खीचने लगा | वो मस्त आवाज में अ अ अ…. ऊ ऊ ऊ ऊ… ह ह ह ह ह… आ आया आ आ…. हंह हंह हंह हंह… कर रही थी | मैं उसके बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद में मैंने उसके बूब्स को छोड़कर सुषमा की टांगो को पकड कर थोडा सा फैला दिया | फिर अपने लंड को उसकी चूत के मुंह पर रख कर उसकी चूत पर रगड़ने लगा | मैं उसकी चूत के छेद पर अपने लंड को रख दिया और उसकी चूत में धीरे से घुसाने लगा | उसकी चूत टाईट होने की वजह से मेरा लंड बाहर निकल आया | सुनीता उसके मुंह पर अपनी चूत को रख कर चूसा रही थी | सुषमा गर्म सांसे लेती हुई उसकी चूत को चाट रही थी | मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और सुषमा की चूत में थूक लगा कर उसकी चूत के छेद में अपने लंड को रख कर एक जोरदार धक्का मारा उसकी चूत में मेरे लंड घुस गया | वो दर्द की वजह से चीख पड़ी उई माँ मर गयी | सुषमा की आँखों में पानी आ गया | मैं बिना लंड को हिलाए हुए रुक गया और उसकी होठो पर अपनी होठो को रख कर मैं उसकी होठो क चूसने लगा | वो कुछ देर बाद मेरी होठो को चूसने लगी | तब मैं समझ गया की ये अब चुदने के लिए तैयार है | मैं फिर उसकी कमर को पकड कर अपनी और खीच लिया | फिर उसके दोनों दूध को पकड कर जोरदार धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए उसको चोदने लगा | मैं उसको जोरदार धक्को के साथ 10 मिनट तक चोदता रहा | वो 10 मिनट तक चुदने के बाद बोली यार बाहर निकल लो | मैं उसकी चूत से लंड को निकाल कर सुनीता की चूत में डाल कर सुनीता को चुदने लगा | सुनीता उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाल कर हिलने लगी | जिससे 1 मिनट में ही सुषमा की चूत से पानी निकल गया | अब सुषमा सुनीता के निप्पल को मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं सुनीता की चूत में जोरदार धक्को के साथ उसको चोदने लगा | इससे कमरे में फच फच फच फच की आवाजे आने लगी साथ में सुनीता भी सेक्सी आवाजे कर रही थी | वो आवाजे ऐसे ही 10 मिनट तक और आती रही और मैं 20 मिनट की मस्त चुदाई के बाद झड़ गया | फिर उन दोनों ने मेरे लंड को चूस कर साफ कर दिया | मैंने अपने कपडे पहन लिए और अपने कमरे में आ गया | जिस कमरे में आंटी ने मुझे लेटने को कहा था | उस दिन के बाद मैं दोनों बहनों को चोदता रहता हूँ | कभी दोनों को एक साथ में तो कभी एक एक करके चोदता हूँ |
धन्यवाद…………