office sex stories, kamukta
मेरा नाम अंकुश है और मैं पटना का रहने वाला हूं। मैंने अपनी पढ़ाई के बाद एक ऑफिस जॉइन कर लिया और वही पर मैं काम कर रहा हूं, इस ऑफिस में मेरे मामा ने मुझे नौकरी दिलवाई। वह भी हमारे ऑफिस में ही काम करते हैं और वह हमारे ऑफिस में काफी वर्षो से काम कर रहे हैं, इसी वजह से जो हमारे बॉस है वह उनकी बात बहुत मानते हैं और उनकी किसी भी बात को वह बिल्कुल भी मना नहीं करते, उन्हें हमेशा वह मदद कर दिया करते हैं। जब मेरे मामा ने मेरी यहां पर नौकरी लगाई तो मुझे और लोगों से ज्यादा तनख्वाह मिल रही है। मैं अपने मामा की बहुत ज्यादा इज्जत करता हूं क्योंकि उन्होंने हमारी हमेशा ही मदद की है। मेरे पापा एक छोटी सी नौकरी कर के अपना गुजारा चला रहे थे, उसके बावजूद भी मेरे मामा हमेशा ही मेरी मम्मी को पैसे दे दिया करते थे और उन्होंने ही मेरी पढ़ाई का भी खर्चा उठाया इसलिए मैं हमेशा से उनकी इज्जत करता हूं और वह मुझे हमेशा कहते हैं कि तुम्हें जब भी मेरी आवश्यकता होगी तो मैं हमेशा ही तुम्हारे साथ रहूंगा, इस वजह से मैं उनके घर पर भी अक्सर आता जाता रहता हूं।
उनका लड़का भी मेरे उम्र का ही है और हम दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त भी हैं लेकिन अब मैं अपने काम में बिजी हो गया हूं इसलिए मुझे उनके घर जाने का ज्यादा मौका नहीं मिल पा रहा था लेकिन मेरे मामा मुझे हमेशा ही ऑफिस में मिल जाते और उन्हें भी पता था कि मैं काम में कुछ ज्यादा ही बिजी हूं इसलिए वह भी मुझे कुछ नहीं कह रहे थे। वह हमेशा ही मुझसे ऑफिस में मेरी मम्मी के बारे में पूछ लिया करते थे और कहते थे कि वह ठीक तो हैं, मैं उन्हें हमेशा कहता कि हां वह अच्छे से हैं। एक बार हमारे ऑफिस में एक नई लड़की ने जॉइनिंग की, उसका नाम शगुन है। वह जब पहले दिन हमारे ऑफिस में आई तो उसने सबसे पहले मुझसे ही बात की और उससे बात करना मुझे भी अच्छा लगा था क्योंकि वह बात करने में बहुत ही अच्छी है।
हम दोनों के बीच बहुत ही जल्दी अच्छी दोस्ती हो गई और वह मुझसे अपनी हर बात शेयर कर लिया करती है। उसने मुझे बताया कि उसका एक बॉयफ्रेंड है और उन दोनों का रिलेशन कॉलेज के समय से ही चल रहा है, मैंने उसे कहा कि कभी तुम अपने बॉयफ्रेंड से मुझे भी मिलवा दो, तो वो कहने लगी कि मैं तुम्हें उससे जरूर मिलवाऊंगी लेकिन हम लोग को ऑफिस के काम में हीं बिजी थे इस वजह से मैं उसके बॉयफ्रेंड से कभी मिल ही नहीं पाया। अब मेरा प्रमोशन भी हो चुका था और मुझे अपना एक अलग केबिन मिल चुका था और मैं अपने प्रमोशन से बहुत ही खुश था। मेरे मामा ने मुझे इस चीज के लिए बधाई दी कि तुम बहुत ही मेहनत से काम कर रहे हो इसी वजह से बॉस ने तुम्हारा प्रमोशन किया है और शगुन ने भी मुझे उस चीज के लिए बधाइयां दी। अब मेरे पास एक दिन समय था तो मैंने शगुन से कहा कि तुम मुझे अपने बॉयफ्रेंड से कब मना रही हो, तो वह कहने लगी कि यदि तुम्हारे पास आज वक्त हो तो हम आज ही शाम को मिल लेते हैं। शगुन मुझे शाम को अपने बॉयफ्रेंड से मिलाने के लिए ले गई तो मैं जब उससे मिला तो वह दिखने में बहुत ही हैंडसम था और हम लोगों की बहुत ही अच्छी मुलाकात रही। उसके बाद मैं अपने घर के लिए निकल गया। उसी शाम शगुन ने मुझे फोन किया और मुझसे पूछने लगी कि मेरा बॉयफ्रेंड तुम्हें कैसा लगा, मैंने उसे कहा कि वह तो दिखने में बहुत ही अच्छा है। वह यह बात सुनकर बहुत ही खुश हो गई। वह मुझे ऑफिस में ही मिल जाती है और हम दोनों ऑफिस में बहुत बातें किया करते थे। वह मुझसे हर बात शेयर करती थी। एक दिन जब मैं ऑफिस से अपने घर के लिए लौट रहा था तो मैंने उसके बॉयफ्रेंड को किसी और लड़की के साथ देख लिया और जब मैंने उसे किसी और लड़की के साथ देखा तो वह उस लड़की के गले मिल रहा था। मैंने उसकी फोटो खींच ली और जब मैंने शगुन को उसकी फोटोएं भेजी तो उसे बिल्कुल भी यकीन नहीं हुआ। वो कहने लगी कि ऐसा हो ही नहीं सकता लेकिन जब उसने उससे इस बारे में बात की तो उसका बॉयफ्रेंड कोई भी जवाब नहीं दे पाया और वह चुपचाप ही उसके सामने खड़ा था।
उसे इस बात का बहुत ही बुरा लगा और वो कहने लगी कि मैंने तुम्हारे लिए अपने घर वालों से भी झगड़ा किया और उसके बाद तुमने मेरे साथ इस प्रकार से किया। वह अपने रिलेशन से बहुत ही ज्यादा हतास और बहुत दुखी हो गई। जब उसने मुझसे इस बारे में बात की तो मैंने उसका बहुत ही सपोर्ट किया और अब वो धीरे धीरे अपने काम में मन लगाने लगी थी क्योंकि वह बीच में अपने काम में बिल्कुल नहीं ध्यान दे रही थी। मैं शगुन को जब इतना सपोर्ट किया तो उसके और मेरे बीच में अब नज़दीकियां बढ़ने लगी लेकिन मैंने कभी भी उसके बारे में अपने मन में इस प्रकार के ख्याल पैदा नही किए और ना ही शगुन मेरे बारे में इस प्रकार से सोच रही थी लेकिन उसे मेरे साथ रहना बहुत ही अच्छा लग रहा था और मुझे भी उसके साथ वक्त बिताना बहुत अच्छा लगता था लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा था कि हम दोनों के बीच में क्या चल रहा है, पर जब भी वह मुझसे अपनी बात शेयर करती तो मुझे बहुत अच्छा लगता और मैं भी उससे अपनी हर बात शेयर कर लिया करता था। एक दिन शगुन बहुत ही ज्यादा गुस्से में दिखाई दे रही थी और उसका मूड भी बहुत ज्यादा खराब था। मैंने उसे कहा कि तुम्हारा मूड आज क्यों खराब है वह कहने लगी कि मेरे बॉयफ्रेंड ने मुझे मेरी नंगी तस्वीरें भेजी है।
मैंने जब उसकी नंगी तस्वीरें देखी तो उन तस्वीरों मे वह हॉट लग रही थी मेरा मूड खराब हो गया। मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और उसकी गांड को जोर से दबा दिया। मैंने उसे कहा कि तुम्हारी गांड तो बहुत ही बड़ी है यह तुम्हारे कपड़ों के अंदर बिल्कुल भी नहीं दिखाई देती। जब मैंने उसे यह बात कही तो उसने मुझे कहा कि तुम्हें क्या मेरी गांड देखनी है। मैंने उसे कहा हां मुझे भी तुम्हारी गांड देखनी है उसने अपनी गांड को मेरे सामने ही खोल दिया क्योंकि मैं अपने केबिन में ही था इसलिए मैंने अपने केबिन को अंदर से लॉक कर दिया। जब मैंने उसकी नरम और मुलायम गांड पर हाथ लगाया तो वह मचलने लगी और मैं उसको जीभ से चाटने लगा। उसने भी अपने मुंह में मेरे लंड को ले लिया और उसे अच्छे से चूसने लगी। वह बहुत ही अच्छे से मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर सकिंग कर रही थी। मैंने उसे अपने टेबल पर लेटाते हुए उसके सारे कपड़ों को खोल दिया और उसकी योनि को मैं अच्छे से चाटने लगा। मैंने जैसे ही उसकी योनि पर अपनी जीभ को लगाया तो उसकी योनि से पानी टपकने लगा। मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया जैसे ही मेरा लंड उसकी योनि में घुसा तो उसके मुंह से चीख निकल पड़ी और वह बड़ी तेज चिल्लाने लगी। मैंने भी उसके दोनों पैरों को चौड़ा करते हुए बडी तीव्र गति से धक्के देने शुरू कर दिया और मैं उसके स्तनों का भी रसपान कर रहा था। मुझे बहुत ही मजा आ रहा था जब मैं उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूस रहा था और वह भी पूरे मूड में थी। मैं जैसे ही उसे धक्के मारता तो उसके मुंह से आवाज निकल जाती और मैं उसे उतने ही तीव्र गति से धक्के मारता। मुझसे बिल्कुल भी नहीं रहा जा रहा था और मैंने उसे इतनी तेज तेज धक्के मारना शुरू कर दिए कि उसकी चूत से कुछ ज्यादा ही गर्मी पैदा होने लगी। हम दोनों पसीना पसीना होने लगे और जैसे ही शगुन झड़ गई तो वह चुपचाप मेरे आगे लेटी रही उसने अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर लिया और उसने अपनी चूत को बहुत ज्यादा टाइट कर लिया। मैंने उसे तेज तेज झटके मारे उन्ही झटको के बीच में ना जाने कब मेरा वीर्य पतन उसकी योनि के अंदर ही हो गया। शगुन बहुत ही खुश हुई और कहने लगी तुमने अब मेरी टेंशन को दूर कर दिया है मुझे किसी भी प्रकार की कोई टेंशन नहीं है।