incest sex kahani
हाय दोस्तो मैं आज एक अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ | ये मेरे जीवन की सच्ची कहानी है और मेरी पहली चुदाई है | इस कहानी में मेरी दीदी ने मुझसे ही अपनी चूत की आग बुझवाई थी | दोस्त इस चुदाई के बात मेरी और मेरी दीदी की लाइफ ही बदल गयी थी | दोस्तों मैं अपनी कहानी शुरू करने से पहले अपना परिचय आप सभी लोगो को दे देता हूँ | मेरा नाम अंकुर है | मैं रहने वाला बलिया जिले का हूँ | मेरी उम्र 18 साल है | मैं अभी पढाई करता हूँ | दोस्तों मेरी कहानी की हिरोइन मेरी दीदी है और वो मुझसे 2 साल बड़ी है | मैं आप सभी लोगो को अपनी दीदी के बारे मे बता देता हूँ | उनका नाम रूपा है | वो दिखने में गोरी हैं | उनकी गांड काफी बड़ी है | दोस्तों उनके बूब्स की बात तो अलग ही है | उनके बूब्स काफी बड़े और चिकने हैं जैसे की उनके दूध नही मखमल का गद्दा हो | मेरी दीदी भी अभी पढाई ही करती हैं | मेंरे घर में मेरी दीदी और मम्मी मैं रहता हूँ | मेरे पापा जॉब करते हैं इसलिए वो शहर में रहते हैं | आज जो मैं कहानी आप लोगो के सामने प्रस्तुत करने जा रहा हूँ मुझे उम्मीद है की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी | अब मैं ज्यादा टाइम न लेते हुए सीधे कहानी पर आता हूँ |
दोस्तों मेरा घर काफी बड़ा है | मेरे घर में 8 कमरे नीचे और छत के ऊपर 4 कमरे बने हैं | घर में एक लम्बा का सा हॉल भी है जिसमें हमेशा एक सोफा और एक बेड पड़ा रहता है | मैं और मेरी दीदी एक साथ घर में रहते हैं और साथ में ही रात को सोते हैं | मेरी दीदी मुझसे मजाक भी किया करती हैं | दोस्तों मुझे दूध पीना बहुत पसंद है जिससे मैं रोज ही दूध पिता हूँ | मेरी दीदी को लोलीपोप पसंद है वो अक्सर मुझसे लोलीपोप मंगाती है | दीदी मुझसे कभी कभी मजाक भी करती हैं और बोला करती हैं की मैं छोटा बच्चा हूँ और दूध पिता हूँ | इसलिए वो मुझे चिढाती रहती हैं आजा बेटा दूध पीले साथ में मेरी गांड पर हाथ भी मार देती है | इसलिए मैं भी उन्हें कभी कभी बोल देता हूँ दीदी मुझे तो आप बच्चा बोलती रहती हो और आप कौन हो बच्ची जो मुंह में लोलीपोप चूसा करती हो | मैं जब ये बात बोलता हूँ उनको तो वो मुझे पकड़ने के लिए भागती है | फिर मुझे पकड कर मेरे ऊपर बैठ कर मुझे मारने लगती है | जिससे उनके मस्त चिकने दूध मेरे टच होते हैं | एक दिन की बात है जब मैं और मेरी दीदी लड़ाई कर रहे थे | वो मेरे ऊपर बैठ कर मुझे मार रही थी और मैं उन्हें अपने ऊपर से हटा रहा था |दोस्तों जब मैं उनको अपने ऊपर से हटा रहा था तो उनके बड़े और चिकने बूब्स मेरे टच हो रहे थे जिससे मेरा लंड पैंट में खड़ा हो गया | जब मेरा लंड उनकी गांड में टच हुवा तो मेरे लंड में करंट सा लग गया | मेरी दीदी के मेरा लंड टच हो रहा था जिससे वो जान गयी की मेरा लंड खड़ा हो गया है | तब वो मुझसे बोली ये क्या है बच्चे तो मैंने भी कह दिया लोलीपोप है बच्ची तुझे तो बहुत पंसद है चूस ले | वो अभी नही दिन है ये लोलीपोप रात को चूसा जाता है | मैं और मेरी दीदी ऐसे ही लड़ाई किया करते थे | उसके कुछ दिन के बाद हमारे पेपर आने वाले थे तो मैं और मेरी दीदी एक साथ बैठ कर पढाई करने लगे | मैं और मेरी दीदी साथ में बैठ कर पढाई कर रहे थे | उस टाइम करीब रात के 10 बज रहे थे |
दीदी- तब मेरी दीदी बोली बच्चे अपना लोलीपोप दिखा बहुत बड़ा लग रहा था |
मैं – मैंने उनसे कहा नही दिखाऊंगा ?
दीदी – क्यूँ नही दिखाओगे ?
मैं – पहले तुम अपने दूध दिखाओ?
दीदी – नही तुम पहले अपना लोलीपोप दिखाओ ?
मैं – मैंने दीदी से फिर कहा नही दिखाऊंगा |
दीदी – तब दीदी बोली अगर तू मुझे अपना लोलीपोप दिखायेगा तो मैं तुम्झे अपनी होठो पर एक किस दूंगी |
मैं – मुझे उनका ऑफर अच्छा लगा तो मैंने अपनी पैंट खोल दी और वो मेरे लंड को हाथ में हिलाने लगी | जिससे मेरे लंड खड़ा हो गया |
दीदी – तब दीदी बोली बच्चे तेरा लोलीपोप तो बहुत बड़ा है |
फिर मैंने अपनी पैंट पहन ली और फिर उनसे बोला की तुम मेरी होठो पर किस दो | वो मेरे सर को अपने दोनों हाथ से पकड़ कर मेरी होठो पर अपनी होठो को रख कर मेरी होठो को चूसने लगी | वो मेरी होठो को ऐसे ही 5 मिनट तक चूसने के बाद बोली बच्चा सो जा कल कॉलेज भी जाना है मुझे | मैं तब सो गया और जब सुबह उठा तो नहा कर तैयार होवा | फिर नास्ता किया और अपने कॉलेज चला गया | उसके कुछ दिन बाद की बात है जब मेरी मम्मी मेंरे पापा के पास जा रही थी तो मेरा भी मन हुआ की मैं भी पापा के पास जाऊं पर मेरे पेपर चल रहे थे इसलिए मैं और दीदी नही गये |
उसके दुसरे दिन की बात है जब मैं और दीदी खाने खाने के बाद पढ़ाने बैठ गए | हम दोनों को पढ़ते पढ़ते रात के 11 बजे गए | तब दीदी ने मुझसे कहा की बच्चे पढाई बहुत हो गयी है | आज तू मुझे अपना लोलीपोप दिखा दे उस दिन घर में ममी थी तो मैं तेरा लोलीपोप ठीक से नही देख पाई थी | मैं आज तेरे लोलीपोप को ठीक से देखूंगी | मैंने उस दिन दीदी से कहा तुम मुझे अपने दूध पिलाओगी तो दीदी बोली हाँ पी लेना | फिर दीदी ने मेरे कपडे निकाल कर मेरे लंड को अपने हाथ में पकड कर हिलाती हुई मेरे लंड पर थूक लगा कर मुठ मारने लगी | मुझसे रहा नही गया तो मैंने दीदी को अपनी बाँहों में भर लिया और बिस्तर पर गिरा दिया | वो मेरे से लिपट कर अपने दूध को मेरे शरीर से रगड़ने लगी | मैं उनके बड़े और चिकने दूध को कपडे के ऊपर से ही दबाने लगा | मैं उनके बूब्स को पकड कर दबाने के साथ में उनकी रसीली होठो पर अपनी होठो को रख दिया | फिर उनकी मस्त रसीली होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा | मैं उनकी होठो को चूस रहा था तो वो अपनी जीभ को मेरे मुंह में घुसा दी | मैं उनकी जीभ को मुंह में रखकर चूसने लगा | वो मेरी जीभ को चूस रही थी | मैं उनकी होठो को ऐसे ही 4 -5 मिनट तक चूसने के बाद मैंने उनकी होठो को छोड़कर उनकी टी शार्ट को निकाल दिया | जब मैंने उनकी टी शार्ट निकाली तो मैंने देखा की वो हल्की नीली रंग की ब्रा पहनी हुई है | तब मैंने उनकी जींस भी निकाल दी तो वो उसी रंग की पैंटी भी पहनी हुई थी | अब वो मेरे सामने ब्रा और पैंटी में थी और मैं उनके सामने अंडरवियर में था |
मैं उनके बड़े बूब्स को ब्रा के केद से आजाद कर दिया और उनके बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगा | वो बिस्तर को कस के पकड कर सेक्सी आवाज में ह ह ह ह… हु हु हु… हाँ हाँ हाँ हं….. अ अ अ अ अ… सी सी सी सी… की आवाजे करने लगी | मैं उनकी ये आवाज सुनकर और जोर से उनके बूब्स को दबाने लगा | वो मेरे सर के बालो को सहलाने लगी | मैं उनके एक दूध के निप्पल को अपनी होठो से पकड कर चूस रहा था | मैं उनके निप्पल को मुंह में रख कर ऐसे ही कुछ देर तक चुसता रहा | फिर मैं उनकी पैंटी को निकाल कर उनकी टांगो को फैला दिया | वो अपनी चूत को अपनी उँगलियों से फैला दिया और मैंने अपने लंड को उनकी चूत में घुसा दिया | वो उई मई हाँ वो यार आराम से करो | मैं उनकी चूत में धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा | वो कुछ देर तक तो चुदने में मेरा साथ नही दे रही थी | फिर वो मुझे कस के पकड लिया और बोली बच्चे इतना ही दम है क्या तेरे लोलीपोप में | मैंने उनकी एक तांग को उठा का दीदी की गांड पर हाथ मारते हुए बोला ले मेरा लोलीपोप में और जोरदार धक्के उनकी चुत में मारने लगा | वो ह्ह्ह्हह.. हाउ हं हं हं… हूँ हूँ हूँ.. अ अ अ अ .. हु हु हु.. सी सी सी सी.. आ आ आ … की सिसकियाँ लेने लगी | मैं उनकी एक टांगो को अपने कंधे पर रख कर जोर जोर से उनकी चूत में अन्दर बाहर करते हुए चोदने लगा | उसके बाद मैंने अपने लंड को उनकी चूत से लंड को निकाल कर उनको घोड़ी बना कर उनकी चूत में पीछे से लंड को डाल कर अन्दर बाहर करते हुए चूसने लगा साथ में उनकी गांड पर हाथ मारते हुए चोद रहा था | वो आ आ आ आ.. ह ह ह ह ह… हु हु हु हु… सी सी सी सी… ऊ ऊ ऊ ऊ… की सेक्सी आवाजे कर रही थी | फिर मैं 15 मिनट की मस्त चुदाई करने के बाद झड़ गया | उसके बाद मैंने दीदी की चूत में अपनी उँगलियों को डाल कर जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा | वो अपनी चूत को जोर जोर से हिलाने लगी | मैं उनकी चूत में ऐसे ही कुछ देर तक उँगलियों को डाल कर अन्दर बाहर करता रहा जिससे उनकी चूत से गर्म पानी की धार निकल गयी | उसके बाद मैंने अपने कपडे पहन लिए और दीदी ने अपने कपडे पहन कर सो गए | इस चुदाई के बाद मैं उनको रोज के रोज ही चोदता हूँ | वो उन्हें मुझसे चुदने में मज़ा आता है | दोस्त मुझे उम्मीद है की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी | धन्यवाद |