मेरी कहानी पढने वाले सभी लोगों को मेरा हैल्लो मैं हूँ आपका दोस्त विशाल | मैं 6 फीट लम्बा हूँ और रंग सांवला है | मैं आपको आज अपनी एक सैक्स स्टोरी बताने जा रहा हूँ जिसमें मैंने अपनी कामवाली बाई सरला को चोद के अपनी प्यास बुझाई थी | मैं अभी कॉलेज में हूँ और मेरी एक गर्लफ्रेंड भी है लेकिन वो मुझे देती नहीं है इसलिए मैं यहाँ वहां चूत की तलाश में घूमता रहता हूँ लेकिन इस बार मेरी चूत की तलाश मेरे घर घर तक ही सीमित रही और मैंने अपनी कामवाली से ही संभोग कर लिया | अब मैं बिना किसी बकचोदी के सीधे अपनी कहानी पे आता हूँ |
ये बात तब की है जब मेरी घर की कामवाली बाई गोमती को अपने गाँव जाना था और उसने हमारे घर में काम करने के लिए अपनी छोटी बेटी को भेज दिया था | उसका नाम सरला था और वो एकदम पतली दुबली सी थी और फेस कट बहुत प्यारा था इसलिए वो बहुत सुन्दर लगती थी | मैंने जैसे ही उसे देखा मेरा मन मचलने लगा था लेकिन मैंने खुद को समझाया कि ये घर की बात है अगर मैंने कुछ गलत किया और इसने मम्मी पापा को बता दिया तो मेरी गांड मर जाएगी इसलिए मैं ज्यादातर उसे दूर ही रहता था |
वो कभी कभी मुझे देखकर मुस्कुराती थी और मैं भी थोड़ी सो स्माइल दे दिया करता था लेकिन वही सोच कर रुक जाता था | वो जब भी झुककर झाड़ू लगती थी तो कभी कभी मुझे उसने दूध के दीदार हो जाते थे लेकिन मैं तो डरा हुआ था | इसलिए मैं हमेशा अपनी भावनाओं को मार दिया करता था | एक दिन मैं घर में घुसा और वो पोंछा लगा रही थी तो मेरा पैर फिसला और मैं गिर पड़ा | तो उसने आके मुझे उठाया और कहा देख के चला कीजिये अगर आपको कुछ हो जाता तो मुझे कितना बुरा लगता | मैं समझ गया कि ये तो खुद मेरे से पटने को तैयार है लेकिन मैं डरा हुआ था इस लिए मैं चुपचाप वहां से चला गया |
एक बार की बात है वो पोंछा लगा रही थी और उसने उस दिन साड़ी पहनी थी और उसकी कमर पीछे से साफ़ दिखाई दे रही थी | मैं वहीँ खड़ा हो गया और उसकी कमर को निहारने लगा और एक टक देखता रहा | वो पीछे पलटी और झुकी तो वो थी ही तो उसके थोड़े थोड़े दूध भी दिख रहे थे तो मैं अब वहां खो गया | उसने मुझे देखा कि मैं उसके माल ताड़ रहा हूँ तो उसने अपनी साड़ी से अपने दूध ढक लिए और फिर मैं वहां से चला गया | मुझे ये सोच कर डर लग रहा था कि अगर इसने बता दिया कि मैं ऐसा कर रहा तो तो मेरा क्या होगा ? लेकिन हुआ कुछ नहीं |
अब मैं कभी भी उसकी तरफ नहीं देखता था और अगर गलती से हमारी नज़रें मिल जाएँ तो मैं सिर झुकाके वहां से चला जाता था | एक दिन कि बात है मेरे घर में मैं और सरला सिर्फ थे और कोई नहीं था | मैं अपने कमरे में बैठ कर मोबाइल पर चुदाई देख रहा था और सरला घर के काम कर रही थी | मैं आराम से पलंग पर लेता था और हैडफ़ोन लगा कर ब्लू फिल्म देख रहा था और आवाज़ तेज़ थी | मुझे पता ही नहीं चला कब सरला मेरे पीछे आ गई और वो भी आराम से खड़े हो कर ब्लू फिल्म देखने लगी | मुझे मोबाइल में उसकी परछाई दिखाई दी तो मैं जल्दी से पीछे पलटा और देखा की वो पीछे खड़ी है | मैंने हडबडाते हुए अपना हैडफ़ोन निकाला और उससे कहा क्या हुआ ? तो उसने आप आप ये सब क्यों देखते हो ? तो मैंने कुछ नहीं कहा |
तो उसने मुझे से फिर से पूछा आप ये सब क्यों देखते हो तो मैंने कहा तुम किसी को मत बताना प्लाज़ | तो उसने कहा मैंने ये कब कहा कि मैं किसी को कुछ बताने वाली हूँ मैंने तो सिर्फ ये पूछा कि आप ये देखते क्यों है ? तो मैंने दबी आवाज़ में कहा अच्छा लगता है | तो उसने कहा डरिए मत मैं किसी को कुछ भी नहीं बताउंगी लेकिन आपको मुझे भी ये दिखाना होगा | मैंने पूछा क्यों ? तो उसने कहा मैंने सिर्फ सुना है कि ये देखने में मज़ा बहुत आता है लेकिन कभी देखा नहीं | तो मैंने कहा तुम पक्का किसी को बताओगी तो नहीं ? तो उसने नहीं बाबा नहीं बताउंगी |
तो मैंने मुस्कुराते हुए कहा आ जाओ और हम दोनों साथ बैठ गए और एक हैडफ़ोन मेरे कान में और एक उसके कान में फसा दिया | फिर मैंने ब्लू फिल्म चालू की तू उसने कहा कितनी सुन्दर लड़की है लेकिन देखो क्या कर रही है | तो मैंने कहा ये हर लड़की करती है तो उसने मेरी तरफ देखा और कहा सच्ची तो मैंने कहा मुच्ची और फिर हम वीडियो देखने लगे | हमने 3-4 वीडियो देखे और फिर मैंने मोबाइल चार्जिंग पर लगा दिया | अब हम दोनों बिस्तर पर बैठ कर बातें करने लगे |
उसने मुझसे पूछा तुमने कभी किया है ये सब तो मैंने कहा नहीं | तो मैंने उससे पूछा तुमने कभी तो उसने कहा हाँ | तो मैंने कहा अच्छा तो बताओ कैसा लगता है जब करते है | तो उसने कहा बहुत अच्छा | तो मैंने कहा यार मुझे भी करना है लेकिन कोई मिलती ही नहीं है | उसने कहा अच्छा मैं 500 रुपए लुंगी और पूरा मज़ा दूंगी तो मैंने सोचा चलो ठीक 500 में चूत मिल रही है क्या बुरा है ? फिर मैंने उससे कहा ठीक है लेकिन पैसे बाद में दूंगा तो उसने कहा ठीक है और अपनी साड़ी का पल्लु हटके कहा अब मैं तुम्हारी हूँ |
मैंने उसको पकड़ा और उसके होंठों को चूमने लगा और उसके नीचे वाले होंठ को अपने दन्त से दबाके खींचने लगा | वो भी मुझे किस करे जा रही थी और मेरे सीने पे हाँथ फिरा रही थी | मुझे समझ में आ रहा था कि लड़की अनुभवी है और इसने घाट घाट का पानी पिआ है | मैं फिर भी लगा रहा क्योंकि 500 में चूत कौन देता आज के ज़माने में वो भी इस गरीब को | मैं उसके होंठों का रास चुस्त जा रहा था और वो भी मेरा साथ दे रही थी | फिर वो पलट गई तो मैंने उसके बालों को हटाया और उसकी गर्दन को चूमने लगा और वो ठंडी आहें भरने लगी |
फिर मैंने पीछे से हाँथ डाला और उसके ब्लाउज के बटन खोलने लगा | बड़ी मुश्किल से मैंने उसके बटन खोले और पीछे ब्रा के हुक खोलने लगा | ये मुश्किल काम था लेकिन मैंने कर दिखाया और फिर पीछे से उसके दूध दबाने लगा | उसके दूध बहुत ही सॉफ्ट और निप्पल कड़क थे | मैंने पहली बार दूध पकडे थे इसलिए छोड़ने का मन नहीं कर रहा था लेकिन मुझे चूत भी मारनी थी इसलिए मैंने दूध छोड़े और उसकी साड़ी उतारने पे ध्यान लगाया | मैंने उसकी साड़ी खोली और उसके पेटीकोट का नाडा भी खोल दिया |
उसका फिगर देखकर मेरी आँखें चमकने लगी मस्त कमर बड़ी सी गांड और दूध भी गज़ब के बिलकुल झकास फिगर था | फिर मैंने उसकी चड्डी उतारी और उसकी चूत में हलके हलके बाल थे लेकिन हवस उससे ज्यादा थी इसलिए मैंने उसको बिस्तर पर लिटाया और चूत चाटने का कार्यक्रम शुरू कर दिया और के कार्यक्रम 10 मिनिट तक चला और तब तक वो आह्हह्ह्हा अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ऊउम्मम्म ऊउम्मम्म करती रही | फिर मैं भी पूरा नंगा हो गया और उससे लंड चूसने को कहा तो उसने मेरा लंड चुसना शुरू कर दिया | दोस्तों, लंड चुसवाने का एहसास होता है बहुत ख़ास | उसने मेरा थोड़ी देर तक मेरा लंड चूसा और फिर मैंने उसकी चूत पे जाके अपना लंड रख दिया और घिसने लगा |
फिर मैंने उसकी चूत में धीरे से लंड डाला और वो आह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह करने लगी | तो मैंने धीरे धीरे लंड आगे पीछे करना शुरू किया और थोड़ी देर में जब माहौल शांत होने लगा तो जमके अन्दर बाहर करने लगे | फिर मैं बिस्तर पर बैठ गया और उसको मेरे लंड पर बैठा दिया और उसको थोडा सा हाँथ से पकड़ कर उठाये रखा और नीचे से चोदने लगा | वो आअह्ह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह ईइस्स्स्स स्स्सस्स्स्सस्स्स आअह्ह्ह्ह करे जा रही थी और मैं साथ साथ उसके दूध भी चूस रहा था | फिर थोड़ी देर बाद वो उलटी लेट गई और मैं उसके ऊपर लेट गया और वैसे ही उसकी चूत मारने लगा |
मुझे ऐसे बहुत मज़ा आ रहा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी मेरा लंड अब अपना मुट्ठ छोड़ने वाला था तो मैंने उसके सीधा किया और जितना भी माल निकल उसकी चूत के ऊपर गिरा दिया | फिर उसने एक गंदे कपडे से मुट्ठ पोंछ लिया और अपने कपडे पहन लिए | फिर मैंने उसके पैसे दिए और अब जब भी मेरा मन करता है चुदाई के लिए तो मैं उसको याद कर लेता या उसको लेके कहीं भी चला जाता हूँ तबीयत से उसको चोदता हूँ और पैसे देके घर छोड़ आता हूँ | तो दोस्तों कैसी मेरी कहानी |