सविता भाभी को चोदा

हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | दोस्तों मेरा नाम अखिल है | मेरी उम्र 22 साल की है मैं देहरादून का रहने वाला हूँ | मेरे घर में मेरे मम्मी-पापा और मेरा छोटा भाई है पापा मेरे पुलिस में है और मम्मी टीचर है | छोटा भाई हॉस्टल में रुककर पढाई करता है | और मेरी पढाई पूरी हो चुकी है और अब मैं जॉब की तलास में हूँ | दोस्तों आज में आप लोगो को पडोश की भाभी की चुदाई बताने जा रहा हूँ |

दोतोये बात उस समय की है जब मैंने अपनी पढाई पूरी कर ली थी और अब मैं ज्यादातर अपने घर पर ही रहता था | मेरेपडोशमें महेश भईया रहते थे उनकी नयी-नयी शादी हुई थी उनकी बीवी  बहुत ही सुंदर थी | महेश भईया बैंक में जॉब करते थे और घर शाम को ही आते थे | महेश भईया और मेरी बहुत अच्छी दोस्ती थी और हम एक दुसरे केघर आते-जाते रहते थे | मैं महेश भईया से 3 साल छोटा यह इसलिए में उनकी बीवी को भाभी कहकर बुलाता था | भाभी का नाम रेखा था | मेरे घर के बाजू में उनका घर था इसलिए उनका मेरे घर में आना जाना बहुत था | हम दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी | में ज्यादातर उनके घर पर ही रहता था क्योंकि वो अकेली होती है | वो दिखने में बहुत खूबसूरत थी | उनकी कमर की साईज़ बहुत चोडी थी औरक्या बूब्स थे उनके ? और क्या गांड थी? जो भी उसे देख ले तो चोदने का मन हो जाए | अब मैं भी उनको चोदने का मौका ढूँढ रहा था | एक दिन जब में उनके घर गया तो वो अपने कमरे में साड़ी पहन रही थी और में सीधा अंदर चला गया | फिर मैं वही बैठकर उन्हे देख रहा था तो वो बोली क्या देख रहे हो अखिलतो मैं उनसे मजे लेता हुआ बोला आपको देख रहा हूँ | दोस्तों मैं उनसे खुल कर मजाक कर लेता था | फिर उन्होंने मुझसे कहा कि कभी कपडे पहनते हुए किसी को नहीं देखा है क्यातो मैंने कहा कि भाभीदेखा तो है पर आप जैसी नहीं | मैंने थोड़ी सी उनकी तारीफ कर दी | वोघर पर बिलकुल अकेली थी काम वाली भी अपना काम करके चली गयी थी | दोस्तों वो अपने ब्लाउज का हुक नही लगा पा रही थी | इतनेदिन की बातो से हम खुल गये थे |वो अपने कपडे पहन कर मेरे पास ही आ कर बैठ गयी  दोस्तों क्या बदन था उनका उन्होंने अन्दर काले कलर की ब्रा पहनी थी और वह बाहर दिख रही थी | मैंने कहा की भाभी आपका कुछ दिख रहा है | उन्होंने कहा की क्या मैंने कहा की भाभी आप अपनी ब्रा संभालो वो बाहर निकली हुई है| उन्होंने अपनी ब्रा को अंदर किया | फिर मैंने कहा कि भाभी आप आप बहुत सेक्सी हो और बहुत ही मस्त दिखती हो और मैं उनसे मजे लेने लगा | मैं उन्हें गरम करने के चक्कर में था क्योकि मुझे उनकी चूत का स्वाद लेना था | तब वो बोली कि क्या कर रहे हो फिर मैंने कहा कि बस भाभी आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो | उस टाईम मेरा लंड खड़ा हो गया था और उनकी  गांड इतनी मस्त थी कि जब वो चलती थीतो उनके चुतर बहुत ही मोहक तरीके से हिलते थे | फिर मैंने अपने लंड को देखा तो वह बहुत टाइट हो गया था | फिर मैंने कहा जब इतनी सेक्सी भाभी पास हो तो टाइट तो हो ही जायेगा ना |

थोड़ी देर बाद भाभी ने मुझसे पूंछा की तुम चाय पियोगे | मैंने कहा की क्यों नही भाभी आप चाय पिलाओगे तो क्यों नही | वो उठकर किचन में जा के चाय बनाने लगी और मैं भी उनके पीछे-पीछे किचन में चला गया |वहां मैंने देखा की भाभी का ब्रा का हुक बंद नही था | मैंने भाभी से कहा की आप का हुक खुला है | तो उन्होंने कहा की बंद कर दो मैं बंद करने लगा | जबमैं भाभी का हुक बंद कर रहा था तब मेरा लंड भाभी की गांड में लड़ रहा था | क्योकि मेरा लंड खड़ा हो गया था | भाभी ने अचानक से पीछे हाथ लाया और मेरे लंड को ही पकड़ लिया | औरचोंक गयी और कहा की इतना बड़ा है तुम्हारा लंड और वे सरमा गयी | तब मैं समझ गया किअब भाभी भी लग रहा है की चुदवाने केमूड तब मैंने उनकी ब्रा का हुक बंद करने की वजे मैंने उनकी ब्रा उतार दी औरउनके बूब्स को धीरे-धीरे दबाने लगा | मैंने गैस की खूँटी बंद कर दी और भाभी के सारे कपडे उतार दिए और उन्हें लेकर उनके बेडरूम में चला गया | मैंने उनको बेड पर लिटा दिया और मैंने भी अपने सारे कपडे उतार दिया और मैं भी बेड पर लेट गया और उनके गुलाबी होठों में अपने मुह डाल के चूसने लगाऔर अब वो सीधी होकर मेरे होंठ पर अपने होंठ रखकर मुझे किस करने लगी और अब वो  भी मेरा साथ देने लगी थी | फिर मैंने अपना एक हाथ उसके बूब्स पर रखकर जोर जोर से दबाने लगा और उनके मुह से आह आह आह आह आह आया हाह अ आह आहाह हा होह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह आह आ आह आः हा हकी सिस्कारिया निकाल रही थी | थोड़ी देर में मैंने उनके पूरे शरीर को चूम डाला और उसके बाद में हम लोग 69 की अवस्था में लेट गये और वो मेरा लंड चूस रहीथी और मैं उनकी चूत में अपना मुह डाल कर चाटने लगा | और इस बार दोनों की मुह से जोर-जोर से आह आहा हाह आह आः आः अहा हाह अहहाह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह आह आह आया हा हां हाहा हा हाह आः आः आः आया अ हाह आह  आह आह आह अआहाह आहा हाह आया हाह ओह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह की सिस्कारिया निकल रही थी|

 

 

फिर भाभी ने भाभीमेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ कर मुठ मरने लगी उर बाद में मुह में डालकर चूसने लगी और दोस्तों मुझे बहुत मजा आ रहा था और मेरे मुह से आह आह आह आः आः आया हाह आह आह आह हहह आह आहा अहः अहहाह आह्ह अहः हाहा अहोह उह ओह्ह्ह ओ होह्ह ओह  हो हो ह हह ह  हुंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह ओह्ह ओइह्ह्ह आह आह अह्हह आह आहा हाहा आह हाह की सिस्कारिया निकल रही थी | उसके बाद मैंने भाभीकीचूत में अपने मोटे तथा लम्बे लंड को घुसेड़ा और चोदने लगा| जैसे ही मैंने भाभी की चूत में लंड डाला भाभी जोर से चिल्ला पड़ी और कहा की प्लीज धीरे धीरे | क्योकि भाभी की चूत बहुत कसी थी और मेरा लंड काफी मोटा और लम्बा था | मैंने पहले भाभी की चूत को अपने लंड से ढीला किया और फिर बाद में असली चुदाई शुरू की | और भाभी जोर जोर से आह आह आ आहा हा हाहा हाहा हाहाह हाह अहः हा सश सश  स्शस्श्ह्ह हसश ह्स्स्शास अस्स्स्सस्स्स्स ओह्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओल्ह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह अहह आह हाह्ह आ हाह आह आः अआहाह आआह्हा अहाह आया हाहा आह आया हाह्हाह आया आया हाह आहाह आया हा हुंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह की सिस्कारिया निकालते हुए चिल्ला रही थी | दोस्तों मेरे जोश बहुत भरा हुआ था ये मेरी पहली चुदाई थी | थोड़ी देर बाद में झड़ने वाला था मैंने भाभी को बताया की मैं थोड़ी देर मे झड़ने वाला हूँ तो भाभी ने कहा की अपना लंड मेरे मुह में दे देना | जब मैं झड़ने पे आ गया तब अपना लंड उनकी चूत में से निकाल कर मैंने उनके मुह में डाल दिया और भाभी ने मेरे लंड को चाट-चाट कर साफ़ किया और उसे फिर से चूसने लगी थोड़ी देर बाद में मुझे मजा आने लगा और मेरे मुह से आह आह आया हां हां हाहा उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह अहः आह आह हां हाहा ह उन्हुंह उन्ह उन्ह उन्ह ऊन्न्नन्न उन्नन उन्नन उन्न्न्न उन्नन आह आह आः आःह्हाह आ अहाहाह आया हाह आया हाह की सिस्कारिया निकल रही थी | जब मेरा लंड खड़ा हो गया तब मैंने भाभी को बेड पर लिटा दिया और मैं भाभी के ऊपर चढ़ गया और उनके बूब्स दाबने लगा उनको मैंने अपने दोनों हाथो से जकड लिया और उनके ऊपर ही लेट कर उनकी होंठो को चूस रहा था | वो भी अपने हाथो से मेरी पीठ को सहला रही थी | थोड़ी देर के बाद मैंने भाभी की चूत में अपना लंड डालकर फिर से शुरू हो गया और चोदने लगा था | भाभी ने अपने दोनों हाथों और पैरों को मेरी कमर में फसा रखा था | और आह आ हाह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह आह आ हा हाह आया हा अह की सिस्कारिया ले रही रही | दोस्तो मुझे इतना मजा आ रहा था की इस बार मै भाभी की चूत मे ही झड गया था | दोस्तों अब शाम हो गयी थी और महेश भईया का भी आने का समय हो गया था | मैंने अपने कपडे पहने और अपने घर पर चला आया |

 

तो दोस्तों इसतरह से मैंने अपनी पडोश की भाभी को चोदा |

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