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लंड के मालिकों, मैं सबील हाजिर हूँ अपनी एक सेक्स कहानी लेकर | मैं एक 18 साल का लड़का हूँ और दिल्ली का रहने वाला हूँ पर आकर सेक्स कहानियां पढना मेरा एक शौक है और मैं ये रोज करता हूँ | आज मैंने सोचा की क्यूँ न मैं भी अपनी कहानी सुनाऊं आप लोगों को जो अभी कुछ दिन पहले हुआ मेरे साथ | दोस्तों मेरी हाइट 5 फुट 2 इंच है और मेरी बॉडी अच्छी है | मेरा लंड बहुत बडा नही है और एक और बात बताना चाहूँगा मैं की मैंने कई बार गे पोर्न मूवीज देखि हैं और उन्हें देखकर मुझे कभी कभी मन करता है की क्यूँ न मैं भी एक बार अपनी गांड मरवा कर देखूं | खैर, अब सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ |
मैं 12वीं में पढ़ता था और फिर मैंने एक कॉलेज में एडमिशन लिया | ये मेरा पहला साल है | मैंने रहने के लिए कॉलेज का हॉस्टल लिया लेकिन मुझे नही पता था की मेरा ये करना मुझे इतना भारी पड़ जाएगा | कॉलेज स्टार्ट होने के 2 दिन मैं हॉस्टल गया और अपना सामान रखकर बाथरूम की तरफ जाने लगा | बाथरूम की तरफ जाने पर मैंने देखा की वहां तो रैगिंग चल रही है | मैं उलटे पाँव वापस आ गया | शायद मुझे किसी एक सीनियर ने देख लिया था | उसने आवाज दी लेकिन मैं रुका नही | उसे गुस्सा आ गया और वो मेरे पीछे आने लगा | मैंने चाल तेज कर दी लेकिन वो लम्बा चौड़ा था इसीलिए उसने मुझे पकड़ लिया | मैं छुड़ाने की कोशिश करने लगतो वो शायद और गुस्सा हो गया | उसने मुझे पकड़ा और बाथरूम में ले आया | अब उसने बाकी सारे जूनियर लड़कों को जाने को बोला और कहा की शाम को फिर से मिलते हैं | फिर उसने बाथरूम का दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया |
मैंने देखा की उसके अलावा 2 लड़के और थे और सब के सब हट्टे कट्टे | मुझे लगा की अब मुझे तगड़ी मार पड़ेगी | अब जिसने मुझे पकड़ा था वो बोला – हाँ, अब बोल तू | बडा गांड हिलाते हुए भाग रहा था न, अब बता | मेरे पास बोलने के लिए कुछ भी नही था | मैंने रहम की बात करते हुए बोला – सॉरी, मुझे मारना मत प्लीज आप लोग | आप जो कहोगे मैं करूंगा लेकिन मारना मर प्लीज | वो बोला – अच्छा !! मेरा लौड़ा चुसेगा ? चल नही मारूंगा, मैं क्या ये बाकी और कोई भी सीनियर नही मारेगा तुझे | बस आज तुझे मेरे लंड को खुश करना है | मैं सोच में पड़ गया | मुझे पता था की अगर उन्होंने मारा मुझे तो मैं सीधा हॉस्पिटल में जाऊंगा और उन्हें कोई सजा भी नही मिलेगी | मैं सोच ही रहा था की वो फिर बोला – अबे, टाइम नही है मेरे पास, जल्दी से बता | वो फिर से बोला – अबे शरमा मत, ले | इतना कह कर उसने अपनी पैंट की चैन खोल दी | अब उसका 7 इंच का लंड मेरे सामने था | मैंने हलके से देखा तो उसका लंड साफ़ था और झांटें भी नही थीं | मैं सोच ही रहा था की मार से बचने का यही तरीका है की उसने मुझे पकड़ा और मेरा मुंह पकड़ में उसमे अपना लंड घुसेड़ दिया | मैंने उस दिन पहली बार किसी का लंड लिया था अपने मुंह में | एक अजीब सा स्वाद था और साफ़ होने की वजह से बदबू नही आ रही थी | अब उसने मेरे मुंह को चोदना शुरू कर दिया | मेरे सामने कोई चारा न होने की वजह से मैंने भी अपनी जीभ को उसके लंड पर फिराना शुरु कर दिया और उसके लंड को अच्छे से चूसने लगा |
थोड़ी देर तक ऐसे ही चूसने के बाद मुझे भी मजा आने लगा | अब मैंने उसके लंड को हाथ से पकड़ा और अच्छे से चूसने लगा किसी लोलीपॉप की तरह | मैं मन ही मन सोच रहा था की मुझे कैसा लगेगा अगर ये लंड मेरी गांड में जाएगा | अचानक से मुझे अपने पीछे कुछ महसूस हुआ | मैंने लंड निकाल कर देखा तो बाकी लड़कों में से एक मेरी पैंट के ऊपर से ही अपना लंड निकाल कर सहला रहा था | मैं डर गया और सोच में पड़ गया की आज तो गयी मेरी गांड | अब उसने मेरी बेल्ट खोलनी शुरू कर दी तो मैंने रोका | वो बोला – हलके से करूंगा, दर्द नही होगा तुझे | शराफत से करवा ले वरना मार भी खाएगा और गांड भी देगा | मैं सहम गया | अब उसने मेरी बेल्ट खोल दी | मेरी पैंट निकालने के बाद उसको इतना जोश आ गया की उसने मेरी चड्ढी निकाली नही बल्कि फाड़ दी | मैं अच्छे से समझ चूका था की इस चड्ढी की तरह आज मेरी गांड भी फटने वाली है |
उसने अब मुझे घोड़ी बनाया | मेरे पास कोई चारा तो था नही, मजबूरन बनना पड़ा | अब उसने अपना लंड मेरी गांड पर टिकाया | मैंने डर के मारे अपनी गांड को और कसा कर लिया | उसने मेरे चुतड पर एक जोर का थप्पड़ मारा और गांड खोलने के लिए बोला | मज़बूरी में मैंने गांड को ढीला किया | अब उसने अपने लंड पर थूक लगाया और एक जोर का धक्का दिया | उसका लंड तो घुसा नही लेकिन मेरी हालत खराब हो गयी और मैं ऊऊऊ ऊ इ इ ईई इ ई इ इ इ ई इ इ इ ई इ इ इ ई इ इ इ इ ई इ ई ईई इ इ ईईइ इ इ इ इ आह ह हह ह ह हह करने लगा | उसने अब और ज्यादा थूक लगाया और फिर से धक्का दिया | इस बार उसके लंड का टोपा मेरी गांड में अन्दर था | मेरी गांड में असह्य दर्द हो रहा था | मुझे रोना आ गया और मैं जोर जोर से आह्ह्ह ह ह ह हह ह हह ह हह हह ह ह ह ऊऊ उ उ ऊ उ उई इओई इ इ ई इ इ इ ई इ ई इ ईई इ ई इ इ ई इ करने लगा |
वो बोला – अबे तेरी गांड से तो खून आ रहा है, लगता है आज तेरी गांड फट गयी | खून की बात सुनकर मैं और डर गया | उसने खून को पोछा और फिर से अपना लौड़ा टिका कर धक्का दिया | इस बार धक्का बहुत जोर का था और उसका आधा लंड मेरी गांड में था | मुझे बहुत दर्द हो रहा था लेकिन वो मेरी मानने के मूड में नही था | उसने अपने लंड को अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया | इधर दूसरा बंदा अब मेरे सामने अपना लंड लेकर खड़ा था | मेरे सामने कोई चारा नही था इसीलिए मैंने उसका लंड चुसना शुरू कर दिया | मुझे दर्द हो रहा था इसिलए मैं आह्ह्ह ह ह ह ह हह ह ह हह ह हह उ ऊ उ उ ऊ इ ई इ इ ई इ इ ईई ईई इ ई इ ई इ ओह्ह ह हह ह ह हह ह ह हह हह ह हह ह ऊई इ ई इ इ ई इ इ ई इ इ इ ई इ ईईइ इ ईईइ इ इ इ कर रहा था |
धीरे धीरे उसने पूरा लंड मेरी गांड में डाल दिया और चोदने लगा | अब मुझे दर्द के साथ साथ थोडा थोड़ा मजा भी आने लगा | मैंने भी अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवाना शुरू कर दिया | थोड़ी देर बाद वो मेरी गांड में ही झड गया | मुझे लगा की चलो अब तो फुर्सत मिली लेकिन तभी दूसरा लड़का आ गया और उसने अपना लंड घुसेड दिया मेरी गांड में | उसका लंड थोडा छोटा था इसीलिए मुझे कम दर्द ही रहा था | मैंने अब उससे अच्छे चुदवाना शुरू कर दिया | अब मैंने दो लड़कों के लंड चूस रहा था और एक से अपनी गांड मरवा रहा था | ऐसे करके तीनो लड़कों ने बारी बारी मेरी गांड मारी और मेरी गांड का कबाड़ा बना कर छोड़ दिया |
चुदवाने ले बाद मैंने कपडे पहने | मुझे चला नही जा रहा था लेकिन फिर भी मैं किसी तरह अपने अपने रूम तक पहुंचा और अगले दिन ही मैंने हॉस्टल छोड़ दिया | ये थी मेरी गांड चुदाई की कहानी | आशा है की मुझे तो दर्द हुआ था लेकिन इस कहानी को पढ़ के आप लोगों को मजा आया होगा |