हैल्लो दोस्तों मैं आपका दोस्त सचिन आज आपके सामने अपनी सैक्स कि कहानी बताने हाज़िर हूँ | मेरी उम्र 26 साल है और मैं स्कूल में इंग्लिश टीचर हूँ | मेरी हाइट 5 फुट 5 इंच है और हेल्थ से दुबला पतला हूँ लेकिन मेरा रंग गोरा है और मुझे ऐसा लगता है कि मैं क्यूट दिखता हूँ | मैं अभी जिस स्कूल में हूँ उसके पहले मैंने तीन और स्कूलों में पढाया है और कहानी इसके पहले वाले स्कूल की है जहाँ मैंने एक मैडम को फसा के चोदा था | मैं अपना थोडा और परिचय दे दूँ मैं बहुत दिल फ़ेक किस्म का इंसान हूँ लेकिन कोई लड़की मेरा दिल कैच नहीं करती और मैं ज्यादातर सिंगल ही रहता हूँ | लेकिन कभी कभी किस्मत साथ दे जाती है और मुझे कोई मिल जाती है | तो आईये कहानी की ओर बढ़ते हैं |
ये किस्सा 6 महीने पहले का है जब मुझे एक सरकारी स्कूल में टेम्परेरी टीचर का काम मिला और मैंने सरकारी नाम सुनकर फ़ौरन हाँ कर दी | मुझे अगले दिन ही ज्वाइन करना था तो मैंने अगले दिन पहुंचा और ज्वाइन कर लिया | दुसरे दिन मैं ब्रेक में स्टाफ रूम गया तो मेरी नज़र एक मैडम पर पड़ी वो बहुत ही गज़ब की माल लग रही थी | थोडा लम्बा सा चेहरा गोरा रंग पतला फिगर और मस्ती भरी चाल हाय मैं मर जवां | मैंने दुसरे टीचर से उसका नाम पूछा तो मुझे पता चला कि उसका नाम नम्रिता है और वो मैथ्स पढ़ाती है | मुझे ये भी पता चला कि ये बहुत अकड़ू किस्म की है और किसी से इतनी जल्दी बात नहीं करती | तो मैंने सोचा अच्छा ठीक है तो मैं सोच समझ के बात करूँगा | तो कुछ दिन बाद मैं फ्री था और स्टाफ रूम में बैठा था तो मुझे ऑफिस में बुलाया और कहा इसमें जिस जिस टीचर की जो इन्फो नहीं है वो उनसे भरवा लाओ | उसमें नम्रिता का एड्रेस नहीं था तो मैं उसके पास गया वो एक क्लास के बाहर खड़ी थी |
मैं उसके पास गया और कहा मैडम वो आपका एड्रेस चाहिए था | उसने मुझे गुस्से से देखा और कहा तुम्हें क्या लगता है मैं कोई ऐसी वैसी लड़की हूँ और फिर उसने मुझे 5 मिनिट तक बहुत सुनाया | फिर मैंने कहा बस और कॉपी आगे करके कहा वो ऑफिस में मँगा रहे है और मुझे कोई शौक नहीं है | तब जाके वो थोडा शांत हुई और फिर उसने एड्रेस फिल किया और मैं कॉपी लेकर चला गया | वो पीछे से मुझे आवाज़ लगा रही थी लेकिन मैंने मुड कर नहीं देखा और चला गया | मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे मेरे हाँथ बंधे है | उसी तरह उसने कई बार मुझे आवाज़ लगाई लेकिन मैं उसकी तरफ देखता भी नहीं था और जहाँ वो रहती थी मैं वहां जाता भी नहीं था | मेरा दिमाग उसके ऊपर कुछ ज्यादा ही ख़राब था साली भोसड़ी वाली खुद को समझती क्या है ? मुझे आज तक ऐसा किसी ने नहीं कहा था | एक दिन उसने मुझे रोक लिया और सॉरी कहने लगी तो मैंने कहा ठीक है कोई बात नहीं और चला गया |
मैंने तो सोच लिया था इस बहन की लौड़ी को तो चोद के रहूँगा चाहे ये माने या न माने | अभी भी मैं उससे ज्यादा बात नहीं करता ताकि मादर चोद मेरे सामने थोडा डंग से रहे | अब हमारी धीरे धीरे बात शुरू हुई और मैं उससे बहुत बातें करने लगा | मैं उससे बहुत हस हसकर बात करता था लेकिन दिमाग में तो वही था कि ये कमीनी मेरे से चुद के रहेगी | एक बार की बात है स्कूल में कोई फंक्शन था और सभी लोग तैयारियों में लगे हुए थे | नम्रिता एक क्लास में कुछ चिपका रही थी और जहाँ उसको चिपकाना था वो जगह थोड़ी ऊपर थी जहाँ उसका हाँथ नहीं पहुँच रहा था तो उसने एक बच्चे को भेज कर मुझे बुलाया और मैं गया | उसने कहा तुम लगाओ लेकिन मेरी खुद की हाइट कम है तो एक बच्चे ने कहा सर आप मैडम को उठा लेना और मैडम लगा देगी | मेरा मन तो कर रहा था कि उस बच्चे का माथा चूम लूँ लेकिन मैं ऐसा कुछ कर नहीं सकता था | फिर मैं कहा ठीक है और मैं नम्रिता को जांघों से पकड़ा और उसे उठा दिया | वो लगाने लगी तो मेरे हाँथ में दर्द हुआ और पकड़ ढीली पड़ी तो वो थोडा नीचे हुई और मैंने उसको पूरी तरह से पकड़ लिया और मेरा हाँथ उसकी चूत को छूने लगा |
मुझे डर लगने लगा जब मैंने सिर्फ एड्रेस पूछा था तो इसने मेरी ले ली थी अब तो मेरा हाँथ चूत पर पहुँच गया आज तो मेरी खैर नहीं | लेकिन मैं पकड़ा रहा और फिर उसने काम ख़त्म किया और मैंने उसे नीचे उतारा और उसने थैंक यू कहा | मुझे लगा चलो जान बची और फिर मैं चला गया | जाते हुए मैं सोच रहा था कि अगर मेरा हाँथ इसकी चूत पर लग गया तो भी इसने कुछ नहीं कहा तो अगर मैं मार भी लूँ तो शायद ये बुरा न माने | तो मैंने सोचा कि आज तो बच्चे जल्दी चले जायेगे और टीचरों को तो रुकना ही पड़ेगा सजावट करने के लिए | तो मुझे लगा यही सही मौका है सचिन ले ले अपनी बेईज्ज़ती का बदला मार ले उसकी चूत जा मेरे शेर जा | फिर मैं छुट्टी का इंतज़ार करने लगा और फिर छुट्टी हो गई और स्कूल खाली होने के बाद मैं फिर से उसी क्लास में गया | नम्रिता अभी भी वहीँ पर अपनी अम्मा चुदवा रही थी | तो मैं उसके पास गया और उससे बात करने लगा मैंने उसे पानी दिया जिसमें पहले से ही नशे की गोली मिली हुई थी और कहा तुम बहुत थक गई हो थोडा पानी पी लो | उसने पानी पीया और आराम से बैठ गई |
उसने कहा पता है पूरे स्कूल में सबसे अच्छा कौन है ? तुम और इतना कहकर बेहोश होने लगी | वो बेहोश हो गई लेकिन मैंने उसके साथ कुछ नहीं किया और जैसे ही वो होश में आई तो कहने लगी क्या हुआ ? तो मैंने कहा कुछ नहीं बस तुम बेहोश हो गई थी | फिर उसने कहा और तुम मेरी लिए पूरे टाइम यहाँ बैठे रहे ? तो मैंने कहा हाँ मैं और क्या करता | उसने एकदम से मुझे किस करना शुरू कर दिया और मुझे लगा ये क्या हो रहा है ? तो मैंने उसे किस करना जारी रखा और मैं भी उसे किस करने लग गया | मैंने उसके दूध पर हाँथ रखा तो वो रुक गई और कहने लगी ये सही समय नहीं है तो मैंने कहा यही सही समय है और उसे किस करने लग गया | मैं उसके कुर्ते के ऊपर से ही उसके दूध दबा रहा था फिर मैंने कुर्ते के अन्दर हाँथ डाला और उसके दूध दबाने लगा | अभी मैं टेबल पर बैठा हुआ था और वो खड़ी थी पर जैसे ही मैंने कुर्ते के अन्दर से उसके दूध दबाना शुरू किया पोजीशन उलटी हो गई | फिर मैंने उसके पजामा का नाडा खोला तो उसने मेरा हाँथ पकड़ के नहीं में सिर हिलाया तो मैंने उसे फिर से किस किया और फिर मैंने हाँ में सिर हिलाया |
फिर मैंने उसका पजामा और पैंटी पकड़ी और साथ में उतार दी | फिर मैंने उसकी चूत चाटना चाही लेकिन इसमें बाल थे लेकिन मैंने उसकी चूत में ऊँगली की और उसी को चटा दी | फिर मैंने अपनी पैन्ट नीचे करके अपना लंड बाहर निकाला और उसकी चूत में घुसा दिया | उसकी आह्ह्हह्ह्ह्ह निकल गई और उसने मुझे जोर से जकड लिया | फिर मैंने उसकी चूत में झटके मारना जारी रखे और वो अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह ह्हह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह उह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह उम्म्मम्म उम्म्मम्म हह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह आआआ ह्ह्ह्हह्ह आआआ करने लगी | मैंने थोड़ी देर में जोर जोर से झटके मारना शुरू किया और वो ज़ोर ज़ोर से अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्य अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह आआआअ आआआ आआअ ह्ह्ह्हह्ह करती रही | मेरा फिर झड़ गया और मैंने मुट्ठ उसके पजामे पे गिरा दिया |
फिर मैंने उसको नीचे उतारा और उसको लंड चुसाना शुरू किया और वो थोड़ी देर मज़े लेकर ऊपर से नीचे तक मेरा लंड चूसती और चाटती रही | जल्द ही मेरा लंड फिर से तन गया और मैंने फिर से ऊपर उठाया और उसको टेबल पर झुकाके खड़ा कर दिया और पीछे से उसकी चूत मारने लगा और वो अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह आआआअ आआआअ ह्ह्ह्हह्ह्ह्हा आह्हह्ह्हा आआआअ आआअ य्य्य्यय्य अय्य्यय्य्य य्य्य्यय्य्य याआआआआ आमम्म्म्म ह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह करती रही | मैंने उसी तरह उसको बहुत देर तक चोदा और मेरा फिर से झड़ने को हुआ तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसको घुमा कर उसके कुर्ते पे माल झड़ा दिया और फिर मैंने उससे कहा मेरा काम ख़त्म और मैं अपनी पैन्ट पहन कर आ गया | मैंने कुछ दिन बाद ही स्कूल छोड़ दिया और उसके बाद कभी उससे नहीं मिला | तो दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी |