तरकीब से की चुदाई

hindi chudai ki kahani

नमस्कार प्यारे पाठकों, कैसे हैं आप सब ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे और सभी अपनी चुदाई क्रिया में मगन हो कर मजे ले रहे होंगे | मेरा नाम पंकज उदास है ( सिंगर वाला नहीं ) मेरा रियल नेम है और मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 24 साल है और मैं अभी बेरोजगार हूँ | मैं दिखने में गोरा हूँ और मेरा बदन सेक्सी व गठीला है | दोस्तों मैं इस साईट का दैनिक पाठक हूँ और मुझे इस साईट में चुदाई की कहनियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है क्यूंकि मेरा इसमें बहुत अच्छा टाइमपास होता है | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी लिखने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी पसंद आयगी और मेरी कहानी पढ़ कर आप लोगो को मजा भी बहुत आयगा | तो अब मैं समय बर्बाद न करते हुए अपनी कहानी की शुरुआत करता हूँ |

दोस्तों ये घटना कुछ समय पहले की है | जैसा की मैंने आप लोगो को बताया कि मैं बेरोजगार हूँ | मैं बेरोजगार इसलिए नहीं हूँ कि मेरे पास डिग्री नहीं है या मुझे कोई अच्छी जॉब नहीं मिल रही है | बल्कि मैं इसलिए बेरोजगार हूँ क्यूंकि मेरे पापा का एक्वा गार्ड का बहुत बड़ा बिज़नस है | मैं ये बात बहुत अच्छे से जनता हूँ कि पापा का बिज़नस मुझे ही संभालना है | मैं अपने मम्मी पापा की एकलौती संतान हूँ | हम लोग रिच हैं और हमारे पास किसी भी चीज़ की कोई नहीं है | जब मैं स्कूल में पढाई करता था तब लोग बाइक से आते थे तब मैं मर्सिडीज़ ओल्ड मॉडल से आता था | कॉलेज में आने के बाद पापा ने मुझे जन्मदिन पर ऑडी r8 दिलवा दी थी | कॉलेज में कई सारी लड़कियां मुझे लाइन देती थी लेकिन मैं किसी को भी भाव नहीं देता था क्यूंकि जिस कॉलेज में पढ़ता था वहां कई सारी लड़कियां काली और अजीब से बदन वाली थी | इसलिए मेरा कभी मन ही नहीं किया कि मैं कॉलेज में बटेरबाजी करूँ | मैं दूसरे कॉलेज जाया करता था और लड़कियों को अपनी कार चमकाता और बटेरबाजी किया करता था | लेकिन दूसरे कॉलेज की वो लड़कियां जो बहुत सेक्सी और हॉट होती थी वो मुझे लाइन नही देती थी | मुझे ये लगता था कि शायद ये लड़कियां ऐसे नहीं पटेंगी |

फिर मैंने एक तरकीब लगायी | एक दिन मेरे सामने से दो लड़कियां आ रही थी जिसमे से एक काली थी पर उसका फिगर बहुत ही ज्यादा सेक्सी था और दूसरी गोरी थी उसका फिगर भी अच्छा था पर उसके दूध मध्यम साइज़ के थे और गांड भी ज्यादा बड़ी नही थी | लेकिन काली वाली के दूध और गांड दोनों ही बड़े थे | मैं अपनी कार से बाहर निकला और काली वाली लड़की को रोक कर उसका नाम पूछा ? तो गोरी वाली लड़की उसे आगे चलने के लिए कहने लगी और काली वाली रुक कर बहुत खुश हो गई कि एक ऑडी वाला लड़का मुझे देख कर मेरा नाम पूछ रहा है और मेरी साथ वाली का नही | उसने अपनी गोरी वाली फ्रेंड से कहा कि तू आगे जा मैं आती हूँ | वो मेरे पास आई और अपना नाम पूजा बताया और मैंने अपना नाम पंकज बताया | मैंने तुरंत ही उससे उसका नंबर मांग लिया और ड्राप करने के लिए कहा पर उसने मना कर दिया क्यूंकि उसकी गोरी वाली दोस्त भी थी | मैंने कहा ठीक है और उसे कॉल करने के लिए कहा | शाम को उसका कॉल आया तो हम दोनों में थोड़ी देर बस नार्मल बात हुई उसके बाद उसने कहा कि मेरी फ्रेंड नेहा को बहुत जलन हुई तुमसे | मैंने पूछा क्यूँ ? तो उसने बताया कि उसे इस बात से जलन हो रही थी कि तुमने मुझसे मेरा नाम पूछा पर उसका नहीं और दिखने में वो अच्छी है मैं नहीं | मैंने कहा नहीं यार ऐसी बात नहीं है लेकिन मुझे तुम अच्छी लगी वो नहीं | तब मुझे पता चला कि उसका नाम नेहा है | फिर उसने कहा कि कल तुम हमारे कॉलेज आना तो मैं तुम्हे अपनी दोस्त से मिलाती हूँ | मैंने कहा ओके और कल अपनी ऑडी से उसके कॉलेज गया | उसके बाद मैंने उसे कॉल किया तो वो अपनी फ्रेंड के साथ बाहर आई | मैंने उनसे पूछा कि लंच पर चले | तो पूजा ने तुरंत हाँ कर दिया और नेहा को भी मना लिया | फिर हम एक महेंगे होटल गए | वहां पर मैंने कहा इनको जो खाना पीना है ला कर दो |

फिर यही सब सिलसिला चलता रहा | मैं और पूजा ही बात करते रहे और नेहा को बहुत जलन हो रही थी | वो बार बार कह रही थी कि चलो चलो | फिर मैंने नेहा से पूछा कि नेहा क्या हुआ है ? तुम्हे कुछ काम है क्या ? तो उसने कहा कि नहीं काम नहीं है पर यहाँ तुम दोनों आपस में ही बात कर रहे हो तो मेरे यहाँ रहने का मतलब ही क्या है ? मैंने कहा हाँ ये बात भी सच है | फिर हम तीनो वहां से निकल गए और मैं उन्हें मूवी दिखाने ले गया | मूवी देखते देखते पूजा को वाशरूम जाना पड़ा तो मैंने सोच लिया कि यही सही मौका है नेहा को पटाने का | मैंने नेहा से कहा कि पसंद मुझे तुम हो वो नहीं | मैं तुम तक पंहुच सकूँ इसलिए मुझी ऐसा सब कुछ करना पड़ा | ये बात सुन कर वो खुश हो गई जल्दी से हम दोनों ने नंबर चेंज कर लिया | फिर मैं दोनों से बात करने लगा और नेहा से मेरी प्यार भरी बात होने लगी | पूजा को लगता था कि मैं उसे चाहता हूँ लेकिन मैं नेहा को चाहता था | पूजा मन में खयाली पुलाव पकाती रह गई और यहाँ पर मेरी और नेहा की चुदाई की कहानी शुरू हो चुकी थी | फिर एक दिन मैंने नेहा से कहा कि नेहा मेरे फार्म हाउस चलते हैं वहां अपन चुदाई को अंजाम देंगे | वो भी तैयार हो गई थी | हम दोनों ने पूजा को कुछ भी नही बताया और मेरे फार्म हाउस पर गए | वहां पर ले जा कर मैंने नेहा का हाँथ पकड़ लिया और धीरे से उसे अपनी बांहों में ले लिया | वो भी मेरी बांहों में सिमट गई और हम दोनों की आँखे चार हो गई | फिर मैं अपने होंठ को उसके होंठ में रख कर किस करने लगा रस को तो वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी | हम दोनों एक दूसरे को बहुत प्यार से किस कर रहे थे |

किस करने के बाद मैंने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और उसने भी अपने पूरे कपड़े उतार दिए | हम दोनों अब नंगे एक दूसरे की बांहों में थे | फिर मैंने उसके दूध को अपने मुँह में ले कर चूसने लगा तो वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए मेरे सिर के बालो को सहलाने लगी | मैं जोर जोर से उसके दूध को चूस रहा था और वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए सिस्कारियां ले रही थी | फिर उसने मेरे लंड को चाटना शुरू किया तो मैं अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए उसके निप्पलस को मसलने लगा | लंड को चाटने के बाद वो मुँह में ले कर चूसने लगी तो मैं अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए उसके सिर को पकड़ कर मुँह को चोदने लगा | उसने मेरे लंड को 10 मिनट तक चूसा | फिर मैंने उसे लेटा दिया और उसके दोनों पैरो को खोल कर उसकी चूत पर अपनी जीभ रख कर चाटने लगा तो वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए मचलने लगी | मैं उसकी चूत को जीभ से अच्छे से चाट रहा था और चूत के दाने को भी होंठ से दबा कर चूस रहा था और वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए कसमसा रही थी | उसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर टिकाया और  अन्दर डाल दिया | मैं शॉट मारते हुए उसे चोद रहा था और वो अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए चुदाई के मजे ले रही थी | कुछ देर की चुदाई के बाद मैंने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिया और जोर जोर से उसकी चूत को चोदने लगा तो वो भी अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊमंह आहाआअ ऊन्ह्ह करते हुए चुदाई में साथ दे रही थी | कुछ देर की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसके दूध के ऊपर निकाल दिया | उसके बाद हम दोनों ने दो बार और चुदाई की और फिर मैंने उसे घर छोड़ दिया | आज भी हम चुदाई करते हैं और पूजा इस बात से अनजान है |

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