मेरी दोस्त का लेस्बियन से कॉल गर्ल बनने तक का सफ़र

हेल्लो दोस्तों | मैं सुप्रिया आपकी खिदमत में फिर से हाज़िर हूँ | आप सभी लौड़ो और प्यारी सेक्सी चूतों को मेरा नमस्कार | मैं बहुत आभारी हूँ की आप सभी ने मेरी स्टोरीज को बहुत सारा प्यार दिया, ऐसे ही आगे भी प्यार देते रहना और प्यार करते रहिए | मैं आप सभी के लिए ऐसे ही मजेदार स्टोरीज लिखते रहूंगी |

आज मैं आप लोगों को अपनी एक अन्य कहानी बताने जा रही हूँ | मेरी पहले की कहानियों जैसे यह मेरी कहानी भी एक मेरी जिन्दगी का अहम् हिस्सा जो मैं आप लोगों के सामने प्रस्तुत करने वाली हूँ | यह कहानी मेरी और मेरी बेस्ट फ्रेंड की है जिसका नाम श्रूति है | मैं और श्रूति एक कंपनी में जॉब करते थे | हमारी दोस्ती पक्की वाली तब ही हुई थी जब हम एक साथ एक प्राइवेट रूम में ही रहते थे | सब कुछ नार्मल ही चल रहा था पहले जैसा ही चल रहा था | बस अब कॉलेज की जगह जॉब ने ले ली थी जो हमारी अब जिन्दगी ही बन चुकी थी  |

हमे लोग लेस्बियन समझते थे क्यूंकि हम हमेशा साथ रहते थे और किसी से भी कोई मतलब नहीं रखते थे | हम काफी घनिष्ट दोस्त बन चुके थे | हम जैसी दोस्तीं उस ऑफिस में किसी की नहीं थी | हम हर काम साथ करते थे किसी को कुछ प्रॉब्लम होती तो तुरंत एक दुसरे की मदद करने लगते थे | ये देख के बाकी लोग गलत ही सोचते थे | हम दोनों साथ में तो रहते ही थे और मूवी जाना , शोपिंग करना घूमना फिरना आप लोग ये समझलो कुल मिला के हम दोनों एक दुसरे के लिए एक जी.एफ बी.एफ जैसे ही हो गये थे | क्यूंकि किसी से कोई मतलब तो था नही हम बस अपनी दुनिया में ही खोये रहते थे |

एक दिन श्रुति ने मुझसे कहा यार अब तो शादी कर लेनी चाहिए उम्र बीत जायगी नहीं तो  |

तो मैंने कहा किस्से शादी करेगी तू?

उसने कहा तुझसे |

मैंने कहा अबे मजाक छोड़ सच बता किस्से करेगी, तो उसने कहा |

अरे जानेमन अभी तक तो तेरे सिवा किसी से प्यार किया नहीं और किसी के बारे में सोचा नहीं अब तक | मैंने भी कहा हाँ यार तू सही बोल रही है आखिर मैंने भी तेरे अलवा कुछ नही सोचा अपने साथ में घूम्मना फिरना, शौपिंग करना, पार्टीज हर चीज़ तो तेरे साथ ही किया है | ऐसे ही सोचते सोचते श्रुति ने कहा अपने ऑफिस में एक लड़का है शशांक नाम का वो सिर्फ मुझे ही देखता रहता है और मुझे भी वो पसंद है पर उसने मुझसे अभी तक प्रपोस नहीं किया और ना ही कुछ ऐसा वैसा किया जिससे मुझे लगे की वो बंदा मेरे लिए गलत है | पहले तो मुझे बहुत गुस्सा आया की उसने मुझे पहले क्यूँ नहीं बताई ये बात | फिर मैंने अपने मन को शांत करते हुए कहा की तू उससे मिलने का प्लान बना या फिर उससे मिलने लिए बोल फिर अगले दिन उसने उससे मिलने के लिए बोला तो शशांक ने कहा की मूवी चलते हैं वही पे बात करेंगे | उसके बाद उसने मुझसे पुछा की क्या मैं शशांक से शादी करू या नहीं मैंने कहा की देख ले अगर तुझे पसंद है तो कर ले |

अगले दिन ऑफिस में श्रूति ने कहा की उस बन्दे से बात की मैंने फिर से और उसने कहा की क्या तुम मेरे घर आ सकती हो हम डिनर साथ में करेंगे |

मुझे ऐसा लगा की शायद शशांक मौके की तलाश में है पर मैंने उसे समझाया की तू मूवी के लिए ही मना और मैं भी साथ चलूंगी | उसने भी कहा ओके डार्लिंग फिर हम रूम में आ कर चुम्मा चाटी चूत चाटना करने लगे और सेक्स के बाद अगले दिन सन्डे था और सन्डे के लिए मैंने शःसंक को मना लिया था | मैंने और श्रूति ने सेक्सी ब्रा पहने थे और सेक्सी पेन्टी उसके ऊपर से टाइट जीन्स और टॉप पहना था | फिर हम हमलोग सिटी रोड के पास खड़े हो कर उसका वेट करने लगे वो आया था अपनी कार में अपने एक दोस्त के साथ वो तो अच्छा हुआ की मैं श्रूति के साथ थी वरना वो अकेली पड़ जाती | फिर हम दोनों उसके गाडी में बैठ के सिनेमा हॉल की तरफ निकल पड़े उसने दो टिकेट लिए श्रूति के लिये ओर खुद के लिए| और दो टिकेट मेरे और उसके दोस्त के लिए और दोनों की लास्ट कार्नर की थी पर साइड अलग अलग थी |

हम लोग अपनी अपनी सीट पर बैठे थे तो वो शशांक का दोस्त मेरे साथ बदतमीजी कर रहा था पर मुझे मजा आ रहा था तो मैंने उसे कुछ नही कहा पर मैं मूवी से ज्यादा अपनी जान को देख रही थी | मैंने देखा की शशांक उसके दूध में अपने हाथ डाल के उसे दबा रहा था और वो उसके लंड पे हाथ फेर रही थी फिर उसके बाद दोनों किस करने लगे श्रूति ने जीन्स उतारी और उसका हाथ अपनी चूत में डाल के रगड़वा रही थी मुझसे यह सब देखा नहीं जा रहा था | क्यूंकि मैं श्रूति से बहुत प्यार करती थी और श्रूति भी मुझसे पर पता नहीं क्यूँ श्रूति उसके साथ ऐसा क्यूँ कर रही थी | उस टाइम वो लोग ज्यादा कुछ नहीं कर पाए थे फिर हम दोनों घर आ गए थे श्रूति बहुत खुश थी और घर आते आते मैंने श्रूति से एक भी बात नहीं की थी | जैसे ही घर पहुंचे मैंने श्रूति से कहा की तू उसके साथ ये सब क्या कर रही थी तो उसने मुझपे गुस्सा दिखाते हुए कहा की मुझे ऐसा नहीं बोल और उस दिन बहुत बहस हुई हमारे बीच |

फिर हम दोनों ने अलग अलग रूम ले लिए थे हम दोनों के बीच में दीवार बन के खड़ा हुआ हुआ था शशांक | पर मैंने भी सोचा कि हटाओ मैंने उसे जा कर सॉरी कहा और उसने भी मुझसे सॉरी बोला और उसने भी मुझसे फिर से हम दोनों साथ रहने लगे | एक दिन शशांक का कॉल आया उसने उससे कहा की मैं तुमसे अकेले में मिलना चाहता हूँ क्या तुम मेरे घर आ सकती हो | उसने कहा ओके फिर वो उसके घर निकल गई और वहाँ से अगले दिन शाम को आई और दोनों ही ऑफिस नहीं आए थे | मैं समझ चुकी थी की कुछ तो गड़बड़ है | जब वो शाम को आई तो मैंने उससे पुछा की तू कहाँ थी

तब उसने मुझे बताया की मैं उसके घर गई उसने मुझे ड्रिंक ऑफर किया और मैं नशे में हो गयी | मैं सब कुछ देख रही थी पर कुछ समझ नही आ रहा था मुझे की मेरे साथ क्या क्या हो रहा है | उनलोगों ने मुझे बेड पर लिटा दिया और वो और उसका दोस्त नंगे हो गए दोनों के लंड बहुत बड़े थे | मैं डर गयी थी और फिर उन दोनों ने मुझे नंगी कर दिया पेहले तो मुझे बारी बारी से किस कर रहे थे और मैं तो नशे में थी तो मुझे उतना समझ में नहीं आ रहा था | फिर दोनों ने अपने अपने लंड चुसाने लगे मैं भी चूस रही थी दोनों के लंड और एक बात उनके साथ एक लड़का और था जो हमारा वीडियो बना रहा था | फिर दोनों ने मेरे हाथ बाँध दिए थे और मेरे दूध को बहुत जोर जोर से चूस रहे थे फिर उसके बाद दोनों ने मेरी चूत फाड़ दी और गांड भी चोदी | मैं बस ऊऊन्ह ऊउंह ऊउंह ऊउंह ऊऊन्ह ऊउंह ह्हह्म्म्म ह्ह्हह्म्म्म ह्ह्ह् ऊउम्म ऊउम ऊउम्म्म ऊऊमुमुम उमुमुमुम कर रही थी |

मेरे में ताकत ही नहीं बची थी की कुछ कर पाती और न ही कुछ बोल पाती | उन्होंने मुझे पूरी रात चोदा जब सुबह मेरा नशा कम हुआ तो मुझसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था जैसे तैसे मैं यहाँ तक आ पायी | श्रूति की ये बात सुन के मुझे बहुत बुरा लग रहा था और डर भी था की मेरे कुछ एक्शन लेने पर इन्होने श्रूति के साथ कुछ गलत कर दिया तो वो कहीं की नहीं रह पायगी और उसका जीवन अन्धकार में रह जायगा | हम लोगों ने सोचा की अब कुछ नहीं होगा पर हम गलत थे वो लोग रोज श्रूति को बुलवाते थे और उसे चोदते थे | श्रूति ने सुसाइड करने की भी सोची पर मैंने उसे रोक लिया था | उसे नार्मल होने में बहुत समय लगा था वो नार्मल तो हो गयी थी पर तब भी शशांक और उसके दोस्त उसे बहुत ज्यदा तंग करते थे | रोज रात में उसे बुला के उसे खूब चोदा करते थे अब तो उसकी भी आदत हो चुकी थी रोज लंड लेने की | उसे अब मजा आने लगा था सबका लंड लेने में | उसने जॉब छोड़ दी थी और और कॉल गर्ल बन चुकी थी | बस जब मैं लेस्बियन सेक्स करना चाहती थी तभी वो मेरे साथ करती थी नहीं तो उसका काम लंड से ही चल जाया करता था  |

दोस्तों ये हमारी थी कहानी | भले ही आप लोगों को इसमें ज्यादा मजा नही आया होगा पर ये एकदम सच्ची कहानी है जो मैं आप लोगों को बात रही हूँ |

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