incest sex kahani, sex stories in hindi
हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग ? मैं उम्मीद करता हूँ की आप लोग ठीक ही होगे | दोस्तों मैं आज पहली बार अपनी कहानी को आप लोगो के सामने पेश करने जा रहा हूँ | ये मेरी सच्ची कहानी है | मैं इस कहानी में बताऊंगा की कैसे मैंने अपने ताऊ की बेटी की जवानी के मज़े लूटे थे | मेरा नाम विनय है | मेरी उम्र 22 साल है और मैं रहने वाला एक गाँव का हूँ | मैं अभी बी ए की पढाई करता हूँ | मेरी बॉडी भी ठीक ठाक है | मेरी हाईट 6 फुट 1 इंच है और गोरा चिट्टा मस्त गबरू जवान लकड़ा हूँ | दोस्तों मेरी बॉडी और फिटनेस को देखकर लड़की फ़िदा हो जाती है मुझसे पटना चाहती हैं | दोस्तों मैं अब आप लोगो का ज्यादा टाइम न लेते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ |
पिछले साल की बता है जब मेरे कॉलेज की छुट्टी चल रही थी तो मैं उस टाइम अपने ताऊ जो की शहर में रहते हैं, उनके घर गया हुआ था | मैं उनके घर पुरे 5 साल बाद गया था | पहले तो मैं भी इतना जवान नही था और ध्यान भी नही गया लेकिन इस बार जब मैंने अपने ताऊ की बेटी यानी की मेरी चचेरी बहन को देखा तो देखता ही रह गया | दोस्तों मैं आप लोगो उस के बारे में बता देता हूँ | उसका नाम शीला है और वो मुझसे 4 साल छोटी है यानि की उसकी उम्र 18 साल है | दोस्तों 5 साल पहले जब मैंने शीला को देखा था तो वो दिखने में बिलकुल छोटी बच्ची लगती थी पर एक साल मैं क्या मस्त माल हो गयी थी | जो उसको देख ले उसके मुंह और लंड में पानी आ जाये |
अब जब की उसकी जवानी आ गयी थी, उसके मस्त बड़े बड़े बूब्स जोकि काफी मस्त कपडे के ऊपर से लगते थे और उसकी सेक्सी गांड जिसकी जितनी तारीफ करो कम है | उसकी गांड मस्त बड़ी चौड़ी थी जिसको देखकर मेरा लंड खड़ा हो जाता था | उसकी जवानी के मजे लेने के सपने कई लड़कों की तरह मैं भी देखने लगा था | मैं जब उसको शॉट स्कर्ट में देखता था तो मेरे मन में कुछ कुछ होने लगता था और वो मुझे देखकर हँस देती थी | मुझे समझ में नही आ रहा था की वो मुझसे मजे ले रही है या सच में शायद मुझे पसदं करती है |
खैर, एक दिन की बात है जब वो कॉलेज जा रही थी | मैं उसकी गांड देखने के लिए थोड़ी दूर तक उसके पीछे चल दिया | रस्ते में मैंने देखा की उसे कुछ लड़के छेड़ रहे थे | मुझे गुस्सा आ गया | मैंने गुस्से से देखा उन लडकों को | कुछ तो डर के भाग गये लेकिन एक अकड़ने लगा | मुझे गुस्सा अ गया | मैंने उसे एक थप्पड़ मारा और वो वहीँ बेहोश हो कर गिर पड़ा | ये देखकर शीला खुश हो गयी और साथ ही इम्प्रेस भी की कैसे मैंने उसे अपनी सेक्सी बॉडी से उसे बचाया | फिर वो कॉलेज चली गयी |
फिर जब मैं छुट्टी के टाइम शीला को उसके कॉलेज से लेने गया तो वो मुझसे बोली – थैंक्स | मैं बोला – किसलिए | वो बोली- सुबह के लिए | मैंने बोला – दिल से या बस ऐसे ही ? वो बोली – दिल से | मैंने कहा – दिल से तो और भी तरीके होते हैं जताने के | वो बोली- जैसे ? मैंने उसके गाल पर एक किस किया और बोला – ऐसे | उसने बोला – अच्छा !! ऐसे तो मैं अकेले में ही थैंक्स बोलूंगी | मैं उसका इशारा समझ गया और ये भी समझ गया की काम बन चूका है | मैं बस जगह और टाइम का जुगाड़ करने में लग गया | मैंने एक होटल का पता लगाया जहाँ आसानी से कमरा मिल जाए और मस्ती की जा सके | फिर एक दिन मैंने शीला को कॉलेज छोड़ कर मेरे साथ उस होटल में चलने को कहा | वो मान गयी |
हम दोनों प्लान के मुताबिक होतेक पहुंचे | होटल पहुँचते ही मैंने दरवाजा बंद किया और फिर मैंने शीला को अपनी बांहों में लिया और बेतहाशा चूमने लगा | फिर मैंने उसके होंठ में अपने होंठ रख दिए और उसके होंठ को चूसने लगा | वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी | हम दोनों ने करीब 10 मिनट तक किस किये | उसके बाद मैंने उसके टॉप को निकाल दिया और ब्रा के ऊपर से ही दूध को दबाने लगा तो वो आह उह्ह उम्अहह करने लगी | फिर मैंने उसके ब्रा को भी उतार कर ऊपर से पूरा नंगा कर दिया और उसके दूध को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा तो वो सिसकियाँ करते हुए मेरे सिर पर हाँथ फेरने लगी | मैं उसके दूध को जोर जोर से मसलते हुए चूस रहा था और निप्पलस भी खींच कर चूस रहा था | वो एन्जॉय कर रही थी |
उसके बाद मैंने उसके जीन्स को उतारा और बेड पर लेटा दिया और उसके बाद मैंने उसकी पेंटी भी उतार कर पूरा नंगा कर दिया | मैंने अपने भी पूरे कपडे उतार दिया और उसके सामने नंगा हो गया | मैंने उसे अपना लंड चूसने को कहा तो उसने पहले तो मन कर दी लेकिन फिर बाद में मेरे लंड को अपने हाँथ में ले कर जीभ से चाटने लगी तो मुझे मजा आने लगा | वो जब मेरा लंड चूस रही थी तो साथ ही साथ मेरे टट्टे भी चाट ले रही थी बीच बीच में |
अब बारी मेरी थी | मैंने उसके दोनों पैरो को फैला दिया और जीभ से चाटने लगा | उसकी चूत कसी और मस्त थी | वप जोर से से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहह करते हुए मचलने लगी | मैं उसकी चूत को चाटते हुए चूत के दाने को भी होंठ में दबा कर चूस रहा था और कसमसाने लगी | अब मैंने ज्यादा देर करना सही नही समझा | मैंने उसकी कसी हुई चूत पर अपना लंड टिकाया और एक ही लेकिन बहुत जोर के झटके में उसकी चूत में अपना लंड घुसेड़ दिया और चोदने लगा | उसकी हालत खराब हो गयी | वो रोने लगी | मैंने लंड निकाल लिया और उसे किस करते हुए चुप करवाने लगा |
थोड़ी देर बाद जब वो नार्मल हुई तो मैंने फिर से धक्का दिया और लंड उसकी कसी चूत में अन्दर कर दिया | इस बार वो कम रो रही थी | मैंने धक्के मारना शुरू किया तो वो आह्ह हह ह ह हह ह हह ह हह हह ह ह ऊऊउ उ ई इ ई इ इ ई इ ई ईई ई इ इ ई ई इ इ ईई इ इ इ आराम से भैया.. आह्ह्ह ह हह ह हह ऊ ऊऊ उईइ ई ईई ई करते हुए सिस्कारिया भरने लगी | मैं उससे बोला – पागल, कम से कम इस टाइम तो भैया मत बोल | वो हंस पड़ी | फिर मैंने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और जोर जोर से धक्के लगाते हुए चोदने लगा | वो उतनी ही जोर से आह्ह ह ह हह ह हह ह ओह हह ह हह ह्ह्ह हह हह ऊ ऊ इ इ ईई इ इ ई इ ई ई ई इ ई ई इ इ ई ई इ इ करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | मैं जोर जोर से चोद रहा था और आह्ह्ह ह हह ह चोदो… अच्छे से .. और जोर से.. आह हह ह हह ह हह ऊऊ उ ऊ उई ई ईई ई ईई इ ई इ ई ईई ई इ ई ओह्ह हह करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसके पेट के ऊपर निकाल दिया |
उस दिन के बाद जब भी मैं उसके घर जाता हूँ, उसकी चुदाई जरुर करता हूँ | चलिए दोस्तों, चलता हूँ | फिर कभी मिलता हूँ किसी और कहानी के साथ |