चुदाई करते हुए पकड़े गये

हेल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मेरा नाम राहुल है और मैं सतना का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 22 साल है और मैं दिखने में अच्छा हूँ | मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है, और मेरा शरीर गठीला है | मेरे घर में, मैं और मम्मी-पापा ही रहते है बस | मैं अपने घर की एक लौती संतान हूँ | मैं ग्रेजुएट हूँ, और ये जो कहानी मैं आज आप लोगों के आमने पेश कर रहा हूँ | ये घटना तब की है जब मैं कॉलेज में पढाई करता था | तो अब मैं ज्यादा समय व्यर्थ न करते हुए सीधा कहानी पर आता हूँ |

मैं शुरू से बहुत मस्ती खोर था और हमेशा अपने कॉलेज में टॉप लिस्ट मस्तिखोरो में रहता था | मेरे स्वभाव से किसी को कोई चिड नहीं थी क्यूंकि मैं पढाई में अच्छा था | मेरे कॉलेज में एक लड़की थी जिसका नाम अंजलि था | वो दिखने में बहुत गोरी और वो भी पढाई में अच्छी थी | उसका फिगर भी लाजवाब था | हर कोई उसको पटाने कि सोचता था पर कोई उसे पटाने से डरता था | क्यूंकि उसके पापा पोलिस में सब-इंस्पेक्टर थे | इसी वजह से किसी की हिम्मत नहीं होती थी कि कोई उसे प्रोपोस कर दे |

एक दिन की बात है, वो कॉलेज की लाइब्रेरी में बैठ कर पढ़ रही थी | मैं भी वहीँ पंहुचा और मैंने सही मौका देख कर उसे प्रोपोस कर दिया | वो भी मना नही कर पति क्यूंकि सभी जानते थे कि मैं जितना मस्तीखोर हूँ उतना ही पढाई में भी अच्छा हूँ | अब मेरी गाड़ी पटरी में आ चुकी थी | हम दोनों कभी भी मौका मिलते ही घूमने निकल जाते थे | कभी रेस्टुरेंट में चले जाते थे और कभी कॉलेज की कैंटीन में ज्यादातर वक़्त गुजारा करते थे | एक बार की बात है हम दोनों घूमने गये थे और तो ऐसे ही बैठे थे | तभी मेरा मन हुआ कि मैं उसे किस करू तो मैंने बात करते हुए गाल पर किस कर दिया | वो शरमा गयी और कहने लगी कि राहुल तुम ये क्या कर रहे हो ? तो मैंने कहा पागल प्यार करता हूँ तो प्यार ही करूँगा न | फिर उसने भी मेरे गाल पर किस की, मुझे अच्छा लगा तो मैंने उसका चेहरा पकड़ा और उसके होंठ में अपने होंठ रख कर किस करने लगा | वो भी मना करने कि बजाए किस्सिंग में मेरा साथ देने लगी | शायद उसे अच्छा लग रहा था मेरा उसके साथ किस करना | फिर हम दोनों सिर्फ किस्सिंग करते हुए बहुत गरम हो गये थे और एक दूसरे को मदहोशी के हालत में देखने लगे थे | हम दोनों बस एक दूसरे को प्यार भरी नजरो से देखे जा रहे थे और कुछ कह नहीं रहे थे | फिर कुछ देर बाद हम दोनों एक दूसरे को फिर किस करने लगे और जोर जोर से एक दूसरे को चूमे जा रहे थे | उसके बाद हम दोनों अलग हुए और फिर अपने अपने घर चले गये थे |

एक दिन कॉलेज में ही स्टोर रूम के पास एक रूम था जो हमेशा खाली रहता था | तो मैंने उसे लंच के बाद वहां मिलने का इशारा किया था | लंच ओवर होने के बाद मेरे बताये हुए जगह पर वो आ गयी | फिर मैंने उसे पकड़ कर अपने होंठ उसके होंठ में रख उसे चूसने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी | हम दोनों एक दूसरे को मदोश हो कर चूमे जा रहे थे |10 मिनट तक हमने एक दूसरे को खूब चूमा | उसके बाद मैं उसके पीछे आ गया और उसकी गर्दन चाटने और चूमने लगा | अपना लंड उसकी गांड में चुभाने लगा और सामने हाँथ कर के उसके दूध को मसलने लगा था | वो भी गरम हो चुकी थी और अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी |

उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था मेरा ऐसा करना | फिर मैं उसके सामने आ गया और टॉप के ऊपर से ही जोर जोर से उसके दूध को मसलने लगा और वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी थी | फिर मैंने उसके टॉप को उतारा और ब्रा भी उतार देने के बाद उसके दूध को मुंह में ले कर चूसने लगा | वो मदहोशी के आलम में खो चुकी थी और अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए सिस्कारियां भरने लगी थी  | मैं बहुत जोर जोर से उसके दूध को चूसे जा रहा था और वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करे जा रही थी | फिर मैंने उसके बाद उसकी जीन्स उतार दी और अब वो पेंटी में मेरे सामने खड़ी थी | पिंक कलर की पेंटी में वो बहुत क्यूट लग रही थी |

फिर मैं उसे वहीँ टेबल पर लेटा कर उसकी चूत में अपना मुंह रख के चूत चाटने लगा और वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी | मैं जोर जोर से उसकी चूत को अपनी जीभ से गोल गोल घुमाते हुए चाटे जा रहा था और वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी |

फिर उसकी चूत 10 मिनट तक चाटने के बाद मैंने अपना जीन्स उतार दिया और उसे अपना लंड चूसने को कहने लगा | तो वो भी गरम तो हो चुकी थी तो झट से वो मेरे लंड पे लपकी और जोर जोर से चूसने लगी मेरे लंड को और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए सिसिकरिया ले रहा था | 15 मिनट तक उसने मेरे लंड को खूब अच्छे तरीके से चूसा भी और चाटा भी | मेरा लंड एक दम फौलादी हो गया था और मैं उसे अब चोदने की इच्छा जाहिर करने लगा | ऐसी गरमा गर्मी में कौन मना करता तो उसने भी हामी भर दी | फिर मैंने उसे टेबल पर ही घोड़ी बना दिया और उसकी चूत में अपना लौड़ा डाल कर चोदने लगा था | वो भी अपनी गांड उचका उचका के चुदाये जा रही थी और अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी | उसकी चूत में एक अलग ही नशा था जो मुझे मदहोश किये जा रहा था | मैं जोर जोर से उसकी फुद्दी मार रहा था और वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ २० मिनट की धुआंधार चुदाई के बाद मैंने उसकी गांड में अपना माल झड़ा दिया |

अब हमे जब भी मौका मिलता हम दोनों कहीं भी चुदाई करने लग जाते | उसे मेरे साथ चुदाई करने में बहुत मजा आता | कई बार तो उसने मुझे खुद अपने घर में बुला कर खुद की चुदाई करवाई थी | एक दिन की बात है | मैं और वो गार्डन में बैठे हुए थे और एक दूसरे किस कर रहे थे | किस करते करते हम दोनों ही गरम हो गये थे | तो उसने मुझसे कहा की चलो न चुदाई करते हैं | मैं तो हमेशा तैयार रहता तो मैंने हाँ कर दिया | और उसके टॉप को ऊपर करके ब्रा को खिसका कर उसे दूध को मुंह में ले कर चूसने लगा | वो मस्ती में अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी | फिर उसने मेरी जीन्स खोल दी और नीचे सरका के मेरा लंड चूसने लगी तो मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगा | लंड चूसने के बाद वो अपनी पेंटी उतार कर मेरे लंड में बैठ गयी और ऊपर नीचे होने लगी साथ में अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए सिस्कारियां भरने लगी थी | 5 मिनट ही हुए होंगे उसे चोदने में कि उसके बाद पापा ने हम दोनों को पकड़ लिया |

वो अपने पापा के सामने नजरे नहीं मिला पा रही थी और उसके पापा के साथ जो ठुल्ले थे वो मेरी गांड तोड़ रहे थे | गलती दोनों की थी इसलिए उसके पापा ने मामला दबाने की पूरी कोशिश की | अब दोनों का मिलना जुलना बंद हो गया है क्यूंकि उसके पापा ने उसे दादा दादी के पास भेज दिया और अब वो वहीँ रह कर पढ़ रही है | हम दोनों का अब कोई आपस में कनेक्शन नहीं रहा |

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