पति का निकम्मापन और मेरी चुदाई

नमस्कार मेरे प्रिय पाठको, कैसे हैं आप सभी ?  मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे और अपनी अपनी चुदाई क्रिया में घुसे होंगे | मेरा नाम रिया और मैं अहमदाबाद की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 32 साल है और मैं एक शादीशुदा महिला हूँ | मैं एक गृहणी हूँ और मेरे पति मुंबई में जॉब करते हैं | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा फिगर बहुत ही सेक्सी है | मेरी एक २ साल की बेटी है जिका नाम पंखुरी है | दोस्तों ये जो कहानी मैं आप लोगो के सामने पेश कर रही हूँ ये मेरे जीवन की पहली कहानी है | तो चलिए मैं ज्यादा देर ना करते हुए सीधा कहानी शुरू करती हूँ |

मैं एक विवाहित महिला हूँ और मेरे पति बहुत ही कम घर आते हैं | जब मेरे पति आते हैं तो चुदाई के दौरान 5 मिनट में ही झड़ जाते हैं | उनकी तो चुदाई हो जाती है और वो थक कर सो जाते हैं | मैं प्यासी रह जाती हूँ | मुझे बहुत बुरा लगता था कि वो अपनी ऐश कर लेते हैं और मुझे प्यासा ही छोड़ देते हैं | ये बात मुझे बिलकुल भी अच्छी नहीं लगती थी | तो मैंने भी सोचा कि कब तक मैं अपनी अंतरवासना अन्दर ही अन्दर मारते रहूंगी | आखिर मेरी भी कुछ इच्छाए हैं मैं भी चुदाई का असली मजा लेना चाहती हूँ | मेरे घर के सामने एक लड़का रहता है जिसका नाम विनय है | वो एक बॉडी बिल्डर है और जिम ट्रेनर भी | मैं उसकी बॉडी पे शुरू से ही फ़िदा थी पर मैं अपने आप को इसलिए रोक कर रखी थी कि मेरे पति ही मुझे संतुष्ट कर सकते हैं | पर मैं गलत साबित हो चुकी थी जिस वजह से मैं विनय से प्यार करने लगी | एक दिन की बात है सुबह सुबह मेरी बहुत जल्दी नींद खुल गयी | तो मैंने सोचा कि क्यों न छत पर टहल लिया जाए | जब मैं छत पर टहल रही थी तो मैंने देखा कि विनय छत पर सिर्फ बनियान और हाफ पेन्ट पहने हुए कसरत कर रहा था | मैं उसे दखने लगी | उसने भी मुझे उसको देखते हुए देख लिया था | फिर तुरंत ही मेरी बेटी के रोने की आवाज़ आने लगी | उसके बाद मैं नीचे चली गयी | अब मैं उसे रोज सुबह देखा करती और वो भी मुझे नोटिस करने लगा था कि मैं उसे रोज कसरत करते हुए देखती हूँ |

एक दिन की बात है मैं छत पर टहल कर उसे देख रही थी तो उसने मुझे देख हाय किया | मैंने भी शरमा के हाय  किया | फिर उसने मुझे इशारा किया मुझसे मिलने का | तो मैंने भी इशारे से उसे अपने घर बुला ली | तो वो 10 मिनट के बाद मेरे घर में आ गया उस समय 5:30 बज रहे होंगे करीब | मैंने शरमाते हुए हॉल में ही बैठा दिया सोफे पर | फिर हम दोनों नार्मल बात करने लगे | मैंने उनसे कहा कि आप को गर्मी नहीं लग रही है क्या ? मुझे तो बहुत जोर से गरम लग रहा है आज का तापमान | वो समझ चुका था कि मैं उसे चुदवाना चाहती हूँ तो उसने कहा कि मैं आप की गरमी कम कर दूं क्या ? तो मैंने पूछी अच्छा जी कैसे कम कर सकते हैं आप मेरी गर्मी कम ? तो उसने कहा कि आप जैसे बोलो | हम दोनों ही शांत हो कर एक दूसरे की आँखों में आँख डाल कर देखने लगे प्यार भरी नजरो से | उसके बाद वो मेरे पास उठ कर आया और मेरे जुल्फों को सहलाते हुए कान के पीछे कर दिया | मैंने शरमा कर अपनी नजरे झुका ली | फिर उसने मेरे गाल पर एक किस किया तो मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि ये आप क्या कर रहे हैं ? तो उसने जवाब दिया कि जो आप चाहती थी वो ही कर रहा हूँ | फिर मैं उसकी तरफ नजरे उठाई और उसे होंठ में अपने होंठ रख कर उसकी बांहों में समां गयी |

अब मै और विनय एक दूसरे को सहलाते हुए किस करने लगे | मैं विनय के हाँथ को पकड़ कर दबाने लगी | क्या मसल्स थे यार उसके कम से ऐसा लग रहा था कि मै किसी पिलर को दबा रही हूँ | किस्सिंग करने के बाद उसने मेरे गाउन को उतार दिया और ब्रा के ऊपर से मेरे दूध को दबाने लगा तो मैंने भी हलकी हलकी आवाज़ से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | मैं उसके दूध दबाते हुए पी रहा था और निप्पल्स को होंठ से चूस रहा था और वो आआहाआ करते हुए सिस्कारिया लेने लगी | फिर उसने मेरी ब्रा भी उतार दिया | अब वो मेरे दोनों दूध को एक साथ मुंह में ले कर चूसने लगा और उन्हें मसलने भी लगा | मैं गरम हो चुकी थी और मेरी पेंटी भी गीली हो चुकी थी और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | मैं उसके दूध दबाते हुए पी रहा था और निप्पल्स को होंठ से चूस रहा था और वो आआहाआ करते हुए उसके सिर को सहलाने लगी | जब वो मेरे दूध को मसल रहा था तभ ऐसा लग रहा था जैसे मेरी अब साँसे ही रुक जायंगी | फिर मैंने उसके हाफ पेन्ट को उतार दिया और उसकी अंडरवियर को भी सरका दिया था | जैसे उसका शरीर है वैसे ही उसका लंड है बड़ा और मोटा | मैं उसके लंड को हाँथ में ले कर हिलाते हुए चाटने लगी तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | मैं उसके दूध दबाते हुए पी रहा था और निप्पल्स को होंठ से चूस रहा था और वो आआहाआ करते हुए मेरे बालो को समेटने लगा | उसके लंड को अच्छे से चाटने के बाद मैं उसे अपने मुंह डाल ली और चूसने लगी | उसके लंड से मेरा मुंह एक दम भर गया था | मैं उसके लंड को जोर जोर से चूसने लगी और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | मैं उसके दूध दबाते हुए पी रहा था और निप्पल्स को होंठ से चूस रहा था और वो आआहाआ करते हुए मेरे दूध को मसलने लगा |

उसके लंड को पीने के बाद मैं वहीँ हाल के बाद पर ही लेट गयी | अब वो मेरे पैरो के पास आया और मेरी पेरोको फैला कर मेरी चिकनी चूत को चाटने लगा और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | मैं उसके दूध दबाते हुए पी रहा था और निप्पल्स को होंठ से चूस रहा था और वो आआहाआ करते हुए अपनी गांड मटकाने लगी | वो मेरी चूत को अपनी जीभ से रगड़ते हुए जोर जोर से चाट रहा था और अपनी दो ऊँगली से मेरी चूत कि चुदाई भी करने लगा और मैं बस आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | मैं उसके दूध दबाते हुए पी रहा था और निप्पल्स को होंठ से चूस रहा था और वो आआहाआ करते हुए उसके सिर को अपने चूत पर दबाने लगी | मुझे बहुत अच्छा लग रहा था क्यूंकि मेरे पति ये सब बिलकुल नहीं करते थे बस चुदाई चालू कर देते थे | मेरे पति को कुछ भी नहीं आता है और सीखना चाहिए उन्हें विनय से |

अब विनय ने मेरी चूत पर अपना लंड टिका कर रगड़ने लगा तो मैने उससे कहा कि प्लीज अब चोद दो मुझे | मुझसे रहा नहीं जा रहा है | मैं चुद के संतुष्ट होना चाहती हूँ | फिर उसने एक ही झटके में अपना लंड डाल दिया और चुदाई करने लगा | मैं भी उसका साथ देते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | मैं उसके दूध दबाते हुए पी रहा था और निप्पल्स को होंठ से चूस रहा था और वो आआहाआ करने लगी अपनी गांड मटका मटका कर | वो मेरी चूत की जोर जोर से चुदाई करने लगा और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी | मैं उसके दूध दबाते हुए पी रहा था और निप्पल्स को होंठ से चूस रहा था और वो आआहाआ करते हुए सिस्कारिया भर रही थी | कुछ देर चुदाई करने के बाद उसने मेरी चूत के ऊपर ही अपना माल छोड़ दिया था | अब मैं उससे रोज सुबह शाम को चुदवा कर अपनी चूत की प्यास बुझा लेती | तो दोस्तों यही है मेरी कहानी और आप लोगों के लिए मैं और भी लाती रहूंगी अपनी सेक्सी चुदाई कि कहानी |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *