मेरे सभी प्यारे दोस्तों को मेरा नमस्कार | मैं हूँ वरुण सेन और घर में वीरू बुलाते हैं | मैं कानपूर का रहने वाला हूँ | मैं 5 फीट 10 इंच लम्बा हूँ और रंग गोरा हैं | मेरा शरीर गठीला है और मैं स्मार्ट दिखता हूँ ऐसा मेरे दोस्त लोग बोलते है | मैं लड़कियों से थोडा शर्माता हूँ लेकिन भाभीयों से बहुत लह्टता हूँ | मैंने बहुत सी भाभीयों को अपने जाल में फसाया है और उनका फायदा भी उठाया है | मेरे पड़ोस में मेरे एक भईया रहते हैं और उनकी शादी को अभी एक साल ही हुआ है | मैंने भाभी को पटाया और उनके घर में जा कर उसे चोद भी दिया | तो अब मैं आपको अपनी कहानी बताता हूँ |
जैसा की मैंने बताया कि मेरा उनके घर आना जाना था लेकिन एक साल तक मेरी उनसे कभी बात नहीं हुई | एक दिन जब मैं अपने घर से बाहर निकला तो मेरी एक दोस्त भाभी से खड़े होकर बात कर रही थी | उसने मुझे देखा और मुझे बुलाया और कहा तुम यहाँ ? तो मैंने कहा हाँ ! मैं तो यहीं रहता हूँ | तो उसने भाभी की ओर हाँथ दिखाते हुए कहा ये मेरी दीदी है | तो मैंने कहा अच्छा लेकिन तुम इतने दिनों बाद यहाँ ? तो उसने कहा यार मैं बाहर थी |
फिर भाभी ने कहा अरे अन्दर आ जाओ आराम से बैठ के बात करो | फिर हम तीनो अन्दर चले और अन्दर जाके बैठ गए और बात करने लगे | फिर भाभी ने चाय बनाई और हम बैठ के पी ही रहे थे कि मेरी दोस्त को फ़ोन आ गया और वो बात करने बाहर चली गई | फिर मैं और भाभी बात करने लगे तो मैंने पहले भईया के बारे में पूछना शुरू किया | तो भाभी ने बताया तुम्हारे भईया तो बाहर रहकर ही काम करते रहते है, मुझ पर तो ध्यान ही नहीं देते | तो मैंने पूछा इसके पहले कब आए थे भईया तो उसने बताया की ब दो महीने पहले | मुझे लगा मतलब भाभी दो महीने से नहीं चुदी, ये तो गलत बात है ! ऐसे तो भाभी की जवानी बर्बाद हो जाएगी मतलब अब मुझे ही कुछ करना होगा |
अब जब भी भाभी छत पर कपडे डालने आती थी तो मैं भाभी को देखता रहता था और कभी कभी बात भी कर लिया करता था | मैंने एक दिन भाभी से पूछा आपकी भईया से बात हुई कब तक आ रहे है वो ? तो भाभी ने कहा अभी आने का तो कुछ नहीं बताया | मुझे लगा रास्ता साफ़ है और फिर मैंने कहा भाभी अगर कोई भी काम हो तो मुझे बता देना | तो भाभी ने कहा हाँ ठीक है | अब मैंने रोज़ भाभी के घर जाना शुरू कर दिया और भाभी भी मुझसे खूब हस हसकर बातें करने लगी थी | कभी कभी भाभी मुझे चाय देती थी तो वो मेरा हाँथ छुआ करती थी, तो मैं सोच में पड़ जाता था कि मैं भाभी को पता रहा हूँ कि भाभी मुझे | लेकिन जो भी हो रहा था मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था |
मैं अब अक्सर यही सोचता रहता था कि भाभी को चोदने के लिए मनाऊ कैसे ? एक दिन मैं ऐसे ही भाभी के घर के सामने से निकला तो भाभी ने मुझसे कहा क्यूँ आज नहीं आओगे अपनी भाभी से मिलने ? तो मैंने कहा नहीं भाभी ऐसा नहीं है | तो भाभी ने कहा ठीक है फिर आओ बैठो, मैंने चाय भी बनाई है | तो मैं अन्दर चला गया और चाय पीने लगा | मैंने चाय पे और भाभी से बात करने लगा तो मुझे लगा कि मेरा लंड खड़ा हो रहा है | तो मैं अपने लंड को पैर से छुपाने लगा | फिर मेरे सामने आई और क्या कोई प्रॉब्लम है क्या ? तो मैंने कहा नहीं तो |
फिर भाभी ने कहा अच्छा एक बात बताओ तुम्हें सैक्स के बारे में तो पता ही है ? तो मैंने कहा हाँ | क्या तुमने कभी किया है ? तो मैं शांत हो गया तो भाभी ने कहा शर्माओ नहीं | तो मैंने कहा हाँ लेकिन सिर्फ दो बार | फिर भाभी ने पूछा कितना समय पहले किया था ? तो मैंने कहा एक साल | तो भाभी ने पूछा और क्या तुम्हारा मन होता है करने का ? तो मैंने कहा हाँ | मैं मन ही मन समझ रहा था कि भाभी मुझे कहाँ ले जाना चाहती है ? तो मैंने बातें जारी रखी | फिर मैंने भाभी से पूछा आपका क्या हाल है भाभी ? तो भाभी ने कहा बस तुम्हारे भईया आयें और मेरी प्यास बुझे | तो मैंने कहा अच्छा कोई और साधन ? तो भाभी ने कहा किस लिए ? तो मैंने प्यास बुझाने के लिए | तो भाभी ने कहा कौन मेरा सहारा बनेगा ?
तो मैंने कहा भाभी मैंने आपको एक बात बोली थी अगर कोई भी काम हो तो मुझे बुला लेना, कोई भी | तो भाभी ने कहा हाँ है तो | तो मैंने पूछा क्या ? तो भाभी ने कहा यहाँ आओ | तो मैं जाके भाभी के पास बैठ गया और भाभी की आँखों में देखने लगा | भाभी ने कहा अगर तुम्हारे भईया को पता चला तो ? तो मैंने कहा कौन बताएगा ? ना बताऊंगा ना आप | तो भाभी ने बिलकुल देर नहीं की और मेरे होंठों को चूमने लगी | मुझे लगा बस मेरा मिशन सफल हुआ लेकिन फ़तेह अभी बाकी थी | मैंने भाभी को किस करना शुरू कर दिया | अब हम दोनों एक दुसरे को किस करे जा रहे थे और कभी किस करते भाभी पीछे हो रही थी तो कभी मैं पीछे हुआ जा रहा था क्योंकि दोनों तरफ आग बराबर लगी थी |
फिर मैंने भाभी को कहा भाभी लेकिन मेरे पास तो कंडोम है ही नहीं, आपको दो मिनिट रुको मैं लेके आता हूँ | मैं जैसे ही उठा तो भाभी ने मेरा हाँथ पकड़ लिया और कहा रुको जान-ए-मन सब इंतज़ाम है | फिर भाभी मुझे अन्दर लेके गई और कंडोम निकल कर मुझे दिखाया और कहा ये है, इसको लो लेकिन बीच में छोड़ के कभी मत जाना | फिर मैंने भाभी की कमर में हाँथ डाला और भाभी एकदम से सहम सी गई और इस्स्स्सस्स्स स्सस्सस्स की आवाज़ की | तो मैं भाभी के ब्लाउज के हुक खोलने लगा लेकिन मुझसे खुले नहीं तो भाभी ने खुद ही हुक खोल दिए और मैंने कहा अब ब्रा भी उतार ही दो तो भाभी ने ब्रा भी खोल दी | भाभी के दूध मीडियम साइज़ के थे और निप्पल काले थे | भाभी का ऊपर का फिगर बहुत मस्त लग रहा था |
फिर मैंने भाभी के दूध दबाना शुरू कर दिया और भाभी के गले को चूमने लगा | भाभी को बहुत मज़ा आ रहा था और वो धीरे धीरे अआहह्ह्ह आह्ह्हह्ह कर रही थी | मैंने फिर भाभी के सीने को चूमते हुए उनके दूध तक पहुँच गया और उनके दूध चूसने लगा | भाभी अब मेरे सिर पर हाँथ फिराने लगी और कहने लगी और ज़ोर से जान | तो मैंने भाभी के दूध और जमके चुसना शुरू कर दिया और उनके निप्पलों को अपने दांत से पकड़ के खींचने लगा | मैंने फिर भाभी के निप्पलों को जीभ से हिलाया तो बहभी हसने लगी और कहने लगी मत करो गुदगुदी हो रही है | तो मैंने कहा भाभी अब आपकी बारी | तो भाभी नीचे झुकी और मेरी पैन्ट के ऊपर से मेरा लंड पकड़ के कहा अब ये मेरा हुआ |
फिर भाभी ने मेरी पैन्ट खोली और मेरा लंड बाहर निकल कर हाँथ में पकड़ कर कहा ये तो तुम्हारे भईया से बड़ा है और इतना कह कर मुंह में डाल लिया | फिर भाभी ने मेरा चूसा और फिर दोनों हाँथ से पकड़ कर हिलाने लगी | फिर मैंने भाभी को उठाया और उनकी साडी उतार दी और पेटीकोट भी खोल दिया तो देखा कि भाभी ने पैंटी पहनी ही नहीं थी | भाभी की चूत एकदम शेव की हुई और चिकनी सपाट थी | मैंने चूत को मलते हुए कहा मतलब आज चुदने का प्लान था | फिर मैंने भाभी को बैठाया और उनकी चूत में ऊँगली करने लगा | तो भाभी ने कहा ऊँगली नहीं लंड डालो अब |
मैं उठा और अपने लंड पे कंडोम लगा कर भाभी की चूत पर रख दिया | तो भाभी ने मेरा लंड पकड़ा और अपने चूत के छेद में डाल दिया | अब मैंने भाभी को चोदना शुरू कर दिया और भाभी अब आहाह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह्ह ऊह्ह्ह्हह्ह ये बहुत बड़ा है करने लगी | थोड़ी देर में भाभी को भी मज़ा आने लग गया और भाभी ने मुझे लिटा कर मेरे लंड के ऊपर बैठ कर उचकने लगी | हमने 20 मिनिट तक चुदाई की और फिर मेरा मुट्ठ निकल गया | फिर मैंने थोड़ी देर भाभी से अपना लंड चुसवाया और जब मेरा लंड तन गया तो मैंने फिर से भाभी को चोदा | उस दिन हमने 3 बार चुदाई की | अब जब भी भईया कहीं जाते हैं तो भाभी की तनहाई मिटाने मैं उनके पास पहुँच जाता हूँ |