desi sex stories, sex stories in hindi
मेरा नाम सनी है। मैंने अभी-अभी अपना पोस्ट ग्रेजुएशन इसी वर्ष पूरा किया है और अब मैं नौकरी की तलाश में हूं। मैंने कई जगह पर अपनी नौकरियों के लिए बायोडाटा भेजा हुआ है। मुझे कई जगह से ऑफर आ रहे थे। लेकिन मेरा कहीं अच्छी जगह पर नहीं हो पा रहा था। कहीं पर वह लोग सैलरी कम देते तो कहीं पर टाइम ज्यादा था।
ऐसे ही एक दिन मुझे एक कंपनी से ऑफर आया। मैं वहां पर इंटरव्यू देने गया मैंने जैसा अपने इंटरव्यू दिया वहां पर मेरी जो बॉस की लड़की थी। वह भी मेरा इंटरव्यू ले रही थी। उसने बहुत ही अच्छे से इंटरव्यू लिया। मैंने उसको अपना इंटरव्यू दिया मेरा इंटरव्यू क्लियर होने के बाद उन्होंने मुझे एक सैलरी ऑफर कि मैंने उस सैलरी पर वहां ज्वाइन करने का फैसला किया। अब मैं उस कंपनी में ज्वाइन हो गया मेरी बॉस के लड़की का नाम मोहिनी था। वह दिखने में काफी हॉट थी। मुझे उसे देखकर बहुत अच्छा लग रहा था। लेकिन वह मेरी बॉस की लड़की थी इसलिए मुझे लिमिट क्रॉस नहीं करनी थी।
मैंने अगले दिन से ऑफिस ज्वाइन किया और पहले मेरा पहला दिन ऑफिस का था। मुझे वहां पर सब लोगों से मिलवाया गया। सब लोगों से मुलाकात हुई और मुझे मेरा काम सिखाया गया। एक हफ्ते तक तो मेरी ट्रेनिंग चली। मुझे सारी जानकारी दी गई कि ऑफिस में किस तरीके से काम करना है और कहां पर क्या चीजें हैं। सारी चीजें मुझे एक हफ्ते में बताई कि एक हफ्ते बाद मुझे पूरे काम की जिम्मेदारी सौंपी गई।
मैंने अपना कार्य करना शुरू कर दिया मेरे काम में कभी भी कोई शिकायत नहीं आती थी और सब लोग मुझसे खुश ही रहते थे।
एक दिन मेरी वजह से हमारी कंपनी को बहुत बड़ा प्रोजेक्ट मिल गया। जिससे खुश होकर मेरे बॉस ने एक पार्टी ऑर्गेनाइज कर दी पार्टी में सब लोगों को बुलाया गया जितने भी हमारे दफ्तर के लोग थे। वह सब लोग वहां आए तो मेरे बॉस ने मेरी काफी तारीफ की मेरी वहां पर और मुझे प्रमोशन भी मिला। प्रमोशन मिलने से मैं काफी खुश हो गया। अब और ज्यादा मैं काम करने लगा। काम करते करते ऐसे कई प्रोजेक्ट मेरे द्वारा मेरी कंपनी को मिलते गए और मेरा प्रमोशन होता गया।
मैं मोहनी के साथ ही मिलकर काम करने लगा। मोहनी काफी अच्छे से काम करती थी। वह अपने काम में काफी ध्यान देती थी और अपना हर काम पर अच्छे से करती थी। जिससे मुझे वह काफी अच्छी लगती थी। मैं कभी भी कोई भी समस्या होती थी तो मै मोहनी को पूछ लेता था। उसका एक्सपीरियंस मुझसे ज्यादा था और वह उसकी कंपनी ही थी। वह काम अच्छे से करती थी। तो वह मेरी हेल्प कर दिया करती थी।
एक दिन लंच टाइम में हम लोग बैठे हुए थे। हम लोग आपस में काफी बातें करने लगे। वह मेरे बारे में पूछने लगी मैंने उसे अपने बारे में सारी जानकारियां दी। मैंने अपनी पढ़ाई कहां से पूरी की मेरे घर में कितने लोग ।हैं इस तरीके से मैंने उसे सारी जानकारी दी अब वह भी मेरी तरफ काफी आकर्षित हो गई थी। मैं मन लगाकर काम किया करता था। उसे मेरे काम काफी अच्छा लगता था। अब हम दोनों एक ही कैबिन में बैठने लगे थे। तो उसे जब भी कुछ आवश्यकता होती। वह मुझे बोल देती कि मुझे इस चीज की जरूरत है तो तुम मेरा यह काम करवा दो मैं उसके काम के लिए कभी मना नहीं करता था।
एक दिन वह ऑफिस में आई उसने वाइट कलर की शर्ट पहनी हुई थी। उसके अंदर उसकी ब्रा साफ साफ दिखाई दे रही थी। अब वह मेरे पास आकर बैठ गई। और मुझे उसकी ब्रा दिखाई दे रही थी। मैं थोड़ा अनकंफर्टेबल महसूस कर रहा था पहले तो उसे भी पता नहीं चला। लेकिन बाद में किसी ने शायद उसे बता दिया। उसने मुझसे पूछ लिया कि तुम मेरी ब्रा देख कर थोड़ा अनकंफर्टेबल कर रहे हो। मैंने उसे कहा हां यही बात है। वह मुझसे बात करने लगी कि इसमें बुराई क्या है। इसमें कोई बुराई नहीं है।
यह कहते कहते उसने अपनी शर्ट उतार दी और अपनी ब्रा मुझे दिखाने लगी। मेरा लंड खड़ा हो गया और मेरा मूड पूरा खराब हो चुका था। मुझे भी ऐसा लग रहा था जैसे कुछ भी नहीं हुआ लेकिन मेरे लिए तो यहां बहुत कुछ हो चुका था। मैंने उसे समझाया कि यह सब ठीक नहीं है। आप अपनी शर्ट पहन लो लेकिन उससे भी शर्ट नहीं पहनी। मैं उसके पास गया और मैंने उसे कसकर पकड़ लिया। वह मुझे कहने लगी मुझे छोड़ो मैंने उसे छोड़ा ही नहीं मैंने उसे कहा जब मैं आपको मना कर रहा था तो आप मेरी बात नहीं मान रही थी। अब मैं आपको छोड़ने वाला नहीं हूं। अब मैं तुम्हारी चूत मारूंगा। मैंने उसके बालों को पकड़ा अपनी पैंट की जिप खोलता ही अपने लंड को बाहर निकाल लिया। पहले वह मुझे मना कर रही थी। मैं नहीं करूंगी ओरल सेक्स लेकिन मैंने जबरदस्ती उसके मुंह में अपना लंड दे दिया जैसे ही मैंने उसके मुंह में लंड दिया तो उसे भी अच्छा लगने लगा।
मैं अंदर बाहर करने लगा जैसे-जैसे मैं उसके मुंह के अंदर बाहर करता जाता तो उससे अच्छा लगता। मैंने उसके मुंह के पूरे अंदर तक लंड डाल दिया था। मेरे अंडकोष उसके मुंह पर लग रहे थे लेकिन उसे अच्छा लग रहा था। उसके बाद मैं कुर्सी पर बैठ गया। और मोहनी को मैंने अपनी गोद में बैठा लिया। जैसे ही मैंने उसे अपनी गोद में बैठाया तो मैंने उसकी पैंट को खोलना शुरू किया जैसे ही मैंने उसकी पैंट को खोला तो मैंने देखा उसने नेट वाली पैंटी पहनी हुई है। उसकी पैंटी बहुत ही सुंदर लग रही थी। जैसे ही मैंने उसकी पैंटी को हाथ लगाया तो वह काफी सॉफ्ट थी। मैंने उसकी पैंटी को बीच में से पकड़ा और मैंने उसकी पैंटी फाड़ डाली। जैसे ही मैंने मोहनी की पैंटी फाड़ी। वैसे ही मुझे उसकी चिकनी योनि दिखाई पडी। वह काफी मुलायम और नरम थी। यह देख कर तो मेरा और मन खराब हो गया। मैंने कुर्सी में बैठे बैठे ही उसकी योनि में अपना लंड डाल दिया और उसे ऊपर नीचे करने लगा उसकी गांड मेरे लंड से टकराती और मैं उसकी योनि को अच्छे से चोदता जाता। अब उससे भी अच्छा लगने लगा था। तो वह भी ऊपर नीचे हो रही थी। वह काफी देर से ऊपर नीचे हो रही थी क्योंकि वह मेरे ऊपर ही बैठी हुई थी। इसलिए मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था। मुझे उसकी गांड से उसकी चूत साफ साफ दिखाई दे रही थी। जैसे ही उसकी चूत में लंड बाहर निकलता तो मुझे साफ साफ दिखाई देता कि मेरा लंड़ बाहर निकल रहा है। वह उसके ऊपर बैठ जाती मुझे काफी अच्छा लगा ऐसा देखते हुए।
मै ऐसे में ही खड़ा हुआ और उसने टेबल पर उसके दोनों हाथों को रखते हुए। उसके चूतड़ों को पकड़कर धक्का मारने लगा जैसे ही मै तेज तेज धक्के मारता। तो उसकी चुतड़ और तेज तेज हिलती। जिसे देख कर मुझे काफी अच्छा लग रहा था। ऐसा करते-करते काफी देर बाद मेरा गिरने को हो गया। मेरा गिरने वाला था। तो मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और उसके मुंह से ओरल सेक्स कराने लगा जैसे ही मोहनी ओरल सेक्स कर रही थी तो मेरा माल गिर गया उसके मुंह के अंदर ही और उसने पूरा ही वीर्य अपने अंदर ले लिया।
मोहनी मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लगा जो तुमने मेरे साथ सेक्स किया। मेरा एक बार और करने का मन हो रहा है। जैसे ही उसने यह कहा तो मैंने उसक चूत को चाटना शुरू कर दिया। जैसे जैसे मैं उसके स्तनों को चाटता जाता तो वह पागल होती जाती। अब मैंने उसकी चिकनी योनि में दोबारा से अपना लंड डाल लिया और धक्के मारने शुरू कर दिऐ लेकिन उसकी योनि अभी बहुत टाइट लग रही थी। मुझे मालूम नहीं पड़ रहा था कि इसकी योनि क्यों अभी तक ढिली नहीं हुई है लेकिन मुझे काफी अच्छा लग रहा था। ऐसे ही में आधे घंटे तक उससे चोदता। इस बार मेरा दोबारा वीर्य पतन होने वाला था तो मैंने अपने वीर्य को उसकी योनि में ही डाल दिया। जिससे उसे काफी अच्छा लगा। अब हम दोनों ने अपने कपड़े पहनने लगे तो वह मुझे कहने लगे तुमने मेरी पैंटी की फाड़ दीया है। तो मुझे पैंटी कौन देगा मैंने उसे कहा मै तुम्हें पैंट ला कर दूंगा कल मैं तुम्हारे लिए नई पैंटी ले आऊंगा। उसको दोबारा फाड़ दूंगा यह सुनकर वह मुस्कुराने लगी और वह मुस्कुराते मुस्कुराते बाथरूम की तरफ चली गई। जब वह बाथरुम से लौटी तो वह अपना मेकअप कर कर वापस आई। जिससे कि वह बहुत सेक्सी लग रही थी।